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नईदिल्ली केंद्र सरकार के कर्मचारी अवकाश यात्रा रियायत (एलटीसी) वाउचर योजना का लाभ लेने के लिए कई वस्तुओं और सेवाओं के बिल दे सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी देते हुए स्पष्ट किया कि कर्मचारियों द्वारा दिए जाने वाले बिल उनके नाम पर ही होने चाहिए। वित्त मंत्रालय के तहत व्यय विभाग ने एलटीसी नकद वाउचर योजना पर एफएक्यू (बार-बार पूछे जाने वाले सवाल) का सेट जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि कर्मचारी छुट्टियों को भुनाए बिना ही मान्य एलटीसी किराये का इस्तेमाल कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सरकार ने 12 अक्टूबर को एलटीसी नकद वाउचर योजना की घोषणा की थी। इस योजना का लाभ लेने के लिए कर्मचरियों को ऐसे उत्पाद और सेवाएं खरीदनी होंगी जिनपर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की दर 12 प्रतिशत या अधिक है। अभी तक कर्मचारियों को सिर्फ यात्रा पर ही इस सुविधा का लाभ मिलता था। या फिर उन्हें यह राशि छोड़नी पड़ती थी। मंत्रालय ने कहा कि कर्मचारी छुट्टियों को भुनाए बिना इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसमें खर्च एलटीसी किराये के लिए तय अनुपात के अनुरूप होना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि यदि योजना के तहत इस्तेमाल किए जाने वाले एलटीसी के आंशिक हिस्से का इस्तेमाल कर्मचारी या उसके परिवार के सदस्यों ने कर लिया है, तो क्या ऐसी स्थिति में यह योजना मान्य होगी, एएफक्यू में स्पष्ट किया गया है कि यह योजना ब्लॉक वर्ष (2018-21) के दौरान बचे एलटीसी किराये पर भी लागू होगी। एक अन्य सवाल कि यदि किसी कर्मचारी के परिवार के चार सदस्य एलटीसी के लिए पात्र हैं, तो क्या कम सदस्यों पर भी योजना का लाभ लिया जा सकता है, एएफक्यू में कहा गया है कि ऐसे मामलों में कर्मचारी योजना के पात्र परिवार के एलटीसी हिस्से के बराबर आंशिक लाभ ले सकते हैं। मंत्रालय ने कहा, चूंकि यह योजना वैकल्पकि है, ऐसे में यदि किसी सदस्य के एलटीसी किराये का इस्तेमाल इस उद्देश्य के लिए नहीं हो पाता है, तो वे सदस्य एलटीसी नियमों के मौजूदा निर्देशों के तहत एलटीसी ले सकते हैं। एफएक्यू में स्पष्ट किया गया है कि इस योजना के तहत कर्मचारी कई बिल दे सकता है, लेकिन इनमें खरीद मार्च में समाप्त हो रहे वित्त वर्ष के दौरान ही होनी चाहिए।

नई दिल्ली। उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआई) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.9 प्रतिशत की गिरावट आएगी। पीएचडीसीसीआई ने कहा है कि अब बुरा समय बीत चुका है और भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे सुधार की रहा पर है। उद्योग मंडल ने हालांकि कहा कि सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी है। पीएचडीसीसीआई ने यह निष्कर्ष 25 प्रमुख आर्थिक संकेतकों के आधार पर निकाला है। इनसे संकेत मिलता है कि कारोबारी गतिविधियों अब सामान्य हो रही हैं। पीएचडीसीसीआई ने एक रिपोर्ट में कहा कि बेरोजगारी की दर अब भी चिंता का विषय है। अगस्त में यह बढ़कर 8.3 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 7.4 प्रतिशत थी। पीएचडीसीसीआई ने कहा कि आगे चलकर भारत को चीन से आयात समाप्त करने और मित्र अर्थव्यवस्थाओं के साथ व्यापार बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इसके अलावा घरेलू क्षमता का निर्माण करना चाहिए। साथ ही आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए घरेलू उत्पादन का स्तर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि निर्यात उत्पादों के पोर्टफोलियो का अधिक देशों और साथ ही अधिक उत्पादों के हिसाब से विविधीकरण करने की जरूरत है। अग्रवाल ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले छह माह के दौरान उठाए गए कदमों की वजह से अब अर्थव्यवस्था में सुधार दिखने लगा है।

नई दिल्ली । लग्जरी और शानदार कारों के लिए ख्यात होंडा कंपनी अपनी हीरो सीआर-वी स्पेशल एडीशन भारत में जल्द ही लॉन्च होने वाला है। कंपनी इसे एक लिमिटेड एडिशन मॉडल के तौर पर लॉन्च करेगी। इस कार की शुरुआती कीमत 29.50 लाख रुपये होगी जो मौजूदा सीआर-वी मॉडल से 1.23 लाख रुपये ज्यादा है। इस कार का यह स्पेशल एडिशन मॉडल सीआर-वी के ग्लोबल फेसलिफ्ट मॉडल पर आधारित होगा। होंडा ने पिछले साल इंटरनेशनल मार्केट में इस कार का फेसलिफ्ट वर्जन लॉन्च किया था। कार के फेसलिफ्ट वर्जन में कई कॉस्मेटिक बदलाव कंपनी ने किए हैं। हालांकि फेसलिफ्ट वर्जन में कंपनी ने कोई मकैनिकल बदलाव नहीं किए हैं। सीआर-वी फेसलिफ्ट में कंपनी ने ज्यादा अग्रेसिव फ्रंट बंपर का इस्तेमाल किया है। कार के रियर बंपर को भी रिवाइज किया गया है। कार के कैबिन में भी मामूली कॉस्मैटिक बदलाव किए गए हैं। भारत में इस कार के फेसलिफ्ट वर्जन को स्पेशल एडिशन के तौर पर लॉन्च किया जाएगा। कार में 2.0 लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 154एचपी पावर और 189एनएम टॉर्क जेनेरेट करता है। कार में सीवीटी गियरबॉक्स दिया गया है। यह कार डीजल इंजन और 4 वील ड्राइव सिस्टम और फ्रंट वील ड्राइव के साथ आती थी मगर बीएस6 ट्रांजीशिन के बाद इन वेरियंट्स को लाइन अप से हटा दिया गया। कार के स्पेशल एडिशन में हैंड्स फ्री टेलगेट, पावर्ड फ्रंट पैंसेंजर सीट, ऐक्टिव कॉर्नरिंग एलईडी हेडलैम्प्स, फ्रंट पार्किंग सेंसर और ऑटो फोल्ड मिरर्स जैसे प्रीमियम फीचर्स भी मिलेंगे। यह कार लिमिटेड यूनिट में भारत में सेल की जाएगी। जानकारी के मुताबिक कंपनी इस कार की सिर्फ 45 यूनिट्स ही भारत में सेल के लिए उपलब्ध कराएगी।

नई दिल्ली , दिग्गज फार्मा कंपनी डॉ. रेड्डीज ने दुनिया के अपने सभी कारखानों का काम रोक दिया है. कंपनी के कई सर्वर के डेटा तक बाहरी लोगों की पहुंच हो जाने की आशंका में काम रोका गया है.

कुछ दिनों पहले ही डॉ. रेड्डीज को भारत सरकार के ड्रग कंट्रोलर जनरल से कोविड-19 के लिए रूसी टीके के भारत में दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत मिली है.

डॉ. रेड्डीज और आरडीआईएफ (RDIF) को भारत में स्पुतनिक V वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल करने की अनुमति कुछ दिनों पहले ही मिली है.

हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड के मुख्यायल और रूसी नियंत्रण वाले रूसी डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) को ड्रग कंट्रोल जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से भारत में स्पुतनिक V वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी मिल गई है.

इससे पहले पिछले महीने सितंबर में डॉ. रेड्डीज और आरडीआईएफ ने स्पुतनिक V वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल और भारत में इसके वितरण को लेकर साझेदारी की थी. साझेदारी के हिस्से के रूप में, आरडीआईएफ भारत में डॉ. रेड्डीज को विनियामक अनुमोदन पर वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक की आपूर्ति करेगा.

मुंबई । रियल एस्टेट कंपनी सनटेक रियल्टी ने मुंबई के वासिंद में आवासीय परियोजना के लिए 50 एकड़ जमीन का टुकड़ा खरीदने की घोषणा की है। सनटेक रियल्टी ने कहा कि परियोजना से अगले चार से पांच साल में 1,250 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाया जा सकेगा। बीएसई को दी सूचना में कंपनी ने कहा कि वासिंद में करीब 50 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए करार किया है।परियोजना के तहत करीब 26 लाख वर्ग फुट निर्मित क्षेत्र उपलब्ध कराया जाएगा। परियोजना से 1,250 करोड़ रुपए का राजस्व जुटाया जाएगा। हालांकि, कंपनी ने नहीं बताया है कि वह 50 एकड़ जमीन किस कीमत पर खरीद रही है। सनटेक रियल्टी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक निदेशक कमल खेतान ने कहा, ‘‘महामारी के दौर में यह हमारा दूसरा रणनीतिक अधिग्रहण है, जो हमारी ब्रांड की उपस्थिति को मजबूत करने की रणनीति को दर्शाता है।'' खेतान ने कहा कि परियोजना के तहत मुख्य रूप से सस्ते फ्लैटों का निर्माण होगा। उन्होंने कहा, कोविड-19 के बीच हमें उम्मीद है कि हमारी आगामी परियोजनाएं ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करेंगी। ये परियोजनाओं आज की जीवनशैली के अनुकूल होंगी और घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगी।''

लंदन। भारतीय साड़ी कंपनी नल्ली सिल्क्स ने लंदन में करीब 3,00,000 पौंड (लगभग 2.87 करोड़ रुपये) के निवेश से अपनी पहली दुकान खोली है। कंपनी ने दिवाली और शादी-ब्याह का समय शुरू होने से पहले मांग में वृद्धि को देखकर यह कदम उठाया है। ब्रिटेन के अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग ने कंपनी की पहल का स्वागत कर कहा कि यह कोविड-19 से जुड़ी बाधाओं के बावजूद भारत-ब्रिटेन के बीच निरंतर मजबूत होते व्यापार संबंधों का संकेत है। चेन्नई की कंपनी ने वेम्बले में 2,500 वर्ग फुट क्षेत्र में दुकान खोली है। फिलहाल इसमें आठ कर्मचारी काम कर रहे हैं। वेम्बले उत्तरी लंदन का प्रमुख केंद्र है जहां बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं। कंपनी की ब्रिटेन में अपनी एक पहचान है। पूर्व में वह राजा जार्ज-पंचम और महारानी एलजिबेथ- द्वितीय को अपनी साड़ियां उपहारस्वरूप दे चुकी है। नल्ली सिल्क्स ने कहा कि वह साड़ी की इस तरह की और दुकानें लंदन और बर्मिंघम में खोलेगी। ब्रिटेन के निवेश मंत्री गैरी ग्रिमस्टोन ने कहा,मुझे नल्ली सिल्क्स का स्वागत करते हुए खुशी है। ब्रिटेन में कई भारतीय कंपनियां पहले से काम कर रही है। कंपनी के इस कदम से देश में रोजगार सृजन को गति मिलेगी।’’ उन्होंने कहा,उस समय जब दोनों देश कोविड-19 संकट से उबर रहे हैं, एक-दूसरे के बाजरों में निवेश काफी महत्वपूर्ण है....।’’ नल्ली सिल्क्स अमेरिका, सिंगापुर और कनाडा में पहले से काम कर रही है।

नई दिल्ली। सोने की कीमतों में बुधवार को भी तेजी जारी है। एमसीएक्स पर दिसंबर डिलिवरी वाला सोना 124 रुपये की तेजी के साथ खुला। वहीं मंगलवार को यह 50245 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था और बुधवार को 50369 रुपये के भाव पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही इसने 50322 रुपये का न्यूनतम और 50394 रुपये का उच्चतम स्तर हासिल कर लिया था। सुबह इसमें 131 रुपये की तेजी के साथ 50376 रुपये पर कारोबार हो रहा था। फरवरी डिलिवरी वाला सोना भी 202 रुपये की तेजी के साथ खुला। इससे पहले दुनिया भर से मिले कमजोर संकेतों से दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 133 रुपये की गिरावट के साथ 51,989 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। तीन सत्रों की तेजी के बाद यह गिरावट आई है। इससे पूर्व के कारोबारी सत्र में सोना 52,122 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। कमजोर हाजिर बाजार की मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा बाजार में मंगलवार को सोने का भाव 0.27 प्रतिशत मजबूत होकर 50,970 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,919 डॉलर प्रति औंस पर नरम था और चांदी 24.89 डॉलर प्रति औंस पर लगभग पिछले स्तर पर बनी हुई थी। चांदी 875 रुपये गिर कर 63,860 रुपये प्रति किलोग्राम पर टिकी। पिछले दिन बंद भाव 64,735 रुपये था।

मुंबई। मुम्बई शेयर बाजार बुधवार को गिरावट के साथ खुला। दुनिया भर के बाजारों से मिले कमजोर संकेतों से घरेलू बाजार नीचे आया है। बिकवाली हावी रहने से शुरुआती कारोबार के दौरान शेयर नीचे आये हैं। एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और आईटीसी जैसे शेयरों में बिकवाली का माहौल है। इस दौरान 30 शेयरों पर आधारित बीएसई इंडेक्स 214.94 अंक तकरीबन 0.53 फीसदी की गिरावट के साथ 40,410.57 पर कारोबार कर रहा था। वहीं दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 77.05 अंक करीब 0.65 फीसदी  नीचे आकर 11,857.45 पर था।
सेंसेक्स में सबसे अधिक तीन फीसदी की गिरावट ओएनजीसी में हुई। इसके अलावा एनटीपीसी, पावरग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी भी नुकसान के साथ ही लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर टाटा स्टील, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स और बजाज ऑटो में बढ़त आई है। फिलहाल बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स करीब 90 अंक यानि 0.23 फीसदी की कमजोरी  के साथ 40,530 के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी करीब 24 अंक यानि 0.20 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,910 के आसपास कारोबार कर रहा है। इससे पहले मंगलवार को सेंसेक्स 31.71 अंक या 0.08 प्रतिशत बढ़कर 40,625.51 अंक पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 3.55 अंक या 0.03 फीसदी बढ़कर 11,934.50 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गत कारोबारी दिवस सकल आधार पर 832.14 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
दूसरी ओर स्मॉलकैप शेयरों में भी सुस्ती नजर आ रही है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.05 फीसदी की हल्की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। तेल-गैस शेयरों में भी आज कमजोरी नजर आ रही है। बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 0.32 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है।

नई दिल्ली । प्रतिष्ठित कार निर्माता कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) ने अपने ऑनलाइन कार बुकिंग प्लेटफॉर्म की कामयाबी के बाद, आज अपने विस्तृत ऑनलाइन कार बाइंग प्लेटफॉर्म ‘होंडा फ्रॉम होम’ के लॉन्च की घोषणा की है। यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को कार खरीदने का एक बेहद सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव प्रदान करेगा। डीलरशिप की विश्वसनीय बिक्री प्रक्रिया पर आधारित इस नए ऑनलाइन रिटेल प्लेटफॉर्म के साथ, ग्राहक डीलरशिप पर जाए बिना, सुकून से अपने घर में बैठकर 6 आसान स्टेप्स से अपनी कार खरीद सकते हैं। कंपनी ने अप्रैल 2020 के अंत में ऑनलाइन बुकिंग शुरू करने के साथ ही ‘होंडा फ्रॉम होम’ के पहले चरण की शुरुआत की थी।
यह नया डिजिटल सॉल्यूशन ग्राहकों को एक ही स्थान पर कार की खरीद से जुड़ी सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कार की कीमतों की जानकारी और डीलर चयन की सुविधा मिलती है। इसके अलावा लॉयल्टी बोनस, एक्सचेंज और कॉरपोरेट बेनिफिट से जुड़े स्पेशल प्रमोशनल आफर्स की भी जानकारी मिलती है। साथ ही अग्रणी बैंकों से फाइनेंस के विकल्प, ईएमआई कैलकुलेटर, डेडिकेटेड सेल्स रिप्रजेंटेटिव तथा आन रोड प्राइज पता करने की भी सुविधा मिलती है। वहीं कार की खरीद के लिए डिलीवरी के पसंदीदा स्थान का विकल्प भी यहां मिलता है। कंपनी ने पिछले महीने होंडा वर्चुअल शोरूम लॉन्च किया था जिसे इस प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ दिया गया है।
होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड के सेल्स एंड मार्केटिंग के वाइस प्रेसिडेंट एवं डायरेक्टर राजेश गोयल ने कहा कि होंडा फ्रॉम होम के लॉन्च के बाद से, पिछले 5 महीनों में कार खरीद में रुचि रखने वाले 240,000 से अधिक ग्राहक इस प्लेटफॉर्म पर विजिट कर चुके हैं। डिजिटल लीड्स और बुकिंग में निरंतर वृद्धि के साथ इससे ग्राहकों की वेब सर्विसेज़ को लेकर रुचि के बारे में पता चलता है। इस व्यावहारिक बदलाव के लिए, हम एक संपूर्ण, ग्राहक केंद्रित डिजिटल सॉल्यूशन प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने ऑनलाइन प्लेटफार्मों में लगातार निवेश बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा इस नए होंडा फ्रॉम होम सॉल्यूशन के साथ, हमने अब अपने ग्राहकों के लिए कार खरीदने की प्रक्रिया को डिजिटल बना दिया है। हम कार की सर्च से लेकर डिलिवरी तक के प्रत्येक इंटरैक्शन जैसे कार चुनने, कीमत पता करने, फायनेंस की जानकारी और ऑनलाइन भुगतान को पर्सनलाइज्ड और सुव्यवस्थित बना रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अपने घर के सुकून के साथ एक आसान, सुरक्षित और संपर्क रहित अनुभव इस कोविड-19 संकट के दौर में हमारे ग्राहकों की मन की शांति को बढ़ाएगा। पूरे भारत में मौजूद हमारी सभी डीलरशिप इस प्लेटफॉर्म के साथ एकीकृत हैं।

मुंबई । कोविड19 के इस प्रतिकूल दौर में भारतीय रत्न एवं आभूषण उद्योग ने काफी जुझारू क्षमता दिखाई है। यह बात केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कही है। गोयल ने सोमवार को कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में देश के रत्न एवं आभूषण उद्योग ने प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर भारत अंतरराष्ट्रीय आभूषण प्रदर्शनी (आईआईजेएस) के वर्चुअल मंच पर वैश्विक खरीदारों को मूलभूत तरीके से तैयार आभूषण दिखाए हैं। गोयल ने रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) द्वारा आयोजित पांच दिन के आईआईजेएस वर्चुअल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘दुनियाभर के ग्राहकों तक पहुंचने की प्रौद्योगिकी से भारतीय उद्योग के जुझारूपन का पता चलता है। इससे सरकार की ग्राहकों तक पहुंचने की मंशा का भी पता चलता है। विशेषरूप से यह देखते हुए कि देश-दुनिया में त्योहार का समय अब नजदीक है।’
उन्होंने कहा कि उद्योग ने एक बार फिर दुनिया को यह साबित किया है कि जब परिस्थितियां प्रतिकूल होती हैं, तो उसका प्रदर्शन और बेहतर रहता है। गोयल ने कहा, ‘इससे दुनिया को यह पता चलेगा कि हम भरोसेमंद भागीदार और भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता हैं। आप हमारे साथ भागीदारी कर लाभ ले सकते हैं। हमारे पास प्रतिकूल परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता है।’ इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे। उन्होंने मुंबई को आभूषण एवं हीरों का व्यापार केंद्र बनाने के लिए रत्न तथा आभूषण उद्योग को समर्थन का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आभूषण सिर्फ फैशन नहीं, हमारी संस्कृति और परंपरा भी हैं। इस मौके पर मैं उद्योग को हमारे साथ मिलकर राज्य को वैश्विक आभूषण और हीरा व्यापार केंद्र बनाने के लिए काम करने को आमंत्रित करता हूं।’ ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार उद्योग के साथ हाथ मिलाकर मुंबई में आभूषण डिजाइनिंग और व्यापार संस्थान बनाना चाहती है।
ठाकरे ने कहा, ‘हम एक आभूषण पार्क बना रहे हैं, लेकिन हम संस्थान के विस्तार के लिए और संभावनाओं पर विचार को तैयार हैं। सरकार इसमें पूरा सहयोग देगी। लेकिन इसके लिए मेरी एक शर्त है। इससे महाराष्ट्र के लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने चाहिए।’ जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप सभी सुरक्षा उपायों के साथ अब विनिर्माण गतिविधियां महामारी से पूर्व के 89 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं। शाह ने कहा, ‘हमें पूरी उम्मीद है कि तीसरी और चौथी तिमाही से अमेरिका, हांगकांग, पश्चिम एशिया तथा अन्य एशियाई देशों से ऑर्डर मिलने लगेंगे। हम धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंचेंगे।

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