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देशवासियों के हित में केन्द्र सरकार की ओर से कई योजनाओं का संचालन किया रहा है। उन्हीं में से एक अटल पेंशन योजना भी है, जिसके माध्यम से लोग 1 से लेकर 5 हजार रुपए प्रतिमाह तक की पेंशन हासिल कर सकते हैं।

केन्द्र सरकार की ओर से संचालित अटल पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए पहले आपको निवेश करना होता है। इसके बाद लाभार्थी को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने पेंशन मिलेगी। आप नजदीकी किसी बैंक की ब्रांच में जाकर योजना में अपना खाता खुलासा सकते हैं।

आपको यहां पर प्रीमियम के साथ ही प्लान का चयन करना होगा। इसके बाद आपको हर महीने कुछ राशि का निवेश करना होगा। फिर आप साठ साल के बाद 1 से लेकर 5 हजार रुपए प्रतिमाह तक की पेंशन हासिल करने के पात्र बन जाएंगे। इस पेंशन के शुरू होने के बाद आपको बुढ़ापे में किसी पर आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

 


नई दिल्ली । डबलिन मुख्यालय वाले एआई-सुरक्षा स्टार्टअप इंस्पेक एआई ने बेंगलुरू में अपना पहला कार्यालय खोल ‎लिया है। कंपनी के बयान के अनुसार कार्यालय में 25 कर्मचारी हैं। अगले कुछ महीनों में इंजीनियरिंग संचालन व ग्राहक-सामना करने वाली भूमिकाओं में अतिरिक्त 50 कर्मचारियों की नियुक्ति करने की योजना है। यह कंपनी का तीसरा वैश्विक कार्यालय है। कंपनी के डबलिन और लंदन में भी कार्यालय हैं। इंस्पेक एआई डेवलपर को अपने एंटरप्राइज एआई अनुप्रयोगों में एआई को सुरक्षित तथा जिम्मेदारी से एकीकृत करने में मदद करने के लिए ‘एलएलएम ऑप्स’ मंच प्रदान करती है। साथ ही साथ इन अनुप्रयोगों में सुधार भी करती है।

मुंबई । अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने स्वीकार किया कि भले ही दुनियाभर में वैश्विक वृद्धि स्थिर रहेगी, लेकिन 2025 में भारतीय अर्थव्यवस्था में थोड़ी कमजोरी संभावित है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बनी रहेगी, खासकर अमेरिका की व्यापार नीति के चलते। जॉर्जीवा ने उम्मीद जताई है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2025 में थोड़ी कमजोर रहेगी। उन्होंने बताया कि भारत के अलावा चीन में मुद्रास्फीति और मांग की चुनौतियों का सामना करना भी आईएमएफ के लिए मुश्किल हो सकता है। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन, कनाडा और मैक्सिको पर शुल्क लगाने की योजना की घोषणा का माध्यम उचित नहीं माना, कारण रखते हुए कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को और अधिक अनिश्चितता का सामना करना पड़ सकता है। जॉर्जीवा ने आगे कहा कि अमेरिका के नीतिगत कदम, खासकर शुल्क और कर वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण हैं और अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। उनके अनुसार यह अनिश्चितता चुनौतियों को बढ़ा सकती है, खासकर उन देशों और क्षेत्रों के लिए जो एकीकृत आपूर्ति शृंखलाओं में हैं, जैसे कि एशिया। इस सबके बावजूद जॉर्जीवा ने स्पष्ट किया कि समाधान और उपाय ढूंढने का समय है, ताकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता और विकास को सुनिश्चित किया जा सके। आईएमएफ अपेक्षा रखती है कि इस अनिश्चितता को झेलने के लिए सपनों और उम्मीदों का सहारा न ले कर सजीव और सुरक्षित उपचारों से सामना किया जाए।


नई दिल्ली । विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने भारतीय शेयर बाजारों से 22,194 करोड़ रुपये की निकासी की है। यह निकासी दिसंबर माह के 15,446 करोड़ रुपये के निवेश के बाद आई है। विदेशी निवेशकों का एफपीआई बिकवाली के पीछे कुछ कारकों का इसमें जिम्मेदार माना जा रहा है। कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने, डॉलर में मजबूती, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में शुल्क युद्ध तेज होने और साथ ही भारतीय बाजारों में असमंजस के कारण इस बिकवाली का मुख्य कारण भी माना जा रहा है। भारतीय रुपये के निचले स्तर अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल और भारतीय शेयर बाजार के ऊंचे मूल्यांकन के कारण भी विदेशी निवेशकों ने अपना निवेश घटाया है। अनुसंचारित आंकड़ों के अनुसार इस महीने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय शेयरों से 22,194 करोड़ रुपये निकाले हैं। बाजार के जानकारों ने कहा कि डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी, 10 साल के बॉन्ड पर प्रतिफल और अन्य कारकों के कारण निवेशक उभरते बाजारों से निकासी कर रहे हैं। बीते साल उन्होंने भारतीय शेयरों में सिर्फ 427 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। वहीं 2023 में उन्होंने 1.71 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था।


नई दिल्ली । भारतीय बायोगैस एसोसिएशन (आईबीए) ने वित्त मंत्रालय से आगामी बजट में कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) उत्पादन के लिए पूरी तरह कॉरपोरेट कर की छूट देने की मांग की है। इससे निवेश को बढ़ावा ‎मिलेगा और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करेगा। आईबीए ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर इस मांग को मुख्य किया है। उद्योग निकाय ने कहा है कि सीबीजी उत्पादकों को पूर्ण कर राहत दी जानी चाहिए। आईबीए के अनुसार देश में कुल 100 सीबीजी संयंत्र चालू हैं और कुल सीबीजी की बिक्री लगभग 1,200 करोड़ रुपये तक पहुंची है। इसके बाद भी कर माफ करने के बाद सरकार को करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इस मामले में कर छूट से सीबीजी उत्पादकों को अपने उत्पादों को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बेचने में मदद मिलेगी। आईबीए ने बताया कि इस कदम से भारत अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को हासिल कर सकेगा और निजी निवेश प्राप्त करने के साथ-साथ रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। इसके अलावा, बायोगैस के उत्पादन में कृषि अवशेषों का उपयोग बढ़ाएगा और प्रदूषण कम करने में मदद करेगा।

 


कोलकाता । रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में सोने के आभूषणों का निर्यात 12 प्रतिशत बढ़ गया है, जबकि हीरे के निर्यात में 10 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इसमें अमेरिका को हीरे के निर्यात में सुधार की उम्मीद जताई गई है। चीन की सुस्त मांग की वजह से हीरे के निर्यात में चिंता बनी हुई है, लेकिन अमेरिका में त्योहार के दौरान मांग में वृद्धि की संकेत मिल रही है। जीजेईपीसी के अधिकारियों ने इस संदर्भ में उम्मीद जताते हुए कहा कि उनका मानना ​​है कि अब बुरा समय ‎निकल गया है और आगामी वर्षों में मद्देनजर 10-15 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। इसके साथ ही जीजेईपीसी ने वैश्विक जेनेरिक प्रोत्साहन पर भी 150 करोड़ रुपये का निवेश किया है। आभूषण उद्योग के विकास और अमेरिका की मांग में सुधार की उम्मीद को ध्यान में रखते हुए जीजेईपीसी ने पश्चिम बंगाल के सिंगूर को एक वैश्विक निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करने की योजना बताई है। यह योजना स्थानीय कारीगरी विरासत को बढ़ाने और कई रोजगार के अवसर प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। सिंगूर के विकास में हुगली जिले के सुव्यव‎स्थित स्थान का भी अहम योगदान है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-2 और कोलकाता हवाई अड्डे के निकट है। इस विकास योजना से अधिक लोगों को रोजगार का अवसर मिलने की उम्मीद है और स्थानीय उद्योगों को भी बढ़ावा प्राप्त होगा।


देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई ने एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। यह सरकार के वित्त वर्ष 2025 के अनुमान 6.4 प्रतिशत से थोड़ा कम है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने वित्त वर्ष 2025 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर चार साल के निचले स्तर 6.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया है। विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन और कमजोर निवेश के कारण विकास दर धीमी बताई गई थी। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दिसंबर में कहा था कि चालू वित्त वर्ष में विकास दर 6.6 प्रतिशत रह सकती है।

किस गति से दौड़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था?

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार आरबीआई और एनएसओ के अनुमानों में हमेशा 0.20-0.30 प्रतिशत का अंतर रहा है। इसलिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.4 प्रतिशत का अनुमान अपेक्षित और उचित है। रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि, हमारा मानना ​​है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी वृद्धि दर नीचे की ओर झुकाव के साथ 6.3 प्रतिशत के आसपास हो सकती है।

एसबीआई के समूह मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तविक जीडीपी वृद्धि में मंदी और मौजूदा कीमतों पर जीडीपी के आकार में वृद्धि लगभग स्थिर रहने के बावजूद, बाजार मूल्यों पर प्रति व्यक्ति जीडीपी में चालू वित्त वर्ष में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।

सरकार और कंपनी दोनों ही इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर लगातार फोकस कर रही हैं। बाजार में कई ऑटो मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां हैं, जो इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कैटेगरी में हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर क्रांति की शुरुआत OLA Electric ने की थी और काफी लंबे समय तक Ola Electric ने इस सेगमेंट का नेतृत्व किया है। Ola Electric का मार्केट शेयर काफी ऊंचा था लेकिन उसके बाद कंपनी का मार्केट शेयर गिरता चला गया। सर्विस को लेकर उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों के बाद Ola Electric की बिक्री में गिरावट आई और इसका फायदा बाजार में मौजूद दूसरी EV कंपनियों को मिला। इस साल के पहले हफ्ते में किस EV कंपनी ने कितनी यूनिट बेचीं, इसका डेटा Vahan पोर्टल पर आ गया है। पोर्टल के मुताबिक, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री के मामले में TVS Motors नंबर-1 रही है। इसके बाद बजाज ऑटो, एथर एनर्जी और फिर Ola Electric का नंबर आता है।

VAHAN पोर्टल का डेटा

साल 2025 के पहले हफ्ते में देश के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में जबरदस्त बदलाव देखने को मिला है। TVS Motors ने इस कैटेगरी में बढ़त हासिल करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। कंपनी ने साल के पहले हफ्ते में ही 6144 यूनिट्स की बिक्री की है। इतनी यूनिट्स बेचने के बाद यह कंपनी बिक्री के मामले में नंबर-1 बन गई है और कंपनी का मार्केट शेयर 30 फीसदी हो गया है। इसके बाद दूसरे नंबर पर बजाज ऑटो ने अपनी जगह बनाई है और कंपनी ने 4,659 यूनिट्स बेची हैं। लेकिन एथर एनर्जी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मार्केट लीडर ओला इलेक्ट्रिक को पछाड़कर तीसरा स्थान हासिल किया है।

ओला को पछाड़ा एथर ने

कंपनी ने बताया कि पोर्टफोलियो बढ़ाने का फायदा इस बिक्री में मिला है और फैमिली स्कूटर एथर रिज्टा की बिक्री अच्छी रही है। एथर एनर्जी की बिक्री की बात करें तो यह 3,267 यूनिट्स रही और एथर की सीधी प्रतिस्पर्धा ओला इलेक्ट्रिक की, कंपनी ने इस दौरान 3,144 यूनिट्स बेची हैं। साल के पहले हफ्ते में बिक्री के मामले में ओला इलेक्ट्रिक चौथे नंबर पर आ गई है।

नई दिल्ली । ठंड के मौसम में सप्लाई तेज होने से हरी सब्जियों के दाम अब गिरने लगे हैं। लोगों को अब बढ़ी हुई हरी सब्जियों की कीमतों से राहत मिलने लगी है। गोभी, मटर, आलू, मूली और गाजर जैसी हरी सब्जियों की नई खेप और बढ़ी हुई सप्लाई के चलते इनके दाम में गिरावट आई है। गोभी से लेकर हरी मिर्च, मूली, पालक सहित कई मौ</ol>

समी सब्जियां सस्ती होने से बड़ी राहत मिली है। कारोबारियों का कहना है कि टमाटर, जो एक हफ्ते पहले 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा था, अब 20 रुपए में उपलब्ध है। आलू और अन्य सब्जियों की कीमतों में भी कमी देखी जा रही है और आने वाले दिनों में इनके रेट्स में और गिरावट की उम्मीद है। हालांकि, आने वाले दिनों में आलू, टमाटर, शिमला मिर्च, मटर से लेकर बींस के भी रेट और कम हो सकते हैं। हफ्ते भर पहले 40 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से बिकने वाला टमाटर सोमवार को रिटेल में 20 रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से मिला। इसके अलावा 100 रुपए में ढाई किग्रा मिलने वाला आलू अब 100 में चार किलोग्राम मिल रहा है।

 

 

नई दिल्ली । टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया को ग्लोबल एयरलाइन के रूप में उच्च स्तर पर पहुंचाने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बताया कि टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का एकाधिकार हासिल किया था। चंद्रशेखरन एनआईटी त्रिची के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे और वहां एयर इंडिया के उपयोगकर्ताओं को एक श्रेष्ठ अनुभव देने की कामना की। चंद्रशेखरन ने कहा, मेरी प्रतिबद्धता है कि हम एयर इंडिया को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ एयरलाइनों में शामिल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। हम पूरी कोशिश करेंगे कि उड़ान का अनुभव, ग्राहक सेवा, तकनीकी उन्नति और समर्थन सभी मानकों को पूरा करें। उन्होंने मौजूदा दर्शकों से उम्मीद की कि वे एयर इंडिया के ऑर्डर का पालन करने के बारे में बोइंग और एयरबस से अनुरोध करें। एयर इंडिया समूह ने कुल 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। टाटा संस ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में लगभग 18 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है और इसमें बड़ा अवसर है। उन्होंने कहा ‎कि हमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक पारिस्थितिकी तंत्र को स्थापित करने की दिशा में अग्रसर होना है। चंद्रशेखरन ने अवधारणा दी कि टाटा समूह नये सोच और नेतृत्व के साथ सेमीकंडक्टर क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाएगा और विश्वसनीय उत्पादों का निर्माण करेगा।

 

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