ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना के तहत पूर्वी एमसीडी इलाके में 10 हजार रुपए का लोन लेने के लिए कई ऐसे लोग भी अपने को स्ट्रीट वेंडर बता रहे हैं, जिनके पास अपना मकान है और खातों में अच्छा खासा बैंक बैलेंस है। इनमें से कुछ लोगों के पास तो कार भी है।
ऐसे लोगों की जानकारी सामने आने के बाद बैंक ने ऐसे लोगों को इस योजना से बाहर कर दिया है। बैंक अधिकारियों ने उनसे कहा कि यह योजना रेहड़ी-खोमचा लगाकर अपने परिवार का जीवनयापन करने वाले गरीब लोगों के लिए है। एमसीडी को वेंडर चिह्नित कर उनका डेटा तैयार कर संबंधित बैंक को भेजने का काम सौंपा गया है। बैंक उस डेटा के आधार पर लोन देने से संबंधित बाकी कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद वेंडर को 10 हजार रुपए का लोन देंगे।
एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई वार्डों में अच्छे प्रोफाइल वाले लोग भी 10 हजार रुपए के लिए रेहड़ी-पटरी वाले बन गए हैं, जबकि कई लोगों के पास कार के साथ-साथ खासा बैंक बैलेंस भी मिला है। बैंक ने ऐसे तमाम लोगों को इस योजना से बाहर कर दिया है।
इनमें से कई लोग तो ऐसे भी पाए गए हैं, जिनका अपना मकान है और उन्होंने अपने मकान में ही दुकान खोल रखी है। उन्होंने भी 10 हजार रुपए के लोन के लिए आवेदन किया है। अधिकारी ने बताया कि लोन अप्लाई करने के लिए वेंडर के पास एमसीडी से संबंधित कोई रसीद होनी चाहिए। जिन वेंडर के पास ऐसी कोई रसीद नहीं है, उनका मौके पर ही वेरिफिकेशन करके उन्हें रसीद दी जा रही है। इसके अलावा लोन के लिए आधार कार्ड के साथ-साथ आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर होना जरूरी है। इस समय सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि जितने भी लोग लोन के लिए आवेदन करने आ रहे हैं, उनके पास रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर नहीं है।
ईस्ट एमसीडी को 15000 वेंडरों को चिह्नित कर उनका डेटा बैंक को भेजना है। अब तक चार हजार से अधिक वेंडर के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। इस दौरान करीब 350 वेंडरों को बैंक से लोन मिल चुका है, जबकि 650 के करीब लोगों का लोन पास हो गया है। बहुत जल्द लोन की धनराशि उनके अकाउंट में पहुंच जाएगी। इस पैसे से वेंडर अपने काम को आगे बढ़ा सकते हैं।
फिंगरप्रिंट स्टार्टर में उंगली टच करते ही स्टार्ट होगी बाइक, चाबी की भी जरूरत नहीं पड़ेगी
ऑटोमोबाइल कंपनियां अपने व्हीकल को हाईटेक बनाने के लिए उसमें कई फ्यूचर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं। ऐसे में पुराने बाइक को एडवांस बनाने के लिए नेवनएक्सप्रेस नाम की वेबसाइट फिंगरप्रिंट स्टार्टर लेकर आई है। कंपनी इस बाइक स्टार्टर के लिए रिक्वायरमेंट सबमिट कर रही है। इस फिंगरप्रिंट स्टार्टर की मदद से बाइक में कीलेस एंट्री मिलेगी। यानी फिंगर टच करने से बाइक स्टार्ट होगी।
क्या है फिंगरप्रिंट बाइक स्टार्टर?
ये फिंगरप्रिंट स्टार्टर ठीक उसी तरह से काम करेगा जैसे आपके स्मार्टफोन या किसी बायोमैट्रिक लॉक में काम करता है। यानी इसके लिए पहले राइडर को अपनी फिंगर का रजिस्ट्रेशन करना होगा। बाद में उसकी उंगली के टच से बाइक स्टार्ट हो जाएगी। इस स्टार्टर की खास बात होगी कि बाइक में चाबी की जरूरत नहीं होगी। इससे बाइक की सेफ्टी भी बढ़ जाएगी। इस स्टार्टर की खास बातें...
इसमें कई सारे राइडर्स के फिंगरप्रिंट डेटा का स्टोरी कर पाएंगे
इसमें एंटी टोइंग फीचर दिया है, यानी आपको SMS से अलर्ट मिलेगा
एंटी थीप फीचर के साथ जीपीएस ट्रैकर भी दिया है
बाइक को स्टार्ट करने के लिए चाबी की जरूरत नहीं होगी
ये स्टार्टर वाटरप्रूफ और डस्टप्रूफ है, यानी हर मौसम में काम करेगा
प्रोडक्ट खरीदने करना होगा रजिस्ट्रेशन
इस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए कंपनी की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए नाम, कंपनी, ईमेल आईडी, कॉन्टैक्ट नंबर, शहर, देश और एड्रेस की जरूरत होगी। यूजर को अपनी जानकारी से जुड़ी डॉक्युमेंट भी अपलोड करना होगा। जानकारी सबमिट होने के बाद कंपनी आपसे कॉन्टैक्ट करती है। अभी इस प्रोडक्ट की कीमत के बारे में कोई खुलासा नहीं किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि 2021 में इस प्रोडक्ट को ओपन सेल के लिए लेकर आया जाएगा।
कई दूसरी कंपनियां भी इस तरह का प्रोडक्ट बना रही हैं। वहीं, कई कंपनियां ऐसा प्रोडक्ट लॉन्च भी कर चुकी हैं, लेकिन अभी इसका इस्तेमाल ज्यादा बाइक्स पर नहीं किया जा रहा है।
सोने की कीमतें 60 रुपए गिरकर 50,089 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंची; चांदी 49 रुपए गिरकर 67,527 रुपए प्रति किग्रा हुई
न्यूयॉर्क में सोना 0.12% की बढ़त के साथ 1,880.30 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था
न्यूयॉर्क में चांदी 0.06% की गिरावट के साथ 25.91 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा थी
गुरुवार को वायदा बाजार में सोने की मांग में कमी के चलते सटोरियों ने अपनी पकड़ कमजोर कर ली, जिसके चलते सोने का भाव 60 रुपए गिरकर 50,089 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। दूसरी तरफ, वायदा कारोबार में चांदी कमजोर मांग के चलते 49 रुपए गिरकर 67,527 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
सोने की कीमतों में गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी में डिलीवर होने वाले सोने की कीमत 60 रुपए या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,089 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई, जिसमें 10,527 लॉट के लिए कारोबार हुआ। हालांकि, न्यूयॉर्क में सोना 0.12% की बढ़त के साथ 1,880.30 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
चांदी की कीमत में गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मार्च डिलीवर के लिए चांदी की कीमत 49 रुपए या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67,527 रुपए प्रति किग्रा हो गई, जिसमें 13,881 लॉट के लिए कारोबार हुआ। न्यूयॉर्क में चांदी 0.06% की गिरावट के साथ 25.91 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा थी।
मंगलवार को रहा था उतार-चढ़ाव
मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी में डिलीवर होने वाले सोने की कीमत 71 रुपए या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,010 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई थी, जिसमें 10,729 लॉट के लिए कारोबार हुआ था। वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में मार्च डिलीवर के लिए चांदी की कीमत 209 रुपए या 0.31 प्रतिशत की बढ़त के साथ 67,080 रुपए प्रति किग्रा हो गई थी, जिसमें 13,631 लॉट के लिए कारोबार हुआ था।
नई दिल्ली । टाटा मोटर्स ने कहा कि खासतौर से शहरी क्षेत्र के लिए तैयार किए हल्के वाणिज्यिक वाहन (एलसीवी) अल्ट्रा टी.7 की पेशकश की है। टाटा मोटर्स ने कहा कि अल्ट्रा टी-7 1900 मिमी चौड़े केबिन के साथ आता है, जिससे टर्नअराउंड समय में कमी आने से मुनाफा बढ़ता है। टाटा मोटर्स ने कहा कि इसके अलावा नई एलसीवी श्रृंखला एक एक मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म और विभिन्न डेक लंबाई के साथ आती है। साथ ही इनमें विभिन्न जरूरतों के अनुसार चार टायर और छह टायर के विकल्प भी उपलब्ध हैं।
मुंबई । सोनालिका ट्रैक्टर ने देश का पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ‘टाइगर’ पेश किया, जो 25.5 किलोवाट की बैटरी से चलता है। वहीं डीजल ट्रैक्टर की तुलना में इसकी संचालन लागत बहुत कम है। ट्रैक्टर की शो रूम कीमत 5.99 लाख रुपये है। कंपनी ने अपने ई-ट्रैक्टर की बुकिंग भी शुरू कर दी है। कंपनी ने बताया कि यह ई-ट्रैक्टर 24.93 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकता है। वहीं ये दो टन की ट्रॉली के साथ चलते हुए आठ घंटे का बैटरी बैकअप देता है। सोनालिका इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर ‘टाइगर के साथ फास्ट चार्जिंग प्रणाली भी दे रही है, जिसकी मदद से इसे केवल चार घंटे में चार्ज किया जा सकता है। सोनालिका समूह के कार्यकारी निदेशक रमन मित्तल ने कहा कि टाइगर इलेक्ट्रिक से भारतीय किसानों की पैदावार बढ़ने के साथ ही मुनाफा भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि टाइगर इलेक्ट्रिक के पास वही वैश्विक तकनीक है, जो यूरोपीय और अमेरिकी किसानों को मिलती है।
नई दिल्ली । पियाजियो इंडिया ने अपने प्रीमियम स्कूटर अप्रीलिया एसएक्सआर 160 की पेशकश की, जिसकी शो रूम कीमत 1.26 लाख रुपये है। कंपनी ने कहा कि पूरे भारत में डीलरशिप के द्वारा 5,000 रुपये की शुरुआती राशि के साथ स्कूटर की बुकिंग हो सकती है।साथ ही कंपनी की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग का विकल्प भी दिया गया है। कंपनी ने बताया कि इस स्कूटर में सिंगल-सिलेंडर 4-स्ट्रोक इंजन है, जो 7100 आरपीएम पर 11 पीएस की अधिकतम शक्ति पैदा करता है। इस स्कूटर के ईंधन टैंक की क्षमता सात लीटर है। पियाजियो इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डिएगो ग्रैफी ने कहा स्कूटर को इटली में डिजाइन किया गया है और ये शानदार शैली, बेहतरीन प्रदर्शन और सुकून का प्रतीक है।
मुंबई । देश की शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी मालिकाना हक वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की सह कंपनी जियो जल्द ही अपने पॉपुलर 4जी फीचर फोन जियोफोन को फिर से लॉन्च करेगी। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्क फ्रॉम होम की वजह से मांग बढ़ी है, जिसे भुनाने के लिए कंपनी अगली तिमाही में जियोफोन लॉन्च कर सकती है। इतना ही नहीं, इसके बाद कंपनी की तरफ से गूगल के साथ मिलकर बनाए गए स्मार्टफोन की भी लॉन्चिंग होनी है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी बहुत सारी कंपनियां अपने कर्मचारियों से घर से ही काम करवा रही हैं, ताकि कोविड-19 वायरस के प्रसार को रोका जा सके। स्कूल और कॉलेज भी ऑनलाइन क्लास लगवा रहे हैं, जिसकी वजह से 4जी मोबाइल की मांग तेजी से बढ़ रही है। वर्क फ्रॉम होम की वजह से ऑनलाइन एंटरटेनमेंट कंटेंट की खपत भी काफी बढ़ गई है। ये सब देखते हुए जियो ने अपना 4जी फीचर फोन फिर से लॉन्च करने की सोची है। रिलायंस जियो की तरफ से 4जी फीचर फोन लॉन्च होने के बाद इसके बहुप्रतीक्षित एंट्री लेवल स्मार्टफोन की भी लॉन्चिंग होनी है। इस फोन को जियो ने गूगल के साथ पार्टनरशिप से बनाया है। इस मामले से जुड़े कुछ अधिकारियों से बात करने के बाद इस बात की जानकारी दी है कि ये स्मार्टफोन अगले साल लॉन्च होने वाला है। इस फोन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
रिलायंस का जियोफोन सबसे पहले 2018 में लॉन्च हुआ था। इसने रिलायंस को देश का सबसे बड़ा फोन निर्माता बनाने में खूब मदद की। हालांकि, इस साल कंपोनेंट से जुड़ी एक दिक्कत के चलते ये फोन फिलहाल बाजार से बाहर हो गया है। अब रिलायंस ने अपने कंपोनेंट सप्लायर बेस पर काम किया है। एक अधिकारी के मुताबिक अब रिलायंस का जियोफोन फ्लेक्स के जरिए कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग से बनाया जाएगा। काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुमान के अनुसार रिलायंस ने करीब 10 करोड़ जियोफोन बेचे हैं। यानी कि जियो के कुल सब्सक्राइबर बेस का करीब 26 फीसदी। जियोफोन के जरिए रिलायंस फीचर फोन यूजर्स के एक बड़े सेगमेंट को अपनी ओर खींच सकेगा, जो लोग पैसों की कमी के चलते स्मार्टफोन नहीं ले पा रहे हैं। अब दोबारा जियोफोन की लॉन्चिंग से ऐसे लोगों को बड़ी मदद मिलेगी। जियोफोन का पहला वर्जन 1500 रुपये में लॉन्च हुआ था और ये 1500 रुपये भी 3 साल बाद वापस देने पर रिफंड होने थे। इसकी लॉन्चिंग के कुछ महीनों बाद ही कंपनी ने जियोफोन का दूसरा वर्जन भी लॉन्च कर दिया, जो क्वैरटी कीपैड वाला 4जी फीचर फोन था। इसकी कीमत 2999 रुपये थी। इस फोन का डिस्प्ले भी बड़ा था और अतिरिक्त ऐप भी थे। इससे भी जियो के सब्सक्राइबर बेस को बढ़ाने में मदद मिली थी।
नई दिल्ली । वैश्विक महामारी के दौरान कारोबारियों को सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के इनकम टैक्स रिटर्न भरने की तारीख 3 बार आगे बढ़ाई है। अब टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर 2020 है, जो काफी नजदीक है। टैक्सपेयर्स अलर्ट रहें और समय रहते आईटीआर फाइल कर दें। टैक्स रिटर्न में देरी से जुर्माना लगाया जाता है। केंद्र सरकार ने देरी से आईटीआर फाइल करने पर लेट फीस वसूलने की व्यवस्था भी कर दी है। वित्त वर्ष 2018-19 से ये व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके तहत अगर कोई टैक्सपेयर तय तारीख के बाद, लेकिन 31 दिसंबर से पहले आईटीआर फाइल करता है तो उससे 5,000 रुपए लेट फाइलिंग फी वसूली जाएगी। वहीं, अगर रिटर्न 31 दिसंबर के बाद फाइल किया जाता है तो करदाता को 10,000 रुपए लेट फीस का भुगतान करना होगा। हालांकि, अगर करदाता की सालाना इनकम 5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं है तो लेट फीस के तौर पर 1,000 रुपए से ज्यादा नहीं वसूला जा सकता है। आईटीआर फाइल करने देरी के कारण टैक्सपेयर्स को जुर्माना तो भरना ही पड़ता है। साथ ही कई तरह की इनकम टैक्स छूट भी नहीं मिलती। आयकर कानून की धारा-10ए और धारा-10बी के तहत मिलने वाली छूट नहीं मिलती हैं। धारा-80आईए, 80आईएबी, 80आईसी, 80आईडी और 80आईई के तहत मिलने वाली छूट भी आपको नहीं मिलेगी। आयकर कानून की धारा- 80आईएसी, 80आईबीए, 80जेजेए, 80जेजेएए, 80एलए, 80P, 80पीए, 80क्यूक्यूबी और 80आरआरबी के तहत मिलने वाले डिडक्शन का लाभ भी नहीं मिलेगा।
सैन फ्रांसिस्को । टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा कि वह एक समय अपनी इलेक्ट्रिक कार कंपनी एप्पल को बेचने पर विचार कर रहे थे, लेकिन आईफोन बनाने वाली कंपनी के सीईओ बैठक में ही नहीं आए। मस्क ने ट्वीट में कहा कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक से संपर्क किया था, ताकि उनकी कंपनी द्वारा टेस्ला के अधिग्रहण की संभावनाएं (मौजूदा बाजार मूल्य के दसवें हिस्से के बराबर कीमत पर) तलाशी जा सकें। मस्क ने कहा, उन्होंने बैठक में आने से इनकार कर दिया। टेस्ला का बाजार मूल्य मंगलवार को शेयर भाव के हिसाब से 616 अरब डॉलर है। इसका दसवां हिस्सा 61.6 अरब अमरीकी डॉलर है। मस्क ने कहा कि उन्होंने मॉडल तीन कार्यक्रम के सबसे बुरे दिनों में कुक के साथ बैठक करने की कोशिश की। मॉडल तीन कार्यक्रम के तहत टेस्ला ने आम ग्राहकों के लिए पहली इलेक्ट्रिक कार का विकास किया। टेस्ला हाल में 2018 तक वाहन उत्पादन को मुनाफे में लाने के लिए संघर्ष कर रही थी। तभी उसकी किस्मत बदल गई। इसके बाद से कंपनी लगातार मुनाफे में है। इस साल उसके शेयर 665 प्रतिशत बढ़ चुके हैं, और यह दुनिया की सबसे कीमती ऑटो विनिर्माता बन गई है। मस्क का ट्वीट इस खबर के बाद आया कि एप्पल अपनी इलेक्ट्रिक कार बनाने पर काम कर रही है। इस ट्वीट पर एप्पल ने टिप्पणी से इनकार किया।
नई दिल्ली । घरेलू रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) की कीमतों में दिसंबर महीने में 15 दिनों के अंदर ही 100 रुपये का इजाफा हो गया। सरकारी मालिकाना हक वाली तेल कंपनियों ने दिसंबर महीने में 14.2 किलोग्राम के घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम दूसरी बार बढ़ाने का फैसला ऐलान किया है। बिना सब्सिडी के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 16 दिसंबर को 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ा दी गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें बढ़ने के बाद रसोई गैस सिलेंडर के दाम में इस महीने यह दूसरी बार वृद्धि हुई है। नई दिल्ली में बिना सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत 644 रुपये से बढ़कर 694 रुपये कर दी गई है। इस सिलेंडर की कीमतों में इस महीने यह दूसरी बढ़ोतरी है। इससे पहले एक दिसंबर को भी इसकी कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। इससे पहले करीब पांच महीने तक एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कोई इजाफा नहीं किया गया था। घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत जुलाई से 594 रुपये प्रति सिलेंडर पर स्थिर थी। यह दर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर के समान थी।
इसके बाद बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत तेजी से बढ़ी है। इसका अर्थ है कि सरकार को अब उपभोक्ताओं को सब्सिडी देनी होगी। रसोई गैस की कीमत की समीक्षा प्रत्येक 15 दिन में की जाती है। देश में हर परिवारों को एक साल में 12 एलपीजी सिलेंडर सब्सिडी के साथ मिलते हैं। उपभोक्ता को सिलेंडर लेते समय उसका पूरी कीमत चुकानी होती है जबकि सब्सिडी की राशि उसके बैंक खाते में पहुंच जाती है। यदि किसी परिवार में एक साल की अवधि में 12 से अधिक सिलेंडर की खपत होती है, तो उन्हें इसके बाद के सिलेंडर तय बाजार मूल्य पर लेना होता है। देश के चार महानगरों में कोलकाता में गैर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर का दाम अब 720.50 रुपये, मुंबई में 694 रुपये, चेन्नई में 710 रुपये और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 694 रुपये प्रति सिलेंडर हो गया है। स्थानीय स्तर पर मूल्यवर्धित कर (वैट) की दर अलग अलग होने की वजह से दाम में अंतर रहता है। कई उपभोक्ताओं द्वारा मई से उनके बैंक अकाउंट में सब्सिडी नहीं मिलने की शिकायतें आई हैं। अब जब बाजार की कीमतें फिर से बढ़ रही हैं तो यह देखना होगा कि क्या सरकार सब्सिडी के लाभ को बढ़ाती है या नहीं।
मुंबई । देश के युवा कैरिअर की शुरूआत में ही रिटायरमेंट प्लानिंग के प्रति जागरूक हो सके, इसके लिए सरकार के साथ निजी क्षेत्र भी सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड ने लोगों को रिटायरमेंट की प्लानिंग और इसके लिए बचत को प्रोत्साहित करने के लिए छह एनिमेशन फिल्मों का एक सेट और दो मिनट का एक स्टैंड-अप व्यंग्य फिल्म जारी की है। कोविड-19 के कारण पैदा हुई अनिश्चितताओं की वजह से रिटायरमेंट प्लानिंग और इसके लिए बचत की अब और ज्यादा जरूरत महसूस हो रही है। इसकारण इस फंड हाउस ने कुछ शार्ट फिल्मों का निर्माण किया है। पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड का कहना है कि ये फिल्में भारत के युवाओं को केंद्र में रख कर बनाई गई हैं। ये भविष्य के लिए उनकी बचत की आदत को बढ़ावा देने के मकसद से तैयार की गई है। सेविंग और बेहतर वित्तीय प्लान युवाओं को न सिर्फ वित्तीय आजादी मुहैया कराता है बल्कि यह रिटायरमेंट प्लानिंग में सक्षम न हो पाने की चिंताओं और दुश्चिंताओं से भी उन्हें मुक्त कराता है। यही बात इन्हें अच्छे तरह से समझाने के लिए फिल्म और एनिमेशन का सहारा लिया गया है।
पीजीआईएम का कहना है कि उन्हें इन फिल्मों के बनाने की प्रेरणा हाल में आए ‘रिटायरमेंट रेडिनेस सर्वे 2020’ के नतीजों से मिली। पीजीआईएम ने सर्वे कराया था ताकि शहरी भारतीयों के बीच यह पता किया जा सके कि रिटायरमेंट के लिए वह वित्तीय तौर पर कितने तैयार हैं। इस स्टडी से पता चलता है कि भारत में लोग वर्तमान में खूब खर्च कर रहे हैं। बेहतर जीवनशैली की प्रति लोगों की बढ़ती आकांक्षाओं, जरूरतों और सांस्कृतिक बदलावों की वजह से लोग वर्तमान जरूरतों और दूसरी प्राथमिकताओं पर ज्यादा खर्च कर रहे हैं और रिटायरमेंट प्लानिंग पर कम। वित्तीय प्लानिंग में इसे लोग सबसे आखिरी में रख रहे हैं। हालांकि ज्यादा से ज्यादा शहरी भारतीय रिटायरमेंट के वर्षों में अपने बच्चों पर आश्रित नहीं रहना चाहते।
रिसर्च के आंकड़े बताते हैं, कि ज्यादातर भारतीय औसतन 51 साल की उम्र में रिटायरमेंट प्लानिंग करते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है रिटायरमेंट के बाद अच्छी जिंदगी जीने के हिसाब से यह काफी देर से शुरू की गई प्लानिंग है। इस समस्या के मद्देनजर पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड का मानना है कि युवा लोगों को वित्तीय प्लानिंग और वित्तीय आजादी के बारे में जितनी जल्दी हो सजग किया जाना चाहिए।
मुंबई । वाहनों के लिए कलपुर्जा बनाने वाली कंपनी एसकेएफ ने ‘टाटा स्ट्राइव’ के जरिए कौशल विकास पहल के क्रियान्वयन के लिए टाटा कम्युनिटी इनिशिएटिव्स ट्रस्ट (टीसीआईटी) के साथ शुरुआती करार किया है। एसकेएफ इंडिया ने अपने बयान में कहा है कि महाराष्ट्र के पुणे में स्थित व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र ‘एसकेएफ-टाटा स्ट्राइव कौशल विकास’ केंद्र के जरिए इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस कार्यक्रम का मकसद देश के वंचित युवाओं तक पहुंचना और उन्हें उद्योग से संबंधित कौशल प्रदान करना है। इससे उनकी रोजगार पाने की क्षमता बढ़ सकेगी। टाटा स्ट्राइव, टाटा ट्रस्ट की पहल है। इसका मकसद युवाओं की कौशल विकास की जरूरत को पूरा करना है।
टाटा स्ट्राइव इस पहल को टाटा और गैर-टाटा समूह की कंपनियों, सरकारों, बैंकों और एनजीओ के साथ भागीदारी के जरिए आगे बढ़ा रही है। बयान में कहा गया है कि इस भागीदारी के तहत एसकेएफ इंडिया और टाटा स्ट्राइव संयुक्त रूप से बेरोजगार और रोजगार में लगे युवाओं के लिए अपने परिचालन वाले क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का विकास और उसका क्रियान्वयन करेंगे।
मुंबई । मशहूर वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स भी सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, रेनॉ और होंडा कार्स इंडिया के नक्शेकदम पर चलने वाली है। टाटा मोटर्स ने भी 1 जनवरी से वाहनों के दाम बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि सभी कमर्शियल वीकल्स (ट्रक, बस) की कीमतों में 1 जनवरी से बढ़ोतरी की जाएगी। टाटा मोटर्स का कहना है कि मटीरियल और अन्य इनपुट कॉस्ट्स में बढ़ोतरी, फोरेक्स के प्रभाव और बीएस6 नॉर्म्स में जाने से वाहनों को बनाने की लागत बढ़ गई है। अब तक कंपनी अतिरिक्त लागत को खुद ही वहन कर रही थी लेकिन इसमें लगातार बढ़ोतरी से इसका कुछ हिस्सा उपभोक्ताओं पर डालना जरूरी हो गया है। टाटा मोटर्स एमएंडएचसीवी, आईएंडएलसीवी, एससीवी और बसों की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। कंपनी का कहना है कि कीमतों में वास्तविक बदलाव उसके मॉडल, वेरिएंट और फ्यूल टाइप पर निर्भर करेगा। कंपनी के मुताबिक हर सेगमेंट में उसके वाहन की कीमत बेस्ट होगी और उससे वाहन मालिक का मुनाफा बढ़ने की पूरी गुंजाइश होगी।
नई दिल्ली । सर्दियों के सीजन में एक बार फिर से अंडे की कीमत बढ़ गई है। अंडे का बाजार भाव बीते 3-4 साल का रिकॉर्ड तोड़ सकता है। 20 दिसम्बर को अंडे का ओपन मार्केट रेट बीते तीन साल के ऑफिशियल रेट का रिकॉर्ड तोड़ चुका है। एक दिन पहले तक अंडा 550 रुपये प्रति सैंकड़ा तक बिका है। बाजार के जानकार बताते हैं कि 3 साल पहले अंडे की कीमत 543 रुपए तक बिका था। देश में अंडे की सबसे बड़ी बरवाला मंडी में देखते ही देखते 100 अंडे का भाव 420 रुपए से 521 रुपये पर पहुंच गया है। जबकि खुले बाजार में 550 रुपये तक बिक रहा है। हालत यह हो गई है कि मंडी में अंडे का भाव तय कुछ हो रहा है और बिक उससे दाम पर रहा है। इसके पीछे बहाना मुर्गियों में आई बीमारी के चलते कम अंडा उत्पादन का लगाया जा रहा है, लेकिन अंडा बाज़ार के जानकार इसे बड़े कारोबारियों की अंडा महंगा करने की एक चाल बता रहे हैं।