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बिज़नस

बिज़नस (3413)

सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को बड़ी राहत दी है, जिसके बाद शेयर बाजार में जोरदार उछाल देखने को मिली। दोपहर करीब 2:15 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 2102.46 अंक यानी 5.83 फीसदी की बढ़त के बाद 38,195.93 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी की बात करें, तो 627.90 अंक यानी 5.87 फीसदी की बढ़त के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,332.70 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। ये शेयर बाजार में पिछले 10 साल की सबसे बड़ी इंट्रा डे तेजी है।

दोपहर 1:45 बजे 38,099.64 के स्तर पर था सेंसेक्स

दोपहर करीब 1:45 बजे सेंसेक्स 2006.17 अंक यानी 5.56 फीसदी की बढ़त के बाद 38,099.64 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी की बात करें, तो 587.25 अंक यानी 5.49 फीसदी की बढ़त के बाद निफ्टी 11,292.05 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। 

दोपहर 12:20 बजे यह था शेयर बाजार का हाल

दोपहर करीब 12:20 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1925.81 अंक यानी 5.34 फीसदी की बढ़त के बाद 38,019.28 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी की बात करें, तो 560.35 अंक यानी 5.24 फीसदी की बढ़त के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11,265.35 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। 
सरकार की ओर से आयकर रिटर्न दाखिल करने की तिथि बढ़ाने जाने के बाद भी कई करदाताओं ने अब तक आईटीआर नहीं भरा है। ऐसे करदाताओं के लिए आईटीआर भरने के लिए आज आखिरी दिन है। पहले अंतिम तिथि 31 जुलाई थी, जिसे एक महीने के लिए बढ़ाया गया था।
 
इस संदर्भ में आयकर विभान ने भी कहा है कि आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त 2019 है। अंतिम तारीख को बढ़ाया नहीं गया है। 
 

दरअसल, कई आयकरदाता आज-कल टालने की आदत से अंतिम समय तक रिटर्न नहीं भरते और बाद में विभाग की साइट पर तकनीकी दिक्कत या दस्तावेज की कमी से तय समय में आईटीआर नहीं भर पाते। सीबीडीटी के अनुसार, व्यक्तिगत आयकरदाता, नौकरीपेशा, हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) और जिन लोगों के खातों की ऑडिटिंग की जरूरत नहीं है, उन्हें 31 अगस्त 2019 तक अनिवार्य रूप से रिटर्न दाखिल करना है। ऐसे करदाताओं के लिए रिटर्न भरना काफी आसान है। वे ऑनलाइन तरीके से विभाग की साइट पर पैन कार्ड, आधार, कंपनी द्वारा जारी फॉर्म-16 और फॉर्म 26एस की मदद से रिटर्न दाखिल कर सकते हैं, जबकि इसे ऑफलाइन भी भरा जा सकता है।

इनके लिए 30 सितंबर तक छूट

कंपनियों या किसी फर्म के वर्किंग पार्टनर, व्यक्तिगत या फर्म जिसके खाते की ऑडिटिंग जरूरी है, उनके लिए रिटर्न भरने की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2019 है। इसके अलावा आयकर अधिनियम की धारा 92ई के तहत जिन असेसी को रिपोर्ट देनी होती है, उन्हें भी 30 सितंबर तक छूट मिलेगी। धारा 92ई में ऐसे करदाता आते हैं, जिन्होंने दूसरे देश में कारोबार या कोई लेनदेन किया हो।  



 

आईटीआर के सात चरण

  • करदाता अपने पैन से यूजर आईडी और पासवर्ड बनाकर incometaxindiaefiling.gov.in पर लॉगिन करें।
  • फाइलिंग इनकम टैक्स रिटर्न विकल्प पर क्लिक करने से अगले पेज पर आपका पैन नंबर दिखेगा।
  • यहां मूल्यांकन वर्ष, फॉर्म का नाम चुनने के बाद सबमिशन मोड सेलेक्ट करना होगा।
  • इसके बाद दो विकल्प दिखेंगे, एक आधार ओटीपी से वेरिफिकेशन और दूसरा प्रिंट भेजकर वेरिफिकेशन। किसी एक का चुनाव कर अगला विकल्प पर क्लिक करें। 
  • सामने जो पेज आएगा उसमें आय का विवरण, कटौती और अपने निवेश की पूरी जानकारी भरें। 
  • रिटर्न या टैक्स की गणना के बाद आपको भुगतान की जानकारी स्क्रीन पर दिखेगी। 
  • अगर टैक्स देनदारी है तो भुगतान करें और रिटर्न मिल रहा है तो सबमिट पर क्लिक करें। आपका रिटर्न दाखिल हो जाएगा।

आईटीआर भरने के कई फायदे

तीन साल का रिटर्न फॉर्म हो तो बैंक से कर्ज लेना और क्रेडिट कार्ड बनवाना आसान हो जाता है।
बड़े लेनदेन, प्रॉपर्टी खरीदने और म्यूचुअल फंड में ज्यादा निवेश के लिए आईटीआर की जरूरत होती है।
अगर टीडीएस कटा है तो इसे क्लेम करने के लिए भी आईटीआर भरना जरूरी है।
वीजा बनाने के लिए दूतावास दो साल का रिटर्न फॉर्म मांगते हैं। 
अपना कारोबार शुरू करने के लिए भी आईटीआर फॉर्म की जरूरत होती है।

 

यहां चेक करें रिफंड की स्थिति

आयकर रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि नजदीक आती जा रही है। अभी तक अधिकतर करदाताओं ने अपना रिटर्न दाखिल भी कर दिया होगा। आईटीआर भरने के बाद से ही करदाता अपने रिफंड का इंतजार करने लगता है। आयकर विभाग रिटर्न के ई-सत्यापन के तत्काल बाद रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं। 

दरअसल, इनकम टैक्स रिफंड वह राशि होती है जो करदाता की ओर से कुल कर देयता से अधिक भुगतान की जाती है। अगर करदाता का दावा सही होता है तो आयकर विभाग इसकी जानकारी ईमेल या एसएमएस के जरिये देता है। इसमें बताया जाएगा कि कितनी राशि करदाता के खाते में रिफंड की जाएगी। साथ ही रिफंड का एक सीक्वेंस नंबर भी दिया जाएगा। यह सूचना आयकर कानून की धारा 143(1) के तहत भेजी जाती है। अमूमन ई-सत्यापन के बाद रिफंड मिलने में 2 से 3 महीने का वक्त लगता है, लेकिन कई बार यह सिर्फ 15 दिनों में भी क्रेडिट हो जाता है। 

इन तरीकों से करें रिफंड की जांच

करदाता अपने आयकर रिफंड की मौजूदा स्थिति जानने के लिए आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल अथवा एनएसडीएल की वेबसाइट पर जा सकते हैं। हालांकि, रिफंड के लिए आपका खाता पैन से जुड़ा होना जरूरी है। आयकर विभाग ने घोषणा की थी कि 1 मार्च 2019 से केवल ई-रिफंड ही जारी किया जाएगा। यह केवल उसी बैंक खाते में जमा होगा जो पेन कार्ड से लिंक है और जिसका विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर पूर्व सत्यापन हो चुका है।

 

स्थिति जांचने का पहला तरीका

  • करदाता www.incometaxindiaefiling.gov.in पर पैन और पासवर्ड से अपना अकाउंट लॉगइन करें।
  • अब रिव्यू रिटर्न/फॉर्म्स पर क्लिक करें।
  • ड्रॉप डाउन मेन्यू से इनकम टैक्स रिटर्न सेलेक्ट करें और असेसमेंट ईयर का चयन करें। 
  • इसके बार भरे गए रिटर्न फॉर्म से संबंधित एकनॉलेजमेंट नंबर पर क्लिक करें। 
  • सामने जो पेज खुलेगा उसमें रिटर्न भरने और ई-सत्यापन की तारीख के साथ आपका रिफंड जारी होने की स्थिति भी दिख जाएगी। 

एनसीडीएल पर जानें स्थिति

  • आयकर विभाग की ओर से बैंक को रिफंड भेजे जाने के 10 दिन बाद टिन एनसीडीएल की वेबसाइट पर स्थिति जान सकते हैं।
  • इसके लिए करदाता https://tin.tin.nsdl.com/oltas/refundstatuslogin.html पर जाएं।
  • यहां अपने पैन का ब्योरा और असेसमेंट ईयर डालें।
  • कैप्चा भरने के बाद सबमिट पर क्लिक करें और आपको स्क्रीन पर अपने रिफंड की स्थिति दिख जाएगी। इसमें भुगतान का प्रकार, रेफरेंस नंबर और तारीख लिखी होगी। 

सुस्त अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को कई बड़े एलान किए हैं। इनमें सरकारी बैंकों के मुनाफे की स्थिति, लोन रिकवरी का स्तर और नीरव मोदी जैसे बड़े घोटाले रोकने पर किए जा रहे कार्यों के बारे में उल्लेख किया है। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। 18 में से छह सरकारी बैंकों का विलय कर दिया गया है। अब विलय के बाद केवल 12 सरकारी बैंक बचेंगे। वहीं देश में पहले 10 बड़े सरकारी बैंक थे, जिनकी शाखाएं विदेशों में भी थी। अब ऐसे बैंकों की संख्या घटकर चार रह जाएगी। 

 भारत सरकार ने कई बैंकों के विलय का एलान कर दिया है।  इस खबर के बाद सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट आई। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को 10 बैंकों के प्रमुखों को बुलाया था। इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इलाहाबाद बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, सिंडिकेट बैंक और आंध्रा बैंक शामिल हैं। पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक और केनरा बैंक में बाकी सरकारी बैंकों का विलय करने की घोषणा कर दी गई है। 

एटीएम से कैश निकालने और एटीएम फ्रॉड के मामलों पर लगाम लगाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए पब्लिक सेक्टर के केनरा बैंक ने देश में पहली बार एटीएम से पैसा निकालने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की सुविधा शुरू की है। जिसके अंतर्गत एटीएम से एक दिन में 10 हजार से ज्यादा कैश निकालने के लिए लोगों को अपने पिन नंबर के साथ फोन पर आने वाला ओटीपी भी डालना पड़ेगा। बैंक की ओर से यह पासवर्ड निकासी के दौरान खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। जिसके बारे में कैनरा बैंक ने ट्वीट कर जानकारी दी है 'भारत में ओटीपी की सुविधा देने वाले पहले बैंक बने हैं, हमारी कोशिश है कि ग्राहकों के खाते को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित रखें।' बता दें कि एटीएम फ्रॉड रोकने के लिए आरबीआई ने बैंकों को कदम उठाने को कहा था। इसके तहत ही केनरा बैंक ने यह सुविधा लॉन्च की है। बीते दिनों दिल्ली स्टेट लेवल बैंकर्स कमिटी (एसएलबीसी) ने बैंकों को कई सुझाव दिये थे। दिल्ली एसएलबीसी के संयोजक और ओरियंटल बैंक ऑफ  कॉमर्स के एमडी और सीईओ मुकेश कुमार जैन ने कहा कि एटीएम से होने वाली अधिकतर धोखाधड़ी रात के समय यानी आधी रात से लेकर तड़के सुबह तक होती है। ऐसे में एटीएम से लेनदेन पर एक खाका खींचना मददगार साबित हो सकता है।

इस योजना पर पिछले हफ्ते 18 बैंको के प्रतिनिधिों की बैठक में चर्चा हुई। जैन ने बताया कि बैकर्स ने कई दूसरे सुझाव दिए हैं जिनमें अनधिकृत रूप से पैसे निकालने की कोशिश करने पर अकांउट होल्डर्स को अलर्ट करने के लिए ओटीपी भेजी जाए। यह सिस्टम क्रेडिट या डेबिट कार्ड द्वारा होने वाले ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के ही समान होगा। गौरतलब है कि एटीएम फ्रॉड के मामले में महाराष्ट्र 233 के बाद दिल्ली का ही नंबर आता है। पिछले कुछ समय से एटीएम क्लोनिंग के मामले भी सामने आए हैं। साल 2018-19 में देशभर में फ्रॉड के मामले पिछले साल 911 के मुकाबले बढ़कर 980 हो गए। 

 

News Creation : शेयर बाजार के आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में करीब 270 अंकों की बढ़त देखने को मिली है।

News Creation : राष्ट्रीय राजधानी सहित देश के कई महानगरों में आज मंगलवार को भी पेट्रोल के भाव में कमी आई है। पेट्रोल के भाव में आज 9 से 10 पैसे की कमी आई है। अर्थात अब आपको पेट्रोल खरीदने के लिए कम कीमत चुकानी होगी। वहीं, डीजल की कीमतें अपने पुराने भाव पर ही बनी हुई है।

न्यूज़ क्रिएशन : इस साल 5 जुलाई को बजट पेश होने के बाद भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट आई है। इससे बेंचमार्क सूचकांक अपने अहम लेवल से नीचे आ गए हैं। सेंसेक्स टूटकर 37,000 से नीचे आ गया और निफ्टी 50 भी 10,900 के लेवल से अभी नीचे है।

2 अगस्त तक जुटाए आंकड़ों के मुताबिक, निवेशकों का वेल्थ 11 लाख करोड़ रुपए तक घट गया। BSE की लिस्टेड कंपनियों का एवरेज मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 अगस्त 2019 को घटकर 139.98 लाख करोड़ हो गया। यह 5 अगस्त 2019 को 151.35 लाख करोड़ रुपए था।

भारतीय शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट के लिए घरेलू और वैश्किव दोनों वजहें अहम हैं। घरेलू मोर्चे पर देखें तो बजट में फॉरेन इनवेस्टर्स पर टैक्स सरचार्ज लगाने का प्रस्ताव पेश किया गया था, जिससे बिकवाली शुरू हो गई। इसके अलावा कंपनियों के कमजोर नतीजों और सामान्य से कमजोर मॉनसून के कारण भी हालात बिगड़े हैं। वैश्विक कारणों में देखें तो अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर से बाजार परेशान है।   

भारतीय शेयर बाजार फिलहाल अपने 5 महीने के निचले लेवल पर हैं। ऐसे में आप अपने पोर्टफोलियो में बदलाव कर सकते हैं। ऐसी कई ब्लूचिप कंपनियां है जिनमें डबल डिजिट में गिरावट आई है। ऐसे में आप सही शेयरों का चयन करके अपना पोर्फफोलियो बेहतर बना सकते हैं।

अगर आप अभी निवेश कर रहे हैं तो कम से कम 5 साल तक उसमें बने रहे। फिलिप कैपिटल के हिसाब से जिन शेयरों में आपको निवेश करना चाहिए वो ये हैं।

ब्रोकरेज फर्म-फिलिप कैपिटल

HDFC Bank

ICICI Bank

Axis Bank

SBI

TCS

Infosys

HUL

Marico

Asian Paints 

Jubilant FoodWorks

Bajaj Electrical

Somany Ceremics

L&T

UltraTech Cement

JK Cement 

Container Corp 

NCC

PNC Infra

Divis Lab

Biocon 

Aarti Industries

ब्रोकरेज फर्म- कोटक सिक्योरिटीज

Engineera India

Equitas Holdings 

ITC

ONGC

SBI

Welspun Corp

ब्रोकरेज फर्म- एमके ग्लोबल

Cipla

Divis Lab

HDFC Bank

HDFC Ltd 

ICICI Bank

ICICI pru Life

L&T

Marico

NTPC

Tata Steel

United Breweries

कोटक सिक्योरिटीज ने अपने नोट में कहा है कि मेरे हिसाब से लार्जकैप शेयरों के बजाय मिड-स्मॉलकैप में निवेश से ज्यादा रिटर्न मिलेगा। इससे पहले 2014-17 के बीच मिडकैप ने एब्सॉल्यूट 70 फीसदी का रिटर्न दिया था।

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