ईश्वर दुबे
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नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बेहाल देश में कारोबार को पटरी पर लाने और युवाओं के रोजगार के लिए सरकार एक और राहत पैकेज लाने की तैयारी कर रही है। केंद्रीय वित्त सचिव अजय भूषण पांडेय ने इस बारे में जानकारी दी है। वित्त सचिव के मुताबिक, सरकार एक दूसरे स्टिमुलस पैकेज पर काम कर रही है। ये पैकेज कब तक आएगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। वित्त सचिव अजय भूषण पांडे ने एक इंटरव्यू में बताया कि सरकार लगातार जमीनी स्तर तक स्थिति की निगरानी कर रही है। इसके साथ ही इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए और सेक्टर के हिसाब से मदद मुहैया कराने का प्लान कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम उद्योग निकायों, व्यापार संघों, विभिन्न मंत्रालयों से सुझाव समय-समय पर लेते रहते हैं। इसके साथ ही पांडेय ने कहा कि वह इस पैकेज के आने का कोई तय टाइमफ्रेम नहीं बता सकते, लेकिन हां सरकार इस पर काम कर रही है और आगे की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श हो रहा है। इकोनॉमी की वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था ठीक होने की राह पर है। सरकार की ओर से किए जा रहे लगातार प्रयासों से इकोनॉमी विकास की ओर बढ़ रही है। इसके अलावा अक्टूबर का जीएसटी संग्रह 105,155 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल के इसी महीने के लिए सालाना आधार पर 10 फीसदी अधिक है। इसके अलावा, देश ने बिजली की खपत, निर्यात और आयात में वृद्धि देखी है।
इसके अलावा वित्त सचिव ने कहा कि इस बार जीएसटी कलेक्शन बढ़ेगा। इकोनॉमी सुधार के साथ-साथ विकास भी कर रही है। इस साल की अप्रैल-अक्टूबर तिमाही की बात करें तो इस दौरान सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 22 प्रतिशत घटकर 4.95 लाख करोड़ रुपये रहा। उन्होंने कहा कि अगर टैक्स सिस्टम में सुधान नहीं होता तो देश में महामारी का असर और भी ज्यादा होता। पिछले साल हमने फेसलेस मूल्यांकन, फेसलेस अपील, एसएफटी (वित्तीय लेनदेन का बयान), टीडीएस लागू करके नकद निकासी पर रोक जैसे कदम उठाए।
इकोनॉमी के मोर्चे पर चिंता की बात, अक्टूबर में बढ़ गई बेरोजगारी
लॉकडाउन में नरमी के बाद आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं, इसकी वजह से पिछले कई महीनों में बेरोजगारी में कुछ राहत मिली थी, लेकिन अक्टूबर में यह फिर से बढ़ गई है. इसकी वजह यह हो सकती है कि कृषि क्षेत्र का अस्थायी रोजगार कम हो रहा है.
अक्टूबर में बढ़ गई बेरोजगारी
लॉकडाउन में नरमी के बाद बेरोजगारी में राहत मिली थीअक्टूबर में फिर बेरोजगारी की दर बढ़ गई हैCMIE के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगारी बढ़ी
रोजगार के मोर्चे पर अक्टूबर माह ने फिर चिंता बढ़ाई है. अक्टूबर में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 6.98 फीसदी पहुंच गई है. निजी थिंक टैंक सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों से यह बात सामने आई है. सितंबर में बेरोजगारी की दर 6.67 फीसदी थी.
लॉकडाउन में नरमी के बाद आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं, इसकी वजह से पिछले कई महीनों में बेरोजगारी में कुछ राहत मिली थी, लेकिन अक्टूबर में यह फिर से बढ़ गई है. इसकी वजह यह हो सकती है कि कृषि क्षेत्र का अस्थायी रोजगार कम हो रहा है.
दरअसल अनुमान लगाया जा रहा था कि जैसे-जैसे अनलॉक की तरफ देश बढ़ेगा, रोजगार की स्थिति और बेहतर होगी. लेकिन अक्टूबर के और इसके पहले अगस्त में आंकड़े बेहतर नहीं आए हैं. इससे पहले कुल बेरोजगारी दर जून में 10.99 फीसदी पर पहुंच गई थी.
शहरी बेरोजगारी में गिरावट
इस दौरान शहरी बेरोजगारी में गिरावट आना राहत की बात है. आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में शहरी बेरोजगारी 7.15 फीसदी थी, जबकि सितंबर में यह 8.45 फीसदी थी.
ग्रामीण बेरोजगारी बढ़ी
हालांकि, इस दौरान ग्रामीण बेरोजगारी में बढ़त हुई है. ग्रामीण बेरोजगार बढ़कर 6.90 फीसदी पहुंच गया, जबकि सितंबर में यह 5.86 फीसदी था.
सबसे ज्यादा बेरोजगारी हरियाणा में
राज्यों की बात करें तो सबसे ज्यादा 27.3 फीसदी की बेरोजगारी दर हरियाणा में देखी गई है, इसके बाद राजस्थान में 24.1 फीसदी और जम्मू-कश्मीर में 16.1 फीसदी की बेरोजगारी दर रही है.
जुलाई में आए थे बेहतर आंकड़े
रोजगार में मोर्चे पर जून के मुकाबले जुलाई में बेहतर आंकड़े सामने आए थे. उम्मीद की जा रही थी कि धीरे-धीरे आंकड़े और बेहतर होंगे. लेकिन आंकड़ों ने एक बार फिर निराश किया है. जुलाई के मुकाबले अगस्त में रोजगार के अवसर घटे और अब अक्टूबर में फिर बेरोजगारी बढ़ी है.
नई दिल्ली । अक्षय ऊर्जा प्रमाणपत्रों (आरईसी) का कारोबार चार महीने के अंतराल के बाद 25 नवंबर से फिर शुरू होने की उम्मीद है। बिजली अपीलीय न्यायाधिकरण (एपीटीईएल) ने आरईसी मूल्य के मुद्दे पर सुनवाई पूरी कर ली है और वह इस पर जल्द अंतिम फैसला सुना सकता है। आरईसी या हरित प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (आईईएक्स) तथा पावर एक्सचेंज इंडिया (पीएक्सआईएल) में प्रत्येक माह के आखिरी बुधवार को होती है। केंद्रीय बिजली नियामक आयोग (सीईआरसी) द्वारा आरईसी का न्यूनतम मूल्य तय करने से संबंधित तीन अलग-अलग याचिकाओं की सुनवाई करते हुए एपीटीईएल ने इस साल जुलाई में हरित प्रमाणपत्रों की खरीद-फरोख्त को चार सप्ताह तक स्थगित कर दिया था। पीएक्सआईएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रभजीत कुमार सरकार ने कहा कि न्यायाधिकरण ने इस मामले में सुनवाई पूरी कर ली है और अपना फैसला सुरक्षित रखा है। ऐसे में 25 नवंबर से आरईसी का कारोबार फिर शुरू होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली । पिछले सप्ताह सेंसेक्स की 10 प्रमुख कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में 1,63,510.28 करोड़ रुपए की गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। समीक्षाधीन सप्ताह में कोटक महिंद्रा बैंक को छोड़कर शीर्ष 10 की सूची की अन्य कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। कोटक महिंद्रा बैंक का बाजार पूंजीकरण 32,570.94 करोड़ रुपए बढ़कर 3,06,331.09 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की बाजार हैसियत सबसे अधिक 39,355.06 करोड़ रुपए घटकर 13,89,159.20 करोड़ रुपए, एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 28,574.61 करोड़ रुपए घटकर 6,51,518.11 करोड़ रुपए, इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 26,152.79 करोड़ रुपए घटकर 4,51,753.23 करोड़ रुपए, एचडीएफसी का बाजार मूल्यांकन 24,844.93 करोड़ रुपए घटकर 3,45,287.89 करोड़ रुपए, हिंदुस्तान यूनिलीवर का 16,858.07 करोड़ रुपए घटकर 4,86,898.54 करोड़ रुपए, आईसीआईसीआई बैंक के बाजार पूंजीकरण में 16,754.64 करोड़ रुपए की गिरावट के साथ 2,70,736.06 करोड़ रुपए, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की बाजार हैसियत 8,105.15 करोड़ रुपए घटकर 9,99,954.24 करोड़ रुपए, एचसीएल टेक्नोलॉजीज का बाजार मूल्यांकन 2,455.87 करोड़ रुपए की गिरावट के साथ 2,28,816.24 करोड़ रुपए तथा भारती एयरटेल का मूल्यांकन 409.16 करोड़ रुपए घटकर 2,36,552.97 करोड़ रुपए रह गया। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एयरटेल और एचसीएल टेक्नोलॉजीज का स्थान रहा।
अहमदाबाद । अहमदाबाद-स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सीप्लेन सेवा को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया के चलते स्पाइसजेट ने कहा कि उसने दक्षिण गुजरात में सूरत को केवडिया से जोड़ने के लिए ऐसी ही सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। केवडिया में सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थित है, जो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से विख्यात है। स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने कहा कि सीप्लेन सेवा के लिए जो अन्य मार्ग और गंतव्य विचाराधीन हैं, उनमें पोर्ट ब्लेयर से हैवलॉक, दिल्ली से हरिद्वार, दिल्ली से ऋषिकेश और नैनी झील, उदयपुर, डल झील, लेह शामिल हैं। सिंह ने कहा कि हमें इस तरह की सेवा शुरू करने के लिए नदियों और झीलों जैसे जल निकायों की जरूरत है। हम अब सूरत और केवडिया के बीच सीप्लेन सेवा शुरू करने की योजना बना रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां अहमदाबाद के लिए सीप्लेन सेवा का शुभारंभ किया। सड़क मार्ग से केवडिया से अहमदाबाद पहुंचने में लगभग चार घंटे लगते हैं। यह सेवा स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल ने शुरू की है।
मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने जियो पेमेंट्स बैंक पर 1 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर की दोबारा नियुक्ति की जानकारी देरी से देने पर यह जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई ने कहा है कि नियमों का पालन नहीं करने पर यह जुर्माना लगाया गया है। पेमेंट्स बैंक ने सेक्शन 47(1) (सी) का उल्लंघन किया है। आरबीआई का कहना है कि जियो पेमेंट्स बैंक ने किसी भी ट्रांजेक्शन को पूरा करने की तय समयसीमा के रेगुलेटरी नियमों का उल्लंघन किया है।
नई दिल्ली । एशिया के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को दूसरी तिमाही में 9500 करोड़ से अधिक का समेकित शुद्ध लाभ हुआ है। हालांकि, यह पिछले वर्ष की तिमाही से 15 फीसदी कम है। आरआईएल ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी की आय भी पिछले वर्ष की तुलना में घटी है। आरआईएल के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी के प्रदर्शन को बेहतर करार दिया है। फिलहाल, आरआईएल का मार्केट कैप 13.52 लाख करोड़ है।
जानकारी के अनुसार, 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में आरआईएल ने 9,567 करोड़ रुपए का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया। पिछले साल की समान अवधि में यह 11,262 करोड़ रुपए था। इसमें 15.02 फीसदी की कमी हुई है। कंपनी की आय भी घट गई है। 2020-21 की दूसरी तिमाही में यह 1.2 लाख करोड़ रुपए रही, जो गत वर्ष इसी तिमाही में 1.56 लाख करोड़ रुपए थी। शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक, समीक्षावधि में कंपनी की परिचालन आय 33 फीसदी बढ़कर 17,481 करोड़ रुपए रही। 2019-20 की इसी अवधि में कंपनी की आय 13,130 करोड़ रुपए थी।
वहीं, रिलायंस की सहायक कंपनी रिलायंस जियो ने 2,844 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह आंकड़ा तिमाही-दर-तिमाही के हिसाब से 13 फीसदी अधिक और साल-दर-साल के आधार पर 185 फीसदी ज्यादा है।
नई दिल्ली । जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) का कुल एकीकृत घाटा जुलाई-सितंबर तिमाही में और बढ़कर 706.49 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी का एकीकृत घाटा 399.31 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसकी कुल एकीकृत आय बढ़कर 9,137.43 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल इस अवधि में यह 7,688.62 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही देश में पूरे इस्पात उद्योग के लिए सही रही है। लॉकडाउन के बाद माहौल का सामान्य होने के साथ ही घरेलू मांग का बढ़ रही है। समीक्षावधि में कंपनी का इस्पात उत्पादन एकल आधार पर 18.4 करोड़ टन और बिक्री 19.3 करोड़ टन रहा। यह कंपनी का सर्वोच्च उत्पादन एवं बिक्री स्तर है। कंपनी का निर्यात इस अवधि में 7.4 लाख टन रहा।
नई दिल्ली । महिंद्रा ने आखिरकार भारतीय बाजार में अपने ट्रियो जोर इलैक्ट्रिक 3 व्हीलर को लांच किया है। कंपनी ने इसके शुरुआती वेरिएंट की कीमत 2.73 लाख रुपये रखी है। इस तीन वेरिएंट्स पिकअप, डिलीवरी वैन व फ्लैट बेड में खरीदा जा सकेगा। इस इलैक्ट्रिक 3 व्हीलर की डिलीवरी दिसंबर से देश भर में शुरू होगी। महिंद्रा ट्रियो जोर को लांच कर कंपनी ने कहा है कि यह इलैक्ट्रिक 3 व्हीलर डीजल कार्गो के मुकाबले हार साल मालिक के 60,000 रुपये तक बचा देगा। कंपनी का दावा है कि इसका ओनर बचत से ही सिर्फ 5 साल में एक नई ट्रियो जोर खरीद सकता है। कंपनी ने दावा किया है कि महिंद्रा ट्रियो जोर एक चार्ज में 125 किलोमीटर का रास्ता तय करने में मदद करता है और इसमें लगी मोटर 42 न्यूटन मीटर का टार्क जेनरेट करती है। इसकी पेलोड क्षमता 550 किलोग्राम है। इसमें स्पीड बढ़ाने के लिए बूस्ट मोड भी दिया गया है। इसकी एक और खासियत है कि सुरक्षा के लिहाज से इसमें 2216 मिमी का व्हीलबेस दिया गया है। भारतीय सड़कों पर बेहतर राइड के लिए इसमें 30.48 सेमी के टायर लगे हैं जो लार्जेस्ट इन इंडस्ट्री हैं।
बैटरी को लेकर कंपनी ने दावा किया है कि यह 1.50 लाख किलोमीटर का रास्ता तय करने में मदद करेगी और मेंटेनेंस फ्री राइड उपलब्ध करवाएगी। महिंद्रा ट्रियो को 15 एम्पियर के सॉकेट से चार्ज किया जा सकता है। महिंद्रा ट्रियो में ऑटोमेटिक गियरबॉक्स लगा है। महिंद्रा ट्रियो को बेहद ही मॉडर्न डिजाइन से बनाकर इसमें डुअल टोन एक्सटीरियर दिया गया है। कंपनी का कहना है कि इसके केबिन व सीट को ड्राईवर को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें क्लाउड आधारित कनेक्टिविटी तकनीक भी मिलती है जिससे वाहान की रेंज, स्पीड, लोकेशन आदि की जानकारी ली जा सकती है। महिंद्रा ट्रियो के अन्य फीचर्स की बात करें तो इसमें टेलीमेटिक यूनिट व जीपीएस, ड्राइविंग मोड, इकोनोमी व बूस्ट मोड, 12 वाल्ट सॉकेट, रिवर्स बजर व हजार्ड इंडिकेटर आदि सुविधाएं मिलती हैं।
नई दिल्ली । नवंबर महीने में घनतेरस, दीवाली, छठ पूजा सहित गुरु नानक जयंती का त्यौहार है। इसके बाद देश के सरकारी और प्राइवेट बैंक नवंबर में कुल 8 दिन बंद रहने वाले हैं, लेकिन खास बात यह है कि 8 दिन बंद रहने के बावजूद लोगों को सिर्फ एक दिन बैंकिंग की सुविधा नहीं मिलेगी। इसकी वजह है कुछ त्यौहारों की तिथि शनिवार और रविवार है। नवंबर में बैंक 5 दिन रविवार को बंद रहेगा और दो दिन शनिवार को जो सेकेंड शटरडे है। इन दिनों पर बैंक वैसे ही बंद रहते हैं। केवल एक दिन लोग बैंकिंग सेवा का लाभ नहीं ले पाएंगे और वह डेट है 30 नवंबर सोमवार का दिन, क्योंकि इस दिन गुरु नानक जयंती है।
देश के सभी बैंक 1 नवंबर (रविवार), 8 नवंबर (रविवार), 14 नवंबर (शनिवार), 15 नवंबर (रविवार), 22 नवंबर (रविवार), 28 नवंबर (शनिवार), 29 नवंबर (रविवार) और 30 नवंबर (सोमवार) को बंद रहेगा। इनमें 14 नंबर को दीवाली है और 30 नवंबर को गुरु नानक जयंती है लेकिन आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में बैंक 6 नवंबर को वांग्ला के करण बंद रहेगा।
वहीं, अहमदाबाद, बेलापुर, बंगालिरी, गंगटोक, कानपुर, लखनऊ, मुंबई और नागपुर में सभी बैंक 16 नवंबर को भी बंद रहेगा, क्योंकि इस दिन विक्रम संवत के हिसाब से नया साल है और चित्रगुप्त जयंती के साथ भाईदूज का त्योहार है। वहीं,17 नवंबर को बैंक गंगटोक और इंफाल में निंगोल चक्कोउबा के अवसर पर बंद रहेगा। वहीं, बिहार में छठ पूजा के कारण बैंक 20 और 21 नवंबर को बंद रहेगा। वहीं, शिलॉन्ग में बैंक 23 नवंबर को सेंग कुट्सनेम के कारण बंद रहेगा।
नई दिल्ली . टूरिज्म (Tourism) : लॉकडाउन ने जिन सेक्टरों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है, उनमें टूरिज्म (Tourism), होटल (Hotel), रियल एस्टेट (Real Estate), कंस्ट्रक्शन जैसे सेक्टर शामिल हैं. ये सेक्टर ऐसे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला हुआ था. लेकिन लॉकडाउन से सबसे ज्यादा असर इन्हीं उद्योगों पर पड़ा और इनमें बड़ी तादाद में लोगों की नौकरी गई. बड़ी संख्या में लोगों को वेतन कटौती का सामना भी करना पड़ा.
अब सरकार टूरिज्म (Tourism), होटल (Hotel), रियल एस्टेट (Real Estate), कंस्ट्रक्शन, स्टार्ट-अप और कंस्ट्रक्शन समेत छह सेक्टरों को राहत पैकेज देने पर सोच रही है. सूत्रों का कहना है कि इन सेक्टरों के लिए सरकार का खजाना खुलने ही वाला है. सरकार इन सेक्टरों में कैश फ्लो तेज करना चाहती है. सरकार को तीसरा राहत पैकेज शायद इन्हीं सेक्टर पर फोकस करेगा. मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी (Narendran Modi) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) के साथ इकनॉमी के हालात पर चर्चा की थी. इसके बाद ही इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे कि सरकार तीसरे राहत पैकेज के तौर पर इन सेक्टरों को खड़ा करने में मदद करेगी.
सरकार की सबसे बड़ी चिंता रोजगार में इजाफा करना है ताकि लोगों के पास पैसा और मांग और खपत को रफ्तार मिले. इन सभी सेक्टरों में रोजगार देने की काफी क्षमता है और इनसे बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं. इसलिए सरकार का फोकस इन सेक्टरों को राहत देकर रोजगार में इजाफा करना है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने हाल में कहा था कि सरकार को उन सेक्टरों को मदद देनी चाहिए, जिनको मदद की सबसे अधिक जरूरत है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके. लॉकडाउन के नियंत्रण की वजह से टूरिज्म (Tourism), होटल (Hotel), एविएशन, कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट (Real Estate) और रोजगार देने वाले कई और सेक्टरों को करारा झटका लगा है.
सोल। दक्षिण कोरिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद बनाने वाली कंपनी सैमसंग ने गुरुवार को बताया कि सितंबर तिमाही में उसका लाभ 59 प्रतिशत बढ़कर दो साल के उच्च स्तर 12,350 अरब वॉन यानी 1089 अरब डॉलर पर पहुंच गया। कंपनी का लाभ कंप्यूटर मेमोरी चिप, स्मार्टफोन और उपकरणों की बिक्री के दम पर बढ़ा है। इस दौरान कंपनी का राजस्व आठ प्रतिशत बढ़कर 66,960 अरब वॉन यानी 59 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह सैमसंग का किसी भी तिमाही का सबसे अधिक राजस्व है। कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘दुनिया भर में भले ही कोविड-19 महामारी का प्रकोप जारी है, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के खुलने से उपभोक्ता मांग में महत्वपूर्ण तेजी आई है।’ कंपनी ने कहा कि कंप्यूटर चिप की मांग में कमी आयी है और स्मार्टफोन तथा उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेज हुई है। इसके कारण उसे चालू तिमाही में लाभ कम होने की आशंका है। सैमसंग को कोरोना वायरस महामारी तथा अमेरिका और चीन के व्यापारिक तनाव दोनों से फायदा हुआ है। अमेरिका के द्वारा चीन की कंपनियों के ऊपर पाबंदियां लगाने से हुआवेई का बाजार बाधित हुआ है। इससे स्मार्टफोन, स्मार्टफोन चिप और दूरसंचार उपकरण के क्षेत्र में सैमसंग की सबसे बड़ी प्रतिस्पर्धी कंपनी को नुकसान हुआ है। अमेरिका ने सेमीकंडक्टर बनाने वाली चीन की कुछ कंपनियों के ऊपर भी कार्रवाई की है। सैमसंग को इससे भी लाभ हुआ है।
लंदन । प्रीमियम स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एपल जल्द अपना सर्च इंजन लॉन्च कर सकती है। बता दें कि दुनियाभर में एपल यूजर्स की संख्या काफी ज्यादा है, जो अब तक आमतौर पर गूगल सर्च इंजन का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। लेकिन एपल के नए सर्च इंजन के आने से गूगल को जोरदार झटका लग सकता है। रिपोट्र्स के मुताबिक कैलिफोर्निया कंपनी एपल अपने सर्च इंजन पर तेजी से काम कर रही है। एपल का गूगल कंपनी के साथ एक समझौता था, जिसके तहत डिवाइस में डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर गूगल का इस्तेमाल करता था। मतलब एपल की डिवाइस में पहले से ही गूगल सर्च इंजन मौजूद रहता था। इसके लिए गूगल की तरफ से एपल को करोड़ों रुपए दिए जाते थे। लेकिन यूके की कंपटीशन एंड मार्केट अथॉरिटी ने डील को कारोबार नियमों के खिलाफ माना। माना गया कि गूगल और एपल की डील से दूसरे सर्च इंजन को समान अवसर नही मिल रहा है, जो कि स्वतंत्र कारोबार नियम के विरुद्ध है। ऐसे में यूके की कंपटीशन एंड मार्केट अथॉरिटी इस डील को खत्म कर सकती है। इसलिए एपल कंपनी खुद अपना सर्च इंजन लाने जा ही है।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने अपनी नेक्स्ट जनरेशन 2020 हुंडई i20 की अन-ऑफिशियली बुकिंग शुरू कर दी है। ऐसा माना जा रहा है कि प्रीमियम हैचबैक नवंबर के आसपास लॉन्च होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, कई डीलर्स ने 25000 रुपए के अमाउंट के साथ इसकी बुकिंग शुरू कर दी है। डीलर्स सोर्स के मुताबिक, कंपनी दिवाली से पहले यानी 5 नवंबर को इसे लॉन्च करने की तैयारी में है।
कंपनी ने एक दिन पहले ही सोशल प्लेटफॉर्म पर इसके फोटो जारी किए थे। इसे 'सेंसस स्पोर्टीनेस' स्टाइलिंग फिलॉस्फी को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। टेस्टिंग के दौरान भी इसे भारतीय सड़कों पर स्पॉट किया जा चुका है।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नई i20 प्रीमियम हैचबैक स्पेस में दोबारा एक बेंचमार्क स्थापित कर सकती है। टीजर इमेज में देखा जा सकता है कि 5-सीटर हैचबैक में अधिक एग्रेसिव एक्सटीरियर डिजाइन देखने को मिलता है। फ्रंट में री-डिजाइन हेक्सागोनल फ्रंट ग्रिल दी गई है, जिसमें हैंडलैंप क्लस्टर को इंटीग्रेट किया गया है।
इंटीग्रेटेड एलईडी डे-टाइम रनिंग लाइट्स के साथ शार्पर प्रोजेक्टर हेडलाइट्स नए डिजाइन किए गए फ्रंट बम्पर पर देखने को मिल जाते हैं, जिसके साथ किनारों तक फैले हुए फॉग लैंप को ट्रेंगुलर ब्लैक हाउजिंग के साथ जोड़ा गया है। टीजर के अन्य हाइलाइट्स में ब्लैक रूफ के साथ डुअल-टोन अपीयरेंस और पतले विंग मिरर्स शामिल हैं।
इसके अलावा, एक बड़ी विंडशील्ड, स्पोर्टियर कट और क्रीज, प्रोमिनेंट कैरेक्टर लाइन्स, नया हुड स्ट्रक्चर और नए व्हील्स देखे जा सकते हैं। पीछे की तरफ, नई i20 में Z-शेप्ड सिग्नेचर के साथ एलईडी टेल लैंप्स, हुंडई और i20 बैज, री-स्टाइल्ड बंपर देखने को मिलता है।
इंटीरियर में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसमें नया डैशबोर्ड, सेंटर कंसोल, डिजिटल इंस्ट्रूमेंटेशन, नया मल्टी-फंक्शनल स्टीयरिंग व्हील, एपल-कारप्ले, एंड्रॉयड-ऑटो और ब्लूलिंक कनेक्टिविटी के साथ फ्री-स्टैंडिंग होरिजोंटल ओरिएंटेड टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमैटिक क्लाइमेंट कंट्रोल, क्रूज कंट्रोल, क्रोम एक्सेंट्स, सनरूफ, वायरलेस चार्जर जैसे फीचर्स शामिल हैं।
केबिन पर कम फिजिकल बटन का उपयोग कर कंपनी ने अंदर इस्तेमाल किए जाने मटेरियल की क्वालिटी में सुधार किया है। इसे 1.2-लीटर नैचुरली एस्पीरेटेड पेट्रोल और 1.0-लीटर तीन-सिलेंडर टर्बो पेट्रोल और मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन ऑप्शन के साथ 1.5-लीटर डीजल इंजन के साथ लॉन्च किया जा सकता है।