ईश्वर दुबे
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Bhilai
भोपाल/ दमोह. जिले के पथरिया से विधायक रामबाई को सीएए का समर्थन करना महंगा पड़ गया है. पार्टी सुप्रीमो मायावती ने रामबाई को पार्टी से निलंबित कर दिया है. मध्यप्रदेश में बीएसपी के दो विधायक हैं, जिसमें सबसे मुखर रामबाई ही थी. रामबाई मध्यप्रदेश सरकार में शामिल होकर भी सरकार के मंत्रियों और अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोलती रही हैं.
रामबाई द्वारा सीएए का समर्थन किए जाने पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने लिखा कि बसपा अनुशासित पार्टी है और इसे तोडऩे पर पार्टी के एमपी-एमएलए आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है. इसी क्रम में पथरिया से बीएसपी की विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया है. उन पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है.
मायावती ने आगे लिखा कि जबकि सीएए का बसपा ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया और इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया. फिर भी विधायक ने सीएए का समर्थन किया. पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइऩ पर चलने की चेतावनी दी गई थी.
वहीं, मायावती द्वारा कार्रवाई किए जाने पर रामबाई ने कहा है कि मैं बीएसपी में थी और रहूंगी. जो सही था मैंने वही किया है. मैं मायावती जी से मिलूंगी, वो पार्टी अध्यक्ष हैं, कुछ भी कर सकती हैं. अगर बहन जी को कुछ गलत लगा है तो मैं माफी मांग लूंगी.
क्या कहा था रामबाई ने
रामबाई ने सीएए के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया था. उन्होंने कहा था कि सीएए देश के मुस्लिमों के लिए नहीं हैं. कुछ नेता लोगों को इस पर भड़का रहे हैं. यह बात बीएसपी सुप्रीमो मायावती को नागवार गुजरी और उन पर कार्रवाई की गई.
झारखंड में 11वें मुख्यमंत्री के रूप में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन शपथ लेंगे। हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के शपथ लेने की बात सामने आयी है।, जबकि झामुमो के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री स्टीफन मरांडी के भी कल मंत्री के रूप मेंशपथ लेने की संभावना है। हालांकि अब तक राजभवन या झामुमो की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि कल किन-किन दलों के कौन-कौन विधायक मंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
पार्टी के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह राजेश ठाकुर ने बताया कि पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम भी मंत्री के रूप में शपथ लेंगे। आलमगीर आलम इस बार पाकुड़ से चुनाव जीते है और उन्होंने 65हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत का रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने बताया कि रामेश्वर उरांव भी मंत्री के रूप में शपथ लेंगे। रामेश्वर उरांव इस बार लोहरदगा विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर आये है। उन्होंने लोहरदगा में भाजपा प्रत्याशी और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत को पराजित किया।
वहीं झामुमो के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी सातवीं बार इस बार महेशपुर विधानसभा सीट से चुन कर आये है। इससे पहले भी वे झामुमो नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री और मंत्री का पद संभाल चुके है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार अब 14 जनवरी के बाद होने की संभावना है। इससे पहले नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव संपन्न हो जाएगा और नयी सरकार द्वारा विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया जा सकेगा।
इस साल के आखिरी मन की बात को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा पर चिंता जाहिर की। उन्होंन कहा कि हमारे देश के युवा अराजकता के खिलाफ हैं। इनसे देश को बहुत उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हम सब अनुभव करते हैं कि यह पीढ़ी बहुत प्रतिभाशाली है। यह सोशल मीडिया का युग है। लोग सिस्टम को फॉलो भी करते हैं और अगर सिस्टम सही काम न करे तो बेचैन भी होते हैं और सवाल भी करते हैं। हमारे देश के युवाओं को अराजकता के प्रति नफरत है, वे भेदभाव को पसंद नहीं करते।
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे। इसमें देश के विकास को गति देने में वे लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है।
कन्याकुमारी विश्व के लिए तीर्थ क्षेत्र बना: पीएम मोदी
स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि हमारा विश्वास युवा पीढ़ी में है। उन्होंने कहा, युवावस्था की कीमत को न तो आंका जा सकता है और न ही उसका वर्णन किया जा सकता है। यह सबसे मूल्यवान कालखंड है। विवेकानंद जी के अनुसार युवा वह है जो ऊर्जा से भरा है और बदलाव की ताकत रखता है। कन्याकुमारी विश्व के लिए तीर्थ क्षेत्र बना हुआ है। स्वामी जी के स्मारक ने हर आयु के लोगों को राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित किया है।
पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन को लेकर यह कहा
हम अलग-अलग जगह पढ़ते हैं लेकिन पढ़ाई पूरी होने के बाद एल्युमिनाई मीट बड़ा रोचक कार्यक्रम होता है। कभी-कभी ऐसी मीटिंग आकर्षण का कारण बन जाती है। यह पुराने दोस्तों से मिलने के लिए तो होता ही है और अगर इसके साथ कोई संकल्प हो तो उसमें कई रंग भर जाते हैं।
पश्चिमी चंपारण के भैरवगंज हेल्थ सेंटर की तारीफ की
पीएम मोदी ने पश्चिमी चंपारण के भैरवगंज हेल्थ सेंटर की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार के पश्चिमी चंपारण कि एक कहानी मैं बताए बिना रह नहीं सकता हूं। यहां भैरवगंज हेल्थ सेंटर में लोग हेल्थ चेकअप कराने आए। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं था बल्कि यह एक स्कूल के पुराने छात्रों द्वारा उठाया गया कदम था। इसका नाम संकल्प 85 था। 1985 बैच के विद्यार्थियों ने एल्युमनाई मीट रखी और कुछ करने का विचार किया। बता दें कि 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए जनता से विचार आमंत्रित किए थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि इस महीने मन की बात 29 दिसंबर को होगी। आप इसके लिए अपने विचार और सुझाव साझा करें।
कांग्रेस पार्टी की 135वीं स्थापना दिवस पर राहुल गांधी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून नोटबंदी नंबर दो है। यह नोटबंदी से भी बड़ा झटका होगा। कोई अमीर लाइन में खड़ा नहीं होगा क्योंकि अमीर लोग उनके दोस्त हैं।
उन्होंने भाजपा पर लगाया झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि भारत में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं हैं और एक वीडियो में डिटेंशन सेंटर्स के दृश्य हैं, इसलिए आप तय करें कि कौन झूठ बोल रहा है।
कार्यकर्ताओं के निस्वार्थ योगदान को स्वीकारते हैं
राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि आज कांग्रेस का 135वां स्थापना दिवस है। मैं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय में ध्वजारोहण समारोह में हिस्सा लूंगा। इसके बाद गुवाहाटी में एक रैली को संबोधित करूंगा। स्थापना दिवस के दिन हम लाखों कांग्रेस पुरुषों और महिला कार्यकर्ताओ के निस्वार्थ योगदान को स्वीकार करते हैं।
कांग्रेस के 134वें स्थापना दिवस पर पार्टी आज देशभर में संविधान बचाओ, भारत बचाओ के संदेश के साथ मार्च करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली में, राहुल गांधी असम में और प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
सोनिया पार्टी मुख्यालय में ध्वजारोहण करेंगी तथा राहुल गुवाहाटी में एक सभा को संबोधित करेंगे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर पार्टी के नेता संबंधित राज्यों की भाषाओं में संविधान की प्रस्तावना पढ़ेंगे। नागरिकता संशोधन विधेयक, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि जब जब भारत के संविधान को चुनौती दी जाएगी।
पुणे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने कहा है कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार में उनके शामिल होने पर फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा। अजित पवार ने बालेवाडी स्टेडियम में एक खेल-कूद कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार 30 दिसंबर को होगा। मीडिया की खबरों और राज्य के विभिन्न नेताओं के बयानों से संकेत मिला है कि बारामती के विधायक महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार में उपमुख्यमंत्री के पद की दौड़ में आगे हैं।
तीस दिसंबर को उनके मंत्रिपद की शपथ लेने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा, 'मैंने इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। मैं पार्टी नेतृत्व के निर्देश का पालन करूंगा।' पवार कुछ समय के लिए NCP से अलग होकर भाजपा की देवेंद्र फडणवीस सरकार में उपमुख्यमंत्री बने थे, लेकिन यह सरकार महज 80 घंटे ही चल पाई थी और बारामती के विधायक अपने मार्गदर्शक शरद पवार के पास लौट गए थे।
हाल ही में राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इस सवाल पर चुप्पी साधे रखी कि उनके भतीजे अजित पवार महाराष्ट्र की महा विकास अघाडी सरकार में उपमुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं। पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कैबिनेट विस्तार पर जल्द ही फैसला करेंगे। शिवसेना नेता संजय राउत के उस कथित बयान के बारे में पूछे जाने पर कि अजित पवार शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा सरकार में तब उपमुख्यमंत्री बनेंगे जब कैबिनेट का विस्तार होगा।
चंडीगढ़ ,भारतीय जनता पार्टी के नेता और हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने प्रियंका गांधी और उनके भाई राहुल गांधी को लाइव पेट्रोल बम बताया है. हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर कहा, 'प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से सावधान रहिए, क्योंकि ये लाइव पेट्रोल बम हैं. ये जहां जाते हैं, वहां आग लगा देते हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं.'
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज का यह ताजा बयान प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के मेरठ पहुंचने और वापस लौटने के बाद सामने आया है. दरअसल, मंगलवार को प्रियंका गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के मेरठ में हिंसक प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रही थीं, लेकिन उनको शहर में प्रवेश करने से पहले ही पुलिस ने रोक दिया था.
इसके बाद दोनों को दिल्ली वापस लौटना पड़ा. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मेरठ के बाहर परतापुर से वापस लौटा दिया गया. वो मेरठ में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रहे थे.
कांग्रेस का यह भी आरोप है कि जब प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के दिल्ली से मेरठ के लिए रवाना होने की खबर आई, तो भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया और दोनों नेताओं को मेरठ में प्रवेश करने से पहले ही रोक दिया गया. हालांकि मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय साहनी का कहना है कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी समेत कांग्रेस के सभी नेताओं को मेरठ में निषेधाज्ञा लागू होने के कागज दिखाए गए, जिसके बाद वो खुद ही लौट गए.
यह पहली बार नहीं हैं, जब हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. इससे पहले उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले विपक्ष पर तीखा हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान में हंगामा करना विपक्ष और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की साजिश है. देश के विपक्ष और इमरान खान दोनों की भाषा एक जैसी है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की मुनादी में अभी हुई नहीं कि सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार की योजना को काउंटर करने के लिए कांग्रेस ने भी एक बड़ा ऐलान किया है, ताकि चुनाव में इसका फायदा मिल सके। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सुभाष चोपड़ा ने बुधवार को बड़ा ऐलान किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो दिल्ली में 600 यूनिट तक की बिजली मुफ्त मिलेगी। सुभाष चोपड़ा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली वासियों को केवल 200 यूनिट बिजली फ्री दे रही है। हमारी सरकार अगर दिल्ली में आई तो 600 यूनिट फ्री बिजली देंगे।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बुधवार को कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो हम दिल्ली में 600 यूनिट बिजली से राहत देंगे। हम ऐसा इसलिए नहीं कह रहे, क्योंकि चुनाव है। यह आपका पैसा है और आपको इसका फायदा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि छोटी इंडस्ट्रीज के लिए 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। इन सबका जिक्र हमारे घोषणापत्र में होगा।
उनकी सरकार है जैसे पंजाब, राजस्थान, MP आदि। नहीं तो लोग समझ जाएँगे कि ये झूठा चुनावी जुमला है।
गौरतलब है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सरकार 200 यूनिट तक की बिजली मुफ्त दे रही है। इस साल 1 अगस्त को अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया था कि दो सौ यूनिट तक बिजली खपत पर कोई बिल नहीं देना होगा। वहीं, 200-400 यूनिट बिजली खपत पर 50 फीसदी की सब्सिडी देने का भी केजरीवाल ने ऐलान किया था। केजरीवाल की इस योजना से दिल्ली वालों को काफी लाभ मिल रहा है।
कभी भी हो सकता है चुनाव की तारीखों का ऐलान
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ उल्टी गिनती शुरू हो गई है। चुनाव तैयारियों में जुटी दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चुनाव आयोग ने गुरुवार (26 दिसंबर) को आखिरी समीक्षा बैठक के लिए बुलाया है। बैठक के बाद तैयारियों को देखते हुए कभी भी चुनावों की घोषणा की जा सकती है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बाद अगली सरकार का गठन 15 फरवरी 2020 तक करना है।
दिल्ली चुनाव को लेकर सभी दल मैदान में आ गई है, और सभी ने सियासी रणनीति के साथ चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है।
मुंबई । संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शनों के बीच महाराष्ट्र के सीएम एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में कोई ‘डिटेंशन सेंटर’ नहीं है, और उनके शासन में मुस्लिम नागरिकों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। सीएम ठाकरे ने मुस्लिम समुदाय के कुछ विधायकों के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया, जिन्होंने उनसे मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे राकांपा विधायक नवाब मलिक ने कहा कि नवी मुंबई के खारघर स्थित डिटेंशन सेंटर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त विदेशी नागरिकों के लिए है।
मलिक की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ठाकरे नीत महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार का हिस्सा है। मलिक ने कहा कि सिर्फ 38 लोग वहां (खारघर डिटेंशन सेंटर) रखे जा सकते हैं। यह जेल से रिहा होने के बाद अपने मूल देशों में प्रत्यर्पित किए जाने से पहले विदेशी नागरिकों के लिए है।लोगों को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के बारे में कोई गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए। नबाव मालिक ने कहा, मेरी सरकार किसी धर्म या समुदाय के नागरिकों के अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचने देगी। मैं राज्य में शांति एवं सौहार्द की अपील करता हूं।
इस मौके पर महाराष्ट्र के गृहमंत्री एकनाथ शिंदे, उद्योगमंत्री सुभाष देसाई, पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल, मुंबई पुलिस आयुक्त संजय बर्वे, शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार और कांग्रेस विधायक अमीन पटेल भी मौजूद थे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक रैली में कांग्रेस, उसके सहयोगी दलों और ‘अर्बन नक्सलियों’ पर मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेजे जाने की अफवाह फैलाने का आरोप लगाया था। वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार ने उन विदेशी नागरिकों को अस्थायी रूप से रखने के लिए एक केंद्र बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिनका वीजा समाप्त हो गया है, लेकिन इस तरह के केंद्र को डिटेंशन सेंटर कहना गलत होगा।
नई दिल्ली । भाजपा उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने संशोधित नागरिकता कानून को लेकर विपक्ष पर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से लाये गए इस कानून का सभी को समर्थन करना चाहिए क्योंकि यह नागरिकता देने वाला है, छीनने वाला नहीं। ‘पाकिस्तान से प्रताड़ित होने के कारण भारत आए लोगों से संवाद’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहस्त्रबुद्धे ने कहा, ‘‘राजनीतिक रोटियां सेकने के लिये गलत धारणा फैलायी जा रही है और दुष्प्रचार किया जा रहा है। यह बंद होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून सकारात्मक कानून है। यह नागरिकता देने वाला है, छीनने वाला नहीं है। इस बारे में गलत धारणा नहीं फैलायें और समाज को बांटने का प्रयास नहीं करें। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ने कहा कि शरणार्थी और घुसपैठिये में अंतर करना जरूरी है। अगर सभी के लिये द्वार खोल दिये जायेंगे तब यह उचित नहीं होगा। यह कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में प्रताड़ना की वजह से यहां आए हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को बड़ी राहत देने वाला है। अगर कोई मुसलमान आना चाहेगा तब पहले के कानून में प्रावधान है और उस संबंध में सभी औपचारिकताएं पूरी करने पर वह भी लाभ उठा सकता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सभी लोगों को वास्तविकता समझने की जरूरत है कि यह मानवीय दृष्टिकोण से लाया गया कानून है और सभी को इसका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने विपक्षी दलों को इन शरणार्थियों के शिविरों में जाने और उनकी पीड़ा समझने की भी सलाह दी। इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि पाकिस्तान में सरकारी संरक्षण में हिन्दुओं, सिख, जैन, ईसाई जैसे समुदायों के साथ अत्याचार हो रहा है, धर्मांतरण हो रहा है। यह लगातार जारी है। ऐसे में मानवीय सोच के साथ मोदी सरकार ने यह कानून बनाया है। यह कानून किसी के विरोध में नहीं है बल्कि पाकिस्तान में अत्याचार का सामना करने वाले इन समुदायों को पीड़ा से मुक्ति दिलाने वाला है। लालवानी ने इनके लिये एक कल्याण बोर्ड बनाने की भी मांग की। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से आए शरणार्थियों ने इस कार्यक्रम में शामिल हुए कहा कि वे बेहद खराब हालात में यहां आए हैं, ऐसे में सभी लोग मानवीय दृष्टि से विचार करें और कानून का समर्थन करें। पाकिस्तान से पिछले करीब एक दशक में आए भालचंद्र भील, चिदन शर्मा, अर्जुन दास और दयाल ने कहा कि वहां हिन्दुओं, सिख, जैन, ईसाई आदि को दोयम दर्जे का नागरिक समझा जाता है। उन्होंने कहा कि वहां हम सुरक्षित नहीं है, हमारे बच्चे। बच्चियां सुरक्षित नहीं है। ऐसे में हम कहां जाएं। अफगानिस्तान से आए प्यारा सिंह ने तालिबान के प्रशासन में हुए अत्याचार का उल्लेख किया और नागरिकता संशोधन कानून का सभी से समर्थन करने का आग्रह किया है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान हो गया और हेमंत सरकार के गठन की नींव भी रख दी गई है। झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। सत्ता कायम रखने की कोशिशों में जुटी भारतीय जनता पार्टी की करारी हार हुई है और हेमंत सोरने की अगुआई में जेएमएम-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने जीत का परचम लहरा दिया है। सोमवार को आए नतीजों में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को 47 सीटों के साथ ही बहुमत मिल गया है। इस तरह से झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी जेएमएम के नेता हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे। अगर वोट फीसदी की बात की जाए तो करीब 15 फीसदी अधिक वोट पाने वाली बीजेपी सत्ता नहीं बचा पाई। जबकि जेएमएम को बीजेपी की तुलना में 15 फीसदी वोट कम जरूर पड़े, मगर उसने भाजपा से 5 सीटें अधिक जीत लीं।
सीटों की संख्या में भले ही जेएमएम ने भारतीय जनता पार्टी को मात दे दी हो, मगर वोट शेयर के मामले में बीजेपी को फायदा ही हुआ है, जबकि जेएमएम का वोट शेयर घटा है। 2014 के चुनाव में जहां बीजेपी के करीब 31 फीसदी वोट शेयर थे, वहीं इस चुनाव में 34 फीसदी हो गया है। हालांकि, लोकसभा चुनाव 2019 के वोट शेयर से बीजेपी की तुलना की जाए तो उसे घाटा ही हुआ है। इसी साल लोकसभा में राज्य में 51 फीसदी वोट पाने वाली भाजपा को विधानसभा चुनाव में 33.4 फीसदी मत मिले हैं। तो चलिए जानते हैं किस पार्टी को वोट शेयर में हुआ है फायदा और किसे कितना नुकसान....
2019 के चुनाव में वोट शेयर
भाजपा- 33.37 फीसदी
कांग्रेस- 13.88 फीसदी
जेएमएम- 18.72 फीसदी
जेवीएम-5.45 फीसदी
राजद- 2.75 फीसदी
जदयू- 0.73 फीसदी
बसपा- 1.53 फीसदी
सीपीआईएम- 0.32 फीसदी
आजसू- 8.10 फीसदी
सीपीआई- 0.46 फीसदी
एआईएमआईएम- 1.16 फीसदी
जेडीएस- 0.01 फीसदी
2014 के चुनाव में वोट शेयर
भाजपा- 31.26 फीसदी
कांग्रेस- 10.46 फीसदी
जेएमएम- 20.43 फीसदी
जेवीएम- 9.99 फीसदी
राजद- 3.13 फीसदी
जदयू- 0.73 फीसदी
बसपा- 1.82 फीसदी
सीपीआईएम- 0.50 फीसदी
आजसू- 3.68 फीसदी
सीपीआई- 0.89 फीसदी
2019 के चुनाव परिणाम:
भाजपा- 25
जेएमएम-30
कांग्रेस-16
राजद-1
जेवीएम-3
आजसू-2
अन्य-4
2014 के चुनाव परिणाम
बीजेपी-37
जेएमएम-19
जेवीएम-8
कांग्रेस-6
आजसू-5
अन्य-6
रघुवर दास चुनाव हारे
झारखंड विधानसभा चुनावों में न सिर्फ भाजपा को करारी शिकस्त मिली, बल्कि उसके मुख्यमंत्री पद का चेहरा रहे रघुवर दास स्वयं जमशेदपुर पूर्वी सीट से अपने मंत्रिमंडल सहयोगी रहे भाजपा के विद्रोही सरयू राय से 16 हजार से अधिक मतों से पराजित हो गये। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। उन्होंने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को सोमवार (23 दिसंबर) शाम राजभवन में अपना इस्तीफा सौंपा।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्षमण गिलुवा भी अपनी चक्रधरपुर सीट पर हार गये जबकि भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य सभी बड़े दलों के नेता विधानसभा चुनाव में जीतने में सफल रहे। झारखंड के मुख्यमंत्री दास अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी रहे भाजपा के विद्रोही उम्मीदवार से जमशेदपुर पूर्वी सीट से 15,833 मतों से पराजित हो गये, जबकि इससे पहले वह इसी सीट से लगातार पांच बाज विजयी रहे थे और 2014 के विधानसभा चुनावों में वह 70,157 मतों से विजयी हुए थे।
हेमंत सोरेन दोनों सीटों पर जीते
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा भी चक्रधरपुर की सीट से झामुमो प्रत्याशी सुखराम उरांव से 12,234 मतों से पराजित हो गये। इसके विपरीत झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और विजयी गठबंधन के नेता हेमंत सोरेन ने बरहेट और दुमका दोनों सीटों से जीत दर्ज की। हेमंत ने जहां बरहेट सीट पर भाजपा के साइमन माल्टो को 25,740 मतों से पराजित किया वहीं दुमका में उन्होंने भाजपा की मंत्री लुईस मरांडी को 13,188 मतों से पराजित कर दिया। 2014 में वह 4914 मतों से लुईस से ही चुनाव हार गये थे।
इसके अलावा सिल्ली से आज्सू के अध्यक्ष सुदेश महतो ने 20,195 मतों के भारी अंतर से झामुमो की उम्मीदवार सीमा महतो को हराकर उपचुनाव में हार का बदला चुकता किया जब वह उन्हीं से पराजित हो गये थे। इससे पूर्व 2014 में सीमा के पति झामुमो के उम्मीदवार अमित महतो ने सुदेश को 29,740 मतों से पराजित किया था।
झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने धनवार सीट से भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद सिंह को 17,550 मतों से पराजित कर यहां से जीत हासिल की वह पिछली बार यहां से चुनाव हार गये थे। इसी प्रकार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कांग्रेस के ही पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के उम्मीदवार सुखदेव भगत को 30,150 मतों से पराजित कर चुनाव जीता।
भाजपा को करारी शिकस्त
इस चुनाव में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पिछले विधानसभा चुनावों में जहां भाजपा ने 37 सीटें जीती थीं, वहीं वह इस बार पार्टी सिर्फ 25 पर सिमट गई। भाजपा की सहयोगी रही आजसू पिछली विधानसभा में सिर्फ आठ सीटें लड़कर पांच सीटों पर जीती थी, जबकि इस बार उसने 53 सीटें लड़कर महज दो सीटों पर जीत हासिल की। वहीं दूसरी ओर, झारखंड मुक्ति मोर्चा (मोर्चा) 30 सीटें हासिल कर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने 16 और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 1 सीट पर कब्जा जमाया। निर्दलीय के खाते में दो सीटें गई हैं। 3 सीटों पर झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) (जेवीएम-पी), 1 पर सीपीआई-माले और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक सीट पर जीत हासिल की है।
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हो रही है जिसमें राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) में अपडेट के लिए धन आवंटन के प्रस्ताव पर फैसला हो सकता है। एनपीआर अपडेट करने की प्रक्रिया अगले साल पहली अप्रैल से शुरू होने वाली है।
सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट की बैठक के लिए तय एजेंडे में एनपीआर को लेकर प्रस्ताव भी शामिल है। एनपीआर में देश के 'सामान्य नागरिकों' की गणना की जाती है। एनपीआर के लिए 'सामान्य नागरिकों' से मतलब उस व्यक्ति से है, जो किसी स्थानीय क्षेत्र में पिछले छह महीने या उससे अधिक समय से रह रहा हो या अगले छह महीने या उससे अधिक समय तक उस क्षेत्र में रहने की उसकी योजना हो।
आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के लिए अंतिम बार साल 2010 में आंकड़े जुटाए गए थे। जब 2011 के लिए जनगणना (Census 2011) की जा रही थी। इन आंकड़ों को फिर साल 2015 में अपडेट किया गया था। इसके लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण हुए थे। उन आंकड़ों को डिजिटल करने की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। अब सरकार ने ये फैसला लिया है कि 2021 जनगणना (Census 2021) के दौरान असम को छोड़कर अन्य सभी राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के लिए इन आंकड़ों को फिर से अपडेट किया जाएगा। इस संबंध में केंद्र सरकार द्वारा एक राजपत्रित अधिसूचना पहले ही प्रकाशित की जा चुकी है।
क्या है एनपीआर
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) के जरिए सरकार देश के हर नागरिक की जानकारी रख सकेगी।
इसके तहत हर भारतीय नागरिक का बायोमेट्रिक रिकॉर्ड लिया जाएगा और उनकी वंशावली भी दर्ज की जाएगी।
वैसे निवासी जो छह महीने या उससे ज्यादा समय से किसी क्षेत्र में रह रहा है, उसके लिए एनपीआर में पंजीकरण कराना अनिवार्य हो जाएगा।
एनपीआर को सरकार राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर, जिला, उप जिला व स्थानीय स्तर पर तैयार करेगी।
एनपीआर तीन चरणों में तैयार किया जाएगा - पहला चरण एक अप्रैल 2020 से लेकर 30 सितंबर 2020 के बीच होगा। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों द्वारा घर-घर जाकर जरूरी आंकड़े जुटाए जाएंगे।
दूसरा चरण 9 फरवरी 2021 से 28 फरवरी 2021 तक होगा। इसके बाद तीसरा चरण होगा, जिसमें जुटाए आंकड़ों में जरूरी संशोधन किए जाएंगे।
क्यों जरूरी है एनपीआर
एनपीआर का मूल उद्देश्य देश के हर निवासी की पहचान के लिए एक विस्तृत आंकड़ा तैयार करना है। इसमें हर निवासी की जनसांख्यिकी (Demographic) जानकारी के साथ-साथ उनका बायोमेट्रिक भी दर्ज रहेगा।
हर निवासी को क्या जानकारियां देनी होंगी
व्यक्ति का नाम
घर के मुखिया से रिश्ता
पिता का नाम
मां का नाम
पति / पत्नी का नाम
लिंग
जन्मतिथि
शादी हुई या नहीं
जन्मस्थान
राष्ट्रीयता (जो घोषित किया हो)
वर्तमान पता जहां रह रहे हों
वर्तमान पते पर निवास का समय
स्थायी आवासीय पता
पेशा
शैक्षणिक योग्यता
नई दिल्ली । संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध के बीच भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने हमला बोला है। मायावती ने एक ट्वीट में कहा, चंद्रशेखर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उत्तर प्रदेश की बजाय दिल्ली के जामा मस्जिद के विरोध प्रदर्शन में शामिल होता है और अपनी जबरन गिरफ्तारी करवाता है, क्योंकि यहां जल्दी विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसके साथ ही मायावती ने पार्टी के लोगों से अपील की कि ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों और पार्टियों से हमेशा सचेत रहें।
मायावती ने कहा, दलितों का मानना है कि भीम आर्मी का चंद्रशेखर, विरोधी पार्टियों के हाथों खेलकर खासकर बसपा के मज़बूत राज्यों में षडयंत्र के तहत चुनाव के करीब वहां पार्टी के वोटों को प्रभावित करने वाले मुद्दे पर, प्रदर्शन आदि करके फिर जबरन जेल चला जाता है।
ज्ञात हो, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ के लिए पुलिस ने शनिवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में शामिल होने के लिए बीस अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तार किया गया था।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर सहित 21 गिरफ्तार-
एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा, "हमने आगजनी, तोड़फोड़ और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद समेत 21 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। आजाद भीड़ का नेतृत्व कर रहे थे।"पुलिस ने सीलमपुर में हिंसा के लिए पांच और दिल्ली गेट के पास पुरानी दिल्ली से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। भीम आर्मी का विरोध शुक्रवार की नमाज के बाद दोपहर एक बजे के बाद शुरू हुआ था। जामा मस्जिद में चल रहे विरोध प्रदर्शन में आजाद ने भी हिस्सा लिया था। हालांकि जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की, तो वह अपने समर्थकों के बीच ओझल हो गए। इसके बाद उनका और पुलिस का आपस में लुका-छिपी का खेल चलता रहा। अब पुलिस ने आखिरकार आजाद को गिरफ्तार कर लिया है।
नई दिल्ली. केंद्रीय सड़क और परिहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) किसी भी भारतीय मुस्लिम के खिलाफ नहीं है. यह केवल तीन पड़ोसी मुल्कों में सताए गए धार्मिक अल्पसंख्यकों को सताए गए लोगों को भारतीय नागरिकता देने वाला कानून है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं अपने मुस्लिम भाइयों से अपील करता हूं कि कांग्रेस के दुष्प्रचार का हिस्सा न बनें. कांग्रेस व अन्य विरोधी पार्टियों के नेता आपको केवल वोट मशीन के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं. इससे पहले नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा था कि क्या हमें अपने देश में प्रवेश करने वाले विदेशी नागरिकों के लिए रेड कार्पेट फैलाना चाहिए, वे यहां आकर वोटिंग अधिकार हासिल करते हैं, संपत्ति खरीदते हैं.
नितिन गडकरी ने इस बात का भी जिक्र किया था कि हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाई समुदायों के लोग जिन्हें किसी अन्य देश में जगह नहीं मिलती है, उन्हें नागरिकता दी जाएगी. हम न तो मुसलमानों के खिलाफ हैं और न ही हम किसी को पाकिस्तान जाने के लिए कह रहे हैं. चिंता की कोई बात नहीं है. अफवाहें फैलाई जा रही हैं.
मोदी के मंत्री नितिन गडकरी ने राहुल गांधी की रेप इन इंडिया टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी. नितिन गडकरी ने कहा कि राहुल गांधी ने जो बयान दिया वह देश और लोकतंत्र के लिए ही नहीं, बल्कि उनकी पार्टी के लिए भी दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर वह बड़े दिल के हैं तो उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए.