बिज़नस

बिज़नस (3583)

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ने पांच मार्च को यस बैंक पर कामकाज पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी थी। इस योजना के तहत निवेश को लेकर अन्य वित्तीय संस्थानों से बातचीत किया जा रहा है। बता दें कि इसमें ग्राहकों के लिए एक माह के दौरान 50,000 रुपए तक निकासी सीमा तय की गई थी। नगदी के संकट से जूझ रहे यस बैंक ग्राहकों को नकदी निकासी पर लगी पाबंदी से जल्दी राहत मिलने वाली है। सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, यस बैंक पर लगी रोक 18 मार्च की शाम छह बजे से हटा दी जायेगी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यस बैंक के रिकंस्ट्रक्शन स्कीम 2020 को जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा। साथ ही कहा कि वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक से नकद निकासी पर रोक और अन्य पाबंदियों को एसबीआई की राहत पैकेज योजना के अधिसूचित होने के 3 दिन के भीतर हटा लिया जाएगा। यही नहीं उन्होंने बताया कि यस बैंक के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी होने के अगले 7 दिनों के अंदर नए बोर्ड का गठन होगा, जिसमें एसबीआई के 2 डायरेक्टर भी शामिल होंगे।

सीतारमण ने आगे कहा कि इस बीच, निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी ने 1,000-1,000 करोड़ रुपए निवेश की घोषणा की है। इस निवेश से आईसीआईसीआई बैंक की यस बैंक में 5 प्रतिशत से अधिक इक्विटी हिस्सेदारी हो जायेगी। वहीं एक्सिस बैंक 60 करोड़ शेयर खरीदने के लिये 600 करोड़ रुपए निवेश करेगा। इसके अलावा कोटक महिन्द्रा बैंक ने भी 500 करोड़ रुपये निवेश की घोषणा की है।

सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है।

नयी दिल्ली। सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने शनिवार को यह कदम उठाया है।
एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है।

उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समायोजित हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।

नई दिल्‍ली,अगर आप SBI Cards के इनिशिएल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) अलॉटमेंट का इंतजार कर रहे हैं तो आपके लिए 12 मार्च यानी आज का दिन काफी अहम है. दरअसल, शाम तक एसबीआई कार्ड के IPO अलॉटमेंट की उम्‍मीद है. ऐसे में जिन लोगों को आईपीओ अलॉट होगा उन्‍हें मेल या रजिस्‍टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज के जरिए सूचित किया जाएगा. इसके अलावा आप खुद भी आईपीओ के स्‍टेटस की जानकारी ले सकते हैं.

क्‍या है इसका मतलब?

अलॉटमेंट का मतलब यह हुआ कि जिन लोगों ने भी SBI कार्ड के आईपीओ में हिस्‍सेदारी के लिए आवेदन कर रखा है उनके भाग्‍य का फैसला आज हो जाएगा. वहीं जिन लोगों को SBI कार्ड के आईपीओ में हिस्‍सेदारी नहीं मिलेगी उनका फ्रीज हुआ अमाउंट रिलीज कर दिया जाएगा. यानी अमाउंट का आप ट्रांजेक्‍शन या अन्‍य किसी भी माध्‍यम के लिए इस्‍तेमाल कर सकेंगे.

बीएसई की वेबसाइट से लें जानकारी
इसके अलावा बीएसई के लिंक-पर विजिट कर भी स्‍टेटस की जानकारी ली जा सकती है. यहां आपको इश्‍यू टाइप में इक्‍विटी और नाम में SBI Cards and payment services को सेलेक्‍ट करना होगा.

इसके बाद अपना एप्‍लीकेशन नंबर और पैन नंबर एंटर करना होगा. यहां बता दें कि आपको एप्‍लीकेशन नंबर बुकिंग के वक्‍त मिला होगा. उसी नंबर को यहां इस्‍तेमाल करना है.

इसके अलावा एसबीआई के रजिस्‍ट्रार-linkintime की वेबसाइट-पर जाकर भी आईपीओ के स्‍टेटस की जानकारी ले सकते हैं. यहां आपको सिर्फ एप्‍लीकेशन नंबर, Client ID या पैन नंबर एंटर करना होगा. मदद के लिए ईमेल- This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it. और फोन नंबर- 022 4918 6200 का इस्‍तेमाल किया जा सकता है.

ये है कीमत...

बता दें कि इस आईपीओ के लिए प्राइस रेंज 750-755 रुपये के बीच रखा गया है. इस आईपीओ में निवेश के लिए ग्राहक को कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगानी थी, जिसमें 19 शेयर हैं. कंपनी एंकर इन्वेस्टर्स से 2,769 करोड़ रुपये जुटा चुकी है, जिसमें 12 म्यूचुअल फंड्स भी शामिल हैं. SBI Cards इस आईपीओ के जरिए 10,355 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद रखती है. यह आईपीओ 26.54 गुना सब्सक्राइब हुआ है.

आज सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को शेयर बाजार में फिर से जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। ना सिर्फ भारत, बल्कि दुनियाभर के बाजारों की हालत बुरी है। कोरोनावायरस के कहर से बाजार में कोहराम मचा है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1,784.14 अंक यानी 5.03 फीसदी की गिरावट के बाद 33,903.26 के स्तर पर खुला। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 532.65 अंक यानी 5.09 फीसदी की गिरावट के बाद 9,925.75 के स्तर पर खुला। इसलिए आई गिरावट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 को पैनडेमिक (विश्वव्यापी महामारी) माना जा सकता है। इसी बीच, देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 12 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद मरीजों के संख्या 68 हो गई है। सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी देशों के पर्यटक वीजा निलंबित कर दिए हैं। इसलिए बाजार में भारी गिरावट आई।

वैश्विक बाजार भी धड़ाम
वैश्विक बाजारों की बात करें, तो अमेरिकी शेयर बाजार में बुधवार को जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। बेंचमार्क डाउ जोंस 1,400 अंकों से ज्यादा फिसला और 23,553.22 पर बंद हुआ, जिसके बाद एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली। सिंगापुर एक्सचेंज पर निफ्टी फ्यूचर्स करीब 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार करते दिखाई दे रहे थे। वहीं टोक्यो बेंचमार्क निक्केई 2.24 फीसदी गिरा, साउथ कोरिया का कॉस्पी 1.22 फीसदी और ऑस्ट्रेलिया का एएसएस शुरुआती ट्रेड में 2.6 फीसदी नीचे देखे गए।

ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज सभी कंपनियों के शेयर लाल निशान पर खुले। शीर्ष गिरावट वाले शेयरों में आईओसी, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, कोल इंडिया, वेदांता लिमिटेड, बीपीसीएल, इंफोसिस, टाटा मोटर्स और पावर ग्रिड शामिल है।

यस बैंक के शेयर में गिरावट
दो दिन से यस बैंक के शेयर में आ रही बढ़त पर आज ब्रेक लग गई है। यस बैंक का शेयर आज सुबह 9:44 बजे 2.75 अंक यानी 9.55 फीसदी की गिरावट के बाद 26.05 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। शुरुआती कारोबार में यह 28.70 के स्तर पर खुला था जबकि पिछले कारोबारी दिन यह 28.80 के स्तर पर बंद हुआ था। नकदी संकट से जूझ रहे इस बैंक में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 2,450 करोड़ रुपये में 49 फीसदी हिस्सेदारी लेने की बात कही थी, जिसके बाद दो दिनों से इसमें तेजी देखी जा रही थी। दरअसल पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक ने संकट में फंसे यस बैंक पर मौद्रिक सीमा लगा दी। इसके तहत खाताधारक अब यस बैंक से 50 हजार रुपये से ज्यादा रकम नहीं निकाल सकेंगे। निकासी की यह सीमा 3 अप्रैल, 2020 तक लागू रहेगी।

सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स की शुरुआत गिरावट पर हुई। इनमें पीएसयू बैंक, प्राइवेट बैंक, मीडिया, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, ऑटो और मेटल शामिल हैं।

प्री ओपन के दौरान यह था शेयर मार्केट का हाल
प्री ओपन के दौरान सुबह 9:10 बजे शेयर मार्केट लाल निशान पर था। सेंसेक्स 1,224.90 अंक यानी 3.43 फीसदी की गिरावट के बाद 34,472.50 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 418.45 अंक यानी 4 फीसदी की गिरावट के बाद 10,039.95 के स्तर पर था।

डॉलर के मुकाबले 74.25 के स्तर पर खुला रुपया
डॉलर के मुकाबले आज रुपया 61 पैसे की गिरावट के बाद 74.25 के स्तर पर खुला। पिछले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 73.64 के स्तर पर बंद हुआ था।

बुधवार को गिरावट पर खुला था बाजार
बुधवार को सेंसेक्स 226.91 अंक यानी 0.64 फीसदी की गिरावट के बाद 35,408.04 के स्तर पर खुला था। वहीं  निफ्टी 68.95 अंक यानी 0.66 फीसदी की गिरावट के बाद 10,382.50 के स्तर पर खुला था। इसके बाद दोपहर 12:01 बजे सेंसेक्स 191.05 अंक यानी 0.54 फीसदी की बढ़त के बाद 35,826 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 33.85 अंक यानी 0.32 फीसदी की बढ़त के बाद 10,485.30 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

पिछले कारोबारी दिन सपाट स्तर पर बंद हुआ था बाजार
बुधवार को दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद शेयर बाजार सपाट स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स 62.45 अंक यानी 0.18 फीसदी की बढ़त के बाद 35,697.40 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 2.55 अंक यानी 0.02 फीसदी की गिरावट के बाद 10,448.90 के स्तर पर बंद हुआ था।

नई दिल्ली। भारत की प्रमुख इस्पात कंपनी टाटा स्टील चीन में कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से अब वहां को छोड़ दूसरे बाजारों से अपनी जरूरत के माल की खरीद के आर्डर देने लगी है। कंपनी पहले अपने कारखानों में इस्तेमाल होने वाले कई तरह के माल चीन से खरीद रही थी लेकिन वहां कोरोना विषाणु की महामारी से कारोबार अस्त-व्यस्त हो गया है। टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि उनकी कंपनी पहले से ही जोखिम का आकलन करने लगी थी। यहां उद्योगमंडल सीआईआई की क्षेत्रीय इकाई की वार्षिक बैठक के बाद नरेंद्रन ने कहा कि कंपनी अपने यहां इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजें चीन से खरीदती रही है। हमने जोखिम का आकलन कर लिया है और अप्रैल तक सब चीज आराम से चलेगी। हमारे कारोबार पर अभी कोई असर नहीं पड़ा है, पर उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने ब्राजील और तुर्की जैसे वैकल्पिक बाजारों से माल खरीदने के आर्डर दिए है। यद्यपि वहां माल कुछ महंगा पड़ता है। टाटा स्टील के अधिकारियों के अनुसार कंपनी रीफैक्ट्री, स्टील मिल रोल, एलेक्ट्रोड और मैंगनीज आदि की खरीद चीन से करती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस्पात उद्योग को सितंबर से इस्पात की कीमतों में सुधार आने की उम्मीद है। इस्पात की मांग बढ़ना शुरू हो चुकी थी पर कोराना के प्रकोप से मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पिछले साल नवंबर में भाव गिर कर 32,250 रुपए टन पर पहुंच गया था जो अब सुधर कर 37,000 रुपए पर चल रहा है। पिछले साल इस्पात की उच्चतम दर 46,000 रुपए प्रति टन थी।


नई दिल्ली। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने यस बैंक की रेटिंग घटा दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक को देनदारियों का भुगतान करने से 30 दिन के लिए रोक दिया है, जिसके बाद रेटिंग में यह कमी की गई। मूडीज ने यस बैंक की दीर्घकालिक विदेशी मुद्रा जारीकर्ता रेटिंग को बी2 से घटाकर सीएए3 कर दिया और कहा है ‎कि अनिश्चित दिशा के साथ रेटिंग समीक्षाधीन रहेगी। मूडीज ने बैंक की दीर्घकालिक विदेशी और स्थानीय मुद्रा बैंक जमा रेटिंग को भी घटा दिया है। मूडीज ने साथ ही यह भी कहा कि उसे इस बात की पूरी उम्मीद है कि जमाकर्ताओं का कम से कम नुकसान होगा। रेटिंग एजेंसी ने कहा ‎कि जमाकर्ताओं के हितों की रक्षा के लिए आरबीआई के आश्वासनों से इस बात का पूरा भरोसा मिलता है कि जमाकर्ताओं के नुकसान का जोखिम कम है। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने संकट में फंसे यस बैंक के पुनर्गठन की योजना का प्रारूप जारी किया जिसमें कहा गया है कि बैंक की पूंजी पांच हजार करोड़ रुपए हैं और रणनीतिक निवेशक बैंक 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकता है। बैंकिंग नियामक द्वारा इस प्रारूप को अपनी वेबसाइट पर जारी करने के तत्काल बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र का भारतीय स्टेट बैंक यस बैंक की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ले सकता है। उन्होंने कहा कि बैंक की यह पुनर्गठन योजना एक महीने के भीतर पूरी की जाएगी और इसके तहत प्रशासक के स्थान पर निदेशक मंडल बनाया गया जाएगा। केन्द्रीय बैंक ने इस प्रारूप में कहा है कि रणनीतिक निवेशक तीन साल तक अपनी हिस्सेदारी 26 प्रतिशत से कम नहीं कर सकेगा। रिजर्व बैंक ने इस प्रारूप पर आम लोगों, बैंकों, शेयरधारकों, जमाकर्ताओं और ऋणदाताओं से 9 मार्च तक सुझाव मांगे हैं। इसके बाद इस संबंध में निर्णय लिए जाएंगे। उसने एक बयान में कहा कि प्रारूप पर यस बैंक और भारतीय स्टेट बैंक से भी सुझाव मांगे गए हैं।

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 यूजर्स की बिजली बचेगी
नई दिल्ली। डीप फ्रीजर और हल्के वाणिज्यिक एयर कंडीशनर को बिजली मंत्रालय के अधीन आने वाला ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने स्टार रेटिंग कार्यक्रम के दायरे में लाने की घोषणा की। डीप फ्रीजर का उपयोग खाने-पीने का सामान, फल, सब्जी जैसे पदार्थों के लंबे समय तक संरक्षित रखने में होता है। वहीं हल्के वाणिज्यिक एयर कंडीशनर 3 टन से 5 टन तक के क्षमता के एसी आते हैं।  स्टार लेबल के माध्यम से उपकरण विनिर्माता यह बताता है कि उसका कोई उपकरण बिजली खर्च के हिसाब कितना किफायती है। इससे केवल इन दो प्रकार के बिजली यंत्रों के इस्तेमाल में 2030 तक कुल 9 अरब यूनिट बिजली की बचत हो सकती है और 77 लाख टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आने का अनुमान है। अभी इनके लिए यह लेबलिंग स्वैच्छिक रखी गई है। बीईई के 19वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बिजली सचिव एस एन सहाय ने इन उपकरणों को स्टार रेटिंग कार्यक्रम के दायरे में लाने की घोषणा की।
फिलहाल डीप फ्रीजर के लिए स्टार रेटिंग स्वैच्छिक होगा और ऊर्जा खपत मानदंड 31 दिसंबर 2021 तक प्रभावी होगा। वहीं हल्के वाणिज्यिक एयर कंडीशनर के लिये यह दो मार्च 2020 से 31 दिसंबर 2021 तक स्वैच्छिक होगा। उसके बाद बाजार की स्थिति का आकलन कर इन उपकरणों के लिए स्टार रेटिंग कार्यक्रम को अनिवार्य बनाया जाएगा। स्टार लेबलिंग कार्यक्रम बीईई का एक प्रमुख ऊर्जा संरक्षण कार्यक्रम है।  इस मौके पर टेरी के महानिदेश अजय माथुर ने कहा कि बीईई को स्टील और सीमेंट उद्योग जैसे क्षेत्रों को हरित बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान ने ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है और आने वाले समय में बिजली भंडारण, इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता की काफी गुंजाइश है।
संस्थान के अनुसार जहां डीप फ्रीजर को स्टार रेटिंग कार्यक्रम में लाने से 2030 तक 6.2 अरब यूनिट बिजली की बचत होगी वहीं हल्के वाणिज्यिक एसी के मामले में 2.8 अरब यूनिट बिजली बचत का अनुमान है। यानी कुल मिलाकर इससे 9 अरब यूनिट बिजली की बचत होगी। वहीं इससे कार्बन उत्सर्जन में कुल 77 लाख टन की कमी आने का अनुमान है। इस कार्यक्रम के तहत अबतक कुल 26 उपकरण आ चुके हैं। कमरों में उपयोग होने वाले एसी, फ्रास्ट फ्री रेफ्रिजरेटर ट्रांसफर्मर जैसे 10 उपकरणों पर यह नियम अनिवार्य हैं जबकि पंप सेट, सीलिंग पंखे, एलपीजी स्टोव जैसे उपकरण स्वैच्छिक योजना के अंतर्गत आते हैं।


मुंबई। सोमवार को अब तक का पांचवां सबसे बड़ा आईपीओ खुला। देश की दूसरी बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी एसबीआई कार्ड्स के कर्मचारियों सहित रिटेल निवेशक इसके आईपीओ के लिए आवेदन करने में आगे रहे। शेयर सेल के पहले दिन आईपीओ के 39 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन के बराबर बिड्स आईं। पहले दिन इतने सब्सक्रिप्शन को बंपर कहा जा सकता है। इंस्टीट्यूशनल और हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स (एचएनआई) ने एसबीआई कार्ड्स के आईपीओ में निवेश से पहले दिन दूरी बनाए रखी। उन्होंने शेयरों की बिडिंग में एक अतिरिक्त दिन के लिए अपना पैसा ब्लॉक नहीं होने देने के इरादे से ऐसा किया। आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 5 मार्च तक खुला है। आईपीओ के तहत 10.04 करोड़ शेयर ऑफर किए गए हैं। बोलियां 3.94 करोड़ शेयरों के लिए आ चुकी हैं। इस तरह प्राइस बैंड के अपर एंड पर ऑफर किए गए 7572 करोड़ रुपये के शेयरों में से 2967 करोड़ रुपए के शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं। शेयर 750-755 रुपये के प्राइस रेंज में ऑफर किए जा रहे हैं।
एसबीआई कार्ड्स ने एंकर इन्वेस्टर्स से पहले ही 2,800 करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। इन निवेशकों में सिंगापुर का जीआईसी, कुवैत का सरकारी फंड, बड़े विदेशी संस्थागत निवेशकों के अलावा फिडेलिटी, ब्लैकरॉक, नोमुरा और बीएनपी पारिबा जैसे प्राइवेट इक्विटी फंड शामिल हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशल, आदित्य बिड़ला, ऐक्सिस म्यूचुअल फंड और कोटक महिंद्रा म्यूचुअल फंड सरीखे देसी म्यूचुअल फंड्स ने भी एंकर इन्वेस्टर के रूप में निवेश किया।
शेयर सेल से जुड़े एक एग्जिक्यूटिव ने कहा इस इश्यू का अलॉटमेंट चूंकि एप्लिकेशंस आने के क्रम पर आधारित नहीं है, लिहाजा बड़े निवेशकों ने अभी कदम नहीं बढ़ाया है। उम्मीद है कि अगले दो दिनों में डिमांड बढ़ेगी। बुधवार सबसे बिजी दिन हो सकता है। इंस्टीट्यूशनल और एचएनआई सेगमेंट्स के हमें 30 से 50 गुना सब्सक्राइब होने की उम्मीद है।

बैंकों के कामकाज होंगे प्रभावित
भोपाल। चालू मार्च महीने में बैंक की छुटिटयां ज्यादा है। वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना होने के कारण मार्च में बैंक से जुड़े कई अहम काम पूरे करने होते हैं। ऐसे में मार्च महीने में ज्यादा छुटियां होने से कामकाज भी प्रभावित होंगे। होली का त्योहार भी इसी महीने हैं। यानी इन दोनों दिनों में देश के अधिकांश हिस्से में बैंक बंद रहेंगे। होलिका दहन 9 मार्च को है और होली खेलने का दिन 10 मार्च है। सोमवार और मंगलवार होने के कारण वह पूरा हफ्ता कामकाज प्रभावित रह सकता है। महीने की शुरुआत रविवार से हुई है और दूसरे तथा चौथे शनिवार को बैंक बंद रहेंगे। जानिए इस महीने कब-कब बैंकों में कामकाज बंद रहेगा। आगामी 10 मार्च 2020 को होली का राष्ट्रीय अवकाश रहेगा।
    वहीं क्षेत्रीय अवकाश की बात करे तो 6 मार्च 2020 (शुक्रवार) - चापचर कुट (मिजोरम में बैंक बंद) रहेगा। 9 मार्च 2020 (सोमवार) - होलिका / डोलजात्रा / होली / जन्मदिन हजरत मो. हजरत अली, 11 मार्च 2020 (बुधवार) - होली (बिहार और झारखंड में बैंक बंद रहेंगे), 14 मार्च 2020 (शनिवार) - महीने का दूसरा शनिवार होने के कारण देशभर में बैंक बंद रहेंगे। 25 मार्च 2020 (बुधवार) - गुढ़ी पड़वा / पहला नवरात्र (आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, लद्दाख, महाराष्ट्र, मणिपुर, तमिलनाडु, तेलंगाना, गोवा और जम्मू और कश्मीर में बैंक बंद रहेंगे।) 27 मार्च 2020 (शुक्रवार - सरहुल) जम्मू-कश्मीर में बैंक बंद रहेंगे। 28 मार्च 2020 (शनिवार) - चौथा शनिवार होने के कारण देशभर में बैंक बंद रहेंगे। अवकाश के मददेनजर बैंक अधिकारी यह सुनिश्चिति करने में जुटे हैं कि बैंक बंद रहने के दौरान एटीएम सेवा पूरी तरह चालू रहे और लोगों की नकदी की जरूरतें पूरी होती रहे।बैंकों द्वारा लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने जरूरी काम समय रहते निपटा लें।

शुक्रवार की एतिहासिक गिरावट के बाद सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार जोरदार बढ़त के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 704.47 अंक यानी 1.84 फीसदी की बढ़त के बाद 39,001.76 के स्तर पर खुला। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 213.70 अंक यानी 1.91 फीसदी की बढ़त के बाद 11,415.45 के स्तर पर खुला। इससे पहले लगातार छह कारोबारी दिन बाजार में गिरावट दर्ज की जा रही थी। अमेरिकी और एशियाई शेयर बाजारों में तेजी की बदौलत घेरलू बाजार में बढ़त देखने को मिली।
ऐसा रहा दिग्गज शेयरों का हाल
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज आईसीआईसीआई बैंक, वेदांता लिमिटेड, बीपीसीएल, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, एसबीआई, एनटीपीसी और कोल इंडिया हरे निशान पर खुले। वहीं सिर्फ एम एंड एम के शेयर लाल निशान पर बंद हुए।
एसबीआई के शेयर में उछाल
आज भारतीय स्टेट बैंक कार्ड्स ( SBI Cards ) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम ( IPO ) खुल गया है। आज सुबह 9:34 बजे एसबीआई के शेयर में चार अंक यानी 1.32 फीसदी की बढ़त देखी गई थी, जिसके बाद यह 307 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। शुरुआती कारोबार में यह 311 के स्तर पर खुला था और पिछले कारोबारी दिन एसबीआई का शेयर 303 के स्तर पर बंद हुआ था।
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर
सेक्टोरियल इंडेक्स पर नजर डालें, तो आज सभी सेक्टर्स हरे निशान पर खुले। इनमें पीएसयू बैंक, आईटी, फार्मा, प्राइवेट बैंक, ऑटो, रियल्टी, मीडिया, एफएमसीजी और मेटल शामिल हैं।
प्री ओपन के दौरान यह था शेयर मार्केट का हाल
प्री ओपन के दौरान सुबह 9:11 बजे शेयर मार्केट हरे निशान पर था। सेंसेक्स 613.66 अंक यानी 1.60 फीसदी की बढ़त के बाद 38,910.95 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 185.60 अंक यानी 1.66 फीसदी की बढ़त के बाद 11,387.35 के स्तर पर था।
डॉलर के मुकाबले 72.07 के स्तर पर खुला रुपया
डॉलर के मुकाबले आज रुपया 10 पैसे की बढ़त के बाद 72.07 के स्तर पर खुला। पिछले कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपया 72.17 के स्तर पर बंद हुआ था।
शुक्रवार को लाल निशान पर बंद हुआ था बाजार
शुक्रवार को दिनभर के कारोबार के बाद शेयर बाजार में जोरदार गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 1,448.37 अंक यानी 3.64 फीसदी की गिरावट के बाद 38,297.29 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 414.10 अंक यानी 3.56 फीसदी की गिरावट के बाद 11,219.20 के स्तर पर बंद हुआ था।
पिछले कारोबारी दिन गिरावट पर खुला था बाजार
पिछले कारोबारी सुबह 9:34 बजे सेंसेक्स 1,044.18 अंकों की गिरावट के बाद 38,701.48 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं निफ्टी 301.60 अंकों की गिरावट के बाद 11,331.60 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। इसके बाद कारोबार के दौरान सेंसेक्स में 1,500 अंक से भी ज्यादा की गिरावट देखी गई थी।

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