नागरिकता संशोधन बिल को लेकर शिवसेना ने सस्पेंस बढ़ा दिया है। राज्यसभा सांसद संजय राउत का कहना है कि लोकसभा में जो हुआ उसे भूल जाइए। राज्यसभा में विधेयक बुधवार को पेश किया जाएगा। बता दें कि शिवसेना ने सोमवार को विधेयक का समर्थन किया था। वहीं शिवसेना सांसद अरविंद सावंत का कहना है कि पार्टी विधेयक का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा, 'अलग-अलग भूमिका होती है क्या हमारी? राष्ट्रहित की भूमिका को लेकर शिवसेना खड़ी रहती है। ये किसी की मोनोपोली नहीं है।'
मेक इन इंडिया, रेप इंडिया में तब्दील: अधीर
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने कहा, 'यह काफी दुर्भाग्य है कि हर मुद्दे पर बोलने वाले प्रधानमंत्री इस मामले (महिलाओं के खिलाफ अपराध) पर चुप्पी साधे हुए हैं। भारत धीरे-धीरे मेक इन इंडिया से रेप इन इंडिया की ओर बढ़ रहा है।'
कश्मीर में सबकुछ सामान्य, लेकिन मैं कांग्रेस की स्थिति सामान्य नहीं कर सकता
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर में हिरासत में लिए गए नेताओं को छोड़ने का निर्णय स्थानीय प्रशासन की ओर से लिया जाएगा और वहां के मामले में केंद्र सरकार दखल नहीं देगी। सदन में प्रश्नकाल के दौरान सांसद अधीर रंजन चौधरी के पूरक प्रश्न के उत्तर में शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति सामान्य है, लेकिन वह कांग्रेस की स्थिति सामान्य नहीं कर सकते।
एचपीसीएल में नहीं मिला 35 माह से वेतन
हिन्दुस्तान पेपर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में कर्मचारियों और कामगारों को पिछले 35 माह से वेतन न मिलने का मुद्दा राज्यसभा में मंगलवार को उठाया गया और सरकार से इस संस्थान के कर्मियों को बकाया वेतन दिए जाने की और राष्ट्रीय कंपनी अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) की व्यवस्था का पालन सुनिश्चित करने की मांग की गई।
बैंकों का विलय न करने की मांग
राज्यसभा में सीपीआई के एक सांसद ने बैंकों का विलय न करने की मांग करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि वह बैंकों को हुए नुकसान की भरपाई करे और संकट में डालने वाले चूककर्ताओं के नामों का खुलासा करे। शून्यकाल के दौरान सांसद विनय विश्वम ने बैंकों के विलय का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बैंक उद्योग आज संकट में है लेकिन इसका समाधान बैंकों का विलय कदापि नहीं है।
