ईश्वर दुबे
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Bhilai
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देशभर में उत्साह और उल्लास का माहौल है। सोमवार को हजारों लोगों की भीड़ अयोध्या पहुंची और भक्तिमय माहौल में डूबी रही। इतिहास की इस बड़ी घटना को हर कोई अपनी नजरों से देखना चाहता था। अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को विस्तार से दिखाया गया है।
पीएम द्वारा साझा किए गए इस वीडियो में उन्होंने लिखा, "अयोध्या में कल हमने जो कुछ भी देखा, वह आगे कई वर्षों तक हमारी स्मृतियों में रहेगा।" पीएम के इस वीडियो में भक्तों की भावनाओं से लेकर कार्यक्रम में शामिल हुई हस्तियों की प्रार्थनाएं और भावुकता को भी प्रदर्शित किया गया है। वीडियो की शुरुआत में ही अयोध्या के भव्य मंदिर पर पुष्पवर्षा दिखाई गई है, जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी हाथों में पूजन सामग्री लिए मंदिर के अंदर गर्भगृह में प्रवेश करते दिखे हैं। इस वीडियो में पीएम को रामलला के सामने अनुष्ठान करते देखा जा सकता है।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने रंजनगांव से अपनी पदयात्रा शुरू की। उन्होंने बताया कि वह मुंबई तक अपनी मार्च जारी रखेंगे। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया का धन्यवाद भी किया।मीडिया से बात करते हुए मनोज जरांगे ने कहा, हम मुंबई तक अपनी मार्च जारी रखेंगे। मुझे यकीन है कि आजाद मैदान या शिवाजी पार्क में हमें प्रदर्शन करने की इजाजत मिल जाएगी। मैं मीडिया को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं। मैं अपने समुदाय के सदस्यों से मीडिया के लोगों के साथ सहयोग करने की अपील करता हूं। उन्होंने हमें इस आंदोलन में काफी मदद की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने मंगलवार को पराक्रम दिवस के मौके पर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद के संविधान सदन में पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने पहुंचकर नेताजी की तस्वीर पर फूल भी चढ़ाए। इस दौरान पीएम के साथ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे साथ खड़े दिखाई दिए। दोनों ने श्रद्धांजलि के बाद कुछ पर साथ में बातें भी कीं। इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी साथ रहे।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी एक पोस्ट किया इसमें उन्होंने कहा, ‘‘पराक्रम दिवस पर भारत के लोगों को बधाई। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हम उनके जीवन और साहस का सम्मान करते हैं। हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए उनका अटूट समर्पण आज भी प्रेरित करता है।’’
इटानगर । कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान रविवार को असम में राहुल गांधी के साथ धक्का-मुक्की हुई। राहुल को बचाते हुए उनके सिक्योरिटी गार्ड उन्हें बस के अंदर वापस ले गए। घटना के दौरान राहुल का काफिला सोनितपुर में था। राहुल ले घटना को लेकर कहा कि आज भाजपा के कुछ कार्यकर्ता झंडा लेकर हमारी बस के सामने आ गए। मैं बस से निकला, वो भाग गए। हमारे जितने पोस्टर फाडऩे हैं, फाड़ दो। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी विचारधारा की लड़ाई है, हम किसी से नहीं डरते हैं। न ही नरेंद्र मोदी से, न असम के मुख्यमंत्री से।
कांग्रेस पार्टी ने न्याय यात्रा के काफिले पर 48 घंटे में दूसरी बार हमले का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा- आज जब हमारा काफिला असम में रैली स्थल की ओर जा रहा था। तब जुमगुरीहाट में हिमंता बिस्वा सरमा के गुंडों ने महासचिव जयराम रमेश की गाड़ी पर पानी फेंका और स्टीकर फाड़ा। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि भाजपा के लोगों ने हमारी सोशल मीडिया टीम के कैमरामैन और अन्य सदस्यों पर हमला किया, जिनमें 2 महिलाएं भी थीं। हिमंता, यह गीदड़ हरकतें करनी और करवानी छोड़ दो। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को तुम और तुम्हारे गुंडे नहीं रोक सकते।
पटना । बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने आरजेडी कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए हैं। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बीच बढ़ रही दूरी के कारण मंत्रियों के विभाग में फेरबदल करने की प्रक्रिया हुई है। जानकार बता रहे हैं कि जिससे इस बात को बल मिल रहा है कि जनता दल यूनाइटेड और राजद के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। दिलचस्प बात ये भी है कि नीतीश कुमार ने 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर उद्घाटन से ठीक पहले अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया है। सबसे बड़ा फेरबदल शिक्षा विभाग को लेकर है। भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता को अब शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है। वहीं, ललित यादव को भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री बनाया गया है। ललित यादव अब तक लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री थे। नीतीश कुमार ने विवादित शिक्षामंत्री चंद्रशेखर, जो लगातार रामचरित मानस, हिंदुत्व और धार्मिक मामलों को लेकर विवादित बयान दे रहे थे, उनका विभाग बदलकर गन्ना उद्योग विभाग का मंत्री बना दिया है। मतलब नीतीश कुमार ने उनके कद को कम कर दिया है और राजद को संदेश भी दे दिया है कि बिहार में कोई बड़ा खेल जल्द खेला जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो चंद्रशेखर जो यादव समाज से आते हैं, उनके लालू प्रसाद से काफी अच्छे रिश्ते हैं और नीतीश कुमार ने चंद्रशेखर से शिक्षा विभाग जैसा महत्वपूर्ण विभाग लेकर उन्हें गन्ना उद्योग विभाग दे दिया है, इससे साफ है कि बिहार में आने वाले दिनों में कोई बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। चंद्रशेखर ने पिछले साल जनवरी में पहले रामचरित मानस को लेकर विवादित बयान दिया था और उसकी कुछ चौपाइयों का हवाला देते हुए इसे नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था। साथ ही मनुस्मृति को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। बाद में नीतीश कुमार ने खुद ऐसे बयानों से चंद्रशेखर को परहेज करने की हिदायत दी थी, लेकिन इसके बावजूद चंद्रशेखर धार्मिक मुद्दों और हिंदुत्व को लेकर विवादित टिप्पणी करते आ रहे थे।
इस तरह से राजद कोटा के तीन मंत्रियों का विभाग बदलकर नीतीश कुमार ने स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की कि महागठबंधन सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। हालांकि इंडिया गठबंधन में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। नीतीश कुमार की पार्टी लगातार आरजेडी पर दबाव बना रही है कि जनवरी तक सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ लालू प्रसाद ने साफ कह दिया है कि सीट बंटवारे को लेकर कोई जल्दबाजी में वह नहीं है। वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नीतीश कुमार को लेकर अपने तेवर में नरमी दिखाई है। उन्होंने राजस्थान में नीतीश कुमार के दोबारा एनडीए में आने की अटकलें को लेकर कहा था कि अगर कोई प्रस्ताव उनके पास आएगा तो वह विचार करेंगे।
बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा का सत्र आगामी 12 से 23 फरवरी तक आयोजित होगा। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया इस सत्र में अपना रिकॉर्ड 15वां बजट पेश करने वाले हैं। सत्र की शुरुआत राज्यपाल थावरचंद गहलोत के विधानसभा के संयुक्त सदनों को संबोधित करने के साथ होगी। राज्य के कानून और संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने बताया कि बजट 16 फरवरी को पेश किया जाएगा।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। सबसे पहले प्रधानमंत्री की बातचीत करीमनगर, तेलंगाना के किसान एम मल्लिकार्जुन रेड्डी से हुई, जो पशुपालन और बागवानी भी करते हैं। रेड्डी बीटेक स्नातक हैं और खेती से पहले वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते थे। रेड्डी ने अपनी यात्रा के बारे में बताया कि शिक्षा ने उन्हें एक बेहतर किसान बनने में मदद की। वह एक एकीकृत पद्धति का अनुसरण कर रहे हैं जिसके तहत वह पशुपालन, बागवानी और प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इस पद्धति का मुख्य लाभ उनको होने वाली नियमित दैनिक आमदनी है। वह औषधीय खेती भी करते हैं और पांच धाराओं से आय प्राप्त कर रहे हैं। पहले वह पारंपरिक एकल पद्धति से खेती करने पर प्रतिवर्ष 6 लाख रुपये कमाते थे, वहीं अब एकीकृत पद्धति से वह प्रतिवर्ष 12 लाख रुपये कमा रहे हैं, जो उनकी पिछली आय से दोगुना है। रेड्डी को आईसीएआर सहित कई संस्थाओं और पूर्व उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। वह एकीकृत और प्राकृतिक खेती का प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं और आसपास के इलाकों में किसानों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, ड्रिप सिंचाई सब्सिडी और फसल बीमा का लाभ उठाया है। प्रधानमंत्री ने उनसे केसीसी पर लिए गए ऋण पर अपनी ब्याज दर की जांच करने के लिए कहा क्योंकि केंद्र सरकार और राज्य सरकार ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20-21 जनवरी, 2024 को तमिलनाडु में कई महत्वपूर्ण मंदिरों में दर्शन करने जाएंगे। प्रधानमंत्री 20 जनवरी को सुबह करीब 11 बजे तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री इस मंदिर में विभिन्न विद्वानों से कम्ब रामायणम के छंदों का पाठ भी सुनेंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री दोपहर करीब 2 बजे रामेश्वरम पहुंचेंगे और श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री की कई मंदिरों की यात्रा के दौरान देखी जा रही प्रथा को जारी रखते हुए, जिसमें वे विभिन्न भाषाओं (जैसे मराठी, मलयालम और तेलुगु) में रामायण पाठ में भाग लेते हैं, इस मंदिर में भी प्रधानमंत्री श्री रामायण पारायण कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस कार्यक्रम में आठ अलग-अलग पारंपरिक मंडलियां संस्कृत, अवधी, कश्मीरी, गुरुमुखी, असमिया, बांग्ला, मैथिली और गुजराती में रामकथा (श्री राम की अयोध्या वापसी के प्रसंग का वर्णन) का पाठ करेंगी। यह भारतीय सांस्कृतिक लोकाचार और भावनाओं के अनुरूप है, जो एक भारत श्रेष्ठ भारत के मूल में है। श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में प्रधानमंत्री भजन संध्या में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 21 जनवरी को धनुषकोडी के कोठंडारामस्वामी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। वे धनुषकोडी के पास अरिचल मुनाई भी जाएंगे, जिसके बारे में कहा जाता है कि यहीं पर राम सेतु का निर्माण हुआ था।
मुंबई। शहरों में जल आपूर्ति सुनिश्चित करने और अपशिष्ट जल के प्रक्रिया के उद्देश्य से अमृत 2.0 अभियान के तहत महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में जल आपूर्ति और प्रक्रिया परियोजनाएं लागू की जा रही हैं। कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर, भिवंडी-निजामपुर, सतारा, शेगांव और भद्रावती शहरों में जल आपूर्ति की जाएगी, जबकि सांगली शहर में सीवेज परियोजनाओं का भूमि पूजन आज शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। 1,201 करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं इन शहरों के नागरिकों को स्वच्छ पानी और सीवेज निपटान सुविधाओं की स्थायी आपूर्ति प्रदान करेंगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) का वितरण करेंगे.
केंद्र सरकार ने 2015 में देश के शहरों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने और शहर में अपशिष्ट जल का प्रक्रिया करने के उद्देश्य से अमृत अभियान शुरू किया है। 2021 से इस अभियान को और अधिक व्यापक रूप में अमृत 2.0 अभियान के नाम से क्रियान्वित किया जा रहा है। अमृत 2.0 अभियान के तहत परियोजनाएं वर्ष 2026 तक पूरी हो जाएंगी। इस अभियान में प्रदेश के 145 शहरों की 28315 करोड़ रुपये की 312 परियोजनाओं को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. इस अभियान के माध्यम से 41.47 लाख भवनों को नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ जल आपूर्ति और 38.69 लाख भवनों को सीवेज सुविधा प्रदान की जाएगी। इस अभियान के माध्यम से शहर में झील पुनरुद्धार और पार्क विकास परियोजनाएं भी लागू की जाएंगी और इससे शहर के नागरिकों को लाभ होगा। लोकार्पित होने वाली सात शहरों की परियोजनाओं में भिवंडी-निजामपुर में जल आपूर्ति परियोजना की प्रस्तावित लागत 426.04 करोड़ रुपये है और इससे 84 हजार 500 नए नल जोड़कर 1 लाख 77 हजार 087 घरों को लाभ मिलेगा. इस परियोजना की प्रसंस्करण क्षमता 143 एमएलडी है। शेगांव में जल आपूर्ति परियोजना की प्रस्तावित लागत 161.97 करोड़ रुपये है और इस परियोजना से 2662 से अधिक नए कनेक्शनों के माध्यम से 12 हजार 920 परिवार लाभान्वित होंगे। इस परियोजना में जल प्रक्रिया की क्षमता को 11 एमएलडी बढ़ाकर 34.89 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाएगी। उल्हासनगर में जल आपूर्ति परियोजना के माध्यम से 40 हजार 709 नए नल जोड़कर 46 हजार 840 घरों को लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 126.58 करोड़ रुपये आने का अनुमान है. सतारा में जल आपूर्ति संयंत्र की उपचार क्षमता 15 एमएलडी बढ़ जाएगी और 7328 नए कनेक्शन के माध्यम से 50 हजार 454 घरों को लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट पर 102.56 करोड़ रुपये खर्च होंगे. कल्याण-डोंबिवली में 77.58 करोड़ रुपये की जल आपूर्ति परियोजना के माध्यम से 1000 नए नल उपलब्ध कराए जाएंगे और 12 हजार 100 घरों को इसका लाभ मिलेगा। वहीं, चंद्रपुर जिले के भद्रावती में जल आपूर्ति परियोजना में 5980 नए जल कनेक्शन के माध्यम से 7314 परिवारों को लाभ होगा। इस परियोजना की जल उपचार क्षमता 7.79 एमएलडी बढ़ जाएगी और इस परियोजना की लागत 52.87 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
सांगली में सीवेज प्रबंधन परियोजना की प्रस्तावित लागत 253.41 करोड़ रुपये है और इससे 41 हजार 277 नए कनेक्शनों के माध्यम से 1 लाख 4 हजार 172 घरों को लाभ होगा। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 59 एमएलडी बढ़ाने पर जोर दिया गया है. कोविड 19 के प्रकोप के बाद स्ट्रीट वेंडरों को अपना व्यवसाय फिर से शुरू करने के लिए तत्काल कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान करने के लिए पीएम स्व-निधि योजना लागू की गई थी। केन्द्र प्रायोजित यह योजना 17 जून 2020 से राज्य में सफलतापूर्वक क्रियान्वित की जा रही है। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा राज्य को दिया गया छह लाख 60 हजार का लक्ष्य नवंबर के अंत तक पूरा होने के कारण केंद्र ने 22 नवंबर 2023 को संशोधित लक्ष्य दिया है. इसके मुताबिक सोलापुर शहर में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रतिनिधि रूप में इस योजना के लाभार्थियों को ऋण वितरित किया जाएगा.
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। इस कार्यक्रम में देश भर से विकसित भारत संकल्प यात्रा के हजारों लाभार्थी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और स्थानीय स्तर के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।प्रधानमंत्री ने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दो महीने पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा, “यात्रा का विकास रथ, विश्वास रथ में बदल चुका है और यह विश्वास है कि कोई भी पीछे नहीं छूटेगा।” लाभार्थियों के बीच भारी उत्साह और मांग को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को वीबीएसवाई को 26 जनवरी से आगे,फरवरी तक बढ़ाने का निर्देश दिया है।
15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा के आशीर्वाद से शुरू हुई यह यात्रा एक जन आंदोलन में बदल गई है और अब तक 15 करोड़ लोग इस यात्रा से जुड़ चुके हैं और इसने लगभग 80 प्रतिशत पंचायतों को कवर कर लिया है। पीएम मोदी ने कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा का मुख्य उद्देश्य ऐसे लोगों तक पहुंच कायम करना था, जो किसी न किसी कारण से अब तक सरकारी योजनाओं से वंचित रहे हैं। मोदी ऐसे लोगों का सम्मान करते हैं और उन्हें महत्व देते हैं जिनकी सभी ने उपेक्षा की है।
प्रधानमंत्री ने सूचित किया कि यात्रा के दौरान 4 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य जांच की गईं और 2.5 करोड़ टीबी संबंधी जांच और 50 लाख सिकल सेल एनीमिया संबंधी जांच की गईं। अब तक की यात्रा के दौरान 50 लाख आयुष्मान कार्ड, 33 लाख नए पीएम किसान लाभार्थी, 25 लाख नए किसान क्रेडिट कार्ड, 25 लाख मुफ्त गैस कनेक्शन और 10 लाख नए स्वनिधि आवेदन हासिल किए गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संख्या किसी के लिए महज़ आंकड़े हो सकते हैं, लेकिन उनके लिए हर संख्या एक जीवन है। कोई ऐसा है, जो अब तक लाभान्वित होने से वंचित रह गया था। प्रधानमंत्री ने बहुआयामी गरीबी पर नई रिपोर्ट का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 साल में सरकार के प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी के चंगुल से बाहर आए हैं। उन्होंने कहा, “पिछले 10 वर्षों में हमारी सरकार ने जैसी पारदर्शी व्यवस्था बनाई है, वास्तविक प्रयास किए हैं और जनभागीदारी को बढ़ावा दिया है, उसने असंभव को भी संभव कर दिखाया है।
नई दिल्ली । केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्षी दलों को अयोध्या में राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर टिप्पणी करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि यह मंदिर 500 साल के लंबे इंतजार के बाद बन रहा है। विपक्षी दलों के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह को एक राजनीतिक आयोजन में बदल दिया है, ठाकुर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ लोग मंदिर के निर्माण से अब भी खुश नहीं हैं। ठाकुर ने अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भाजपा द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान के तहत मंगलवार को कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर परिसर की साफ-सफाई में हिस्सा लिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जो मंदिर के निर्माण से दुखी हैं, कुछ लोग ऐसे हैं जो ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दुखी हैं और कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें राजनीति के कारण इस पर बयान देना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि उन्हें इस पर टिप्पणी करना और बयान देना बंद कर देना चाहिए। अयोध्या में राम मंदिर 500 साल के इंतजार के बाद बना है और आगामी दिनों में देश एवं दुनिया भर से करोड़ों लोग इसके दर्शन करने जाएंगे।
ठाकुर ने कहा कि 22 जनवरी को भव्य ‘प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद राम मंदिर के दरवाजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे और इसके लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल ने भगवान राम को वर्षों तक अयोध्या में एक तंबू में रहने के लिए मजबूर किया और अब मंदिर मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने और भड़काने की कोशिश कर रही है।
अहमदाबाद | लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है| अबकी बार 400 पार के लक्ष्य के साथ लोकसभा चुनाव प्रचार का प्रारंभ करने वाली भाजपा ने गुजरात में सभी 26 सीटों पर 5 लाख से अधिक लीड से जीत दर्ज करने का संकल्प साकार करने के लिए प्रदेश भाजपा प्रमुख एडीचोटी का जोर लगा रहे हैं| भाजपा के इस संकल्प को साकार करने में कांग्रेस ही नहीं अब तो आप के नेता और कार्यकर्ता भगवा धारण कर रहे हैं| आज सौराष्ट्र, मध्य गुजरात और गुजरात के कांग्रेस और आप के कई छोटे-बड़े नेताओं ने गुजरात भाजपा के प्रदेश मुख्यालय कमलम में भगवा धारण कर लिया| इनमें सबसे बड़ा नाम है राजकोट कांग्रेस के नेता अर्जुन खटारिया का| अर्जुन खटारिया के साथ 25 तहसील पंचायत के 25 सदस्य, 15 सरपंच, 15 सहकारी नेताओं ने कांग्रेस छोड़ भाजपा जॉइन कर ली| जबकि आप के एसटी मोर्चा के प्रमुख सीडी परमार समेत कार्यकर्ता आज भाजपा में शामिल हो गए|
कोहिमा । राहुल गांधी ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम मोदी-आरएसएस का फंक्शन है। आरएसएस और बीजेपी ने 22 तारीख को इलेक्शन फ्लेवर दे दिया है। कांग्रेस प्रेसिडेंट ने इसी वजह से वहां पर जाने से इनकार किया है। हम सभी धर्मों के साथ हैं। कांग्रेस से जो भी जाना चाहे वो जा सकता है।
राहुल ने ये बातें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तीसरे दिन मंगलवार को कहीं। राहुल गांधी ने कोहिमा (नगालैंड) के विश्वेमा गांव से यात्रा की शुरुआत की। इंडिया में सीट शेयरिंग को लेकर राहुल ने कहा कि अलायंस चुनाव लड़ेगा और जीतेगा। सीट शेयरिंग को लेकर हमारी बातचीत जारी है। ज्यादातर जगह आसान है, कुछ एक जगह पर थोड़ा मुश्किल है, लेकिन सीट शेयरिंग की मुद्दा हम आसानी से सुलझा लेंगे। बिहार सीएम नीतीश कुमार को इंडिया के संयोजक बनाए जाने को लेकर ममता बनर्जी की नाराजगी पर राहुल ने कहा- छोटी-छोटी समस्या हैं, जो दूर हो जाएंगी। हम सभी में समन्वय है।
नई दिल्ली । जनवरी 2019 में, दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन कर पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अप्रैल मई 2019 के लोकसभा चुनावों को विचारधाराओं की लड़ाई करार देकर कहा था कि इसमें पार्टी की हार से गुलामी हो सकती है, इसकी तुलना 18वीं शताब्दी में पानीपत की तीसरी लड़ाई के बाद हुई, जिसमें मराठे हार गए, जिससे अंततः ब्रिटिश शासन का मार्ग प्रशस्त हुआ। उस चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। पांच साल बाद, पिछले शुक्रवार को, पीएम मोदी ने घोषणा की कि वह 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए खुद को तैयार करने के लिए 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं।
भाजपा और संघ परिवार की ओर से वर्तमान में राम मंदिर के उद्घाटन का प्रचार प्रसार जमकर किया जा रहा है। यह न सिर्फ 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार का बिगुल बजाएगा बल्कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के तौर पर उसके एजेंडे को एक बार फिर से प्रमुखता के साथ लोगों के बीच रखेगा। कहीं ना कहीं पूरे अभियान का नेतृत्व इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं। इस वजह से भाजपा को विपक्ष को बैकफुट पर धकेलने का बड़ा मौका भी मिल गया है। विपक्षी दल जहां आज भी मोदी सरकार को घेरने के लिए मुद्दों का चयन कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा अपने एजेंडे को जमीन पर उतरने की कोशिश में लगी हुई है।
हिंदी पट्टी के राज्यों में भाजपा इस मुद्दे को पूरी तरीके से एक अलग धार दे रही है। साथ ही बताने की कोशिश कर रही है कि विपक्ष को राम मंदिर से दिक्कत हो रही है। भाजपा की ओर से खुले तौर पर इस बात को स्वीकार किया जा रहा है कि चुनाव में उनके तीन प्रमुख मुद्दों में हिंदुत्व, विकास और वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिष्ठा रहने वाली है, जिए पीएम मोदी जी ने बढ़ाया है। विपक्ष के लिए एक संकट भी है कि हाल के विधानसभा चुनाव के नतीजे ने यह साबित कर दिया है कि जातीय जनगणना का मुद्दा उस उत्तर भारत में खास सफलता दिलाने में मददगार साबित नहीं हो सका है। इसके पहले कांग्रेस का नरम हिंदुत्व भी पूरी तरीके से विफल हो गया है। दूसरी ओर मोदी की सोशल इंजीनियरिंग और उनकी गारंटी भाजपा के पक्ष में सीधे तौर पर जाती हुई दिखाई दे रही है।
राज्य के ये नतीजे न केवल यह संकेत देते हैं कि जाति अब प्रमुख चुनावी कारक नहीं रह गई है, बल्कि यह भी है कि मतदाता मोदी के विकास मॉडल पर भरोसा करते हैं। एक संगठन के रूप में भाजपा मोदी के संदेशों की वाहक और उनकी लोकप्रियता की लाभार्थी बन गई है। विभिन्न क्षेत्रों में कई भाजपा नेताओं ने स्वीकार किया कि मतदाता उस पार्टी को नहीं, बल्कि मोदी को वोट दे रहे थे। इसलिए, भाजपा को उन्हें अपने वफादार समर्थन आधार के रूप में बदलने के लिए अपने संगठनात्मक प्रयासों को बढ़ाना होगा। इसलिए चुनाव में विपक्ष के सामने बड़ी चुनौती मोदी की हिंदुत्व आइकन के रूप में धारणा का मुकाबला करना होगा, जिन्होंने हिंदुओं को अपना गौरव व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान किया है।
हालाँकि विहिप और आरएसएस के नेतृत्व में राम जन्मभूमि आंदोलन ने राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया, लेकिन अब मोदी निर्विवाद रूप से अयोध्या में समारोह के केंद्र में हैं, भाजपा ने इस मोदी कार्यक्रम बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत और संसाधन लगा दिए हैं। राज्य और धर्म के बारे में प्रश्न अब निरर्थक प्रतीत होते हैं, क्योंकि राज्य धार्मिक समारोह में नेतृत्व कर रहा है, और इसकी औपचारिक और अनौपचारिक संरचनाएँ प्रधान मंत्री के पीछे लामबंद हो रही हैं। राजनीति और सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्रों की इस वेल्डिंग को पहले किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा इस हद तक अलग-अलग कारणों से नहीं खोजा गया था, या प्रयास नहीं किया गया था। यह न सिर्फ विपक्ष के लिए चुनौती होगी बल्कि भावी प्रधानमंत्रियों के लिए भी सवाल खड़ा कर सकती है।