ईश्वर दुबे
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नई दिल्ली। वायदा बाजार में सोमवार को सोने का भाव 0.81 प्रतिशत गिरकर 43,217 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इस दौरान कमजोर वैश्विक कारणों के चलते प्रतिभागियों ने बिकवाली की। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल डिलीवरी के लिए सोने का भाव 354 रुपए की गिरावट के साथ 43,217 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इसमें 85 लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी तरह जून डिलीवरी के लिए सोना 462 रुपए की गिरावट के साथ 43,083 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर आ गया। इसमें 975 लॉट के लिए कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि सोने की वायदा कीमतों में गिरावट कमजोर मांग के कारण रही। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,640.20 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
सिंह कहा हमने पूरे अप्रैल महीने और उसके बाद की अवधि के लिए भी ईंधन की मांग का पूरा अंदाजा लगा लिया है। तेल शोधक इकाइयां जरूरत के हिसाब से काम कर रही हैं ताकि देश का ईंधन की पूरी मांग का इंतजाम किया जा सके।
नयी दिल्ली। सरकारी क्षेत्र की तेल कंपनी इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी) के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा है कि भारत में पेट्रोल डीजल और रसोई गैस का पर्याप्त भंडार है और लोगों को गैस की कमी की डर से गैस सिलेंडर की बुकिंग बढ़ा कर आपूर्ति प्रणाली पर अनावश्यक दबाव नहीं पैदा करना चाहिए। सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण आवागमन पर तीन सप्ताह की देश्व्यापी ‘लॉकडाउन’ (बंद) में लोगों की जरूरत की पूर्ति के लिए ईंधन का पर्याप्त भंडार है। इंडियन आयल इस समय अन्य कंपनियों के साथ मिल कर देश में ईंधन की जरूरतों के प्रबंध के व्यापक अभियान में लगी है। सिंह ने पीटीआई से बातचीत में कहा , ‘‘देश में ईंधन की कोई कमी नहींहै। उन्हें घबराहट में एलपीजी की बुकिंग नहीं करनी चाहिए।’’
सिंह कहा हमने पूरे अप्रैल महीने और उसके बाद की अवधि के लिए भी ईंधन की मांग का पूरा अंदाजा लगा लिया है। तेल शोधक इकाइयां जरूरत के हिसाब से काम कर रही हैं ताकि देश का ईंधन की पूरी मांग का इंतजाम किया जा सके। सभी ठोक भंडारण केंद्रों , एलपीजी वितरण केंद्रों और पेट्रोल पंप पर काम सामान्य ढंग से चल रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के कारण आवाजाही पर देशव्यापी पाबंदी के चलते वहनों और विमानों आदि का परिचालन प्रभावित होने से डीजल पेट्रोल और विमान ईंधन की मांग घट गई है। मार्च में पेट्रोल की मांग 8% और डीजल की मांग 16% घट गई है। इसी तरह विमान ईंधन की मांग में भी 20% की गिरावट दर्ज की गई है। सिंह ने कहा कि इस दौरान हालांकि रसोई गैस सिलेंडर की मांग में उछाल जरूर आया हैलेकिन हम अपने सभी ग्राहकों की मांग पूरी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना बंदी की घोषणा के बाद रसोई गैस रिफिल सिलेंडर की मांग 200% से भी अधिक उछल गयी है। लोग संभवत भविष्य में किसी कमी की आशंका से खरीदारी या बुकिंग बढ़ा दी है।
लेकिन सिंह ने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि गैस की कोई कमी नहीं होगी इसलिए उन्हें घबराहट में इसकी बुकिंग नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राहक घबराहट में अनावश्यक रूप से गैस सिलेंडर की बुकिंग शुरू कर देते हैं तो व्यवस्था पर दबाव पड़ता है। बुकिंग बढ़ने पर गैस सिलेंडर भरने के कारखानों को सूचना तत्काल दे दी जाती है और वे सिलेंडर भरने का काम तेज कर देते हैं। वहां से सिलेंडर वितरकों को जाता है और वितरक अपने डिलिवरी कर्मचारियों के जरिए घर-घर सिलेंडर पहुंचाते हैं। यदि मांग बहुत ज्यादा बढ़ जातीहै तो पहले से दबाव में काम करने वाले वितरकों ओर डिलिवरी कर्मियों पर भी बोझ बढ जाता है। सिंह ने कहा कि हल्की मांग कम होने से तेल शोधन संयंत्रों ने डीजल और पेट्रोल का उत्पादन 25 से 30% घटा दिया है। तेलशोधक कारखानों में कच्चे तेल के प्रसंस्करण से एक अनुपात में पेट्रोल, डीजल, मिट्टी तेल और विमान ईंधन तथा एलपीजी का उत्पादन होता है। यदि कच्चे तेल की प्रोसेसिंग कम होती है तो इन सभी सभी ईंधनों के उत्पादन में उसी अनुपात में कमी आती है।
नई दिल्ली। भारत की प्रमुख एलपीजी गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी इंडियन ऑयल (आईओसी) ने कहा कि वह लॉकडाउन की स्थिति में भी सबको सिलेंडर उपलब्ध कराएगी। दरअसल पिछले 3-4 दिनों में नॉर्थ ईस्ट के साथ-साथ देश के कई इलाकों में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन होने की खबरों के चलते एलपीजी रसोई गैस सिलेंडर की खरीदारी तेजी से बढ़ गई। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है। इस दौरान लोगों को रसोई गैस की कोई परेशानी न हो, इसीलिए आईओसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी उत्पादन बढ़ा रही है। अगले कुछ दिनों में इसका असर दिखने लगेगा। इसके साथ ही गैस की ऑनलाइन बुकिंग के जरिए ग्राहकों को उनके दरवाजे पर ही गैस डिलीवरी की जाएगी। साथ ही जिन लोगों के पास कनेक्शन नहीं है उन्हें 5 किलो का एफटीएल सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा। आईओसी ने ट्वीट कर बताया है कि ग्राहक अपने शहर में इंडेन के किसी भी डिस्ट्रीब्यूटर या प्वाइंट ऑफ सेल पर जाकर 5 किलो का रसोई गैस सिलेंडर खरीद सकते हैं। कंपनी के मुताबिक 5 किलो का रसोई गैस सिलेंडर खरीदने के लिए किसी एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं है। पैसे दें और गैस ले जाएं। ग्राहक इंडेन के किसी भी सेलिंग प्वाइंट पर इसे रिफिल करा सकते हैं। यह सिलेंडर बीआईएस प्रमाणित है, जिससे सुरक्षा और बढ़ जाती है।
नई दिल्ली । मोबाइल बनाने वाली कंपनी लावा ने अपने कर्मचारियों को 20 प्रतिशत अग्रिम वेतन दिया है। कंपनी ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने सरकार ने 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन किया है, ऐसे में कर्मचारी अपने खर्च ठीक से चला सकें इसलिए कंपनी ने उन्हें अग्रिम वेतन देने का निर्णय किया है। कंपनी के कारखाने में करीब 3,500 कर्मचारी काम करते हैं। कंपनी ने कहा कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने और उनकी परेशानियों को हल करने के विभिन्न कदमों के तहत कंपनी ने यह कदम उठाया है। कंपनी ने उन्हें निश्चित तिथि से 12 दिन पहले 20 प्रतिशत वेतन अग्रिम तौर पर दे दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के दिशानिर्देशों पर कंपनी ने नोएडा में अपने संयंत्र को पहले 22 से 25 मार्च के लिए बंद किया था। अब इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल कर दिया गया है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने देश में 21 दिन की सार्वजनिक पाबंदी लगाई है।
नई दिल्लीः टेलीकॉम इंडस्ट्री ने सरकार से आपदा जैसी स्थिति घोषित करने की मांग करते हुए उन्हें 1800 बैंड में अस्थायी रूप से अतिरिक्त स्पेक्ट्रम देने की मांग की है. इस बीच कंपनियों ने आपस में आपदा जैसी स्थिति वाले कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके तहत वह आपस में इंट्रा सर्किल या एक सर्किल के अंदर ही नेटवर्क व टॉवर साझा करने पर सहमत हो रही हैं. फिलहाल इस तरह की सुविधा गृह सर्किल से बाहर निकलने पर अन्य सर्किल में जाने पर मिलती है.
इसकी वजह बताते हुए एक कंपनी के अधिकारी ने कहा कि कोरोना की वजह से वर्क फ्रॉम होम या घर से काम करने का चलन बढ़ गया है. इससे आवासीय इलाकों में नेटवर्क पर 20 से 30 प्रतिशत दबाव बढ़ गया है. यही वजह है कि हमने सरकार से अस्थायी स्पेक्ट्रम की मांग की है.
वहीं कंपनियां गृह या होम सर्किल में भी अपना नेटवर्क साझा करने पर सहमत हो गई हैं. इस दबाव से ओटीटी या ओवर द टॉप कंपनियों की स्ट्रीमिंग भी बढ़ा रही है. हमने सरकार से अनुरोध किया है कि इन ऑनलाइन मनोरंजन कंपनियों को भी निर्देश दें कि उनकी स्ट्रीमिंग एचडी की जगह स्टैंडर्ड मोड में हो.
दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने कहा कि ओटीटी कंपनियां एचडी से स्टैंडर्ड मोड पर आने के लिए कदम उठाने की दिशा में बात कर रही हैं. जल्द ही उनकी ओर से इस तरह के कदम दिखेंगे. हम टेलीकॉम सर्विसेज सुचारू रखने के लिए समुचित कदम उठा रहे हैं. नेटवर्क बेहतरीकरण और रिपेयर के लिए आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं.
मुंबई। वैश्विक बाजारों से मिलेजुले संकेतों की वजह से बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी की शुरुआत तेजी के साथ हुई है। सेंसेक्स करीब 285 अंक की बढ़त के साथ 26,960 और निफ्टी करीब 120 अंक की बढ़त के साथ 7920 के आसपास कारोबार कर रहा है। मिडकैप शेयरों में भी खरीदारी दिख रही है लेकिन स्मॉलकैप शेयरों पर दबाव नजर आ रहा है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.2 फीसद की बढ़त दिखा रहा है जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 0.33 फीसदी की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है। हालांकि तेल-गैस शेयरों में आज तेजी नजर आ रही है। बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 1.8 फीसदी की मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। आज के कारोबार में एफएमसीजी, फार्मा, आईटी और रियल्टी शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है जबकि ऑटो, मीडिया और पीएसयू बैंक पर दबाव देखने को मिल रहा है। बैंक निफ्टी में भी सुस्ती दिख रही है। ये 0.07 फीसदी की कमजोरी के साथ 17095 के आसपास दिख रहा है। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स करीब 285 अंक की बढ़त के साथ 26,960 के आसपास कारोबार कर रहा है। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी करीब 120 अंक की बढ़त के साथ 7920 के आसपास कारोबार कर रहा है।
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शेयर बाजार पर कोरोना की मार लगातार जारी है. हफ्ते के पहले दिन बाजार खुलते ही धड़ाम हो गया. सेंसेक्स में 2600 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई, वहीं 50 कंपनियों वाले निफ्टी में भी 600 अंक से ज्यादा नीचे आ गया. डॉलर के मुकाबले की कीमत भी काफी गिरावट दर्ज की गई है. एक डॉलर की कीमत 76 रुपये को पार कर गई है.
कोरोना वायरस संकट के बीच पंजाब के आईएएस अधिकारियों ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना वायरस के कारण जिन लोगों की रोजी रोटी पर असर पड़ा है उनकी मदद के लिए सभी आईएएस अधिकारी अपनी एक दिन की सैलरी मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे. बता दें कि कोरोना के खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने 31 मार्च तक लॉक डाउन के आदेश दिए हैं. पंजाब में अब तक कोरोना के 13 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों के लिए लॉकडाउन की स्थिति के बीच अपना संदेश दिया है. उन्होंने ट्वीट किया है और कहा है कि आज से दिल्ली में लॉकडाउन शुरू, मेरे दिल्लीवासियों, आपने व्यक्तिगत परेशानी उठाकर पॉल्यूशन को हराने के लिए Odd Even कर दिखाया. आपने डेंगू के खिलाफ महाअभियान को अपनाया. मुझे विश्वास है Covid-19 से अपने परिवार को बचाने के लिए आप लॉकडाउन में भी अपना सहयोग दे कर इस लड़ाई को जीतेंगे.
कोरोना वायरस से जुड़ी एक बड़ी खबर लखनऊ से आई है. लखनऊ के घंटाघर में 17 जनवरी से सीएए के खिलाफ जारी महिलाओं का धरना खत्म करने का फैसला किया गया है. महिलाओं में कोरोना की वजह से अस्थाई तौर पर धरना ख़त्म किया है. कोरोना महामारी ख़त्म होने के बाद फिर से धरना शुरू करने की बात कही गई है. इस बीच महिलाओं ने सांकेतिक तौर पर अपने दुपट्टे घण्टाघर पर छोड़ दिये हैं. वहीं दिल्ली शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी महिलाओं ने रणनीति बदली है. शाहीन बाग में सिर्फ पांच महिलाएं ही धरने पर बैठेंगी, यह पांचों महिलाएं भी समय समय पर बदलती रहेंगी.
मुंबई। कोरोना वायरस संकट के बीच टैक्सी सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी ओला और उबर ने अपनी साझा यात्रा सेवाओं क्रमश: ओला शेयर और उबर पूल को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। दोनों कंपनी की इन साझा यात्रा सेवाओं का उपयोग कर एक ही रास्ते पर सफर करने वाले कई यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। ओला ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने की कोशिशों के तहत कंपनी ओला शेयर सुविधा को अगली सूचना तक अस्थायी तौर पर बंद कर रही है। कंपनी ने कहा कि उसकी माइक्रो, मिनी, प्राइम, रेंटल और आउटस्टेशन सेवाएं जारी रहेंगी। वहीं उबर ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलाव को कम करने में मदद के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इसलिए जिन शहरों में हम सेवाएं देते हैं, उन शहरों में देशभर में उबर पूल की सेवाएं निलंबित रहेंगी।
यस बैंक के शेयरों में 50 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला।एनएसई में यस बैंक के शेयर 48.84 प्रतिशत बढ़कर 87.30 रुपये के भाव पर थे।इस तरह चार दिनों में शेयर 251 प्रतिशत बढ़ गया है।इससे पहले मूडीज ने मंगलवार को यस बैंक की रेटिंग को अपग्रेड किया था,जिसके बाद उसके शेयरों में 59 फीसदी की छलांग देखने को मिली।
नयी दिल्ली। यस बैंक के शेयरों में बुधवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र के दौरान तेजी रही। एसबीआई ने कहा कि वह बैंक में 49 प्रतिशत तक हिस्सेदारी हासिल करने का इच्छुक है, जिसके बाद उसके शेयरों में 50 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला।
शुरुआती कारोबार के दौरान यस बैंक के शेयर 49.95 प्रतिशत बढ़कर 87.95 रुपये पर पहुंच गए।
एनएसई में यस बैंक के शेयर 48.84 प्रतिशत बढ़कर 87.30 रुपये के भाव पर थे। इस तरह चार दिनों में शेयर 251 प्रतिशत बढ़ गया है।
इससे पहले मूडीज ने मंगलवार को यस बैंक की रेटिंग को अपग्रेड किया था, जिसके बाद उसके शेयरों में 59 फीसदी की छलांग देखने को मिली। बैंक की पुनर्गठन योजना की घोषणा के बाद से उसके शेयरों में लगातार तेजी है।
भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि यस बैंक में एसबीआई की हिस्सेदारी करीब 43 प्रतिशत है और अब तीन साल की लॉक-इन अवधि से पहले उनका बैंक यस बैंक के एक भी शेयर नहीं बेचेगा। उन्होंने कहा कि वह बोर्ड से यस बैंक में हिस्सेदारी बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने के लिए बात करेंगे।
एसबीआई को शुरुआत में यस बैंक की इक्विटी पूंजी में 7,250 करोड़ रुपये निवेश करके 49 प्रतिशत तक हिस्सेदारी लेनी थी, लेकिन जैसे ही सात अन्य ऋणदाता आए, एसबीआई केवल 43 प्रतिशत या 60.50 करोड़ शेयर ही खरीद सका। इस तरह उसने 6,050 करोड़ रुपये का निवेश किया।
रजनीश कुमार ने कहा, “चूंकि निवेशकों की प्रतिक्रिया बेहत उत्साहजनक थी, इसलिए पूंजी जुटाने के पहले दौर में हमने केवल इतना हिस्सा ही लिया।” उन्होंने कहा, “वास्तव में, मैं अपने बोर्ड से हिस्सेदारी लेने के अधिकतम स्वीकार्य स्तर 49 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बढ़ाने की अनुमति लेने के लिए उत्सुक हैं और यह मेरी प्रतिबद्धता है कि एसबीआई तीन साल के लॉक-इन से पहले एक भी शेयर नहीं बेचेगा।
नई दिल्ली. सोने-चांदी के कीमतों में सोमवार यानी 16 मार्च को सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (ibjarates.com) के मुताबिक बुलियन मार्केट में सोमवार को 10 ग्राम सोना 2022 रुपया टूटकर 39995 रुपये पर बंद हुआ। वहीं चांदी 6445 रुपये प्रति किलो की गिरावट देखी गई। शुक्रवार को सोना 42017 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। गौरतलब है कि बुलियन सोना और चांदी है जिसे आधिकारिक तौर पर कम से कम 99.5 प्रतिशत शुद्ध माना जाता है और यह सिल्लियों या बार के रूप में होता है।
क्या है बुलियन मार्केट
सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं का व्यापार बुलियन मार्केट के जरिए ही होता है। सोने की खरीद दो तरह से की जाती है। आम लोग सर्राफा बाजार से सोने की खरीददारी करते हैं। वहीं कारोबारी लोग वायदा बाजार के जरिए सोने की खरीददारी करते हैं।
वहीं दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना स्टैंडर्ड 160 रुपये की तेजी के साथ 41,830 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। सोना बिटुर 150 रुपये बढ़त लेकर 41,650 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव बिका। आठ ग्राम वाली गिन्नी 100 रुपये की तेजी पर 31,400 रुपये प्रति इकाई पर रही। चांदी हाजिर 1,860 रुपये लुढ़ककर 40,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। चाँदी वायदा 1,357 रुपये टूटकर 39,130 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गई। सिक्का लिवाली और बिकवाली क्रमश: 900 रुपये और 910 रुपये प्रति इकाई के भाव पर स्थिर रहे।
सोना वायदा 678 रुपये मजबूत
मजबूत वैश्विक रुख के बीच सटोरियों के सौदे बढ़ाने से सोमवार को वायदा बाजार में सोना 678 रुपये चढ़कर 41,026 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में अप्रैल महीने की डिलिवरी के लिए सोना 678 रुपये यानी 1.68 प्रतिशत मजबूत होकर 41,026 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। इसमें 3,833 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
इसी प्रकार, जून महीने की डिलिवरी के लिए सोना 651 रुपये यानी 1.6 प्रतिशत बढ़कर 41,441 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। इसमें 994 लॉट के लिए कारोबार हुआ। विश्लेषकों के अनुसार, सकारात्मक वैश्विक रुख तथा सटोरियों के सौदे बढ़ाने से सोना वायदा मजबूत हुआ है। वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में सोना 1.71 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,542.70 डॉलर प्रति औंस रहा।
चांदी वायदा भी 13 रुपये मजबूत
सोमवार को वायदा बाजार में चांदी की कीमत 13 रुपये मजबूत होकर 40,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। मल्टी कमोडटी एक्सचेंज में मई महीने की डिलिवरी के लिए चांदी 13 रुपये यानी 0.03 प्रतिशत मजबूत होकर 40,500 रुपये प्रति किलोग्राम रही। इसमें 4,879 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वहीं जुलाई महीने की डिलिवरी के लिए चांदी की कीमत 21 रुपये यानी 0.05 प्रतिशत बढ़कर 41,050 रुपये प्रति किलोग्राम रही। इसमें 48 लॉट के लिए कारोबार हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में न्यूयार्क में चांदी का भाव 0.69 प्रतिशत चढ़कर 14.60 डॉलर प्रति औंस रहा।
नई दिल्ली. दुनिया भर के शेयर बाजार कोरोना के कहर से जार-जार हैं तो वहीं सोने-चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बीता हफ्ता न केवल शेयर बाजार के लिए बल्कि सर्राफा बाजार के लिए भी भारी उथल-पुथल भरा रहा। सेंसेक्स-निफ्टी ऐतिहासिक स्तर तक गिरे तो वहीं दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना सवा महीने के निचले स्तर 41,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वैश्विक स्तर पर चांदी में भी भारी गिरावट रही। बीते सप्ताह सोना आठ % से अधिक टूटा।
पूरे सप्ताह के दौरान सोना 3,740 रुपये यानी 8.24 % सस्ता हुआ और सप्ताहांत पर 41,670 रुपये प्रति दस ग्राम बिका। यह 6 फरवरी के बाद का इसका निचला स्तर है। चांदी भी 5,890 रुपये यानी 12.18 % की भारी साप्ताहिक गिरावट के साथ 42,460 रुपये प्रति किलोग्राम पर रह गई जो 3 अगस्त 2019 के बाद का निचला स्तर है।
विदेशों में रही सात साल से अधिक की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट के कारण स्थानीय बाजार में भी सोने-चांदी पर दबाव रहा। लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, आलोच्य सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना हाजिर 147.85 डॉलर यानी 8.82 प्रतिशत लुढ़ककर 1,529.05 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। अप्रैल का अमेरिकी सोना वायदा भी 144.10 डॉलर की गिरावट के साथ सप्ताहांत पर 1,528.90 डॉलर प्रति औंस पर रहा। सिक्का लिवाली और बिकवाली 60-60 रुपये की नरमी के साथ क्रमश: 900 और 910 रुपये प्रति इकाई पर रहे।
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार में फिर से जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। बाजार के खुलते ही सुबह 9:30 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1978.31 अंक यानी 5.80 फीसदी की ढलान के साथ 32,125.17 के स्तर पर पहुंच गया था और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 522.75 अंक यानी 5.25 फीसदी की गिरावट के साथ 9432.45 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1591.80 अंक यानी 4.67 फीसदी की ढलान के साथ 32,511.68 के स्तर पर खुला था। निफ्टी 446.85 अंक यानी 4.49 फीसदी की गिरावट के साथ 9508.35 के स्तर पर खुला था। शुक्रवार को सुबह लोअर सर्किट लगने के कारण बाजार के खुलते ही ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। लेकिन बाद में एक दिन में सेंसेक्स ने 4,715 अंकों की रिकवरी की थी।यूएस फेडरल बैंक ने घटाई ब्याज दर
कोरोना वायरस के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक आगे आ रहे हैं। यूएस फेडरल रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है। इसके तहत अब बैंक 0 से 0.25 की ब्याज दर पर कर्ज उपलब्ध कराएगा। न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने भी आपातकालीन बैठक के बाद ब्याज दरों में 75 आधार अंकों की कटौती की है। इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के केंद्रीय बैंक ने 27 अरब डॉलर के राहत पैकेज की घोषणा की थी। इसके तहत यूएई के बैंकों को सपोर्ट किया जाएगा और विभिन्न नियामकीय सीमाओं में ढील दी जाएगी। वहीं सऊदी अरब ने अलग से 13 अरब डॉलर की राहत पैकेज की घोषणा की है। इसके बावजूद आज बाजार में गिरावट देखी जा रही है।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स की शुरुआत गिरावट पर हुई। इनमें पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, मीडिया, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, ऑटो और मेटल शामिल हैं।
74.06 के स्तर पर खुला रुपया
डॉलर के मुकाबले आज रुपया 15 पैसे की गिरावट के बाद 74.06 के स्तर पर खुला। जबकि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 73.91 के स्तर पर बंद हुआ था।
प्री ओपन के दौरान यह था शेयर मार्केट का हाल
प्री ओपन के दौरान सुबह 9:10 बजे शेयर मार्केट लाल निशान पर था। सेंसेक्स 1,000.24 अंक यानी 2.93 फीसदी की गिरावट के बाद 33,103.24 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 367.80 अंक यानी 3.69 फीसदी की गिरावट के बाद 9,587.80 के स्तर पर था।
शुक्रवार को ऐसा था बाजार का हाल
शुक्रवार को सुबह लोअर सर्किट लगने के कारण बाजार के खुलते ही ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। हालांकि 45 मिनट की रुकावट के बाद बाजार खुला और हालत सुधरती नजर आई। दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्स 1,325.34 अंक यानी 4.04 फीसदी की बढ़त के बाद 34,103.48 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 433.50 अंक यानी 4.52 फीसदी की बढ़त के बाद 10,023.65 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 2,225.18 अंक यानी 6.79 फीसदी की ढलान के साथ 30,552.96 के स्तर पर खुला था और निफ्टी 699.55 अंक यानी 7.29 फीसदी की गिरावट के साथ 8,890.60 के निचले स्तर पर खुला था।
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को यस बैंक पर कामकाज पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी थी। इस योजना के तहत निवेश को लेकर अन्य वित्तीय संस्थानों से बातचीत किया जा रहा है। बता दें कि इसमें ग्राहकों के लिए एक माह के दौरान 50,000 रुपए तक निकासी सीमा तय की गई थी। नगदी के संकट से जूझ रहे यस बैंक ग्राहकों को नकदी निकासी पर लगी पाबंदी से जल्दी राहत मिलने वाली है। सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, यस बैंक पर लगी रोक 18 मार्च की शाम छह बजे से हटा दी जायेगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यस बैंक के रिकंस्ट्रक्शन स्कीम 2020 को जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा। साथ ही कहा कि वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक से नकद निकासी पर रोक और अन्य पाबंदियों को एसबीआई की राहत पैकेज योजना के अधिसूचित होने के 3 दिन के भीतर हटा लिया जाएगा। यही नहीं उन्होंने बताया कि यस बैंक के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी होने के अगले 7 दिनों के अंदर नए बोर्ड का गठन होगा, जिसमें एसबीआई के 2 डायरेक्टर भी शामिल होंगे।
सीतारमण ने आगे कहा कि इस बीच, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी ने 1,000-1,000 करोड़ रुपए निवेश की घोषणा की है। इस निवेश से आईसीआईसीआई बैंक की यस बैंक में 5 प्रतिशत से अधिक इक्विटी हिस्सेदारी हो जायेगी। वहीं एक्सिस बैंक 60 करोड़ शेयर खरीदने के लिये 600 करोड़ रुपए निवेश करेगा। इसके अलावा कोटक महिन्द्रा बैंक ने भी 500 करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की है।
सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है।
नयी दिल्ली। सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने शनिवार को यह कदम उठाया है।
एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है।
उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समायोजित हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।