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गुवाहाटी । टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा कि दो या तीन खिलाड़ियों के बल पर ही किसी आईसीसी टूर्नामेंट को जीतना संभव नहीं है। इसके लिए मध्यक्रम को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। पिछले कुछ समय में देखने में आया है कि शीर्ष क्रम के असफल होने की हालत में टीम का मध्य क्रम लड़खड़ा जाता है। विराट ने कहा कि हमें ऐसा बल्लेबाजी क्रम बनाना है जिसमें छठे या सातवें नंबर तक के बल्लेबाज मैच जिताने की क्षमता रखते हों। यह बल्लेबाजी क्रम दो या तीन खिलाड़ियों पर आधारित नहीं रहेगा। इसलिए हमारा मुख्य ध्यान खिलाड़ियों को ऐसे हालात की जानकारी देना है और उनसे इस स्थिति में निडर होकर मैच विजेता बनने की उम्मीद करना है.’मध्यक्रम में युवा श्रेयस अय्यर ने अपनी वापसी के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है पर दबाव की परिस्थितियों में उनकी परीक्षा होना बाकि है। वहीं युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के खेल में निरंतरता का आभाव नजर आता है पर कप्तान ने कहा कि अगली कुछ श्रृंखलाएं देखने के बाद ही यह तय होगा कि दबाव भरे हालात में कौन अच्छा प्रदर्शन करता है। ठीक इसी प्रकार गेंदबाजी में युवा नवदीप सैनी और शार्दुल ठाकुर के लिए अच्छा अवसर है उन्हें भी अवसरों का लाभ उठाते हुए ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप से पहले अपने को साबित करना होगा।

नई दिल्ली. भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच होने वाला तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला बारिश और पिच के खराब होने के कारण रद्द करना पड़ा. इस मुकाबले में काफी ड्रामा देखने को मिला. हालांकि, अब इस तीन मैचों की सीरीज का दूसरा मैच 7 जनवरी को इंदौर में खेला जाएगा. नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन की वजह से तो ये मुकाबला रद्द नहीं हुआ, लेकिन बारिश के आगे किसी की एक नहीं चली.

हालांकि, इसमें थोड़ी लापरवाही भी देखने को मिली जब पिच से कवर हटाते समय पिच पर पानी गिर गया, जिसे सुखाने के लिए काफी कोशिश की गई, लेकिन समय रहते सफलता नहीं मिली. इस मुकाबले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर श्रीलंका को बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था. इस मैच में समय से टॉस हुआ, टॉस होने के बाद मैच में बारिश ने बाधा डाल दी.

बारिश रुकी तो देखा गया कि पिच पर पानी गिर गया, जिसे पूरी तरह से सुखाया नहीं जा सका और मैच रद्द करना पड़ा. गीली पिच को सुखाने के लिए वैक्यूम क्लीनर, हेयर ड्रायर और स्टीम आयरन का भी इस्तेमाल किया गया, लेकिन नतीजा शून्य रहा. दोनों टीमें और मैदान में मौजूद हजारों दर्शक मैच शुरू होने का इंतजार करते रह गए.

गुवाहाटी: मेजबान भारत और श्रीलंका (India vs Sri Lanka) के बीच रविवार को पहला टी20 मैच बारिश में धुल गया. इसके साथ ही केएल राहुल (KL Rahul) और शिखर धवन के बीच होने वाला दिलचस्प मुकाबला भी नहीं हो सका. जी हां, अगले कुछ महीने केएल राहुल और शिखर धवन (Shikhar Dhawan) के बीच एक सीरीज होने वाली है. यह सीरीज तय करेगी कि अगले टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में रोहित शर्मा का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा. इसके लिए केएल राहुल और शिखर धवन के बीच रेस चल रही है.
केएल राहुल और शिखर धवन की रेस का फैसला क्या होगा, यह तो अभी पता नहीं. लेकिन भारत के तूफानी ओपनर रहे कृष्णमाचारी श्रीकांत (Krishnamachari Srikkanth) की राय साफ है. उनका कहना है कि वे टी20 विश्व कप के लिए अपनी टीम (Team India) में शिखर धवन को नहीं चुनेंगे. इसकी बजाय वे केएल राहुल को रोहित शर्मा का ओपनिंग पार्टनर चुनना पसंद करेंगे. टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2020) इसी साल अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में होना है.
पूर्व कप्तान के. श्रीकांत (K Srikkanth) ने कहा, ‘श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में रन बनाना ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है. इसकी कोई गिनती नहीं है. यदि मैच मुख्य चयनकर्ता होता तो शिखर धवन को टी20 वर्ल्ड कप (ICC T20 World Cup) की टीम में नहीं चुनता. धवन और राहुल के बीच कोई मुकाबला नहीं है. सिर्फ एक विजेता है.’
शिखर धवन श्रीलंका के खिलाफ इस सीरीज में चोट के बाद वापसी कर रहे हैं. उन्होंने अपनी वापसी पर कहा, ‘मैं 2020 में नई शुरुआत करना चाहता हूं. मैं भारत के लिए विश्व कप जीतना चाहता हूं. पिछले साल मुझे चोट के कारण कई बार परेशान होना पड़ा. लेकिन चोट खेल का हिस्सा है. मैं इससे उबर चुका हूं. यह नया साल है. मैं पूरी सकारात्मकता के साथ बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं. यह सीरीज मेरे लिए अच्छा मौका है.’
शिखर धवन चोट से पहले भी टी20 मैचों में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. उन्होंने अपनी पिछली 12 पारियों में 110.56 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 272 रन बनाए हैं. दूसरी ओर केएल राहुल ने पिछली 9 पारियों में 142.40 के स्ट्राइक रेट से सिर्फ 356 रन बनाए हैं. उन्होंने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया था.

महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू आगामी टोक्यो ओलंपिक जीतने के लिए अभ्यास में लगी है। सिंधु ने कहा कि अभी वह अपने खेल को बेहतर बनाने पर काम कर रही हैं। सिंधू ने 2019 में विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता था पर इसके बाद वह बाकि के टूर्नामेंटों में सफल नहीं रहीं ओर शुरुआती दौर में ही बाहर हो गयीं थीं। विश्व टूर फाइनल्स में भी सिंधू का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था। सिंधू का भी मानना है कि जिस प्रकार विश्व चैंपियनशिप उनके लिए शानदार रही। वैसी सफलता फिर उन्हें नहीं मिली। इसके बाद भी वह आने वाले मुकाबलों को लेकर सकारात्मक बनी हुई हैं। सिंधु ने कहा कि सभी मुकाबलों में जीत मिलना तय नहीं है। कई बार अच्छा खेल दिखाने के बाद भी कुछ गलतियों के कारण सफलता नहीं मिल पाती। इस साल की शुरुआत में ही उन्हें मलेशिया और इंडोनेशिया से खेलना है। इसके अलावा ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिये कुछ टूर्नामेंट हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो सभी टूर्नामेंट अहम होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इन गलतियों से काफी कुछ सीखा है। मेरे लिये सकारात्मक बने रहना और दमदार वापसी करना सबसे अहम है।’’ सिंधू ने कहा कि वह अपनी कमजोरियों को दूर करने के लिये तकनीकी पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर मुझसे प्रशंसकों को काफी उम्मीदें होंगी पर दबाव और आलोचना का मेरे पर असर नहीं होता क्योंकि लोग मुझसे हमेशा जीत की उम्मीद करते हैं। ओलंपिक किसी के लिये भी अंतिम लक्ष्य होता है।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘हम तकनीक और कौशल पर काफी काम कर रहे हैं और सब कुछ तय रणनीति के अनुसार होगा। इससे ओलंपिक सत्र में सब कुछ ठीक रहने की उम्मीदें हैं। सिधू के पास टोक्यो में पदक जीतकर पहलवान सुशील कुमार की बराबरी करने का अवसर रहेगा जिन्होंने 2008 और 2012 में ओलंपिक पदक जीते थे। इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि मैं दूसरों के बारे में नहीं सोचती। मैं एक एक कदम आगे बढ़ने में विश्वास करती हूं। इसलिए मुझे लगता है कि जीत के लिए मुझे कड़ा अभ्यास और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत है यह हालांकि आसान नहीं होगा।

गुवाहाटी । भारत और श्रीलंका के बीच बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में तीन मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मैच रविवार को होगा। इस सीरीज में सभी का ध्यान भारत के दो दिग्गजों-शिखर धवन और जसप्रीत बुमराह पर रहेगा, जो चोटों के बाद वापसी कर रहे हैं। वहीं श्रीलंका की मौजूदा टीम को देखने पर भारत का पलड़ा भारी लग रहा है। यह हालांकि टी-20 है और खेल के इस सबसे छोटे प्रारूप में कोई भी टीम किसी भी को हरा सकती है।बात अगर भारतीय टीम की करे तब धवन पर सभी की नजर होगी। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शतक जमाकर अपनी फिटनेस को साबित कर दी है। अब सवाल यह है कि क्या धवन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उसी फॉर्म को जारी रख पाएंगे। उन पर जिम्मेदारी भी बड़ी है, क्योंकि चयनकर्ताओं ने इस सीरीज के लिए उप-कप्तान रोहित शर्मा को आराम दिया है। दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल के लिए भी यह सीरीज अपने आप को साबित करने का अच्छा मौका है। विंडीज के खिलाफ राहुल ने रोहित के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी थीं। धवन के साथ भी उन्हें यहीं करना होगा लेकिन साथ ही निजी तौर पर तीसरे सलामी बल्लेबाज के लिए अपनी दावेदारी को मजबूत भी करना होगा। धवन के बाद बात करे बुमराह की, तब बुमराह भी जुलाई में विंडीज दौरे पर चोटिल हो गए थे। उसके बाद से यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय सीरीज है। बुमराह के लिए यह सीरीज और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली वनडे सीरीज एक परीक्षा है, जो उन्हें न्यूजीलैंड दौरे के लिए देनी है। गेंदबाजी में कुंद हुई धार को बुमराह को तेज और पैनी करना होगा। इन दोनों के अलावा नवदीप सैनी, शार्दूल ठाकुर के लिए भी मौका है कि वह अपने आप को मौजूदा समय में बैकअप गेंदबाज को तौर पर ही सही लेकिन अपनी दावेदारी को पुख्ता करें।
हमेशा की तरह विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत भी जाहिर तौर पर एक और परीक्षा से गुजरने वाले है। हां यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस सीरीज में भी संजू सैमसन ड्रैसिंग में रहने वाले हैं, यह उन्हें मैदान पर उतार कर मेहनत करवाई जाएगी। दूसरी तरफ श्रीलंका के लिए इस समय हर सीरीज कड़ी परीक्षा है। कप्तान लसिथ मलिंगा के नेतृत्व में भारत आई श्रीलंका ने टीम में अनुभवी खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को वापस बुलाया है। उसके पास निरोशन डिकवेला, कुशल मेंडिस, धनंजय डी सिल्वा जैसे कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन क्या यह सभी भारतीय जमीन पर श्रीलंका के बुरे इतिहास को बदलने में सक्षम हैं, इस पर संदेह लगता है।
टीमें (सम्भावित):
भारत:विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दूल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर।
श्रीलंका: लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनंजय डी सिल्वा, वानिंडु हसारंगा, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), ओशाडा फर्नांडो, अविश्का फर्नांडो, दानुष्का गुणाथिलका, लाहिरु कुमारा, एंजेलो मैथ्यूज, कुशल मेंडिस, कुशल परेरा, भानुका राजापक्षा, कासुन राजिथा, लक्षण संदकाना, दासुन शनका, इसुरु उदाना।

सिडनी. मार्नस लाबुशेन 215 ने अपने करियर का पहला दोहरा शतक जमा सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को पहली पारी में 454 रनों के मजबूत स्कोर तक पहुंचा दिया. जवाब में न्यूजीलैंड टीम ने भी अच्छी शुरुआत की है. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने भी बिना कोई विकेट खोए 63 रन बना लिए हैं. उसकी टॉम लाथम नाबाद 26 और टॉम ब्लंडल नाबाद 34 सलामी जोड़ी विकेट पर मजबूती से खड़ी हुई है. इससे पहले आस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 283 रनों के साथ की. मैथ्यू वेड दूसरे दिन अपने खाते में एक भी रन नहीं जोड़ पाए. वह 22 के निजी स्कोर पर विल सोमरविले का शिकार बने. ट्रेविस हेड सिर्फ 10 रन बना पाए.

निचले क्रम में टिम पेन ने लाबुशेन के साथ 79 रनों की साझेदारी की. इस बीच लाबुशैन अपने करियर का पहला दोहरा शतक जमा चुके थे. पेन भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन कोलिन डी ग्रांडहोम की गेंद पर वह चूक गए और बोल्ड हो गए. कप्तान के बाद लाबुशेन भी 416 के कुल स्कोर पर आउट हो गए. उन्होंने अपनी पारी में 363 गेंदों का सामना कर 19 चौके और एक छक्का लगाया.

जेम्स पैटिनसन (2), पैट कमिंस (8) के जल्दी आउट होने के बाद लगा की टीम सिमटने वाली है. हालांकि मिशेल स्टार्क ने 21 गेंदों पर 22 रन बनाकर टीम को 450 के पार पहुंचाया. वह टीम के आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए. न्यूजीलैंड के लिए डी ग्रांडहोम, वेग्नर ने तीन-तीन विकेट लिए. टॉड एस्ले के हिस्से दो सफलताएं आईं. मैट हेनरी और सोमरविले ने एक-एक विकेट लिए.

मुम्बई । भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि आगामी न्यूजीलैंड दौरा टीम के लिए आसान नहीं होगा। इस दौरे में टीम के लिए सबसे कठिन हवा से निपटना होगा। रहाणे का कहना है कि तकनीक को लेकर उन्हें परेशानी नहीं है पर टीम को वेलिंग्टन और क्राइस्टचर्च की हवा से निपटने तैयार रहना होगा जिसमें गेंद को खेलना आसान नहीं होता। रहाणे ने कहा कि 'हम वहां 2014 में भी खेले थे तब भी हवा के रुख से परेशानी हुई थी। ऐसे में हालातों के अनुरुप ढ़लना सबसे कठिन होगा। हवा के चलते यहां गेंद में अतिरिक्त स्विंग होगी। रहाणे का मानना है कि तेज गेंदबाज नील वैगनर का सामना भी कठिन रहेगा। वैगनर ने हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खूब परेशान किया और इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए भी परेशानी खड़ी की थीं। पिछले 4 टेस्ट में वैगनर ने 27 विकेट लिए हैं। रहाणे ने कहा, 'चुनौतियों के रूप में आप सिर्फ एक नाम नहीं ले सकते। एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में, आपको हर गेंदबाज को सम्मान देना होता है। एक घरेलू टीम के तौर पर कीवी अपने घरेलू हालातों को बेहतर तरीके से समझते हैं और उनको इसका लाभ मिलेगा पर हमें अपना स्वभाविक खेल खेलना होगा।  रहाणे ने कहा कि कीवी गेंदबाजों के सामने अगर हम क्रीज के बाहर खड़े हों तो हमें इसे संभालने में सफलता मिल सकती है। अलग-अलग गेंदबाजी का सामना करने के अलग-अलग ढंग होते हैं। सभी को अपनी क्षमताओं पर ही टिके रहना चाहिए। सबसे कारगर तरीका यही होगा कि बल्लेबाज जितना संभव हो उतना शरीर के करीब अपने शॉट्स खेले। आपको अपने बेसिक सही रखने की जरूरत है आप अपनी तकनीक पर बहुत ज्यादा नहीं सोच सकते।

भारतीय कप्तान विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ पांच जनवरी से शुरू हो रही तीन मैचों की टी-20 सीरीज में अपना पहला रन बनाते ही रोहित शर्मा से आगे निकल जाएंगे। सीमित ओवरों के भारतीय उपकप्तान रोहित को श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से विश्राम दिया गया है। टी-20 सीरीज का पहला मैच पांच जनवरी को गुवाहाटी में, दूसरा मैच सात जनवरी को इंदौर में और तीसरा मैच 10 जनवरी को पुणे में खेला जाएगा।
मौजूदा समय विराट और रोहित अंतराष्ट्रीय टी-20 में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। टी-20 में इस समय विराट और रोहित एक बराबरी पर हैं। विराट ने 75 मैचों में जहां 2633 रन बनाये हैं वहीं रोहित ने 104 मैचों में 2633 रन बनाये हैं। विराट इस सीरीज में अपना पहला रन बनाने के साथ ही रोहित से आगे निकल जाएंगे।
विराट को पिछले साल बंगलादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज से विश्राम दिया गया था जबकि विराट और रोहित वेस्ट इंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में खेले थे। विराट ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ हैदराबाद में पहले टी-20 मुकाबले में नाबाद 94 रन की अपनी सर्वश्रेष्ठ टी-20 पारी खेली थी। उन्होंने तीसरे मैच में नाबाद 70 रन भी बनाये थे। रोहित ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई में तीसरे टी-20 में 71 रन बनाये थे। विराट ने 2019 में 10 मैचों में 466 रन और रोहित ने 14 मैचों में 396 रन बनाये थे। दोनों के बीच पिछले साल बराबरी का मुकाबला चलता रहा था।

कराची । पाकिस्तान की टी20 क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम ने कहा कि उन्होंने पिछले साल की गयी अपनी गलतियों से सबक सीखा है और वह आने वाले टेस्ट मैचों में बेहतर बल्लेबाजी का प्रयास करेंगे। अनुभवी आजम ने कहा कि वह पिछले दो साल में टेस्ट क्रिकेट में अपनी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘इस साल मैंने अपनी गलतियों से सबक सीखा और रन बनाने में सफल रहा। जितना अधिक आप टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, उतना ही उसकी बारीकियां समझने में मदद मिलेगी।' बाबर ने पिछले छह टेस्ट में 646 और 20 एकदिवसीय में 1092 रन बनाए है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में रन बनाने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘ दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज डेल स्टेन के सामने रन बनाकर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। मैने 60, 70, 80 रन को शतक में बदलना सीखा है। ऑस्ट्रेलिया में शतक जमाकर मुझे अपने पर भरोसा हो गया कि मैं टेस्ट क्रिकेट में बड़ा स्कोर बना सकता हूं।'
 

मेलबर्न । ऑस्ट्रेलिया ने अगले महीने होने वाले भारत दौरे के आक्रामक बल्लेबाज डी आर्ची शॉर्ट को टीम में शामिल किया है। शॉर्ट को चोटिल तेज गेंदबाज सीन एबॉट की जगह ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया दिया गया है। एबॉट बिग बैश लीग में मांसपेशियों के खिंचाव की वजह से तकरीबन एक महीने तक टीम से बाहर रहेंगे। इसी कारण आर्ची को 14 सदस्यीय टीम में जगह मिली है। वहीं तेज गेंदबाज पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, मिचेल स्टार्क और केन रिचर्डसन भी ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल हैं। इसलिए चयनकर्ताओं ने तेज गेंदबाज एबॉट की जगह शीर्ष क्रम के बल्लेबाज आर्ची को शामिल किया। इसका कारण यह है कि  आर्ची लेग स्पिनर हैं।  चयन समिति के संयोजक ट्रेवर हॉन्स ने कहा कि एबॉट का बाहर होना निराशाजनक है एबॉट हमारी आईसीसी टी20 विश्व कप और एकदिवसय विश्व कप की योजनाओं के लिए सीमित ओवरों की टीम में शामिल है। उन्होंने कहा कि आर्ची के टीम में होने से हमारे पास एश्टन एगर के साथ एक और स्पिन ऑलराउंडर का विकल्प रहेगा। इन दोनों के अलावा चार विश्वस्तरीय तेज गेंदबाजों और स्पिनर एडम जंपा की मौजूदगी से टीम बेहद संतुलित हो गई है। आर्ची किसी भी क्रम में बल्लेबाजी कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारतीय दौरे की शुरुआत 14 जनवरी को मुंबई में होने वाले पहले एकदिवसीय मैच से होगी। दूसरा एकदिवसीय 17 जनवरी को राजकोट और तीसरा एकदिवसीय 19 जनवरी को बेंगलुरु में खेला जाएगा।

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