ईश्वर दुबे
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Bhilai
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन विधानसभा सीट से जीत चुकी हैं। बता दें कि कांग्रेस के उम्मीदवार मानवेंद्र सिंह पहले वसुंधरा राजे को कड़ी टक्कर देते हुए दिखाई दे रहे थे, मगर राजे आधे के अंतर से जीत चुकी हैं।
हालांकि, राजस्थान की स्थिति देखी जाए तो रुझानों में कांग्रेस को बहुमत मिल चुका हैं। जबकि बीजेपी के पास अभी 80 से कम सीटें नजर आ रही हैं। इसी उठापटक के बीच वसुंधरा राजे ने पार्टी नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की और चुनाव परिणाम जो सामने आए उसका विश्लेषण किया।
वहीं, कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हम राज्य में सरकार बनाएंगे, लेकिन उनकी वार्ता में अजीब सी कशमकस भी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि बीजेपी बस खरीद-फरोख्त की राजनीति न करें। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने निर्दलियों से समर्थन लेने की बात कही।
मथुरा। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति, विश्व की श्रेष्ठतम संस्कृति है। समकालीन सभ्यताएं उससे बहुत पीछे हैं। भारत में संस्कारों का बहुत महत्व है और यही संस्कार उसे अन्य सभ्यताओं से ज्यादा महान देश बनाते हैं। उन्होंने बताया कि एप्पल कंपनी के सीईओ स्टीव जॉब्स ने व्हाट्सएप्प और फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग से कहा था कि जब कभी आपका मन कमजोर पड़े या व्याकुल हो तो भारत में नैनीताल के नींव करौरी बाबा के आश्रम चले जाना, मन को बहुत शांति मिलेगी और इतनी ऊर्जा का संचार होगा कि फिर कभी विचलन नहीं होगा।
उन्होंने यह सीख यहां एक निजी विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्रों को दी। समारोह में एक अन्य विशिष्ट अतिथि रक्षा अनुसंधान संस्थान के पूर्व महानिदेशक एवं अग्नि मिसाइल एवं सामरिक कार्यक्रम के निदेशक डॉ. वेंकटस्वामी ज्ञान शेखरन ने कहा, ‘पहले की तुलना में आज का शिक्षा तंत्र बहुत सरल हो गया है। आज इंटरनेट के माध्यम से आप किसी भी चीज को आसानी से सीख सकते हैं।’ इस मौके पर डॉ. भाटकर एवं डॉ. शेखरन को ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की उपाधि प्रदान की गई। इनके अलावा दीक्षांत समारोह में 12 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, 12 को रजत पदक, 10 को मेरिट सर्टिफिकेट तथा कुल 3196 को मास्टर एवं बैचलर डिग्रियां प्रदान की गईं।
नयी दिल्ली पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने संशोधित वृद्धि दर के आंकड़ों पर विवाद के बीच इसकी समीक्षा विशेषज्ञों द्वारा कराने की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि संदेह दूर करने और भरोसा कायम करने के लिए ऐसा किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आंकड़ों को लेकर बनी ‘पहेली’ पर भी चीजें साफ की जानी चाहिए। नीति आयोग की ओर इशारा करते हुए सुब्रमण्यम ने कहा कि ऐसे संस्थान जिनके पास सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की गणना की विशेषज्ञता नहीं है, उनको इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाना चाहिए। सुब्रमण्यम ने हाल में अपनी नई किताब ‘आफ काउंसिल: द चैलेंजेस आफ द मोदी जेटली इकनॉमी’ में नोटबंदी की आलोचना की है। हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या इस मामले में उनसे सलाह ली गई थी, तो उन्होंने इसका कोई साफ जबाब नहीं दिया।
सुब्रमण्यम ने पीटीआई भाषा से साक्षात्कार में कहा, ‘‘एक अर्थशास्त्री के रूप में मेरा मानना है कि जीडीपी श्रृंखला की नवनिर्धारित पिछली कड़ियों कुछ ‘पहेली जरुर है जिन्हें स्पष्ट किया जाना चाहिए।’’ चूंकि कुछ चीजों को स्पष्ट किए जाने की जरूरत है, ऐसे में भरोसा कायम करने और किसी तरह के संदेह को दूर करने के लिए मुझे लगता है कि विशेषज्ञों को इसकी गहन जांच करनी चाहिए और अपना जवाब देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि अपनी नई किताब के जरिये वह उस पहेली बड़ी पहेली की ओर ध्यान खींच रहा हूं कि 86 प्रतिशत करेंसी बंद हो जाती है और अर्थव्यवस्था पर काफी कम असर पड़ा है। पूर्व सीईए का इशारा था कि क्या अर्थव्यवस्था पर इतना कम असर पड़ना जीडीपी की गणना के मौजूदा तरीके की वजह से है।
सुब्रमण्यम ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर कम असर पड़ने की वजह क्या है? क्या हम जीडीपी का आंकड़ा सही तरीके से नहीं निकाल रहे या हमारी अर्थव्यवस्था काफी ठोस है।’’ सुब्रमण्यम फिलहाल हार्वर्ड केनेडी स्कूल में पढ़ाते हैं। सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के बीच हालिया विवाद के बारे में पूछे जाने पर सुब्रमण्यम ने कहा कि केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को कायम रखा जाना चाहिए क्योंकि जब संस्थान मजबूत होते हैं तभी देश को भी फायदा होता है। देश में बढ़ती असहिष्णुता पर पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि दुनिया भर के देशों में देखा गया है जब देश में अधिक सामाजिक शांति होगी तभी आर्थिक वृद्धि भी बेहतर होगी।
जयपुर। सात दिसम्बर को राजस्थान में 199 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के बाद मंगलवार को घोषित होने वाले परिणामों से पूर्व सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने को लेकर अपनी अपनी ताल ठोल रहे हैं। रविवार को भाजपा की कोर कमेटी में परिणाम और सरकार बनाने को लेकर एक बैठक में मंथन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी सहित सांसद, राजे मंत्रिमंडल के सदस्य और पार्टी के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एग्जिट पोल पर कुछ भी बोलने से इंकार करते हुए कहा कि परिणाम 11 तारीख को आयेंगे और हम राज्य में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनाने जा रहे हैं।
राज्य की चुनाव प्रबंधन कमेटी के संयोजक और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि हम पूर्णांक को प्राप्त करेंगे और पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेंगे। मतगणना के दौरान किस प्रकार का प्रबंधन करना है, उसके लिये योजना के तहत अलग-अलग जिलों की क्षेत्रवार जिम्मेवारी बांटी गई है। हरेक जिले में एक वरिष्ठ व्यक्ति मतगणना पर बारीकी से निगरानी रखेगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क में ऐसे सारे संभावित लोग हैं। वहीं दूसरी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी को एग्जिट पोल से ज्यादा सीटें मिलेंगी और कांग्रेस सरकार बनायेगी। उन्होंने कहा कि मुझे किसी प्रकार की कोई शंका नहीं है कि कांग्रेस राजस्थान में स्वीप करेगी।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय के जनसम्पर्क अधिकारी (पीआरओ) एवं वरिष्ठ पत्रकार जगदीश ठक्कर का यहां सोमवार को निधन हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। 72 वर्षीय ठक्कर पिछले कुछ समय से बीमार थे। उन्होंने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम श्वांस ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक ऐसा बेहतरीन इंसान बताया, जो अपने काम से प्रेम करता था। इसे भी पढ़ें: मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘पीएमओ के पीआरओ जगदीश ठक्कर के निधन से बेहद दुखी हूं। जगदीश भाई वरिष्ठ पत्रकार थे और मुझे गुजरात तथा दिल्ली, दोनों जगह उनके साथ वर्षों तक काम करने का सुअवसर मिला। वह अपनी सादगी और मिलनसार व्यवहार के लिए पहचाने जाते थे।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कई पत्रकार वर्षों तक जगदीश भाई के संपर्क में रहे होंगे।
ठक्कर ने पूर्व में कई वर्षों तक गुजरात के कई मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया। मोदी ने कहा, ‘हमने एक बेहतरीन शख्स को खो दिया, जिन्हें अपने काम से प्रेम था और जिसे उन्होंने अत्यंत परिश्रम तथा लगन के साथ किया। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
नयी दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। हालांकि, अभी कुशवाहा ने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग का साथ नहीं छोड़ा हैं। जिसके बाद बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। बता दें कि इस्तीफा देने के तुरंत बाद ही कुशवाहा विपक्षी एकता बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे। मिली जानकारी के मुताबिक कुशवाहा जल्द ही राजग का साथ छो़ड़ने वाले हैं। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख पिछले कुछ सप्ताहों से भाजपा और उसके अहम सहयोगी दल के नेता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से कुशवाहा नाराज चल रहे थे। वहीं, दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। बिहार से लोकसभा में 40 सांसद आते हैं।
नयी दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। हालांकि, अभी कुशवाहा ने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग का साथ नहीं छोड़ा हैं। जिसके बाद बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। बता दें कि इस्तीफा देने के तुरंत बाद ही कुशवाहा विपक्षी एकता बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे। मिली जानकारी के मुताबिक कुशवाहा जल्द ही राजग का साथ छो़ड़ने वाले हैं। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी प्रमुख पिछले कुछ सप्ताहों से भाजपा और उसके अहम सहयोगी दल के नेता, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। रालोसपा को 2019 के लोकसभा चुनाव में दो से ज्यादा सीटें नहीं मिलने के भाजपा के संकेतों के बाद से कुशवाहा नाराज चल रहे थे। वहीं, दूसरी ओर भाजपा और जदयू के बीच बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है। बिहार से लोकसभा में 40 सांसद आते हैं।
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके खिलाफ शरद यादव की टिप्पणी को महिलाओं का अपमान बताते हुए शुक्रवार को कहा कि निर्वाचन आयोग को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। मुख्यमंत्री राजे ने झालावाड़ में मतदान करने के बाद संवाददाताओं से कहा के पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव का बयान उनका और विशेष रूप से महिलाओं का अपमान है। उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी तरह हतप्रभ रह गयी। मुझे नहीं लगता है कि इतने लंबे अनुभव वाला और हमारे परिवार से करीबी ताल्लुकात रखने वाला कोई भी नेता अपनी वाणी पर संयम नहीं रख पाएगा। इससे बुरी बात और क्या हो सकती है?’
यादव ने अलवर में एक चुनावी सभा में कथित तौर पर कहा था, ‘वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गई हैं। बहुत मोटी हो गई हैं।’ राजे ने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस तरह के बयानों पर संज्ञान लेना चाहिए ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में कोई ऐसी भाषा का इस्तेमाल ना करे। इसके साथ ही राजे ने कहा उन्होंने कहा कि इस तरह की भाषा से युवा पीढ़ी को कोई अच्छा संदेश नहीं जाता है। उन्होंने कहा, ‘यह भाषा तो कोई भी इस्तेमाल कर सकता है लेकिन भाजपा नेताओं के मुंह से तो सुनने को नहीं मिलती। कांग्रेस व उसके सहयोगी दल के मुंह से क्यों सुनने को मिलता है।’
नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने भारतीय रिजर्व बैंक के कैपिटल रिजर्व के संबंध में वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ आरोप लगाने वाली एक जनहित याचिका को शुक्रवार को खारिज कर दिया। शीर्ष अदालत ने वकील एम एल शर्मा पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया जिन्होंने जनहित याचिका (पी आई एल) दायर की थी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति एस के कौल की पीठ ने कहा, ‘हमें इस पी आई एल पर विचार करने की जरा भी वजह नजर नहीं आती।’
शर्मा ने वित्त मंत्री जेटली पर आरबीआई के कैपिटल रिजर्व में लूटपाट का आरोप लगाया था। पीठ ने शीर्ष अदालत की रजिस्ट्री को भी निर्देश दिया कि शर्मा को तब तक अन्य कोई पीआईएल दाखिल करने की इजाजत नहीं दी जाए, जब तक वह 50 हजार रुपये जमा नहीं कर देते।
कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि अतीत में बड़े-बड़े लोग सत्ता में आए, बड़े-बड़े सरनेम :उपनाम: वाले लोग सत्ता में आए और चले गए लेकिन हम पिछड़े रह गए। उन्होंने कहा कि यह सब पहले इसलिए नहीं हुआ क्योंकि गरीबी कम हो जाएगी, तो ‘गरीबी हटाओ’ का नारा कैसे दे पाएंगे। जब देश के गरीब, शोषित और वंचितों को सारी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो जायेंगी। उन्हें शौचालय, बिजली, बैंक खाते, गैस कनेक्शन जैसी चीजों की चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी, तो फिर देश के गरीब खुद ही अपनी गरीबी को परास्त कर देंगे।
प्रधानमंत्री ने सवाल किया, सोचें आखिर क्यों, आजादी के बाद से 67 वर्षों तक केवल 70 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक ही बिजली पहुंच सकी, और अब बीते चार वर्षों में 95 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों तक बिजली कैसे पहुंच गई? सोचें आखिर कैसे 67 साल में सिर्फ 55 प्रतिशत घरों में गैस कनेक्शन था लेकिन पिछले चार सालों में यह दायरा बढ़कर 90 प्रतिशत परिवारों तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि पहले 67 सालों में सिर्फ 50 प्रतिशत परिवारों के पास बैंक खाते थे, लेकिन अब देश का लगभग प्रत्येक परिवार बैंकिंग सेवा से जुड़ गया है। चार साल पहले तक केवल 55 प्रतिशत बस्तियों, टोले और गांवों तक ही सड़क पहुंची थी और अब 90 फीसदी से ज्यादा बस्तियों, गांव, टोलों तक सड़क संपर्क पहुंच गया है। मोदी ने कहा, ‘व्यवस्थाओं में अपूर्णता से संपूर्णता की तरफ बढ़ते हमारे देश ने पिछले चार-साढ़े चार वर्षों में जो प्रगति की है, वह अभूतपूर्व है।’
अहमदाबाद। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तबीयत बिगड़ गई हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक कार्यक्रम के दौरान मंच पर नितिन गडकरी बेहोश होकर गिर गए। जिसके तुरंत बाद ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टर्स से मिली जानकारी के मुताबिक नितिन गडकरी की सुगर कम हो गई जिसकी वजह से वो बेहोश हुए। हालांकि, डॉक्टर्स की निगरानी में उन्हें खाने के लिए दिया गया। अब उनकी तबीयत स्थिर है।
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को हो रहे मतदान में अपराह्न तीन बजे तक 59.15 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला। निर्वाचन विभाग के अनुसार राज्य की 200 में 199 सीटों के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और अपराह्न तीन बजे तक 59.15 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे। जबकि, दोपहर एक बजे तक 41.57 प्रतिशत मतदाता वोट डाल चुके थे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत व अन्य प्रमुख नेता अब तक अपना वोट डाल चुके हैं।
राज्य में कुल मिलाकर 4,74,37,761 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें 2,47,22,365 पुरुष व 2,27,15,396 महिला मतदाता हैं। इनमें से पहली बार मतदान कर रहे युवा मतदाताओं की संख्या 20,20,156 हैं। राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सुरक्षा चाक चौबंद है। राज्य की पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व गुजरात से लगती सीमाओं पर कड़ी नाकेबंदी है। मतदान निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से कराने का जिम्मा 1,44,941 जवानों पर होगा जिनमें केंद्रीय सुरक्षा बलों की 640 कंपनियां शामिल हैं। राज्य में कुल 387 नाके और चेक पोस्ट बनाए गए हैं।