ईश्वर दुबे
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नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। 20 अगस्त की वाद सूची के अनुसार, मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ मंगलवार को इस मामले की सुनवाई करेगी।
इससे पहले, कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की जांच कोलकाता पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दी थी। सरकारी अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना ने व्यापक विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया है।
सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप बढ़ते जन दबाव और राज्य प्राधिकारियों द्वारा मामले के गलत तरीके से निपटने के आरोपों के मद्देनजर हुआ है। सीबीआई द्वारा पहले से ही जांच के तहत इस मामले ने भारत में चिकित्सा पेशेवरों, विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पीड़ित महिला को न्याय दिलवाने की मांग की जा रही है।
पीड़िता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के पद पर तैनात थी। उसे अस्पताल के सेमिनार हॉल में बेरहमी से हमला किया गया और बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। पीड़ित के परिवार और प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यह घटना एक गैंगरेप थी और वे दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए गहन जांच की मांग कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि पीड़िता की मौत से पहले उसका यौन उत्पीड़न किया गया था।
नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर के डोडा में एक आतंकी को सेना ने मार गिराया है। वहीं 4 खून से सने बैग भी सेना को मिले हैं। अंदाजा लगाया जा रहा है कि चार आतंकवादी या तो घायल हुए हैं या मारे गए हैं। सेना अभी एनकाउंटर और तलाशी अभियान जारी रखे हुए है।
अधिकारियों ने बताया कि शिवगढ़-अस्सार पट्टी में छिपे विदेशी आतंकवादियों की तलाश में सुरक्षाबलों और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया और इस दौरान घने जंगल वाले इलाके में उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। मुठभेड़ स्थल से चार बैग मिले हैं, जिनमें खून लगा है। इससे यह समझा जा रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए हैं। साथ ही वहां से एम-4 कार्बाइन भी बरामद की गई हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने अपराह्न करीब दो बजे संवाददाताओं को बताया कि इलाके में अभियान अब भी जारी है। सेना ने अधिकारी की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि सेना शोक संतप्त परिवार के साथ है। सेना ने कहा कि ‘व्हाइट नाइट कोर के सभी रैंक बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कल शाम सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के पटनीटॉप के पास के जंगल से डोडा में घुस आए।
अधिकारियों के अनुसार उधमपुर में मंगलवार शाम करीब छह बजे सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था। आधे घंटे बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने रातभर में इलाके को चारों ओर से घेर लिया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आज सुबह फिर से तलाश अभियान शुरू किया। आज सुबह करीब 7।30 बजे पुन: आतंकवादियों और जवानों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत के संकल्प को दोहराते हुए गुरुवार को कहा कि देश इस खेल महाकुंभ के आयोजन के लिए तैयारी कर रहा है। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन के दौरान वहां उपस्थित ओलंपिक विजेताओं का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा, 'हिंदुस्तान का सपना है कि 2036 में जो ओलंपिक हों, वह हिंदुस्तान की धरती पर हों। उसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं, आगे बढ़ रहे हैं।' भारत ने पिछले साल मुंबई में आयोजित किए गए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के सम्मेलन के दौरान ओलंपिक मेजबानी की अपनी इच्छा व्यक्त की थी। अगले साल आईओसी के अध्यक्ष का चुनाव होना है और उसके बाद ही 2036 के ओलंपिक खेलों के मेजबान का फैसला लिए जाने की संभावना हैं।
ओलंपिक खेल 2028 की मेजबानी लॉस एंजेलिस जबकि 2032 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी ब्रिसबेन करेगा। भारत ने अभी स्पष्ट नहीं किया है कि वह किस शहर के लिए ओलंपिक मेजबानी का दावा पेश करेगा। पीएम मोदी ने इस अवसर पर पेरिस ओलंपिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भारतीय खिलाड़ियों को बधाई भी दी। भारत ने हाल में समाप्त हुए इन खेलों में एक रजत और पांच कांस्य पदक सहित कुल छह पदक जीते।
उन्होंने कहा, 'आज हमारे साथ तिरंगे झंडे के नीचे वे नौजवान बैठे हैं जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में भारत का परचम लहराया है। मैं अपने देश के सभी खिलाड़ियों को 140 करोड़ देशवासियों की तरफ से बधाई देता हूं। हम नए सपने, नए संकल्प और पुरुषार्थ के साथ नए लक्ष्यों की तरफ बढ़ेंगे।' प्रधानमंत्री ने पैरालंपिक के लिए भी भारतीय खिलाड़ियों को बधाई दी। पैरालंपिक 28 अगस्त से पेरिस में आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जी-20 शिखर सम्मेलन ने साबित कर दिया कि भारत बड़े से बड़े कार्यक्रम आयोजित करने में सक्षम है।
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने वक्फ बोर्ड की निरंकुश शर्तों पर कटौती करते हुए 2 अगस्त 2024 को कैबिनेट ने अधिनियम में कुल 40 संशोधन करने को मंजूरी दे दी। विपक्ष के हंगामे के बीच मोदी सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक को जेपीसी के पास भेज दिया था रिपोर्ट कुल ऐसी 45 घटनाएं हैं, जिसमें वक्फ बोर्ड ने रातों-रात कब्जा लिया था। रिपोर्ट के मुताबिक वक्फ बोर्ड ने 1 होटल, 12 मंदिरों, 18 कृषि/आवासीय जमीन, रेलवे की तीन जमीनों, 9 आवासीय इमारतों और 2 धरोहरों पर भी कब्जा किया है। रिपोर्ट कहती है कि वर्तमान में पूरे भारत में लगभग 866 हजार एकड़ वक्फ संपत्तियां मौजूद हैं। वहीं सबसे ज्यादा संपत्तियां भाजपा शासित राज्यों में हैं। अगर विधेयक कानून बनता है, तब मामले में निर्णय लेने की शक्ति वक्फ ट्रिब्यूनल से जिला मजिस्ट्रेटों के पास होगी।
देश के तकरीबन प्रत्येक राज्य में शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के साथ एक सेंट्रल वक्फ बोर्ड और 32 बोर्ड हैं। देश में वक्फ बोर्ड का हाल ये है कि उसके पास आर्मी और रेलवे के बाद सबसे अधिक जमीनें हैं। वक्फ मैनेजमेंट सिस्टम इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, देश के सभी वक्फ बोर्डों के पास आज कुल मिलाकर 8 लाख 54 हजार 509 संपत्तियां हैं, जो कि 8 लाख से अधिक एकड़ से अधिक जमीन पर फैली है।
साल 2024 में हैदराबाद स्थित वक्फ बोर्ड ने 5 स्टार मैरिएट होटल को अपनी संपत्ति करार दिया था। मामले में वक्फ बोर्ड ने 27 अप्रैल 2024 को हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसतरह से पिछले माह जुलाई को मुक्ता देवी मंदिर को मनमाने तरीके से वक्फ संपत्ति वाला सांकेतिक बोर्ड लगा दिया। इसतरह अलीगढ़ स्थित मशहूर मीठा बाबा मठ को फर्जी दस्तावेजों को कब्जा लिया। महाराष्ट्र के कोल्हापुर के वडानागे गांव में वक्फ बोर्ड ने महादेव मंदिर के आसपास की जमीन पर कब्जे के विरोध में हिन्दुओं ने प्रदर्शन किया। इसी तरह से जौनपुर, वाराणसी, मथुरा, लखनऊ, बेंगलुरू, बेट द्वारका, उडुपी, अयोध्या, डूंगरपुर, वेल्लोर एर्नाकुलम, जालंधर, रानी पेट सहित देशभर के स्थानों पर जमीनों को कब्जा लिया।
अहमदाबाद । भारत को जब अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली। तब भारत में सबसे पहली रियासत भावनगर की थी। जिसने भारत के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए। स्वतंत्र भारत के इतिहास में भावनगर रियासत के महाराजा कृष्ण कुमार सिंह ने सबसे पहले विलय प्रस्ताव पेश किया।सरदार वल्लभभाई पटेल ने जैसे ही इसकी पहल की। उस पर भावनगर की रियासत ने अपनी सहमति तुरंत दी।
स्वतंत्र भारत में शामिल होने के लिए दो समझौता पत्रों में हस्ताक्षर हुए। पहला समझौता पत्र इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ एक्सेशन और दूसरा स्टैंड डील एग्रीमेंट था। इन दोनों समझौता पत्र में हस्ताक्षर जरुरी थे। भावनगर के राजा कृष्ण कुमार सिंह ने 5 अगस्त 1947 को दोनों समझौता पत्रों में अपने हस्ताक्षर कर सरदार वल्लभभाई पटेल को दे दिए थे। 16 अगस्त 1947 को गवर्नर जनरल ऑफ इंडिया लॉर्ड माउंटबेटन की इसमें हस्ताक्षर हुए। इस तरह से स्वतंत्र भारत में शामिल होने वाली पहली रियासत के रूप में भावनगर का नाम दर्ज है। भावनगर रियासत शामिल होने के बाद से ही अन्य राजाओं ने अपनी रियासत भारत में शामिल करने के लिए समझौते पत्र में हस्ताक्षर किए।
नई दिल्ली । दिल्ली हाईकोर्ट ने शनिवार को पोक्सो एक्ट के एक मामले में सुनवाई की। जस्टिस जयराम भंभानी ने कहा कि पॉक्सो एक्ट के तहत पेनिट्रेटिव यौन हमले और गंभीर पेनेट्रेटिव यौन हमला (जबरन किसी चीज से बच्चों के निजी अंगों से छेड़छाड़) केस महिलाओं के खिलाफ भी चलाया जा सकता है। ऐसे मामलों में जेंडर कोई ढाल नहीं हैं। कोर्ट की टिप्पणी एक महिला की दाखिल याचिका पर आई है। उसका तर्क है कि पोक्सो एक्ट की धारा 3 में पेनिट्रेटिव यौन हमला और धारा 5 में गंभीर पेनिट्रेटिव यौन हमला का केस किसी महिला पर दर्ज नहीं हो सकता। क्योंकि इनकी डेफिनेशन से पता चलता है कि इसमें केवल सर्वनाम वह का उपयोग किया गया है। जो कि पुरुष को दर्शाता है, महिला को नहीं। महिला पर साल 2018 में केस दर्ज हुआ था। मार्च 2024 में ट्रायल कोर्ट ने उसके खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत आरोप तय किए थे। इसके बाद महिला ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि पोक्सो के प्रावधानों से पता चलता है कि पोक्सो अधिनियम की धारा 3 में प्रयुक्त शब्द वह को ये अर्थ नहीं दिया जा सकता कि यह केवल पुरुष के लिए है। इसके दायरे में लिंग भेद के बिना कोई भी अपराधी (महिला और पुरुष दोनों) शामिल होना चाहिए। यह सही है कि सर्वनाम वह को पोक्सो अधिनियम में कहीं भी परिभाषित नहीं किया गया है।
पोक्सो एक्ट बच्चों के लिए
हाईकार्ट ने कहा कि पोक्सो अधिनियम की धारा 2(2) के प्रावधान को देखते हुए, किसी को वह सर्वनाम की परिभाषा पर वापस लौटना चाहिए, जैसा कि आईपीसी की धारा 8 में है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पोक्सो एक्ट बच्चों को यौन अपराधों से बचाने के लिए बनाया गया है। चाहे वो अपराध किसी पुरुष या महिला ने किया हो। अदालत को कानून के किसी भी प्रावधान की ऐसी व्याख्या नहीं करनी चाहिए जो विधायी इरादे और उद्देश्य से अलग हो। पोक्सो एक्ट में किसी भी वस्तु का प्रवेश बच्चों के निजी अंगों में बात है, न कि केवल शरीर का कोई अंग। इसलिए यह कहना सही नहीं है कि यौन अपराध केवल लिंग के प्रवेश तक ही सीमित है। पोक्सो एक्ट की धारा 3(ए), 3(बी), 3(सी) और 3(डी) में उपयोग सर्वनाम वह की व्याख्या इस प्रकार नहीं की जानी चाहिए कि उन धाराओं में शामिल अपराध को केवल पुरुष तक सीमित कर दिया जाए। आईपीसी की धारा 375 (बलात्कार), दूसरी ओर पोक्सो एक्ट की धारा 3 और 5 में बताए गए क्राइम की तुलना करने से सामने आता है कि दोनों अपराध अलग-अलग हैं।
जम्मू । जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कठुआ जिले के ऊंचे इलाकों में स्थित धोकों (मिट्टी के घर) में दिखाई दी चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं। पुलिस ने घोषणा की है कि उनके बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये (प्रत्येक पर 5 लाख) का नकद इनाम मिलेगा।
कठुआ जिले में 8 जुलाई को मचेदी के घने जंगल में सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों द्वारा घातक लगाकर हमला किया था, जिसमें सेना के एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैनिक शहीद हो गए थे।
एक पोस्ट में, जे-के पुलिस ने चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए, जिन्हें आखिरी बार जिले के ऊपरी इलाकों में मल्हार, बानी और सोजधर जंगलों के ढोक में देखा गया था। पुलिस ने ऐलान किया है कि कार्रवाई योग्य जानकारी के लिए प्रत्येक आतंकवादी पर 5 लाख का इनाम रखा गया है।
पटना । दिल्ली में कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में जलभराव से तीन छात्रों की मौत के बाद पटना में भी कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जा रही है। पटना में चल रहे 138 कोचिंग सेंटर्स पर कार्रवाई की है। कोचिंग सेंटर चलाने के लिए निर्धारित मापदंड पूरे नहीं करने वाले 138 कोचिंग सेंटर्स पर ताला लगाया जाएगा। साथ ही इनपर 25 हजार से 1 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने की तैयारी है।
दरअसल, पटना में जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने एक कमेटी का गठन कर कोचिंग संस्थानों की जांच कराई है। जांच में सामने आया हैं कि 138 कोचिंग सेंटर बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे थे। प्रशासन ने इसतरह के कोचिंग सेंटर्स को बंद करने का फैसला लिया है। साथ ही जो कोचिंग सेंटर्स रजिस्टर्ड नहीं हैं उन पर 25 हजार से 1 लाख तक का जुर्माना लगाने की तैयारी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, पटना जिले में पिछले कुछ दिनों में रजिस्ट्रेशन के लिए 936 आवेदन आए हैं और कुल 413 आवेदन पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है। इन सभी आवेदनों में से 523 की जब जांच हुई, तब 138 संस्थान अयोग्य मिले है। पटना डीएम ने 339 लंबित आवेदनों की जल्द जांच करने का भी आदेश दिया है। पटना के डीएम डॉ. सिंह ने जांच के दौरान पाया कि ये कोचिंग संस्थान सरकार के तय मानकों को पूरा नहीं करते हैं। इसके बाद इन्हें बंद करने का आदेश दिया।
तय मानकों के अनुसार, कोई भी कोचिंग संस्थान बिना वेलिड रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट न स्थापित किया जाएगा और न चलाया जाएगा। किसी भी कोचिंग संस्था का क्षेत्रफल प्रति छात्र न्यूनतम 1 वर्ग मीटर होना जरूरी है। कोचिंग संस्थान में एंट्री-एग्जिट पर किसी तरह की रोक नहीं होनी चाहिए और बिल्डिंग बायलॉज का अनुपालन सुनिश्चित होना चाहिए। इसके अलावा कोचिंग संस्थानों में फायर सिक्योरिटी के मानकों का अनुपालन भी सुनिश्चित होना चाहिए। कोचिंग सेंटर्स संचालकों को इन मानकों को पूरा करने के लिए तीन मौके दिए जाएंगे, अगर तीसरी बार में भी मानकों का पालन नहीं होता तब उनका रजिस्ट्रेशन भी रद्द होगा। बता दें कि डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को 339 लंबित आवेदनों की जांच जल्द पूरी करने और रजिस्ट्रेशन समिति की बैठक बुलाने को कहा है।
नई दिल्ली । केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा देश के सभी 736 जिला कलेक्टर तथा जिला मजिस्ट्रेट को आदेश दिया है। उनके जिले में आईएसआई मानक के हेलमेट का विक्रय हो। यदि उनके जिले में कोई हेलमेट निर्माता है। तो वह भी मानक के अनुसार हेलमेट का निर्माण करें। यदि घटिया क्वालिटी का हेलमेट पाया जाए, उस फैक्ट्री को सील करने के आदेश जिला कलेक्टर को दिए गये हैं।
उपभोक्ता मंत्रालय के अपर सचिव भरत खेड़ा द्वारा यह आदेश सभी जिले के कलेक्टर को भेजा गया है। घटिया हेलमेट के निर्माण और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। सभी जिला कलेक्टर को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा अभियान के तहत की गई है।
भोपाल : नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने भिण्ड जिले की नगर परिषद गोरमी में दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में मृतक अभिषेक एवं कलावती के परिजनों से भेंट की। उन्होंने परिजनों को सांत्वना देकर ढाँढस बँधाया और हरसंभव मदद के लिये आश्वस्त किया। उन्होंने अधिकारियेां को दुर्घटनाओं की समुचित जाँच के निर्देश दिये। मंत्री शुक्ला ने कहा कि जाँच के बाद भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिये आवश्यक बंदोबस्त किये जायें।
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री शुक्ला ने संवेदनाएँ व्यक्त कर कहा कि दुःख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। नगर परिषद गोरमी के वार्ड क्रमांक 03 में दिनांक 07 अगस्त 2024 को गोंडा की दीवाल गिरने से अभिषेक सिंह पुत्र सरदार सिंह जाति जाटव उम्र लगभग 18 वर्ष एवं नगर परिषद गोरमी के वार्ड क्रमांक 07 में दिनांक 08 अगस्त 2024 को मकान का छज्जा एवं शौचालय गिरने से कलावती पत्नी रामवीर यादव उम्र लगभग 55 वर्ष की मृत्यु की सूचना पर मंत्री शुक्ला परिजनों से मिलकर संवेदनाएँ व्यक्त करने पहुँचे थे।
घटना स्थल का मौका-मुआयना किया
नवकरणीय ऊर्जा मंत्री शुक्ला ने दुर्घटनाग्रस्त स्थलों का मौका-मुआयना किया। उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। मंत्री शुक्ला और उपस्थितजनों ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये दो मिनिट को मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
नई दिल्ली । संसद के मानसून सत्र के दौरान आज भी जोरदार हंगामे के आसार है। वक्फ बोर्ड को मिली असीमित शक्तियों पर अंकुश लगाने और बेहतर प्रबंधन व पारदर्शिता के लिए सरकार ने लोकसभा में गुरुवार को विधेयक पेश किया। वहीं, विनेश मामले को लेकर भी विपक्ष सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
वक्फ बोर्ड से जुड़ा विधेयक पेश
कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने लोकसभा में वक्फ बोर्ड से जुड़ा विधेयक पेश किया। सात साल में चार अरब डॉलर का हो सकता है विमान एमआरओ उद्योग: मंत्री नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि सरकार ने भारत में विमान एमआरओ सेवाएं स्थापित करने के लिए कई कदम उठाए हैं और कुल कारोबार का मूल्य सात वर्षों में दो अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर चार अरब अमेरिकी डॉलर हो सकता है।
RJD भी इसका विरोध करेगी
केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन के लिए विधेयक पेश किए जाने पर RJD सांसद मीसा भारती ने कहा, "मुझे लगता है कि INDIA गठबंधन के जितने भी दल हैं वो सब इसका विरोध करेंगे और RJD भी इसका विरोध करेगी। सरकार के दूसरे कई अहम मुद्दे हैं उस पर कोई बात नहीं हो रही है। उन मुद्दों को पहले लाना चाहिए था।"
वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे राजनीतिक दल
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "आज वक्फ अधिनियम संशोधन विधेयक सदन में पेश किया जा रहा है। विभिन्न पार्टियों ने इसका विरोध किया है। जिस आधार पर विरोध किया गया है, उसे हम सदन में पेश करेंगे।"
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संयुक्त संसदीय समिति बनाई जानी चाहिए; सुले
केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम, 1995 में संशोधन के लिए विधेयक पेश किए जाने पर NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "हम इसका विरोध करेंगे। विधेयक को अधिक सिफारिशों के लिए स्थायी समिति के पास भेजा जाना चाहिए या एक संयुक्त संसदीय समिति बनाई जानी चाहिए।"
'सभापति पद को चुनौती दी जा रही: धनखड़
सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के हंगामे के बीच कहा, 'सभापति पद को चुनौती दी जा रही है। मेरा अपमान किया जा रहा है। विपक्ष के नेता ने मेरे खिलाफ टिप्पणी की। मैं अपने आपको सभापति पद के लिए सक्षम नहीं पा रहा हूं। दुखी मन से...मैं अपनी शपथ से दूर नहीं भाग रहा हूं। पर जो आज मैंने देखा है। जिस तरह का व्यवहार सदस्यों ने किया है। शारीरिक रूप से किया है। जिस तरह का व्यवहार इधर से (विपक्ष) भी हुआ है। कुछ समय के लिए मैं यहां बैठने में अपने आपको सक्षम नहीं पा रहा हूं।'
विपक्ष का संसद के बाहर हंगामा
राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई। वहीं, संसद के बाहर विपक्ष महंगाई को लेकर विरोध कर रहा है।उमर अब्दुल्ला (राष्ट्रीय सम्मेलन के उपाध्यक्ष) ने कहा, 'जिस दिन से धारा 370 के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था उस दिन से हम चुनाव की तैयारी में लगे रहे।... अब विधानसभा का चुनाव होने वाला है। कल भारत चुनाव आयोग 4 दिन के दौरे पर यहां आ रहे हैं। हमारी उनसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द नोटिफिकेशन जारी की जाए और यहां पर चुनाव शुरू किया जाए।'
संपत्तियों के प्रबंधन में हेराफेरी और दुरुपयोग हुआ: भाजपा नेता
सीआर केसवन ने आगे कहा, 'यह संसद के अधिकार क्षेत्र में है और समुदाय के योग्य और वंचित मुस्लिम सदस्यों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया है... कई मामलों में, संपत्तियों के प्रबंधन में हेराफेरी और दुरुपयोग हुआ है। अब जब यह विधेयक, जिसमें कमियों को दूर करने के लिए उचित संशोधन हैं, पेश किया जा रहा है, तो हमें पूरा यकीन है कि मुस्लिम समुदाय के वंचित, योग्य और गरीब वर्गों को सशक्त बनाया जाएगा। यह विधेयक पारदर्शिता लाएगा, जवाबदेही लाएगा और आगे से वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में समावेशिता भी लाएगा।'
नई दिल्ली। राजस्थान के कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट के कुश्ती से संन्यास की घोषणा पर कहा कि विनेश फोगाट को गोल्ड मिलना चाहिए। सरकार को मामले को देखना चाहिए कि वह गोल्ड की हकदार है। पहली बार ओलंपिक में ऐसे किसी को अयोग्य घोषित किया गया है। मेरे पास अगर नंबर होते तो विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजता।
बता दें विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम ज्यादा वजन होने से बुधवार को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद विनेश फोगाट ने इस घटना से दुखी होकर कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान करते हुए कहा कि- मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।
वहीं इससे पहले विनेश फोगाट ने बुधवार को ओलंपिक फाइनल से खुद को अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए। बता दें हरियाणा की इस धाकड़ पहलवान का पेरिस तक का सफर आसान नहीं रहा और बहुत कुछ दांव पर लगा था। पेरिस ओलंपिक में उन्हें अपने पसंदीदा 53 किग्रा की बजाय 50 किग्रा में उतरना पड़ा। ओलंपिक क्वालीफायर से पहले कई ट्रायल मुकाबले हुए और इस बीच उन्हें घुटने की सर्जरी भी करानी पड़ी थी।
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन करने पर उनकी काफी आलोचना हुई और मामला पुलिस और अदालत तक भी पहुंच गया था। वहीं हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने घोषणा की है कि भले ही विनेश फोगाट फाइनल नहीं खेल पाईं, लेकिन उन्हें ईनाम से लेकर वह सभी सुविधाएं दी जाएंगी, जो एक सिल्वर मेडलिस्ट को दी जाती है।
मंत्री किरण रिजिजू ने तिरुचिरापल्ली के तिरुचेंथुरई गांव की कहानी बताई
चेन्नई । केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन के लिए एक बिल पेश किया। पूरे विपक्ष ने बिल का विरोध किया। विपक्ष ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। जेडी यू और टीडीपी ने इसका समर्थन किया।
हिंदू आबादी वाले 1500 साल पुराने गांव को ही वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया
बिल के बारे में बताते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने सदन में तिरुचिरापल्ली के तिरुचेंथुरई गांव की कहानी बताई। उन्होंने बताया कि हिंदू आबादी वाले 1500 साल पुराने इस गांव को ही वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया था। जब इसकी जानकारी ग्रामवासियों को हुई तो वे हैरानी में पड़ गए। उन्हें समझ में नहीं आया कि उनकी हजारों साल पुरानी पैतृक संपत्ति वक्फ की प्रॉपर्टी कैसे बन गई। वक्फ बोर्ड के पास जमीन से जुड़ा सबूत नहीं था, मगर गांव पर उसका मालिकाना हक था।
2022 में सुर्खियों में आया वक्फ बोर्ड का खेल
तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के तिरुचेंथुरई गांव का मामला पहली बार 2022 में सुर्खियों में आया। कावेरी नदी के तट पर बसे तिरुचेंथुरई गांव के एक शख्स राजगोपाल अपनी बेटी की शादी के लिए 1.2 एकड़ जमीन बेचने का फैसला किया। जब वह सब रजिस्ट्रार के दफ्तर में पहुंचा तो उसे जमीन बेचने के लिए वक्फ बोर्ड से एनओसी लाने की सलाह दी गई। उसे बताया गया कि गांव की जमीन पर वक्फ बोर्ड का मालिकाना हक है, इसलिए एनओसी लेना जरूरी है। बिना एनओसी वह जमीन नहीं बेच सकेगा। यह राज खुलते ही हंगामा खड़ा हो गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत डीएम से की और बताया कि उनकी गांव का इतिहास 1500 साल से भी पुराना है, ऐसे में यह वक्फ की प्रॉपर्टी नहीं हो सकती है। हिंदू बाहुल्य इस गांव में मुस्लिम आबादी का इतिहास भी नहीं रहा।
जमीन किसने दान में दी, इसका वक्फ बोर्ड के पास कोई जवाब नहीं था
विवाद बढ़ने पर वक्फ बोर्ड ने दलील दी कि रानी मंगम्मल के अलावा कई स्थानीय राजाओं ने तिरुचेंथुरई की जमीन वक्फ बोर्ड को गिफ्ट में दिया था। वक्फ बोर्ड ने 220 पेज का दस्तावेज भी तैयार किया। मामला पेचीदा होने पर जिला प्रशासन ने जांच शुरू की। गांव के 1500 साल पुराने मनेंडियावल्ली समेथा चंद्रशेखर स्वामी के मंदिर में लिखा शिलालेख सामने आया। मंदिर की दीवारों पर लिखा गया था कि गांव की कई एकड़ जमीन मंदिर की है। इसके बाद गांववालों का दावा मजबूत हुआ। वक्फ बोर्ड के खाते में गांव की जमीन कब और कैसे पहुंची, इसका कोई साक्ष्य नहीं मिला। जब यह मामला सुर्खियों में आया तो वक्फ बोर्ड अधिनियम में बदलाव की मांग उठी। इसके बाद देश के कई हिस्सों में दावा किया गया कि सरकारी और निजी जमीन को वक्फ प्रॉपर्टी घोषित कर दी गई है।
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ और राज्य में 100 से ज्यादा सड़कें बंद होने से यातायात बाधित हुआ है। मौसम विभाग ने दस अगस्त को राज्य में अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश, गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने का ‘ऑरेन्ज अलर्ट’ जारी किया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में कांगड़ा, सिरमौर, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर, सोलन और मंडी जिलों में बाढ़ की चेतावनी भी दी है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक मंडी में 37, शिमला में 29, कुल्लू में 26, कांगड़ा में 6, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में 4-4, सिरमौर में 2 और हमीरपुर में 1 समेत कुल 109 सड़कें बंद हो गई हैं। अगले कुछ दिनों में मानसून की गतिविधि की तीव्रता और प्रभाव क्षेत्र में बढ़ोतरी की आशंका है। मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ की चेतावनी भी दी है। विभाग ने निचले इलाकों में तेज हवाओं और जलभराव के कारण बागानों, फसलों, कमजोर संरचनाओं और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई है।