ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली. अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 710 करोड़ रुपए रहा। जीएसटी लागू होने के बाद दूसरी बार 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कलेक्शन रहा है। इससे पहले इसी साल अप्रैल में जीएसटी से सरकार को 1.03 लाख करोड़ रुपए मिले थे। सितंबर में यह कलेक्शन 94,442 करोड़ रुपए था। एक जुलाई 2017 को देश में जीएसटी लागू हुआ था।
सरकार को नवंबर-दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपए से ऊपर जाने की उम्मीद थी। लेकिन, अक्टूबर में ही उसे कामयाबी मिल गई। वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि जीएसटी की कम दरों, देशभर में एक टैक्स की व्यवस्था और दूसरे टैक्स सुधारों की वजह से यह कामयाबी मिली।
अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 710 करोड़ रुपए
सीजीएसटी | 16,464 करोड़ रुपए |
एसजीएसटी | 22,826 करोड़ रुपए |
आईजीएसटी | 53,419 करोड़ रुपए |
सेस | 8,000 करोड़ रुपए |
अक्टूबर में सेटलमेंट के बाद केंद्र सरकार को 48,954 करोड़ रुपए और राज्यों को 52,934 करोड़ रुपए मिले। वित्त मंत्रालय के मुताबिक सितंबर महीने के लिए कुल 67.45 लाख जीएसटीआर दाखिल किए गए।
केरल में टैक्स कलेक्शन 44% बढ़ा
राज्य | टैक्स कलेक्शन ग्रोथ |
केरल | 44% |
झारखंड | 20% |
राजस्थान | 14% |
उत्तराखंड | 13% |
महाराष्ट्र | 11% |
पिछले महीनों में जीएसटी के आंकड़े
महीना | जीएसटी कलेक्शन (रुपए करोड़) |
सितंबर | 94,442 |
अगस्त | 93,960 |
जुलाई | 96,483 |
जून | 95,610 |
मई | 94,016 |
अप्रैल | 1,03,458 |
वर्ल्ड बैंक ने कहा- भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा बदलाव जीएसटी से आया
बुधवार को जारी हुई वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में भारत को 77वीं रैंक दी गई। भारत की रैंकिंग में एक साल में 23 पायदान का सुधार हुआ। वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा बदलाव जीएसटी के जरिए आया है। पिछले साल की रैंकिंग में जीएसटी को शामिल नहीं किया गया था। जीएसटी ने कारोबार की शुरुआत करना आसान बना दिया है, क्योंकि इसमें कई सारे एप्लीकेशन फॉर्म को इंटिग्रेट कर एक सिंगल जनरल इनकॉर्पोरेशन फॉर्म लाया गया है। इससे रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तेज हुई है।
नई दिल्ली. अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 710 करोड़ रुपए रहा। जीएसटी लागू होने के बाद दूसरी बार 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कलेक्शन रहा है। इससे पहले इसी साल अप्रैल में जीएसटी से सरकार को 1.03 लाख करोड़ रुपए मिले थे। सितंबर में यह कलेक्शन 94,442 करोड़ रुपए था। एक जुलाई 2017 को देश में जीएसटी लागू हुआ था।
सरकार को नवंबर-दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपए से ऊपर जाने की उम्मीद थी। लेकिन, अक्टूबर में ही उसे कामयाबी मिल गई। वित्त मंत्री अरुण जेटली का कहना है कि जीएसटी की कम दरों, देशभर में एक टैक्स की व्यवस्था और दूसरे टैक्स सुधारों की वजह से यह कामयाबी मिली।
अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 1 लाख 710 करोड़ रुपए
सीजीएसटी | 16,464 करोड़ रुपए |
एसजीएसटी | 22,826 करोड़ रुपए |
आईजीएसटी | 53,419 करोड़ रुपए |
सेस | 8,000 करोड़ रुपए |
अक्टूबर में सेटलमेंट के बाद केंद्र सरकार को 48,954 करोड़ रुपए और राज्यों को 52,934 करोड़ रुपए मिले। वित्त मंत्रालय के मुताबिक सितंबर महीने के लिए कुल 67.45 लाख जीएसटीआर दाखिल किए गए।
केरल में टैक्स कलेक्शन 44% बढ़ा
राज्य | टैक्स कलेक्शन ग्रोथ |
केरल | 44% |
झारखंड | 20% |
राजस्थान | 14% |
उत्तराखंड | 13% |
महाराष्ट्र | 11% |
पिछले महीनों में जीएसटी के आंकड़े
महीना | जीएसटी कलेक्शन (रुपए करोड़) |
सितंबर | 94,442 |
अगस्त | 93,960 |
जुलाई | 96,483 |
जून | 95,610 |
मई | 94,016 |
अप्रैल | 1,03,458 |
वर्ल्ड बैंक ने कहा- भारतीय अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा बदलाव जीएसटी से आया
बुधवार को जारी हुई वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में भारत को 77वीं रैंक दी गई। भारत की रैंकिंग में एक साल में 23 पायदान का सुधार हुआ। वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा बदलाव जीएसटी के जरिए आया है। पिछले साल की रैंकिंग में जीएसटी को शामिल नहीं किया गया था। जीएसटी ने कारोबार की शुरुआत करना आसान बना दिया है, क्योंकि इसमें कई सारे एप्लीकेशन फॉर्म को इंटिग्रेट कर एक सिंगल जनरल इनकॉर्पोरेशन फॉर्म लाया गया है। इससे रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तेज हुई है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दावों पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि ग्रामोफोन की तरह उनकी पिन अटक गई है जिसके कारण वह ऐसी बचकानी बाते कर रहे हैं और लोग उनके दावों का मजाक उड़ाते हैं।
दी ने कहा कि इनको समझ नहीं आ रहा है कि वक्त बदल गया है, जनता को मूर्ख समझना बंद करें। ‘‘ इस प्रकार की बचकानी बातें किसी के गले नहीं उतरती है और लोग मजाक उड़ाते हैं।’’ भाजपा के एक कार्यकर्ता द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी चिंता न करें। पहले ग्रामोफोन के रिकार्ड में पिन अटक जाती है तो कुछ ही शब्द बार बार सुनाई देती है। ऐसे ही कुछ लोग भी होते हैं जिनकी पिन अटक जाती है । एक ही चीज दिमाग में भर जाती है जो बार बार एक ही बात बोलते हैं। ऐसे में इन बातों का मजा उठाना चाहिए, आनंद लेना चाहिए। मोदी ने कहा, ‘‘ चुनाव की आपाधापी में इन चीजों का आनंद उठायें।’’सर्वोच्च न्यायालय ने उच्च न्यायालय की जजों की रिक्तियों को लेकर खिंचाई की है। बता दें कि अदालतों में 200 से अधिक जजों की नियुक्तियां होनी हैं लेकिन भर्ती प्रक्रिया में लगातार हो रही देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज सख्त दिखाई दिया और दिल्ली उच्च न्यायालय की खिंचाई कर दी।
जजों की नियुक्ति को लेकर यह टकराव नई नहीं है। न्यायपालिका और केंद्र सरकार के बीच भी इस मामले में सीधा टकराव होता दिखाई दे रहा है। जजों की रिक्तियों के मामले को लेकर न्यायाधीश मदन बी लोकुर और अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल के बीच जमकर बहस भी हो चुकी है।
मणिपुर के एक मामले की यह सुनवाई इसी साल मई माह में हुई थी। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश लोकुर ने के के वेणुगोपाल से पूछा कि फिलहाल उच्च न्यायालयों में जजों की नियुक्ति को लेकर कोलेजियम की कितनी सिफारिश लम्बित हैं? केके ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी जुटानी पड़ेगी।
के के वेणुगोपाल के इस जवाब से नाराज जस्टिस लोकुर ने कहा कि सरकार के साथ यही दिक्कत है मौके पर सरकार कहती है कि जानकारी लेनी होगी। इस पर केके ने कहा कि कोलेजियम को बड़ी तस्वीर देखनी चाहिए। ज्यादा नामों की सिफारिश भेजनी चाहिए।
बता दें कि फिलहाल 200 जजों के पद खाली हैं। जिसे लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने आज उच्च न्यायालय को फटकार लगाई है।
रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर लगातार झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं के जरिए लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल रही है। इसी वजह से कांग्रेस अध्यक्ष के पास झूठ बोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। गांधी का बिना नाम लिए पीएम ने उन्हें लोगों को बेवकूफ ना बनाने के लिए कहा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोग उनकी बचकाना चीजों को स्वीकार नहीं करेंगे। मोदी ने विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष पर यह हमला मछलीशहर, राजसमंद, महासमुंद, सतना और बैतूल के कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत में किया। चुनावी रैली के दौरान राहुल के मध्यप्रदेश के हर जिले में मोबाइल फैक्ट्री खोलने के दावे पर बैतूल के भाजपा कार्यकर्ता ने एक सवाल किया।
जिसके जवाब में पीएम ने कार्यकर्ताओं से कहा- 'चिंता न करें, वह जो कहते हैं उसका आनंद लें। यदि वह बैतूल आंएगे तो यही बात दोहराएंगे। इससे पहले ग्रामोफोन रिकॉर्ड किए जाते थे। जब कभी पिन ग्रामोफोन में अटक जाती थी तो केवल एक शब्द बार-बार सुनाई देता था। यह ऐसे लोग हैं जिनकी पिन अटक गई है और वह शब्दों को दोहराते रहते हैं। चुनाव के समय आपको इस तरह की चीजों का आनंद उठाना चाहिए। उन्हें (राहुल गांधी) पता नहीं है कि समय बदल चुका है। जनता को बेवकूफ बनाना बंद कीजिए। वह इस तरह की बचकाना चीजों को स्वीकार नहीं करते हैं। उनका मजाक उड़ाते हैं।'
मोदी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि 2014 के बाद मोबाइल का आविष्कार हुआ। उन्होंने कहा, 'मोबाइल 2014 से पहले भी अस्तित्व में थे लेकिन मैं उन लोगों से एक सवाल करना चाहता हूं जिन्होंने बहुत सालों तक देश पर राज किया। उनके शासन के दौरान भारत में मोबाइल निर्माण की केवल दो यूनिट क्यों थी?' उन्होंने कहा कि भारत अब मोबाइल निर्माण में विश्व के अग्रणी देशों में से एक है। कांग्रेस अध्यक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने लंबे समय तक देश पर राज किया उन्होंने वन रैंक वन पेंशन के लिए कुछ नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा, 'उन्होंने वन रैंक वन पेंशन के बारे में सुना तक नहीं था। उन्हें चिंता इस बात की है कि सुरक्षाबल हमारे साथ हैं। वह मोदी से प्यार करते हैं। इसलिए उनके पास झूठ फैलाने के अलावा कुछ कहने को नहीं है।' कार्यकर्ताओं ने जब मोदी से पूछा कि विपक्ष की अभद्र भाषा पर उन्हें किस तरह की प्रतिक्रिया देनी चाहिए तो पीएम ने कहा कोई आपको वही देता है जो उसके पास होता है।
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू गुरुवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के साथ मुलाकात करेंगे। इससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि टीडीपी भाजपा के खिलाफ बन रहे मोर्चे में शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार नायडू नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्स) के सीताराम येचुरी से भी 2019 के महागठबंधन के लिए मुलाकात करेंगे।
टीडीपी ने इस साल एनडीए से अपना नाता तोड़ लिया था। इसकी वजह था केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा ना देना। इसके बाद टीडीपी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) से अलग हो गया और पार्टी ने केंद्र की आलोचना करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा। मानसून सत्र के दौरान टीडीपी ने अपने घोर विरोधी वाईएसआर कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन दिया था।
2014 चुनाव से पहले चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ जाने का फैसला लिया था और नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री के तौर पर समर्थन किया था। हालांकि इस साल की शुरुआत में वह गठबंधन से अलग हो गए। वहीं तेलंगाना में दिसबंर में चुनाव होने वाले हैं। राज्य की सत्ताधारी पार्टी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति को हराने के लिए टीडीपी और कांग्रेस पहले ही साथ आ चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए भी दोनों हाथ मिला सकते हैं।
बडगाम में गुरुवार सुबह शुरू हुई सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को ढेर कर दिया है। मारे गए दोनों आतंकी पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं।
बता दें कि, एक दिन पहले दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल में सुरक्षाबलों ने जैश-ए- मोहम्मद के स्नाइपर समेत तीन आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। मारे गए स्नाइपर को जैश ए मोहम्मद के चीफ मौलाना मसूद अजहर का भतीजा बताया गया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक मारा गया आतंकी उस्मान हैदर जैश चीफ के बड़े भाई का बेटा है।
इस आतंकी के फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, लेकिन सेना और सुरक्षाबलों ने इस शिनाख्त की पुष्टि नहीं की है। सुरक्षाबलों ने दो शवों को बरामद कर लिया था। तीसरे आतंकी का शव मलबे में दबे होने की संभावना जताई गई थी। सुरक्षाबलों ने उस मकान को विस्फोट से उड़ा दिया जिसमें आतंकी छिपे थे। मुठभेड़ स्थल से एम 4 कारबाइन और ए के 47 बरामद की गई थी।
झारखंड के चतरा जिले में कुछ अज्ञात लोगों ने एक समाचारपत्र के 32 वर्षीय एक पत्रकार को कथित तौर पर अगवा कर लिया और उसकी पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अखिलेश बी बेरियार के मुताबिक दैनिक समाचारपत्र ‘आज’ के लिए काम करने वाले चंदन तिवारी को आखिरी बार सोमवार रात करीब आठ बजे उनके घर के पास देखा गया था।
पुलिस को सूचना मिली कि कुछ अज्ञात लोगों ने तिवारी का अपहरण कर लिया और उसे रांची से करीब 110 किलोमीटर दूर सिमरिया प्रशासनिक क्षेत्र के तहत आने वाले बलथेरवा गांव के पास एक जंगल में ले गए।
अधिकारी ने बताया कि जिले के दुंबी गांव के निवासी तिवारी का शव मंगलवार सुबह जंगल से मिला। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। तिवारी के परिवार के सदस्यों ने घटना के लिए उग्रवादी संगठन तृतीया प्रस्तुति कमेटी को जिम्मेदार ठहराया है।
भारत ने पाक अधिकृत कश्मीर और चीन के शिंजियांग क्षेत्र के बीच शुरू होने वाली बस सेवा का पाकिस्तान और चीन दोनों के सामने विरोध दर्ज किया है। सोमवार को पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया ने कहा कि एक निजी प्राइवेट कंपनी 3 नवंबर को बस सेवा लांच करने वाली है। यह सेवा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के अंतर्गत शुरू की जाएगी। भारत शुरू से ही सीपीईसी के खिलाफ रहा है।
विरोध की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के 1963 'बाउंड्री अग्रीमेंट' को कभी भी मान्यता नहीं दी है। ऐसे में पीओके में पाकिस्तान द्वारा बस सेवा शुरू करना भारत की संप्रभुता और क्षेत्र का उल्लंघन है।
स्थानीय पाकिस्तानी मीडिया ने बस सेवा पर कहा था कि 30 घंटे की इस बस सेवा का किराया 13 हजार रुपये और वापसी में 23 हजार रुपये होगा। पाकिस्तान की निजी कंपनी का यह भी कहना है कि बस पाकिस्तान स्थित लाहौर से काशगर तक हफ्ते में चार दिन चलेगी। ये भी खबर है कि इसके लिए लोगों ने बुकिंग कराना शुरू कर दिया है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा संसद के शीतकालीन सत्र में अयोध्या में राममंदिर के निर्माण के लिए प्रस्ताव लाएंगे। खुद राकेश सिन्हा ने इस बात की पुष्टि की है।
भाजपा सांसद की तरफ से राममंदिर निर्माण के लिए बिल का यह प्रस्ताव ऐसे समय में किया गया है जब आरएसएस और विहिप ऐसे बिल की लगातार मांग कर रहे हैं। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कई बार सरकार से मंदिर निर्माण के लिए संसद में बिल लाने की मांग की है। विहिप अभी भी इस मुद्दे पर पूरे देश के हर सांसद से मिलकर मंदिर निर्माण के लिए बिल पर उनसे सहमति मांगने की मुहिम चला रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, लालू, येचुरी और मायावती समेत कई नेताओं को चुनौती देते हुए कहा है कि वह अपना स्टैंड क्लियर करें। इस मुद्दे पर उन्होंने गुरुवार को कई ट्वीट भी किए। 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले यह मुद्दा संसद के साथ साथ लोगों के लिए भी बहस का हिस्सा बनने जा रहा है। मामले पर भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा कि राम मंदिर के लिए सिर्फ एक ही उपाय है, अध्यादेश लाएं या फिर जमीन अधिग्रहण करें।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले को टालने के बाद से ही आरएसएस, वीएचपी जैसे कई हिंदू संगठन केंद्र की मोदी सरकार पर राम मंदिर पर अध्यादेश लाने का दबाव बना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि राम मंदिर पर अध्यादेश लाना आसान काम नहीं है, इस रास्ते में कई रुकावटें हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'जो लोग (भाजपा और आरएसएस) को उलाहना देते रहते हैं कि राम मंदिर की तारीख बताएं, उनसे सीधा सवाल क्या वे मेरे प्राइवेट मेंबर बिला का समर्थन करेंगे? समय आ गया है दूध का दूध पानी का पानी करने का।' उन्होंने अपने इस ट्वीट में राहुल गांधी, अखिलेश यादन, सीतीरीम येचुरी और लालू प्रसाद यादव को भी टैग किया।
सिन्हा ने आगे कहा कि राम मंदिर मामला हिंदुओं के लिए प्राथमिकत में है। सुप्रीम कोर्ट को धारा 377, जलिकट्टू और सबरीमाला पर फैसला सुनाने में कितने दिन लगे? लेकिन दशकों से ये मुद्दा प्राथमिकता में नहीं है।
31 जनवरी-1 फरवरी को प्रयागराज में हिन्दू सन्तों की धर्मसंसद का आयोजन किया जाना है। इस संसद में भी राममंदिर के लिए बिल लाने पर सरकार पर दबाव पड़ सकता है। इस अर्थ में भाजपा सांसद के इस बिल को विशेष अर्थ में देखा जा सकता है।
कांग्रेस नेता राजीव त्यागी ने राममंदिर पर बिल लाने की चर्चा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले साढ़े चार साल से ज्यादा समय तक जनहित में कोई काम न कर पाने के बाद भाजपा को वोट पाने के लिए अब फिर राम की शरण में जाना पड़ रहा है। लेकिन जनता उनकी इस चाल को समझती है और इस बार भाजपा इसमें कामयाब नहीं होगी। त्यागी के मुताबिक उन्होंने कोर्ट के आदेश से राममंदिर का ताला भी खोला था और संसद में बिल लाकर सोमनाथ मंदिर का निर्माण भी कराया था। भाजपा को भी देश के संविधान का पालन करना चाहिए और कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
ये है प्राइवेट मेंबर बिल
भारत में कानून बनाने के लिए बिन पेश किए जाते हैं। इसे सरकार के मंत्री या किसी सांसद की ओर से पेश किया जाता है। इसे सरकारी बिल और दूसरी स्थिति में प्राइवेट मेंबर बिल कहा जाता है। संसद में सरकारी विधेयकों के अलावा सदस्यों को व्यक्तिगत विधेयक लाने का भी अधिकार है। लेकिन इन विधेयकों को कानून का रूप देना है या नहीं यह सरकार के रुख से तय होता है। हर शुक्रवार को लोकसभा और राज्यसभा में निजी विधेयक (प्राइवेट मेंबर बिल) पेश किए जाते हैं।
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केन्द्र सरकार को 10 दिनों के अंदर राफेल विमान सौदे का ब्यौरा सौंपने का आदेश दिया है। न्यायालय ने सरकार को बंद लिफाफे में राफेल विमान की कीमत और इस सौदे से संबंधित विस्तृत जानकारी सौंपने के लिए कहा है।
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने बुधवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी, यशवंत सिन्हा और प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण की ओर से संयुक्त रूप से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि हम चाहते हैं कि राफेल विमान सौदे में कीमत से जुड़ी विस्तृत जानकारी बंद लिफाफे में जमा कराई जाए। सरकार अगले 10 दिनों के भीतर यह जानकारी मुहैया कराये।
याचिकाकर्ताओं ने भारत और फ्रांस के बीच हुए राफेल विमान सौदे में अनिल अंबानी की अनुभवहीन रिलायंस डिफेंस को राफेल का निर्माण करने वाली कंपनी दसाल्ट के साथ पार्टनर बनाये जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 14 नवंबर को होगी।
भारतीय रेलवे ने त्योहारी सीजन में रेलयात्रियों को बड़ा तोहफा दिया है। बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि रेलवे उन रेलगाड़ियों से फ्लेक्सी फेयर प्रणाली को पूरी तरह से हटाएगी जिनमें 50 प्रतिशत से कम सीटों की बिक्री होती है।
गोयल ने आगे बताया कि कम सीट बुकिंग वाली 15 रेलगाड़ियों में फ्लेक्सी फेयर प्रणाली हटाई गई, 32 रेलगाड़ियों में सुस्त यात्रा मौसम के दौरान यह प्रणाली लागू नहीं होगी। उन्होंने बताया कि 101 रेलगाड़ियों में फ्लेक्सी फेयर योजना लागू रहेगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण करनी चाहिए। साथ ही कहा कि इस संबंध में कानून बनने की जरूरत है ताकि अयोध्या में जल्दी से जल्दी राम मंदिर का निर्माण हो सके।
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा था कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मालिकाना हक विवाद मामले में दायर दीवानी अपीलों को जनवरी, 2019 में एक उचित पीठ के सामने सूचीबद्ध किया जाएगा। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति के एम जोसफ की पीठ ने यह बात कही।
भूमि विवाद मामले में दीवानी अपील इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ दायर की गई है। उचित पीठ मामले में अपील पर सुनवाई की तारीख तय करेगी। प्रधान न्यायाधीश ने कहा, ‘‘हम जनवरी में उचित पीठ के सामने अयोध्या विवाद मामले की सुनवाई की तारीख तय करेंगे।’’
इससे पहले तीन न्यायाधीशों की एक पीठ ने 2:1 के बहुमत से 1994 के अपने फैसले में मस्जिद को इस्लाम का अभिन्न हिस्सा ना मानने संबंधी टिप्पणी पर पुनर्विचार का मुद्दा पांच सदस्यीय संविधान पीठ के पास भेजने से इनकार कर दिया था। अयोध्या भूमि विवाद मामले की सुनवाई के दौरान यह मुद्दा उठा था।
बता दें कि 2010 से यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन भूमि विवाद के मसले पर अब तक नियमित सुनवाई शुरू नहीं हो सकी है। पहले तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ मामले की सुनवाई कर रही थी। सुनवाई की शुरुआत में ही मुस्लिम पक्षकारों ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला 1994 में इस्माइल फारूखी मामले में सुप्रीम कोर्ट की उस टिप्पणी से प्रभावित है, जिसमें कहा गया था कि मस्जिद इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं है।
उन्होंने पहले इस टिप्पणी को पुनर्विचार के लिए संविधान पीठ को भेजने की मांग की। तत्कालीन सीजेआई दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और एस. अब्दुल नजीर की पीठ ने 27 सितंबर को बहुमत (2:1) से लिए फैसले में मसले को संविधान पीठ को भेजने से इनकार कर दिया। साथ ही साफ किया कि मामले का निपटारा भूमि विवाद के तौर पर किया जाएगा।
सबसे पहली खुशखबरी ये है कि अब भारत में है दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति। जी हां सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण हो गया है। इसी के साथ पूरा देश राष्ट्रीय एकता दिवस मना रहा है। गुजरात के नर्मदा जिले में बनी ये प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है जिसका अनावरण खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। आप भी इस भव्य कार्यक्रम की कुछ झलकियां देखिए।