ईश्वर दुबे
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रायपुर : दुर्ग-विशाखापटनम लिंक एक्सप्रेस ट्रेन में 19 दिसंबर की रात को छत्तीसगढ़ वन विभाग के राज्य स्तरीय उड़नदस्ता दल ने सूचना के आधार पर एक व्यक्ति को बड़ी संख्या में वन्यजीव तोते की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया।
सूचना के आधार पर राज्य स्तरीय उड़नदस्ता, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, छत्तीसगढ़ रेलवे पुलिस बल और रायपुर वन परिक्षेत्र अधिकारियों की संयुक्त टीम ने दुर्ग-विशाखापटनम लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के सभी बोगियों की जांच की। इस दौरान शमसुद्दीन अली, निवासी मुर्रा भट्ठी, गुढ़ियारी रायपुर के पास पिंजरों और केरेट में 105 नग हिरामन तोते पाए गए। टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी को वन्यप्राणी अपराध में शामिल होने के कारण वन परिक्षेत्र अधिकारी रायपुर द्वारा अपराध दर्ज किया गया। आरोपी को हिरासत में लेकर जब्तीनामे की कार्रवाई की गई।
उल्लेखनीय है कि वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने वन्यजीव अपराध में संलिप्त पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। तोता तस्करी के मामले में यह कार्रवाई वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत की गई है। गौरतलब है कि तोता प्रजाति को वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची में शामिल किया गया है, जिसके कारण अब तोता पालना और उसकी खरीदी-बिक्री पूर्णतः प्रतिबंधित है।
रायपुर : भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में एक है और 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर है। ऐसे दौर मंें वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार की भूमिका को कम नहीं आंका जा सकता। जब हम तेजी से तकनीकि प्रगति और वैश्विक चुनौतियों के दौर में आगे बढ रहे हैं तो भौतिक विज्ञान पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। यह विचार राज्यपाल श्री रमेन डेका ने भौतिक विज्ञान के अंतर्राष्ट्रीय अकादमी के 31 वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए व्यक्त किया।
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने उदबोधन में कहा कि दुनिया आज महत्वपूर्ण पर्यावरणीय, तकनीकि और सामाजिक चुनौतियों से जूझ रही है। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले वैज्ञानिक समुदाय में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने की क्षमता रखते हैं। वे अत्याधुनिक शोध के माध्यम से इन वैश्विक मुद्दों को हल करने में हमारी मदद कर सकते हैं।
रायपुर :मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार की टैगलाइन, उनका गृह ग्राम और विधानसभा क्षेत्र, महतारी वंदन योजना की पात्रता और मिलने वाली राशि, छत्तीसगढ़ी में सब्जी - भाजी, फलों के नाम, यहाँ बोले जाने वाली बोली और भाषा, विमान सेवाओं की रीजनल कनेक्टिविटी, यह ऐसे सवाल थे जो युवाओं के बीच खुशहाल एक साल इवेंट आयोजन के दौरान चर्चा का विषय रहे। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा खुशहाल एक साल नामक इवेंट का तीसरा सफल आयोजन कटोरा तालाब के उद्यान में किया गया। यहाँ उद्यान में भ्रमण करने आए युवा और बच्चों ने जब खुशहाल एक साल इवेंट में भाग लिया तो सरकार की उपलब्धियों को तो जाना ही, उससे जुड़े प्रश्नों का उत्तर भी उत्साहपूर्वक दिया। इसके एवज में उन्हें उद्यान के ही रेस्टोरेंट्स के गिफ्ट वाउचर और बिहान के आकर्षक सामान उपहार स्वरूप मिले। खुशहाल एक साल इवेंट के ज़रिए छत्तीसगढ़ सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों और योजनाओं को युवाओं के मध्य पहुंचाया जा रहा है। मनोरंजन, खेल, क्विज के माध्यम से लोगों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। सही उत्तर देने पर उन्हें आकर्षक गिफ्ट वाउचर्स, उपहार भी दिए जा रहे हैं।
खुशहाल एक साल इवेंट के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए जनसंपर्क विभाग द्वारा आज 19 दिसंबर गुरुवार की शाम साढ़े छह बजे से साइंस कॉलेज के सामने स्थित चौपाटी में चौथा आयोजन किया जाएगा।
रायपुर :छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग के बीच ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ योजना के तहत एम ओ यू संपादित किया गया है। इस समझौते के तहत भारतीय एकता की भावना को मजबूत करने, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने, नवाचारों और अनुभवों को साझा करने के लिए दोनों राज्य परस्पर सहयोग करेंगे। इस परस्पर समझौते से उत्तरप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक संबंधों के एक नए दौर की शुरुआत होगी, जिससे दोनों राज्यों के कलाकार लाभान्वित होंगे। दोनों राज्यों के स्थापना दिवस सहित राष्ट्रीय पर्वों के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर दोनों राज्यों के सांस्कृतिक कलाकार एक-दूसरे के राज्यों में प्रस्तुतियां देंगे। दोनों राज्यों के विविध सांस्कृतिक विधाओं के क्षेत्र में परस्पर विनिमय से दोनों राज्यों के कलाकार और सांस्कृतिक कर्मियों को लाभ होगा। प्राचीन काल से दोनों राज्यों के मध्य स्थापित संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी।
उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय इस अवसर पर आयोजित कार्यकम में उपस्थित थे। छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग की ओर से उप संचालक डॉ. पी०सी० पारख उपस्थित थे।
मान्यता है कि छत्तीसगढ़ रामायण कालीन अयोध्या की महारानी और श्रीराम की माता कौशल्या का मायका था। श्रीराम ने अपने वनवास का अधिकांश समय इसी क्षेत्र में व्यतीत किया था। यहाँ माता कौशल्या की जन्मस्थली चंदखुरी, लवकुश की जन्मस्थली तुरतुरिया और शबरी का आश्रम शिवरीनारायण होने की मान्यता जन-जन में आज भी जीवंत है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2015 को सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के अवसर पर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ पहल की घोषणा की थी। इस अभिनव उपाय के माध्यम से, विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं के ज्ञान से राज्यों के बीच बेहतर समझ और जुड़ाव पैदा होगा, जिससे भारत की एकता और अखंडता मजबूत होगी।रायपुर : छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम : मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभ
रायपुर 19 दिसंबर 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर आज शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि आज छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा का शुभारंभ हमारे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार का प्रतीक है। इस सेवा का आरंभिक किराया मात्र 999 रुपये है, जो यह सुनिश्चित करता है कि आम जनता भी हवाई यात्रा का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में जो परिवर्तन आया है, उसका यह एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा और आज वह सपना साकार हो रहा है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के एयरपोर्ट का विकास किया है l माँ महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर को थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है । यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है।हमारे छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरें, और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही, एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा। हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं। हमारी कोशिश है कि अगले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ को विमानन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नया साल आने वाला है, और मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि इस नई विमान सेवा का लाभ उठाएं और सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। फ्लाई बिग चार्टर कंपनी 19-सीटर ट्विन औटर विमानों के माध्यम से इन शहरों के लिए सेवाएं देगी।
विमान टेकऑफ़ को वाटर सेल्यूट दिया गया। आज प्रारंभ हुई विमान सेवा के पहले यात्री के रूप में सांसद श्री चिंतामणि महाराज सपत्नीक सवार हुए, जिनको मुख्यमंत्री श्री साय ने बोर्डिंग पास देकर कहा कि आज आपने इतिहास बना दिया। आप इस रूट के पहले यात्री है, आपको शुभकामनाएं। इस अवसर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, श्री प्रबोध मिंज, श्री रामकुमार टोप्पो, मुख्यमंत्री के सचिव श्री बसवराजु, संचालक विमानन विभाग श्री संजीव झा, फ्लाई बिग कंपनी के सीएमडी श्री संजय मांडविया उपस्थित थे।
रायपुर : राज्यपाल और कुलाध्यक्ष श्री रमेन डेका ने आज सभी निजी विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक लेकर उनकी शैक्षणिक गतिविधियों, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन व अन्य कार्यों की समीक्षा की। राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया कि नवाचार, अनुसंधान और स्टार्टअप पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मापदंडों एवं नियमों के अनुरूप कार्य संचालन के निर्देश दिये।
बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री आर. प्रसन्ना, राज्यपाल के सचिव श्री यशवंत कुमार, छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमेन श्री बृजेश मिश्र, राज्यपाल की संयुक्त सचिव श्रीमती हिना अनिमेष नेताम और सभी निजी विश्वविद्यालयों के कुलपति उपस्थित थे।
बैठक में राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों की शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका है। इन विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के गाईडलाइन और शासन के नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। विश्वविद्यालयों में शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें, उनको व्यवसाय का संस्थान न बनाये। उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों के लिए लागू विनियमन को उन्हें मानना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निजी विश्वविद्यालयों के लिए विनियामक आयोग का गठन बहुत अच्छी पहल है। राज्यपाल ने कहा कि रायपुर एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो सकता है जिसके लिए सभी का प्रयास जरूरी है।
रायपुर। आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त गायिका अनुराधा पौडवाल ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री साय ने अनुराधा पौडवाल का छत्तीसगढ़ आगमन पर शॉल और बेल मेटल की नंदी भेंट कर स्वागत और अभिनंदन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय और अनुराधा पौडवाल के बीच छत्तीसगढ़ की लोककला, गीत-संगीत और संस्कृति को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
चर्चा के दौरान दोनों ने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए विचार-विमर्श किया। इस मुलाकात में विधायक पद्म अनुज शर्मा भी उपस्थित थे।
रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ल ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत कराया एवं विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार हेतु राज्यपाल को आमंत्रित किया।
रायपुर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि बाबा गुरुघासीदास जी एक महान संत थे। उन्होंने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया। आज उनका यह संदेश मानव को एक दूसरे से जोड़ने का काम कर रहा है। श्री साय आज सतनामी कल्याण समिति कोरबा के द्वारा तीन दिवसीय गुरु घासीदास जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर लगभग 90 लाख रुपए की लागत से सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया और सतनामी समाज को रियायती दर पर जमीन आबंटन करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी को गुरु पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी सरकार बाबा गुरु घासीदास के आशीर्वाद से हम सभी के सहयोग से छत्तीसगढ़ को विकसित छत्तीसगढ़ बनाएंगे। उन्होंने समाज को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने, एकजुट रहने और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए विकास की राह में आगे बढ़ने की बात कही। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, समाज के अध्यक्ष श्री यू आर महिलांगे सहित अन्य समाज के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज बाबा गुरुघासी दास की जयंती में जगह-जगह कार्यक्रम में शामिल होने का पुण्य अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सबको साथ लेकर आगे चलते हैं। उनका नारा “सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास“ है जिसे छत्तीसगढ़ की सरकार ने भी अपनाया है और इसी दिशा में सभी समाज को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी से लेकर अन्य स्थानों को विकसित करने का कार्य पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में किया गया। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल में जो भी वादा था उसे पूरा किया गया है। पीएम आवास का निर्माण, 3100 में धान खरीदी, 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान, 5500 प्रति मानक बोरा तेंदूपत्ता की पारिश्रमिक, 70 लाख महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार रुपये और पीएससी में गड़बड़ी की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने दिल्ली में यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए ट्राइबल हॉस्टल जानकारी देते हुए कहा कि समाज को शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ना होगा। हमारी नई शिक्षा नीति, उद्योग नीति गरीबों, युवाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, अग्निवीरो, दिव्यांगजनो के लिए फायदेमंद है। समाज उद्यम के क्षेत्र में भी आगे बढ़े और शासन की योजनाओं का लाभ उठाएं।
रायपुर : राज्यपाल रमेन डेका से आज राजभवन में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने सौजन्य मुलाकात की।
रायपुर :राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में छत्तीसगढ़ और ओडिशा सैनिक उप क्षेत्र कमांडर ब्रिगेडियर श्री अमन आनंद ने सौजन्य भेंट की।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, पंडवानी की लोक गायिका पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई की हालत जानने आज उनके निवास गांव गनियारी (विकासखंड पाटन, जिला दुर्ग) पहुंचे। उन्होंने पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई और उनके परिजनों से मुलाकात कर हाल-चाल पूछा और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मंत्री श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के तरफ से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई को प्रदान किया। श्री जायसवाल ने परिवार में नौकरी की माँग को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करने का भी आश्वासन दिया। साथ ही शासन स्तर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की बाते कही।
कोरिया :प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना कोरिया जिले में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इस योजना का उद्देश्य घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बिल से मुक्ति दिलाना और ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
39 हितग्राहियों ने कराया पंजीयन
जिले में 300 घरों में सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब-तक 39 लाभार्थियों ने इस योजना के लिए पंजीयन करवा लिया है। वहीं, मोबाइल ऐप के माध्यम से 2,000 से अधिक लोगों ने रुचि दर्ज कराई है।
हितग्राहियों को राहत
बैकुंठपुर-तलवापारा निवासी श्री विष्णु पटेल और स्कूलपारा निवासी श्री मिथिलेश कुमार ने क्रमशः 3 किलोवाट और 2 किलोवाट के सोलर पैनल लगवाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इस योजना की जानकारी समाचार पत्रों से मिली और उन्होंने तुरंत विद्युत विभाग से संपर्क किया। दोनों लाभार्थियों ने कहा कि इससे न केवल बिजली बिल में राहत मिलेगी, बल्कि वे ऊर्जा आत्मनिर्भर भी बनेंगे।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ में केन्द्र सरकार की रिजनल कनेक्टिविटी योजना के तहत हवाई सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है।रिजनल कनेक्टिविटी योजना के तहत शुरू हो रही नई उड़ान सेवाओं का उद्देश्य हवाई यात्रा को न केवल किफायती बनाना है बल्कि क्षेत्र में यात्रियों के लिए पसंदीदा विकल्प भी बनाना है। इन उड़ानों के शुरू होने से व्यापारिक यात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय समुदायों को बहुत लाभ होगा, समय की बचत होगी और आर्थिक विकास के नए द्वार खुलेंगे।
इसी कड़ी में रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर को एयर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। इन तीनों शहरों को जोड़ने के लिए नई उड़ान सेवा का संचालन 19 दिसंबर, 2024 से शुरू होने जा रहा है।
रायपुर, अंबिकापुर और बिलासपुर को जोड़ने वाली नई उड़ानें सप्ताह में तीन दिन गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को संचालित होंगी। यह नई सेवा न केवल यात्रा के समय को कम करेगी बल्कि इंटरसिटी यात्राओं को एक आरामदायक और सुविधाजनक बनाएगी, जिससे पर्यटन, व्यापार के अवसरों और क्षेत्रीय विकास को और बढ़ावा मिलेगा। इन शहरों में पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर यात्री विमान सेवा के लिए बुकिंग करा सकते हैं। इस नई उड़ान सेवा का शुरुआती किराया मात्र 999 रूपए रखा गया है। इस संबंध में अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए
www.flybig.in
पर सम्पर्क किया जा सकता है।
रायपुर :मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में राज्य में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण, पुनर्वास एवं उनके हित के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आज राजधानी रायपुर के शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरैना में सरकार गठन के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित प्रतिभावान दिव्यांगजन सम्मान समारोह समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कहीं।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण तथा हित में बेहतर कार्य कर रही है हम आगे भी आपके हितों के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। हमारी सरकार लगातार आप सभी के लिए विकास कार्यों के माध्यम से सेवा कर रही है। हमारी सरकार को एक वर्ष पूर्ण हुआ है और हमने सभी लंबित कार्यों को स्वीकृति प्रदान कर आगे बढ़ाया है।
दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत गीत सुनकर उन्होंने कहा कि कहा कि मैं गीत सुनकर अभिभूत हूं। आगे उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों को समाज के लोगों का भरपूर प्यार और प्रोत्साहन मिलना चाहिए। दिव्यांगजन आज देश-प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर मूकबधिर विद्यार्थियों ने मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को अपनी ओर से पेंटिंग भेंट की। कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर ख्याति प्राप्त दिव्यांगजन को सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ दिव्यांगजन वित्त विकास निगम द्वारा देवपुरी निवासी दिव्यांग श्री चंदन गिलहरे एवं ग्राम भैंसा निवासी दिव्यांग बाल दास मानिकपुरी को ई-रिक्शा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उप संचालक सर्वश्री आर.एन बोस, उप संचालक भूपेंद्र पांडेय, उप संचालक (वित्त) किरन खरे, प्राचार्य अमित त्रिवेदी, अधीक्षिका श्रीमती सीता सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।