ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
मुंबई. अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को एरिक्सन का बकाया चुकाने के लिए 15 दिसंबर तक वक्त मिल गया है। 550 करोड़ रुपए के इस मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अदालत ने कहा कि आरकॉम को उसके असेट बेचने में आ रही दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए भुगतान का समय बढ़ाया जा रहा है। लेकिन, इसके बाद डेडलाइन नहीं बढ़ाई जाएगी।
आरकॉम को 30 सितंबर तक भुगतान करना था
सुप्रीम कोर्ट ने आरकॉम को सालाना 12% ब्याज चुकाने के भी आदेश दिए। पिछले आदेश के मुताबिक आरकॉम को 30 सितंबर तक एरिक्सन को 550 करोड़ रुपए का भुगतान करना था लेकिन, कंपनी नाकाम रही। उसने 60 दिन का अतिरिक्त समय मांगा।
कोर्ट के आदेश के बावजूद भुगतान नहीं करने पर एरिक्सन ने अनिल अंबानी के खिलाफ अदालत की अवमानना करने की याचिका भी लगा दी। इस पर 15 दिसंबर को सुनवाई होगी।
स्वीडन की टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी एरिक्सन और आरकॉम के बीच विवाद 4 साल पुराना है। आरकॉम ने 2014 में उसका टेलीकॉम नेटवर्क संभालने के लिए एरिक्सन से 7 साल की डील की थी।
एरिक्सन का कहना है कि अपनी सेवाओं के बदले आरकॉम पर उसका 1,600 करोड़ रुपए का भुगतान बनता है। लेकिन, अनिल अंबानी की कंपनी ने पेमेंट नहीं किया।
एरिक्सन ने आरकॉम के खिलाफ दिवालिया कोर्ट में याचिका लगा दी। कोर्ट में समझौते के तहत आरकॉम 550 करोड़ रुपए का भुगतान करने के लिए राजी हुई थी।
जियो को असेट बेच रही है आरकॉम
आरकॉम का कहना है कि अपने असेट की बिक्री से जो पैसा मिलेगा उससे वह एरिक्सन का बकाया चुकाएगी। आरकॉम अपने असेट रिलायंस जियो को बेच रही है। लेकिन, दूरसंचार विभाग से स्पेक्ट्रम बिक्री की मंजूरी नहीं मिल पाई है।
दूरसंचार विभाग आरकॉम से 2947.68 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी मांग रहा है। स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज के तौर विभाग यह गारंटी चाहता है। आरकॉम पर 46,000 करोड़ रुपए का कर्ज है। अपने असेट और स्पेक्ट्रम की बिक्री से उसे 18,000 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है।
मुंबई. सबरीमाला पर जारी विरोध और विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पूजा करने का अधिकार सभी को है, लेकिन अपमान करने का नहीं। स्मृति ने मुंबई में ऑब्जर्वर रिसर्च ऑर्गनाइजेशन और ब्रिटिश डिप्टी हाईकमीशन की 'यंग थिंकर्स' कॉन्फ्रेंस में बोल रही थीं।
स्मृति ने कहा- ये सीधा-सा कॉमन सेंस है। क्या आप माहवारी के ब्लड में भीगा सैनेटरी पैड लेकर अपने दोस्त के घर जाएंगे? आप ऐसा नहीं करेंगे। और आपको लगता है कि आप मंदिर जाते वक्त ऐसा करेंगे तो ये सम्मानजनक होगा? यही फर्क है और यह मेरी निजी राय है। हालांकि, स्मृति ने आगे कहा कि वे केंद्रीय मंत्री हैं और सबरीमाला में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुलेआम नहीं बोल सकती हैं।
मैं हिंदू, जिसकी शादी पारसी से हुई- स्मृति
कॉन्फ्रेंस में स्मृति से सबरीमाला में हुए प्रदर्शन पर सवाल किया गया। स्मृति ने कहा- ‘‘मैं एक हिंदू हूं, जिसका विवाह एक पारसी से हुआ है। मैंने ये तय किया है कि मेरे दोनों बच्चे पारसी धर्म का पालन करें। मेरे दोनों बच्चों ने अपना नवजोत (पारसी अनुष्ठान) किया है। जब मैं अपने नवजात बच्चे को अंधेरी स्थित सूर्य मंदिर लेकर गई, तब मुझे अपने बच्चे को अपने पति को सौंपना पड़ा। मुझसे वहां से हटने को कहा गया। मैं कार में बैठकर इंतजार करती रही।’’ स्मृति के पति जुबिन ईरानी पारसी हैं। वे दिल्ली के व्यवसायी थे और अब मुंबई शिफ्ट हो चुके हैं। उनके बेटे का नाम जौहर और बेटी का नाम जोइश है।
5 दिन में सबरीमाला में कोई महिला प्रवेश नहीं कर सकी
सबरीमाला मंदिर 17 अक्टूबर को खोला गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मंदिर में 10 से 50 साल की कोई महिला प्रवेश नहीं कर सकी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी हुए और ये हिंसक भी हो उठे थे। चार महिलाओं समेत केरल की एक्टिविस्ट रेहाना फातिमा ने मंदिर में प्रवेश की कोशिश की। लेकिन, विरोध की वजह से उन्हें लौटना पड़ा।
ब्रह्मचारी माने जाते हैं भगवान अयप्पा
12वीं सदी के इस मंदिर में भगवान अय्यप्पा की पूजा होती है। मान्यता है कि अय्यपा, भगवान शिव और विष्णु के स्त्री रूप अवतार मोहिनी के पुत्र हैं। माना जाता है कि वे ब्रह्मचारी हैं। ऐसे में यहां पीरियड की उम्र (10 से 50 साल) वाली महिलाओं का प्रवेश 800 साल से प्रतिबंधित था। सबरीमाला मंदिर पत्तनमतिट्टा जिले के पेरियार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में है।
नरसिंहपुर। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद कहा है कि जहां अपूज्यों की पूजा और पूज्यों का तिरस्कार होता है वहां ऐसे हादसे होते हैं। दशहरे के दिन प्रधानमंत्री राम मंदिर की जगह शिर्डी में एक मुस्लिम की पूजा करने गए थे। अगर वे इस दिन वहां जाकर पूजा नही करते तो शायद इतना बड़ा हादसा ना होता। उन्होंने कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री बने चार साल से ज्यादा का समय हो गया है। लेकिन वो एक बार भी अयोध्या नहीं गए।
शकंराचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के राजा के समान होता है। उसके हर कर्म का असर देश पर पड़ता है। अगर राजा के कर्म अच्छे हैं तो प्रजा सुखी होती है और वहीं राजा के कर्म बुरे हैं तो जनता हमेशा परेशान रहती है। प्रधानमंत्री हिंदुत्व के चेहरे के जरिए पद तक पहुंचे हैं। लेकिन पद पर पहुंचने के बाद उनका हिंदुत्व का चेहरा गायब हो गया। कभी गुजरात में टोपी पहनने से मना करने वाले मोदी अब कबीर की मजार पर जाकर चादर चढ़ा रहे हैं।
सरकार राम मंदिर नहीं बना सकती: उन्होंने कहा कि मोदी ने देश की जनता को वचन दिया था, उसको अपने कार्यकाल में अभी तक पूरा नही किया, इसलिए आगे उन पर कैसे विश्वास करके चलें। अयोध्या में राम मंदिर बनने के विश्वास पर लोगों ने भाजपा को वोट दिया था। लेकिन जनता का ये सपना अभी तक पूरा नहीं हुआ। कोई भी सरकार राम मंदिर नहीं बना सकती, क्योंकि शपथ लेते समय मंत्री धर्मनिरपेक्षता की शपथ लेते हैं। धर्म निरपेक्षता की शपथ लेने वाला राम मंदिर का निर्माण नहीं कर सकता। मोहन भागवत के राममंदिर मुद्दे पर अध्यादेश आने की बात पर शंकराचार्य ने कहा कि यह देश की जनता को गुमराह करने वाली बात की जा रही है।
आरएसएस को दी सलाह: शंकराचार्य ने आरएसएस के हिंदू एजेंडा पर सवाल उठाते हुए कहा कि संघ की शाखाओं में हिंदू संस्कार पढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि संघ के शीर्ष नेतृत्व से जिस तरह की बयानबाजी होती है, उससे यह लगता है कि संघ को सनातन वैदिक संस्कार जो हिंदू धर्म कहलाते हैं, इसका उसको पता ही नहीं है। संघ हिंदुत्व को लेकर देश में भ्रम फैलाने का कार्य कर रहा है, इसलिए संघ के पदाधिकारियों को हिंदू संस्कारों को जानने की आवश्यकता है। शंकराचार्य ने कहा कि संघ को यही पता नहीं है कि सांई परमात्मा हैं या राम परमात्मा हैं। दोनों तो परमात्मा हो नहीं सकते।
मुंबई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक रैली में रविवार को भाजपा पर हमला करते हुए दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को ‘‘किसी भी राजनीतिक गठबंधन की जरूरत नहीं’’ है। उद्धव ने रविवार को शिरडी और अहमदनगर में सार्वजनिक सभाएं की। वह पूरे राज्य में रैलियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब अटल जी (अटल बिहारी वाजपेयी) की सरकार केंद्र में थी तो उन्हें कई राजनीतिक मित्रों का समर्थन प्राप्त था। (लेकिन) मौजूदा सरकार को किसी भी राजनीतिक गठबंधन की जरूरत नहीं है।'
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का रिमोट गाँधी परिवार के चार लोगों के हाथ में है जबकि भाजपा का रिमोट उसके कार्यकर्ताओं के हाथ में है। भाजपा जो भी कार्य करती है, वह कार्यकर्ताओं की सहमति से ही करती है। राजे ने कहा कि कांग्रेस घबराई हुई है, इसलिए राहुल गांधी को विधानसभा स्तर की बैठकें करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
नयी दिल्ली। साल 1943 में सुभाष चंद्र बोस द्वारा ‘आजाद हिंद सरकार’ के गठन की घोषणा करने के 75 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत कभी किसी दूसरे के भू-भाग पर नजर नहीं डालता, लेकिन यदि उसकी संप्रभुता को चुनौती दी गई तो वह ‘‘दुगुनी ताकत’’ से पलटवार करेगा। प्रधानामंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार सशस्त्र बलों को बेहतर प्रौद्योगिकी और नवीनतम हथियारों से लैस करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर सुविधाएं मुहैया कराकर जवानों की जिंदगी आसान बनाने की कोशिशें चल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक ऐसी फौज बनाने की दिशा में बढ़ रहे हैं जिसका सपना नेताजी (बोस) ने देखा था।’’
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस की कार्य संस्कृति में बदलाव के लिये अपनी सरकार की कोशिशों का रविवार को जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2019 के अंत तक पुलिस में सिपाहियों की कमी लगभग दूर कर ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के अवसर पर कहा कि पुलिसकर्मियों की कार्यसंस्कृति को बेहतर बनाने के लिये समय-समय पर उनके प्रशिक्षण की सुचारु व्यवस्था की जाएगी। पुलिसकर्मी भी अपने परिवार की बेहतर देखभाल कर सकेंगे, जिससे वे तनाव रहित होकर कार्य कर सकेंगे।
नयी दिल्ली/सिंगापुर। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के परोक्ष संदर्भ में शनिवार को कहा कि भारत ने आतंकी समूहों और उनके संरक्षकों की गतिविधियों को बाधित करने और रोकने के तरीकों का प्रदर्शन किया है और अगर जरूरत पड़ी तो फिर ऐसा करने से नहीं हिचकेगा।
सिंगापुर में आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि ‘‘निकटस्थ पड़ोस’’ में आतंकी ढांचों की मौजूदगी और आतंकवादियों को मिलने वाले समर्थन ने भारत के सब्र की परीक्षा ली है और एक जिम्मेदार शक्ति के तौर पर उसने इस खतरे से निपटने में ‘‘काफी संयम’’ दिखाया है।
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दाम में रविवार को लगातार चौथे दिन गिरावट जारी रही। दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल फिर 25 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया। वहीं, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 26 पैसे प्रति लीटर कम हो गई। 'इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन' की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में रविवार को पेट्रोल क्रमश: 81.74 रुपये, 83.58 रुपये, 87.21 रुपये और 84.96 रुपये प्रति लीटर था।
इसके अलावा, डीजल की कीमतें चारों महानगरों में क्रमश: 75.19 रुपये, 77.04 रुपये, 78.82 रुपये और 79.51 रुपये प्रति लीटर थीं।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रविवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जबरदस्त मुठभेड हुई। इसमें सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। इस आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के बाद हुए विस्फोट में पांच स्थानीय नागरिकों की भी मृत्यु होने के समाचार हैं। इससे क्षेत्र में तनाव फैल गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने रविवार तडक़े कुलगाम के लारू गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। सेना के जवानों ने आतंकियों को घेरकर उन पर फायरिंग प्रारंभ कर दी थी। इस अभियान में तीन आतंकियों को मार गिराया है। आतंकियों की जवाबी फायरिंग में दो जवान घायल हो गए। इसके बाद मुठभेड के स्थान पर आतंकियों के एक विस्फोट की चपेट में आने से पांच नागरिकों की मृत्यु हो गई।
सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ओ पी रावत ने लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की सभी संभावनाएं खारिज कर दीं। उन्होंने कहा कि जब तक इसका कोई कानूनी ढांचा तैयार नहीं हो जाता, यह मुमकिन नहीं है।
पत्रकारों से बात करते हुए रावत ने कहा कि मौजूदा ढांचे में इसकी कोई संभावना नहीं है। मालूम हो कि आम चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में संभावित है, वहीं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम विधानसभा के चुनाव भी इस साल के अंत में होने हैं।
गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव करवाने के पक्ष में है। केंद्र ने इसके पीछे तर्क दिया है कि एक साथ होने से सरकार के खर्च में कमी आएगी और राजस्व की बचत होगी।
एक अनुमान के अनुसार, 16वीं लोकसभा के चुनाव पर कोई 3,800 करोड़ रुपये खर्च हुए। यदि विधानसभा चुनावों पर होने वाले खर्चों को जोड़ा जाए, तो यह राशि बहुत बड़ी रकम हो जाएगी। एक साथ चुनाव होने से राजनीतिक दलों के चुनाव पर होने वाले खर्च में भारी कमी आएगी, जिसके अपने लाभ हैं।
हालांकि लोकसभा और विधानसभाओं का चुनाव एक साथ कराने का सुझाव कोई नया नहीं है। न्यायमूर्ति जीवन रेड्डी ने चुनाव सुधार संबंधी विधि आयोग के प्रतिवेदन में 1999 में इसकी अनुशंसा की थी।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी ने 2009 में इसका प्रतिपादन किया था। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और संसद के कार्मिक विभाग संबंधी समिति ने भी इसका समर्थन किया।
उल्लेखनीय है कि पहली लोकसभा से लेकर चौथी लोकसभा तक (1952, 1957, 1962 और 1967) लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही होते रहे। यह संस्थापित परंपरा 1969 में टूटी, जब लोकसभा समय से पहले भंग कर दी गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस स्मारक दिवस 2018 के मौके पर आजादी के बाद से पुलिस कर्मियों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान की याद में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक देश को समर्पित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (एनपीएम) बनने में 70 वर्ष लगने के लिये पूर्व की सरकारों की इच्छाशक्ति पर सवाल उठाया और कहा कि पहले की सरकारों ने दिल से प्रयास किया होता तब यह स्मारक कई वर्ष पहले बन गया होता।
21 अक्तूबर 1959 में चीनी सैनिकों द्वारा लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में मारे गए पुलिसकर्मियों की याद में इस दिन को पुलिस स्मारक दिवस के रूप में मनाया जाता है। पीएम मोदी ने पुलिस स्मारक दिवस के मौके पर शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि दी और परेड में शामिल हुए।
वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, गृह राज्य मंत्री किरेन रिजजू भी इस अवसर पर मौजूद हैं। राष्ट्रीय पुलिस स्मारक दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में बनाया गया है।
राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को राष्ट्र को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने रविवार को कहा, "आज मुझे राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर गर्व है, लेकिन कुछ सवाल भी हैं। आखिर इस स्मारक को अस्तित्व में आने में आजादी के बाद 70 वर्ष क्यों लग गए।"
उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि कानूनी वजहों से कुछ वर्ष काम रुका, लेकिन पहले की सरकारों की इच्छाशक्ति होती, उन्होंने दिल से प्रयास किया होता, तो ये स्मारक कई वर्ष पहले ही बन गया होता। लेकिन पहले की सरकारों ने आडवाणी जी द्वारा स्थापित पत्थर पर धूल जमने दी।" मोदी ने कहा कि 2014 में जब दोबारा राजग की सरकार बनी तो बजट आवंटन किया और आज ये भव्य स्मारक देश को समर्पित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह उनकी सरकार के काम करने का तरीका है। आज समय पर लक्ष्यों को प्राप्त करने की कार्यसंस्कृति विकसित की गई है।
प्रधानमंत्री ने देश की सुरक्षा में समर्पित प्रत्येक व्यक्ति एवं उपस्थित शहीदों के परिवारों को पुलिस स्मृति दिवस पर नमन किया।
प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में पुलिस जवानों के कार्य, शहादत और उनके त्याग को याद करते हुए भावुक हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुतों को तो ये तक पता नहीं होता कि कोई इमारत गिरने पर, नाव हादसा होने पर, आग लगने पर, रेल हादसा होने पर, राहत के काम की कमान संभालने वाले ये लोग कौन हैं।
आगे उन्होंने कहा कि देश के हर राज्य में, हर पुलिस स्टेशन, हर पुलिस चौकी में तैनात, राष्ट्र की हर संपदा की सुरक्षा में जुटे साथियों को, राहत के काम में जुटे साथियों को, आप सभी को भी मैं बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज का यह दिन देश में आपदा प्रबंधन, किसी प्राकृतिक संकट के समय या हादसे के वक्त राहत कार्यों में जुटने वाले उन जवानों को भी याद करने का है, जिनकी सेवा की बहुत चर्चा नहीं होती।
उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें राष्ट्र सेवा और समर्पण की अमर गाथा के प्रतीक, इस राष्ट्रीय पुलिस स्मारक को देश को समर्पित करने का अवसर मिला है ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पुलिस जवानों के कर्तव्य को देखकर खुशी का भाव पैदा होता है। देश में अनेकता और अशांति फैलाने की साजिशों को नाकाम करने का काम आप सभी ने किया है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में डटे साथियों का शौर्य और बलिदान भी अब शांति के रूप में दिखने लगा है। शांति और समृद्धि का प्रतीक बन रहे पूर्वोत्तर के विकास में उनका भी योगदान है ।