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नई दिल्ली । विश्वकप क्वालिफायर में खराब प्रदर्शन से भारतीय टीम अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था 'फीफा' रैंकिंग में नीचे आयी है। फीफा रैंकिंग की जो सूची जारी की है, उसमें भारतीय टीम 106 वें स्थान से फिसलकर 108 वे स्थान पर आ गयी है जबकि बेल्जियम की टीम फीफा रैंकिंग में शीर्ष पर बनी हुई है। भारत को कतर में होने वाले 2022 के विश्वकप के क्वालिफायर राउंड में अपने पिछले तीन मैचों में बांग्लादेश के साथ 1-1 और अफगानिस्तान से 1-1 का ड्रॉ खेलने के बाद ओमान से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने साल 2018 का समापन 97वीं रैंकिंग के साथ किया था पर तब से अब तक उसकी रैंकिंग में 11 स्थान की गिरावट आई है। भारत को हराने वाले ओमान को 3 स्थान का फायदा हुआ है और वह 81वें नंबर पर पहुंच गया है। अफगानिस्तान का 149वां स्थान बरकरार है जबकि बांग्लादेश तीन स्थान गिरकर 187वें नंबर पर खिसक गया है। फीफा रैंकिंग में शुरुआती शीर्ष पांच स्थानों में कोई बदलाव नहीं आया है। बेल्जियम पहले, फ्रांस दूसरे, ब्राजील तीसरे, इंग्लैंड चौथे और उरूग्वे पांचवें नंबर पर बने हुए हैं।

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के पूर्व टी20 बल्लेबाज माइकल क्लिंगर को बिग बैश लीग टी20 टूर्नामेंट के आगामी सत्र के लिए मेलबर्न रेनेगेड्स का कोच बनाया गया है। क्लिंगर ने पिछले सत्र में बीबीएल से संन्यास ले लिया था। वह बीबीएल के इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज हैं। इस टी20 टूर्नामेंट में उनके नाम पर आठ सत्र में एक शतक और 12 अर्धशतक की मदद से 1947 रन दर्ज हैं। एडिलेड स्ट्राइकर्स और पर्थ स्कोरचर्स में शामिल रहे 39 साल के क्लिंगर एंड्रयू मैकडोनाल्ड की जगह लेंगे जिन्हें आस्ट्रेलिया का सहायक कोच नियुक्त किया गया है। मैकडोनाल्ड के मार्गदर्शन में रेनेगेड्स ने बीबीएल खिताब जीता था। माइकल भी जस्टिन लैंगर के मार्गदर्शन में स्कोरचर्स के साथ दो खिताब जीत चुके हैं। एक दशक से अधिक समय तक घरेलू क्रिकेट में सभी प्रारूपों में शानदार भूमिका निभाने वाले माइकल ने 2017 में आस्ट्रेलिया के लिए तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं माइकल को मुख्य कोच के पद पर इससे पहले कोई अनुभव नहीं है हालांकि उन्हें कप्तानी का काफी अनुभव है और वह इंग्लैंड में टी20 ब्लास्ट में पिछले चार सत्र ग्लास्टरशर के कप्तान रहे। उन्होंने इस टीम के बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में भी काम किया। माइकल ने कहा, ‘मौजूदा बीबीएल चैंपियन टीम को कोचिंग देने का मौका मिलना बड़े सम्मान की बात है।'

 

कोलकाता । महान बल्लेबाज  सचिन तेंदुलकर का मानना है कि दिलीप ट्रॉफी में खिलाड़ियों के पैनल का ध्यान टीम से अधिक व्यक्तिगत प्रदर्शन पर रहता है इसलिए बोर्ड को इसमें बदलाव करना चाहिए। तेंदुलकर ने कहा, ‘ यह ऐसा टूर्नामेंट है कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और अगले टूर्नामेंट पर ज्यादा फोकस करते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं।' उन्होंने कहा, ‘यदि आईपीएल की नीलामी है या टी20 टूर्नामेंट या वनडे है तो खिलाड़ी उसी तरह से खेलते हैं। वे टीम के लिये नहीं खेलते। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।' दिलीप ट्रॉफी पांच टीमों का क्षेत्रीय टूर्नामेंट था लेकिन अब इसमें इंडिया ब्लू, इंडिया ग्रीन और इंडिया रेड टीमें राउंड राबिन प्रारूप में खेलती हैं। तेंदुलकर ने आगे कहा, ‘मैं इसमें बदलाव देखना चाहता हूं क्योंकि क्रिकेट हमेशा से टीम का खेल रहा है। यह टीम भावना और एक टीम के रूप में साथ खेलने को लेकर है। इसमें व्यक्तिगत प्रदर्शन पर फोकस नहीं रहना चाहिए।' उन्होंने कहा कि इसे रणजी ट्रॉफी फाइनल के तुरंत बाद खेला जाना चाहिए और उन चार टीमों के बीच होना चाहिए जो सेमीफाइनल तक पहुंची हैं और पूरा सत्र साथ में खेलती हैं।

मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के पूर्व टी20 बल्लेबाज माइकल क्लिंगर को बिग बैश लीग टी20 टूर्नामेंट के आगामी सत्र के लिए मेलबर्न रेनेगेड्स का कोच बनाया गया है। क्लिंगर ने पिछले सत्र में बीबीएल से संन्यास ले लिया था। वह बीबीएल के इतिहास के सबसे सफल बल्लेबाज हैं। इस टी20 टूर्नामेंट में उनके नाम पर आठ सत्र में एक शतक और 12 अर्धशतक की मदद से 1947 रन दर्ज हैं। एडिलेड स्ट्राइकर्स और पर्थ स्कोरचर्स में शामिल रहे 39 साल के क्लिंगर एंड्रयू मैकडोनाल्ड की जगह लेंगे जिन्हें आस्ट्रेलिया का सहायक कोच नियुक्त किया गया है। मैकडोनाल्ड के मार्गदर्शन में रेनेगेड्स ने बीबीएल खिताब जीता था। माइकल भी जस्टिन लैंगर के मार्गदर्शन में स्कोरचर्स के साथ दो खिताब जीत चुके हैं। एक दशक से अधिक समय तक घरेलू क्रिकेट में सभी प्रारूपों में शानदार भूमिका निभाने वाले माइकल ने 2017 में आस्ट्रेलिया के लिए तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं माइकल को मुख्य कोच के पद पर इससे पहले कोई अनुभव नहीं है हालांकि उन्हें कप्तानी का काफी अनुभव है और वह इंग्लैंड में टी20 ब्लास्ट में पिछले चार सत्र ग्लास्टरशर के कप्तान रहे। उन्होंने इस टीम के बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में भी काम किया। माइकल ने कहा, ‘मौजूदा बीबीएल चैंपियन टीम को कोचिंग देने का मौका मिलना बड़े सम्मान की बात है।'

कोलकाता । महान बल्लेबाज  सचिन तेंदुलकर का मानना है कि दिलीप ट्रॉफी में खिलाड़ियों के पैनल का ध्यान टीम से अधिक व्यक्तिगत प्रदर्शन पर रहता है इसलिए बोर्ड को इसमें बदलाव करना चाहिए। तेंदुलकर ने कहा, ‘ यह ऐसा टूर्नामेंट है कि खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और अगले टूर्नामेंट पर ज्यादा फोकस करते हैं और उसी के अनुसार खेलते हैं।' उन्होंने कहा, ‘यदि आईपीएल की नीलामी है या टी20 टूर्नामेंट या वनडे है तो खिलाड़ी उसी तरह से खेलते हैं। वे टीम के लिये नहीं खेलते। इस पर ध्यान देने की जरूरत है।' दिलीप ट्रॉफी पांच टीमों का क्षेत्रीय टूर्नामेंट था लेकिन अब इसमें इंडिया ब्लू, इंडिया ग्रीन और इंडिया रेड टीमें राउंड राबिन प्रारूप में खेलती हैं। तेंदुलकर ने आगे कहा, ‘मैं इसमें बदलाव देखना चाहता हूं क्योंकि क्रिकेट हमेशा से टीम का खेल रहा है। यह टीम भावना और एक टीम के रूप में साथ खेलने को लेकर है। इसमें व्यक्तिगत प्रदर्शन पर फोकस नहीं रहना चाहिए।' उन्होंने कहा कि इसे रणजी ट्रॉफी फाइनल के तुरंत बाद खेला जाना चाहिए और उन चार टीमों के बीच होना चाहिए जो सेमीफाइनल तक पहुंची हैं और पूरा सत्र साथ में खेलती हैं।

मुंबई । राष्ट्रीय चयन समिति के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कप्तान विराट कोहली के साथ उनके अच्छे मधुर हैं। प्रसाद ने कहा कि दोनों ही उनका बहुत सम्मान करते हैं। प्रसाद ने कहा, 'अपने कार्यकाल के दौरान, मैंने दिग्गज खिलाड़ियों से सलाह ली थी जिससे मुझे मदद मिली। धोनी और कोहली के साथ मेरे संबंध अच्छे हैं।' इस पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे कहा, 'लोग कुछ भी लिख सकते हैं लेकिन जब मैं उनसे बात करता हूं तो मैं जानता हूं कि मुझे कितना सम्मान मिलता है।' प्रसाद ने कहा, 'मैं प्रबंधन का छात्र रहा हूं और इससे पहले आंध्र क्रिकेट संघ में मैंने कई बड़े मुद्दों का सामना किया है।' उन्होंने कहा, 'हमने आंध्र संघ को जमीन से उठाकर आगे बढ़ाया है जबकि वहां लोग काम नहीं करना चाहते थे। पूर्व बोर्ड अध्यक्ष अनुराग ठाकुर जब 2015 में आंध्र आए थे तो उन्होंने इसे आदर्श क्रिकेट संघ कहा था। वहीं दूसरी ओर बीसीसीआई काफी बेहतर संघ है, यहां ज्यादा परिपक्व लोग हैं। मुझे नहीं लगता कि मैंने यहां कठिन समय बिताया है क्योंकि मैं आंध्र में ज्यादा तनावपूर्ण कार्य से गुजर चुका हूं।' 

6 दिसंबर से भारत के खिलाफ होने वाली टी-20 और फिर वन-डे सीरीज के लिए कैरेबियाई टीम की घोषणा कर दी गई है। वेस्टइंडीज की कमान एक बार फिर कीरोन पोलार्ड को सौंपी गई। तीन टी-20 के बाद 15 दिसंबर से वन-डे सीरीज की शुरुआत होने जा रही है।
सलामी बल्लेबाज फेबियन एलन की भारत के खिलाफ 6 दिसंबर से होने वाली तीन इंटरनेशनल टी-20 मैच की सीरीज के लिए वेस्टइंडीज टीम में वापसी हुई है। प्रमुख बल्लेबाज शाई होप और तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ की वेस्टइंडीज टी-20 टीम से छुट्टी हो गई हैं। अफगानिस्तान के हाथों मिली हार की वजह से दो बार के वर्ल्ड टी-20 चैंपियन वेस्टइंडीज टीम में यह बदलाव हुए हैं।
कीरोन पोलार्ड तीन इंटरनेशनल टी-20 मैचों और तीन इंटरनेशनल वनडे मैचों की सीरीज में वेस्टइंडीज के कप्तान बने रहेंगे। शाई होप को अफगानिस्तान के खिलाफ सीरीज में दिनेश रामदीन के कवर के रूप में शामिल किया गया था, उन्हें एक टी-20 मैच खेलने को मिला, जिसमें उन्होंने 46 गेंदों में 52 रन बनाए थे, बावजूद इसके उन्हें टी-20 टीम से बाहर किया गया।

दूसरे टी-20 मैच से उपलब्ध रहेंगे निकोलस पूरन
अफगानिस्तान के खिलाफ पहले मैच के दौरान घुटने में लगी चोट की वजह से बाहर हुए फेबियन एलन की टीम में वापसी हुई है। उन्होंने फिटनेस टेस्ट पास किया और इसके बाद उन्हें टीम में शामिल किया गया। निकोलस पूरन निलंबन की वजह से अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं खेल पाए थे, लेकिन वे भारत के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच से खेल सकते हैं। इसके चलते उन्हें टीम में शामिल किया गया है।

वन-डे सीरीज के लिए वेस्टइंडीज टीम
कीरोन पोलार्ड (कप्तान), सुनील एम्ब्रिस, रोस्टन चेज, शेल्डन कॉटरेल, शिमरोन हेटमेयर, जेसन होल्डर, शाई होप, अल्जारी जोसेफ, ब्रैंडन किंग, एविन लुईस, कीमो पॉल, खायरे पियरे, निकोलस पूरन, रोमारियो शेफर्ड, हेडन वाल्श जूनियर

टी-20 सीरीज के लिए वेस्टइंडीज टीम
कीरोन पोलार्ड (कप्तान), फैबियन ऐलन, शेल्डन कॉटरेल, शिमरोन हेटमेयर, जेसन होल्डर, कीमो पॉल, ब्रैंडन किंग, एविन लुईस, खायरे पियरे, निकोलस पूरन, दिनेश रामदीन, शेरफोन रदरफोर्ड, लेंडी सिमंस, केस्रिक विलियम्स, हेडन वाल्श, जूनियर

नई दिल्ली । भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत बिना किसी कारण के  गैरजरूरी दबाव ले रहे हैं । प्रसाद ने कहा कि ऋषभ अपने को अनुभवी खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी का उत्तराधिकारी मानकर कुछ ज्यादा ही दबाव ले रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि खराब फार्म से गुजर रहे इस युवा खिलाड़ी को वापसी के लिए अपनी ‘अविश्वसनीय प्रतिभा’ का सहारा लेना चाहिए। अभी कुछ समय पहले तक ऋषभ तीनों प्रारूपों में विकेटकीपिंग के लिए पहली पसंद थे पर पिछले कुछ समय से वह फार्म हासिल नहीं कर पाये हैं। इसके अलावा अनुभवी ऋद्धिमान साहा की चोट से वापसी के बाद वह टेस्ट टीम की अंतिम एकादश में भी पहुंच नहीं पाये हैं। बल्लेबाजी के अलावा उनकी विकेटकीपिंग भी नाम के अनुरुप नहीं रही है। वहीं टीम के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने आलोचकों से कहा है कि इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज को अकेला छोड़ दे। वहीं महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का कहना है कि जब भी वह भारत के लिए खेलेंगे तो दबाव रहेगा ही। 
चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘‘ मैं रोहित और सुनील सर की बातों से सहमत हूं। ऋषभ बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उसे लय में लौटने के लिए कुछ अच्छी पारियों की जरूरत है। टीम प्रबंधन से मेरी चर्चा हुई है और उन्होंने कहा कि वे ऋषभ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हासिल करने की पूरी कोशिश में लगे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ जहां तक दबाव की बात है तो ऋषभ को निश्चित रूप से यह पता होना चाहिए कि खेल के इस स्तर पर दबाव रहता है और जो इस दबाव को झेल लेता है वही वास्तविक चैम्पियन बनता है। उसके सामने विराट और रोहित जैसे खिलाड़ियों का उदाहरण है।’’ प्रसाद 2016 में भारतीय टीम के मुख्य चयनकर्ता बने थे। उन्होंने कहा कि ऋषभ को कभी भी धोनी का उत्तराधिकारी बनने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ऋषभ को यह भी अहसास होना चाहिए कि उसकी अपनी पहचान है और उसे कभी भी धोनी से अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए लेकिन मुझे लगता है कि उसके दिमाग कुछ ऐसा ही चल रहा है। 

कोलकाता । बीसीसीआई के नये अध्यक्ष सौरभ गांगुली की पहल से भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू धरती पर गुलाबी गेंद से एक टेस्ट जरुर खे लिया है पर अभी विदेशी धरती पर भारतीय टीम शायद ही गुलाबी गेंद से मैच खेलने के लिए तैयार होगी। इसका कारण दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद को देख पाना भी है। इस परेशानी से टीम को कोलकाता में गुजरना पड़ा है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारतीय टीम भविष्य में विदेशी दौरे के दौरान गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने के कदमों का विरोध करेगी। बीसीसीआई यदि टीम की प्रतिक्रिया लेता है, तो खिलाड़ी गुलाबी से नहीं, बल्कि नियमित लाल गेंद से ही खेलने की बात करेंगे। भारतीय टीम कोलकाता डे-नाइट टेस्ट से पहले ही गुलाबी गेंद को लेकर चिंतित थी। वह गुलाबी गेंद से टेस्ट से खेलने के लिए खुले दिमाग से मैदान पर उतरी भी। अब माना जा कहा है कि दिन-रात टेस्ट का अनुभव हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ी भविष्य में दिन-रात का टेस्ट खेलने के मूड में नहीं हैं। भारतीय टीम प्रबंधन के एक सदस्य ने कहा , 'हमें लगा कि गेंद एक मुद्दा है। दृश्यता के अलावा गेंद भी बहुत सख्त थी। देखिए बांग्लादेश के बल्लेबाज को कैसे चोट लगी। फील्डिंग के दौरान भी गेंद को देखना एक चुनौती थी। ऐसे गेंदबाज जो 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद डाल सकते हैं, उनके लिए इस गेंद को संभालना आसान नहीं था। यह गेंद नियमित लाल गेंद से ज्यादा तेजी से निकलती है। इससे साफ है कि दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद को देख पाना आसान नहीं था।' 

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने कहा है कि पाकिस्तानी लेग स्पिनर यासिर शाह के उंगलियों से '7' वाले इशारे ने उन्हें इस गेंदबाज के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया है। यासिर ने सीरीज के पहले टेस्ट में स्मिथ का विकेट लेने के बाद जश्न मनाते हुए अपनी उंगलियां से '7' बनाकर ड्रेसिंग रूम की तरफ इशारा किया था। इसका अर्थ यह था कि खेल के सबसे लंबे प्रारुप में उन्होंने इस बल्लेबाज को सातवीं बार पविलियन भेजा है। स्मिथ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अब इस गेंदबाज के खिलाफ सतर्क रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘यासिर के 7 उंगली दिखाने का इशारा मुझे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए ज्यादा प्रेरित करेगा कि मैं इस गेंदबाज के खिलाफ आउट नहीं हो जाऊं। मैं उनके खिलाफ ज्यादा अनुशासन से खेलूंगा।’ उन्होंने हालांकि यासिर की उपलब्धि को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए कहा, ‘यह दिलचस्प है। उन्होंने मुझे ऐसे समय आउट किया है जब मैं क्रीज पर नया था और तेजी से रन बनाने की जरूरत थी। दो बार शायद मैं दूसरी पारी में आउट हुआ हूं जहां मैं थोड़ा लापरवाह हो कर खेल रहा था हालांकि मैं इसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हूं।’

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