राजनीति

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नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के लिए राजघाट परिसर में जगह उपलब्ध नहीं कराने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर लिखा कि भारत माता के महान सपूत और सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी का आज निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार कराकर मौजूदा सरकार ने उनका पूरी तरह अपमान किया है। उन्होंने कहा कि वह एक दशक तक भारत के प्रधानमंत्री रहे, उनके समय में देश आर्थिक महाशक्ति बना और उनकी नीतियां आज भी देश के गरीब और पिछड़े वर्ग का सहारा हैं।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे लिखा कि आज तक सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की गरिमा का सम्मान करते हुए उनका अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों पर किया गया ताकि हर व्यक्ति बिना किसी असुविधा के अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दे सके। डॉ. मनमोहन सिंह हमारे सर्वोच्च सम्मान और समाधि स्थल के हकदार हैं। सरकार को देश के इस महान सपूत और उनके गौरवशाली समुदाय के प्रति सम्मान दिखाना चाहिए था।

'भाजपा की घटिया राजनीति'

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इस पर कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भाजपा और उसकी सरकार की घटिया राजनीति है। आमतौर पर अंतिम संस्कार वहीं किया जाता है, जहां स्मारक बनना होता है। सरकार को करीब 36 घंटे मिले, उन्होंने फैसला क्यों नहीं लिया। जमीन पहले से ही रखी हुई है। भाजपा की यह राजनीति बहुत दुखद है और उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था।


दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अजित पवार की एनसीपी भी मैदान में उतर गई है। अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने अपने 11 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। एनसीपी ने बुराड़ी से रतन त्यागी, बादली से मुलायम सिंह, मंगोलपुरी से खेम चंद, चांदनी चौक से खालिदुर रहमान, बल्लीमारान से मोहम्मद हारून, छतरपुर से नरेंद्र तंवर, संगम विहार से कमर अहमद, ओखला से इमरान सैफी, लक्ष्मी नगर से नमहा, सीमापुरी से राजेश लोहिया और गोकुलपुरी से जगदीश भगत को टिकट दिया है। एनसीपी ने अपनी सूची में 4 मुस्लिम उम्मीदवारों को भी जगह दी है।


मद्रास हाईकोर्ट ने आज यानी शनिवार, 28 दिसंबर 2024 को अन्ना विश्वविद्यालय में कथित यौन उत्पीड़न मामले के साथ-साथ FIR लीक मामले की जांच के लिए एक महिला IPS अधिकारियों की SIT का गठन किया। मद्रास HC के न्यायमूर्ति एसएम सुब्रमण्यम और वी लक्ष्मीनारायणन ने दोनों मामलों की जांच के लिए स्नेहा प्रिया, अयमान जमाल और बृंदा वाली एक महिला IPS अधिकारियों की SIT का गठन किया। इसके साथ ही न्यायाधीशों ने तमिलनाडु सरकार को FIR लीक होने के कारण हुई पीड़ा के लिए पीड़िता को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का निर्देश दिया। कोर्ट ने अन्ना विश्वविद्यालय को पीड़िता को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ बोर्डिंग, लॉजिंग और काउंसलिंग की सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश दिया।


नई दिल्ली । अरविंद केजरीवाल ने अपनी आरोप लगाया कि नई दिल्ली विधानसभा में बीजेपी पैसे बांट रही है और मीडिया वालों को वहां ले जाने की बात भी कही। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशि ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके इस मामले में गिरफ्तारी की मांग की है। आतिशि ने कहा कि 20 विंडसेर प्लेस पर झुग्गी कॉलोनियों से महिलाओं को बुलाया गया – 1100 रुपए महिलाओं को दिए गए। आतिशि ने आगे आरोप लगाते हुए कहा कि इस जगह पर अभी करोड़ों रुपए मिल जाएंगे। बीजेपी की सच्चाई पूरे देश के सामने आ जाएगी। मैं चुनाव आयोग को कहना चाहती हूं कि वो बीजेपी नेता परवेश वर्मा को गिरफ्तार करें और उनके घर पर रेड मारें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी हारा चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। कैश फॉर वोट के मामले में हम दिल्ली पुलिस-ईसी के सामने शिाकयत दर्ज करेंगे। बीजेपी के पैम्फ़लेट के साथ पैसे बांटे जा रहे हैं। साफ जाहिर हो रहा है कि बीजेपी चुनाव हार रही है, हम तो सबूत दिखा रहे हैं सब कुछ कैमरे में कैद है। वो वोट के लिए पैसे दी जाने की कोशिश हो रही है। अभी भी सांसद जी के घर में करोड़ों रुपए पड़े हैं। सीएम ने कहा कि ईडी, सीबीआई, दिल्ली पुलिस अभी जाकर रेड करे। विंडसर रोड 20 नंबर कोठी पर बहुत सारी महिलाएं अंदर मौजूद थी। जिस घर में ढेर सारी महिलाएं मौजूद थीं वो घर परवेश वर्मा का बताया जा रहा है। घर के अंदर से निकलने वाली महिलाओं का कहना है कि उन्हें बताया गया था कि यहां पर पैसे बांटे जा रहे हैं। लाडली योजना के तहत भाजपा 1100 रुपए दे रही है। कई महिलाओं का कहना है कि उनको वोट देने के लिए भी कहा गया। महिलाओं ने बताया कि जीतने के बाद अगले महीने से उन्हें 2500 रुपए दिए जाएंगे। यह महिलाएं आसपास की बस्तियों की रहने वाली है। महिलाओं ने अपने कार्ड और नोटों को कैमरे के सामने दिखाया। एक महिला ने कहा, “हमें यह पैसे योजना के तहत मिले हैं और यह पहली बार है जब हमें ऐसा कुछ दिया गया है।” महिलाओं ने बताया कि करीब 250-300 महिलाओं को यह राशि दी गई है। हालांकि, महिलाओं ने यह भी स्पष्ट किया कि उनसे वोट देने के लिए कुछ नहीं कहा गया, लेकिन उन्होंने खुद कहा कि वे बीजेपी को ही वोट देंगी।


नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने आशंका जाहिर कि दिल्ली चुनाव से पहले मुख्यमंत्री आतिशी को गिरफ्तार किया जा सकता है और उनके साथ-साथ अन्य आप नेताओं पर छापेमारी हो सकती है। केजरीवाल ने दावा किया कि ट्रांसपोर्ट विभाग से जुड़े एक फर्जी केस का सहारा लेकर इसतरह की कार्रवाई हो सकती है।

केजरीवाल ने कहा, सूत्रों से पता चला है कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग की एक बड़ी बैठक हुई है। बैठक में बताया गया कि ऊपर से निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह से फर्जी केस बनाकर सीएम आतिशी को गिरफ्तार किया जाए। यह साजिश सिर्फ चुनावी तैयारियों को रोकने के लिए हो रही है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज और उनके खिलाफ भी छापेमारी की जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोपों का समर्थन कर कहा, हमारे पास पुख्ता जानकारी है कि ट्रांसपोर्ट विभाग के एक फर्जी केस के द्वारा दिल्ली में महिलाओं की फ्री यात्रा को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। मैंने हमेशा ईमानदारी से काम किया है, और मुझे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। यदि मुझे गिरफ्तार किया जाता है, तब सच्चाई जरूर सामने आएगी।

वहीं आतिशी ने महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना पर दिल्ली सरकार द्वारा जारी नोटिस को गलत बताकर इस भाजपा के दबाव का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, महिला सम्मान योजना को लेकर जो नोटिस जारी हुआ है, वह पूरी तरह गलत है। हमारी सरकार ने इन योजनाओं को कैबिनेट से मंजूरी दी है। अधिकारियों पर दबाव बनाकर भाजपा ने झूठी सूचना छापवा रही है। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी जनता से किए अपने वादों को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, जो लोग इन योजनाओं के लिए रजिस्टर कर रहे हैं, उन्हें चुनाव के बाद लाभ मिलेगा। यह हमारा वादा है, और जनता को हम पर पूरा भरोसा है। यह विवाद दिल्ली के चुनावी माहौल में नया मोड़ ला सकता है। विपक्ष ने अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन आने वाले दिनों में यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बन सकता


नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सीआरपीएफ ने नक्सलवाद से निपटने और पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर में शांति एवं स्थिरता बहाल करने में सराहनीय काम किया है। गृह मंत्री ने यह बात सीआरपीएफ मुख्यालय के दौरे के दौरान कही, जहां उन्होंने महानिदेशक अनीश दयाल सिंह सहित बल के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, शाह ने कहा कि देश में आंतरिक सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। शाह ने इस दौरान दुनिया के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल के संचालन और प्रशासनिक दक्षता की समग्र समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने नक्सलवाद से निपटने और पूर्वोत्तर राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर में शांति एवं स्थिरता बहाल करने में सराहनीय काम किया है। सीआरपीएफ प्रमुख ने गृह मंत्री को बल में अनुकंपा नियुक्तियों सहित इसके शहीद जवानों के परिजनों के लिए लागू की जा रहीं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया।

 


नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सिंह ने अपनी भावना अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय में व्यक्त की तथा अपनी पार्टी के वर्तमान सहयोगी कुमार और पटनायक की प्रशंसा की। भाजपा ने पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) को इस वर्ष हुए ओडिशा विधानसभा चुनाव में परास्त करके राज्य की सत्ता से बाहर कर दिया था। सिंह ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार के सत्ता में आने से पहले बिहार खस्ताहाल सड़कों, विद्यालयों और इमारतों के लिए जाना जाता था, कुमार ने राज्य को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया। इसी तरह, नवीन पटनायक ने इतने सालों तक ओडिशा की सेवा की। उनके जैसे नेता भारत रत्न जैसे सर्वोच्च सम्मान के हकदार हैं।’’ बिहार के राजनीतिक हलकों में सिंह को कुमार का आलोचक माना जाता है। सिंह ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की ‘‘कुचेष्टा’’ के बावजूद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार के नेतृत्व में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है। गौरतलब है कि सिंह का यह बयान राजद द्वारा राजग के खींचतान का फायदा उठाने के प्रयासों की पृष्ठभूमि में आया है। राजद पूर्व में दो बार जदयू के साथ गठबंधन कर चुका है।

 

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और मंदिरों को नुकसान पहुंचाने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दो दिन के अंदर तीन हिंदू मंदिरों में आठ मूर्तियां तोड़ने का मामला सामने आया है। इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है। इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बांग्लादेश सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है।

बांग्लादेश में काली मंदिरों को तोड़ा जा रहा है- विहिप

रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा, "एक समय था जब बांग्लादेश के हर कोने से मां काली के जयकारे सुनाई देते थे और आज उसी जगह पर काली मंदिर को तोड़ा जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बंद होनी चाहिए।"

अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश में पुलिस ने शनिवार सुबह शाकुई इलाके में हिंदू मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उत्तरी मैमनसिंह जिले के हलुआघाट थाने के प्रभारी अधिकारी (ओसी) अबुल खैर ने कहा, "हमने आज सुबह शकुई इलाके में हिंदू मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

इस साल बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर कितने हमले हुए

लोकसभा में बांग्लादेश में हिंसा से जुड़े एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि इस साल (2024) अक्टूबर तक बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के 2200 मामले सामने आए हैं। वहीं, इस दौरान पाकिस्तान में हिंदुओं से जुड़े हमलों के 112 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और वहां की सरकारों के समक्ष चिंता व्यक्त की है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार को उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान से धार्मिक असहिष्णुता, सांप्रदायिक हिंसा, व्यवस्थागत उत्पीड़न और अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों को रोकने और उनकी सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है।

 

मुंबई: विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शिवसेना (यूबीटी) बड़ा कदम उठाने जा रही है. पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शनिवार को संकेत दिया कि शिवसेना (यूबीटी) बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव अकेले लड़ सकती है. हालांकि, राउत ने स्पष्ट किया है कि पार्टी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) से अलग नहीं होगी. संजय राउत ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ने पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि इस बार टिकट चाहने वालों की संख्या लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तुलना में अधिक है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे और पार्टी के अन्य नेताओं के बीच बीएमसी चुनाव अकेले लड़ने पर बातचीत चल रही है।

कार्यकर्ता चाहते हैं कि पार्टी अकेले लड़े. शिवसेना ने 25 साल तक किया शासन: बीएमसी देश की सबसे समृद्ध नगर निगम है. शिवसेना ने 1997 से 2022 तक बीएमसी पर शासन किया. बीएमसी के पिछले निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल मार्च 2022 में ही समाप्त हो गया है. अब करीब 3 साल बाद नए चुनाव होंगे।


अगरतला । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट बहुत समय से नई दिल्ली के लिए सिर्फ भाषणों का मुद्दा रहता था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी संवेदनशीलता के कारण नॉर्थ ईस्ट को विकास के फोकस में लाकर रख दिया। अगरतला में प्रज्ञा भवन में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी) के 72वें पूर्ण सत्र के उद्घाटन के दौरान गृह मंत्री अमित शाह इस 10 साल में इस क्षेत्र में आधारभूत संरचना का अभूतपूर्व विकास हुआ है। नॉर्थ ईस्ट के लोगों की दिल्ली से दिल की दूरी को भी कम करने का काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। जब प्रधानमंत्री ने स्वयं नॉर्थ ईस्ट को प्रमुखता दिया तो यहां तमाम विकास के काम हुए। यहां जो भी विवाद थे, उसे खत्म करने का काम हमारी सरकार ने किया है। उन्होंने मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य खतरों पर अंकुश लगाने के लिए और अधिक प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, नशीले पदार्थों की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए काफी प्रयास किए गए, लेकिन मुख्यमंत्रियों तथा सभी संबंधित लोगों को और अधिक प्रयास करने होंगे।
गृह मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से तीन नए आपराधिक कानूनों भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) के प्रभावी कार्यान्वयन को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगले साल फरवरी में वह तीनों नए कानूनों की प्रगति और कार्यान्वयन पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में लंबे समय से लंबित अंतर-राज्यीय सीमा विवादों का सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान किया जा रहा है।
अमित शाह ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्वोत्तर राज्यों की शांति और सद्भाव के लिए 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और क्षेत्र के राज्यों में विभिन्न उग्रवादी संगठनों के 10,574 कैडरों ने आत्मसमर्पण किया। गृह मंत्री ने कहा, पूर्वोत्तर क्षेत्र में शांति बनाए रखने और सभी गैरकानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए राज्य पुलिस, सेना, असम राइफल्स और अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को शामिल करते हुए एक बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया गया है।

 

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