छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ (17643)

छत्तीसगढ़ शासन के कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी, जल संसाधन मंत्री और रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा है कि किसानों को नकली खाद, बीज और दवा बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। यह सबसे बड़ा जुर्म है। किसानों को सहकारी समितियों से खाद-बीज और ऋण लेने में कोई परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए। प्रभारी मंत्री श्री चौबे आज यहां रायपुर जिला कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में पहली बैठक लेकर जिले के अधिकारियों को शासन की मंशानुरूप और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के साथ विकास कार्यो को अमलीजामा पहनाने को कहा ताकि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का समुचित लाभ जनता को मिल सके।
       प्रभारी मंत्री श्री चौबे ने कहा कि रायपुर राजधानी का जिला है और उसके अनुरूप अधिकारियों को यहां पदस्थ किया गया है। इस जिले को हर क्षेत्र में एक मिशाल पेश करनी चाहिए ताकि प्रदेश के अन्य जिले इसका अनुसरण कर सके। प्रभारी मंत्री ने बैठक में बारिश पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में शहर में जल भराव की स्थिति निर्मित नही होनी चाहिए, इसके लिए नाले और नालियों की नियमित रूप से सफाई के साथ ही पानी निकासी ने लिए सभी आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित किए जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों के पास शराब दुकानें नही होनी चाहिए यदि कहीं है तो उसे तत्काल अन्यत्र शिफ्ट किया जाए। श्री चौबे ने राज्य सरकार की महात्वांकाक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी के किए जा रहे कार्याे की समीक्षा करते हुए कहा कि गौठानों में पशुओं के लिए पर्याप्त चारे और पानी के इंतजाम हो, रायपुर शहर में घूमने वाले मवेशियों के लिए स्थलों का चयन कर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चत किया जाए। बारिश के जल संग्रहण के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्य प्राथमिकता से हो। लोग प्लास्टिक का उपयोग न करे इसके लिए समूहों के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लोगों को समय पर पेंशन और स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तक व गणवेश वितरित हो।
      प्रभारी मंत्री श्री चौबे ने कहा कि सभी अधिकारी अपने निर्धारित दिवसों और समय पर कार्यालयों पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहे ताकि लोगों को काम के लिए भटकना न पड़े। राजस्व कार्यालयों में लंबित बटवारा, सीमांकन और नामांकन के प्रकरणों का समय पर निराकरण सुनिश्चित हो। प्रभारी मंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में वे स्वयं कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर लंबित आवेदनों की समीक्षा करेंगे। कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने जिले में संचालित विकास कार्यो की जानकारी दी और उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री महोदय द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप जिले में विकास कार्यो को गति प्रदान की जाएगी।
        बैठक में रायपुर दक्षिण के विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल, रायपुर ग्रामीण के विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, अभनपुर के विधायक श्री धनेन्द्र साहू, रायपुर नगर निगम के महापौर श्री प्रमोद दुबे, रायपुर उत्तर के विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, रायपुर पश्चिम के विधायक श्री विकास उपाध्याय, धरसींवा की विधायक श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी वर्मा, नगर निगम के आयुक्त श्री शिव अनंत तायल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौरव कुमार सिंह सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।  

 



रायपुर : मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

 

रायपुर, 29 जून 2019

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और गृृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज सुबह  रायपुर के माना बटालियन परिसर पहुंचकर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम. अवस्थी सहित सुरक्षा बल के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि बीजापुर जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत केशकुतूल में कल हुए नक्सली हिंसा में सीआरपीएफ के तीन जवान शहीद हो गए थे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राज्य हेतु केरोसिन आबंटन में की गई कटौती को वापस लेते हुए प्रतिवर्ष 1.53 लाख किलोलीटर केरोसिन का आबंटन देने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इससे छत्तीसगढ़ राज्य के सभी गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से आवश्यकता अनुसार केरोसिन सुगमता से प्रदान किया जा सकेगा।
    मुख्यमंत्री ने लिखा है कि पूर्व में भी मेरे द्वारा 26 मार्च 2019 को पत्र लिखकर आपसे आग्रह किया था कि छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के क्रियान्वयन के उपरांत पीडीएस केरोसिन के आबंटन में कटौती की गई। एलपीजी सिलेण्डर की अधिक दर होने एवं राज्य में एलपीजी की द्वारा प्रदाय की सुविधा सीमित होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी वार्षिक रिफिलिंग दर नगण्य है। इस कारण राज्य के वार्षिक केरोसिन आबंटन को 1.1 लाख किलोलीटर से बढ़ाकर 1.58 किलोलीटर करने का अनुरोध किया गया था।
    मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के पीडीएस केरोसिन के आबंटन में वृद्धि के बजाए वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय तिमाही हेतु भारत सरकार द्वारा जारी आबंटन में प्रदेश के केरोसिन कोटा में 10 हजार 884 किलोलीटर अर्थात 38 प्रतिशत की कमी की गई है।
    राज्य के 146 विकासखण्डों में से 85 अर्थात 58 प्रतिशत अनुसूचित विकासखण्ड हैं। यहां के परिवारों की आर्थिक स्थिति प्रतिमाह एलपीजी सिलेण्डर के रिफिल हेतु एकमुश्त राशि जमा कराए जाने योग्य नहीं है। इसी तरह गैर अनुसूचित क्षेत्रों में भी निवासरत अन्त्योदय एवं प्राथमिकता वाले परिवारों के लिए रिफिल हेतु एकमुश्त राशि की व्यवस्था सदैव संभव नहीं हो पाती है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत शामिल लाभार्थी को पीडीएस केरोसिन हेतु अपात्र मानकर राज्य के केरोसिन कोटा में बड़ी कमी किया जाना उचित नहीं है।
    मुख्यमंत्री ने बताया कि एलपीजी कव्हरेज को आधार मानकर वर्तमान वित्तीय वर्ष के द्वितीय त्रैमास में राज्यवार जारी केरोसिन के आबंटन में भी विसंगतियाँ हैं। द्वितीय त्रैमास हेतु राज्यों में पीडीएस के केरोसिन में 27 प्रतिशत की कटौती की गई है जबकि राष्ट्रीय औसत से 11 प्रतिशत अधिक अर्थात 38 प्रतिशत कटौती छत्तीगसढ़ में की गई।
    पश्चिम बंगाल एवं तमिलनाडु राज्य में एलपीजी का कव्हरेज क्रमशः 94 प्रतिशत एवं 99 प्रतिशत होने के बावजूद यहां शून्य एवं 33 प्रतिशत कटौती की गई है। गुजरात, बिहार एवं उड़ीसा में ही एलपीली का कव्हरेज छत्तीसगढ़ के समकक्ष होने के बावजूद इनकी तुलना में छत्तीसगढ़ के केरोसिन आबंटन में कटौती काफी अधिक की गई है।
    मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की स्थिति और यहां केरोसिन की अधिक कटौती को देखते हुए प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि सिंगल सिलेण्डर कनेक्शन वाले राशन कार्डधारी को पीडीएस केरोसिन हेतु अपात्र नहीं माना जावे। इसी तरह छत्तीसगढ़ राज्य जहां एलपीजी की कव्हरेज राष्ट्रीय औसत तथा अन्य राज्यों की तुलना में कम है, वहां राज्य सरकार के प्रस्ताव के अनुसार केरोसिन का आबंटन निर्धारित किया जावे।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज बेमेतरा जिले के ग्राम गाड़ामोर (ब्लाक बेरला) पहुंचकर अपनी बुआ श्रीमति वेदवती परगनिहा से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना। उनकी बुआ की उम्र 102 वर्ष है। मुख्यमंत्री ने उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल अपने बचपन से जुड़ी स्मृतियों को ताजा किया। वे अक्सर गर्मी की छुट्टियांे में अपनी बुआ के घर आया करते थे। परिवार के सदस्यों ने परंपरागत रूप से पीढ़ा में खड़े कराकर मुख्यमंत्री की आरती उतारी एवं टीका लगाकर आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा श्री आशीष कुमार छाबड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति कविता साहू, कलेक्टर श्री महादेव कावरे, पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत ठाकुर उपस्थित थे।

 

भूपदेवपुर को तीसरी लाइन से जोड़ने का काम 6 माह से अटका, कुछ ट्रेनों का रूट भी बदला
लाइन पूरी करने के लिए दो साल से रद्द की जा रही हैं ट्रेनें, हर रोज पांच हजार यात्री हो रहे प्रभावित
रायगढ़. रेलवे ने शुक्रवार को बिलासपुर से झारसुगुड़ा के बीच चार यात्री ट्रेनें एक महीने के लिए रद्द कर दी हैं। एक्सप्रेस ट्रेनें देरी से चलेंगी। कुछ ट्रेनों का रुट भी बदल दिया गया है। तीसरी लाइन बनाने और छोटे रेलवे स्टेशनों को उससे जोड़ने के नाम पर रेलवे पिछले दो सालों से ट्रेनें रद्द कर रहा है। तीसरी लाइन वाला काम छह माह से अटका हुआ है। अभी प्रपोजल बनाएं तो छह महीने और लगेंगे। रेलवे की इस मनमानी से हर रोज शहर व जिले के पांच हजार लोग प्रभावित होते हैं।
पिछले दो सालों में 150 दिन रद्द रहीं ट्रेनें, जुलाई भर फिर पड़ेगा असर
झारसुगुड़ा-गोंदिया, टाटा-इतवारी, टिटलागढ़ पैसेंजर सहित अन्य एक्सप्रेस ट्रेनें 1 से 31 जुलाई के बीच में अलग-अलग दिनों में रद्द की गईं हैं। तीन महीनों से लाइन मरम्मत के नाम पर ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है। चांपा-झारसुगुड़ा के बीच 206 करोड़ की लागत से 151 किमी रेल लाइन बिछाई जा रही है। दो सालों में 150 दिन ट्रेनें रद्द रहीं हैं। रायगढ़ से चांपा के बीच सभी स्टेशनों से तीसरी लाइन को जोड़ दिया गया है।
मगर पिछले छह महीने से भूपदेवपुर के पास इंटरलॉकिंग का काम नहीं हो पाया। सरी तरफ रेलवे लगातार इन सेक्शन में काम होने के नाम पर ट्रेनें रद्द कर रहा है। शहर के सामाजिक संगठन द्वारा प्रदर्शन और रेल रोको आंदोलन करने की चेतावनी के बाद रेलवे ने कुछ दिनों तक ट्रेनों का परिचालन सामान्य कर दिया था अब रेलवे फिर ट्रेनें रद्द करने लगा।
ये गाड़ियां रहेंगी रद्द
अलग-अलग दिनों में मुंबई-हावड़ा ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस, आजाद हिंद एक्सप्रेस, गीतांजली सुपरफास्ट, कामख्या-एलटीटी, सिकंदराबाद-दरभंगा ट्रेन का शेड्यूल बदला जाएगा। ये एक्सप्रेस ट्रेनें बिलासपुर या झारसुगुड़ा में देर तक खड़ी रहेंगी। ट्रेनें रद्द या रीशेड्यूल किए जाने से यात्री प्रभावित होंगे।
ट्रेन का नाम    दिन
68710 व 68730 डोंगरगढ़-रायपुर मेमू    मंगलवार
58206 इतवारी-रायपुर    मंगलवार
58118 गोंदिया-झारसुगुडा    बुधवार
68710 डोंगरगढ़-रायपुर मेमू    रवि, सोम., बुध, शुक्र
68723 डोंगरगढ़- गोंदिया मेमू    गुरुवार व रविवार
58112 इतवारी-टाटानगर पैसेंजर    शुक्रवार
58118 गोंदिया-झारसुगुडा पैसेंजर    रविवार
58206 इतवारी-रायपुर पैसेंजर    रवि, सोम और शुक्र
हर सप्ताह यह ट्रेनें बीच में ही हो जाएंगी समाप्त
ट्रेन का नाम    कहां से कहां तक रद्द    दिन
जेडी पैंसेजर    बिलासपुर-झारसुगुड़ा-बिलासपुर    बुधवार
जेडी पैंसेजर    बिलासपुर-दुर्ग-बिलासपुर    सोमवार
टाटानगर पैसेंजर    इतवारी से बिलासपुर    सोमवार
फरवरी 2019 तक पूरा करने का था टारगेट
2008-09 में रेलवे बोर्ड से तीसरी रेल लाइन को मंजूरी मिलने के बाद 2010 में फील्ड पर काम शुरू किया गया था। 2018 के मार्च तक काम को पूरा करने का टारगेट था। फिर डेडलाइन फरवरी 2019 रखी गई। भूपदेवपुर के पास इंटरलाकिंग के काम में ही अभी तीन महीने से ज्यादा का समय लग सकता है।
प्रपोजल ही तैयार नहीं
तकनीकी विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसार किसी भी स्टेशन को नई लाइन से जोड़ने के लिए इंटरलॉकिंग का काम किया जाता है। इससे पहले सीआरएस इंस्पेक्शन (दूसरे जोन के सेफ्टी अफसर द्वारा रेल लाइन की जांच) जरुरी है। जांच से पहले स्थानीय रेलवे अफसरों को सीआरएस इंस्पेक्शन के लिए प्रपोजल बनाकर भेजना पड़ता है । मगर अभी तक भूपदेवपुर स्टेशन को तीसरी लाइन से जोड़ने के लिए प्रपोजल ही तैयार नहीं किया गया है।
मार्च 2020 तक तीसरी लाइन पूरी होगी, तभी लोगों को राहत मिल सकेगी। जहां तक मालगाड़ियां रद्द नहीं करने की बात है तो कंपनियों में समय पर कोयला पहुंचाना जरूरी होता है इसलिए मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेनों में सामंजस्य बिठाने की कोशिश करती है रेलवे।
रवीश कुमार, सीपीआरओ, बिलासपुर

मगरलोड क्षेत्र के मोहदी गांव की घटना, देर शाम बच्चा खेलने के लिए निकला था घर से
पास ही बने सेप्टिक टैंक में अंदर गिरी थी गाय, उसको बाहर निकला तो अंदर बच्चे का शव दिखा
धमतरी. मगरलोड थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम 6 साल के एक बच्चे की सेप्टिक टैंक में डूबने  से मौत हो गई। बच्चा शाम को घर से बाहर खेलने के लिए निकला था। उसके नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की तो सेप्टिक टैंक में गाय गिरी दिखाई दी। उसे बाहर निकाला तो अंदर बच्चे का शव मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अस्पताल भिजवाया है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है कि बच्चा खुद टैंक में गिरा या कोई और कारण है।
10 फीट लंबा और 10 फीट चौड़ा बना हुआ है सेप्टिक टैंक, कई टंकियां ऐसे ही खुली छोड़ी गईं
जानकारी के मुताबिक, ग्राम मोहदी निवासी 6 वर्षीय मयंक शुक्रवार देर शाम करीब 6 बजे खेलने के लिए घर से निकल गया। काफी देर बीतने के बाद भी जब नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश की। काफी ढूंढ़ने के बाद जब वे घर के पीछे बने सैप्टिक टैंक के पास पहुंचे तो देखा कि अंदर एक गाय गिरी हुई है। इस पर गांव वालों ने गाय को बाहर निकाला तो उसके नीचे एक शव दिखाई दिया। शव की पहचान मयंक के रूप में हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सेप्टिक टैंक खुला हुआ था। यह टैंक करीब 10 फीट चौड़ा और 10 फीट लंबा है। इसी तरह और कई टंकी बनाकर खुले में छोड़ दिए हैं। इसमें पूरा पानी भरा हुआ है। इस वजह से आए दिन घटनाएं हो रही । फिलहाल, मगरलोड पुलिस ने मयंक के शव को अपने कब्जे में लेकर विवेचना कर रही है। मयंक मोहदी के होलीहार्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल में कक्षा पहली का छात्र था।

जिला कोर्ट ने सुनाई सजा, पॉक्सो में भी 3 साल कैद, दोनों सजाएं चलेंगी साथ
अकेले सोने की बात पर डर गई थी बच्ची, सहमा हुआ देख मां ने पूछा तो सामने आया मामला
दुर्ग. पांच साल की मासूम के साथ अनाचार का प्रयास करने वाले पड़ोस के मुंह बोले चाचा राहुल सारथी (20) को न्यायाधीश शुभ्रा पचौरी की अदालत ने 5 साल कैद की सजा सुनाई है। बच्ची अक्सर टीवी देखने के लिए पड़ोसी के घर जाती थी। बच्ची को उसकी मां ने जब एक दिन अकेले सोने को कहा तो वह डर गइ। बच्ची को सहमा देख मां ने पूछा तो सारा मामला सामने आया। इसके बाद कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
अक्सर पड़ोसी के घर टीवी देखने जाती थी बच्ची, साल भर बाद आया फैसला
कोतवाली थाना क्षेत्र की रहने वाली बच्ची के पड़ोस में ही छोटू साहू का मकान है। पड़ोसी होने के नाते बच्ची अक्सर उसके घर खेलने चली जाती थी। पिछले साल 3 जून को 5 वर्षीय बालिका शाम करीब 6 बजे टीवी देखने पहुंची। करीब आधे घंटे बाद गुमसुम अवस्था वापस आ गई। डरी सहमी रहने लगी। 7 जून की रात परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होकर मूवी देख रहे थे। रात होने पर जब मां ने उसे सोने की बोला तो बच्ची ने अकेले सोने से मना किया।
बच्ची की मां ने उसे गुमसुम और सहमा हुआ देखकर पूछा तो बच्ची ने सारी बात बता दी। चार दिन बाद घटना सामने आई तो परिजनों ने थाने में मामला दर्ज कराया। जांच में पता चला था कि घर में बच्ची को अकेला पाकर आरोपी राहुल ने अनाचार का प्रयास किया। बालिका का कहना था कि राहुल चाचा ने कार्टून देखते समय उसके साथ गलत हरकत की। इसके चलते अधूरा कार्टन देखकर लौट आई थी। पीड़िता ने कहा कि इससे पहले भी आरोपी कई दफा उसके साथ हरकत चुका था।
आरोपी ने कम उम्र का हवाला देकर रहम की लगाई गुहार
न्यायाधीश की अदालत में सुनवाई के दौरान आरोपी अपने को बेगुनाह साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर सका। आरोपी के वकील ने कम उम्र व अपराधी नहीं होने की बात कह सजा कम करने की गुहार लगाई है।

छत्तीसगढ़ खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य में पिछले छह माह में 6 हजार 248 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। राज्य में पिछले दिसम्बर माह से मई तक 781 इकाईयां स्थापित की गई। इसके लिए लाभान्वितों को 20 करोड़ दो लाख 82 हजार रूपए का अनुदान दिया गया।
    उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा संचालित रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना के अतंगर्त ग्र्रामोद्योग इकाईयां स्थापित की जाती है। योजना के तहत सेवा क्षेत्र के लिए 10 लाख रूपए एवं विनिर्माण क्षेत्र के लिए 25 लाख रूपए लागत तक की परियोजनाएं स्वीकृत की जाती है। इसके लिए सामान्य वर्ग के पुरूष हितग्राही को 25 प्रतिशत तथा अन्य वर्गों एवं महिलाओं को 25 प्रतिशत की मार्जिन मनी अनुदान के रूप में उपलब्ध करायी जाती है।
    योजना में सामान्य वर्ग के पुरूष हितग्राही को 10 प्रतिशत तथा अन्य वर्गों और सामान्य वर्ग के महिला हितग्राही को 5 प्रतिशत स्वयं का अंशदान लगाना होता है। 65 प्रतिशत तक का बैंक ऋण स्वीकृत किया जाता है, जिसे 7 वर्षों के आसान किस्तों में ब्याज सहित वापस करना होता है।
    खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा नकारात्मक उद्योग जैसे तम्बाखू-नशा से संबंधित उद्योग को इस योजना में शामिल नहीं किया जाता है। योजना को आयोग द्वारा ऑनलाईन किया गया है।
www.kviconline.gov.in (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटकेव्हीआईसीऑनलाईनडॉटजीओव्हीडॉटइन) वेब साइट के माध्यम से इच्छुक हितग्राही आवदेन कर सकते हैं।

 अब छत्तीगसढ़ के लोग खास तौर से किसान कहने लगे है कि बेटा चिन्ता मत कर किसान का बेटा मुख्यमंत्री बन गया है। उन्हें किसानों के हर दुख-दर्द और तकलीफों का पता है। वह सभी के दुख हर लेगा तू अपनी ईमानदारी से मेहनत कर के निष्चिंत हो जा। यह बातें अब किसानों में आम होने लगी है। नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के गांव करलखा में जब किसान कर्ज माफी की चर्चा होती है तो पहला नाम किसान श्री अयोध्या प्रसाद यादव लिया जाना है, जिसका दो लाख 5 हजार 265 रूपए का कर्ज माफ हुआ। उसे छत्तीसगढ़ शासन की ओर से अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना-2018 का प्रमाण पत्र भी मिल गया है। उन्होंने खेती-किसानी के लिए 1 लाख 90 हजार का कर्ज लिया था, जिस पर ब्याज भी लगा।

    श्री अयोध्या प्रसाद ने खेती-किसानी के साथ-साथ कर्ज माफी की राशि से अब गौ-पालन शुरू कर दिया है। आज उनके तबेले में लगभग 10-12 गाय है। उन्होंने बताया कि वह रोज सुबह और शाम लगभग सवा क्विंटल दूध बेच लेते है। इसके अलावा समय-समय पर पनीर और घी बनाकर भी बेच रहे है। उन्होंने बताया कि वह रोज लगभग 6 हजार रूपए का दूध घरों और दुकानों पर बेच लेते है। महीने में लगभग दो लाख रूपए का इनकम हो जाता है। गायों के चारा-दाना-पानी और अन्य खर्च काटकर लगभग 40-50 हजार रूपए की हर महीने बचत हो जाती है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के साथ-साथ वह गो सेवा कार्यों के लिए रखे गये 6 लोगों के परिवार का भी भरण पोषण कर रहे है।      
माटीपुत्र किसान अयोध्या प्रसाद ने बताया कि वह किसान कर्ज माफी से पहले बेहद परेशन रहता था। क्योंकि उसने खेती-किसानी के लिए एक लाख 90 हजार रूपए का बैंक से कर्ज ले रखा था। फसल भी उसकी उम्मीद से अच्छी नहीं हुई थी। उसे यही चिन्ता खाए जा रही थी कि वह बैंक का कर्ज कैसे चुकाएगा। किश्त समय पर जमा नहीं होने के कारण ब्याज भी बढ़ रहा था। वह हमेशा गुमसुम रहता था।
    उस समय अयोध्या प्रसाद की खुशी का ठिकाना नही रहा जब उसे पता चला कि किसान का बेटा मुख्यमंत्री बन गया है और नये मुख्यमंत्री बनते ही श्री भूपेश बघेल ने किसानों की कर्ज माफी और रूपए 2500 प्रति क्विटल की दर से धान खरीदी का निर्णय लिया। इसके साथ ही एक नम्बर 2018 से 30 नवम्बर 2018 के बीच लिंकिंग या नकद रूप मे चुकाए कर्ज की राशि भी माफी योग्य रहेगी, जो किसानों को वापसी योग्य रहेगी।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सुराजी गांव योजना राज्य शासन की सर्वाधिक प्राथमिकता की योजना है। सुराजी गांव एक ऐसी अवधारणा है, जिसमें पुरातन ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुर्नजीवन मिलेगा वहीं आर्थिक और रोजगार संबंधी अवसर उपलब्ध कराने के लिए भी यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
           श्री बघेल कल मंत्रालय में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण निधि नियम में संशोधन कर इसका दायरा बढ़ाया गया है।
    बैठक में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्र कुमार, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री श्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, प्राधिकरण के सदस्यगण सहित मुख्य सचिव श्री सुनील कुजुर, पुलिस महानिदेशक श्री डी.एम. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव श्री के.डी.पी. राव एवं श्री आर.पी. मंडल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री गौरव द्विवेदी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
      मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन की दृष्टि से नरवा, गरवा, घुरूवा अउ बाड़ी अभिनव एवं महत्वपूर्ण योजना है। पशुपालन को वतर्मान में अनार्थिक क्रिया होने के कारण बोझ समझा जाने लगा हैं। वास्तव में ये हमारे पशुधन है और एक बार फिर से सुराजी गांव योजना के माध्यम से इन्हें तथा हमारे जल संसाधनों, जैविक खाद और बाड़ी के समन्वित विकास को ग्रामीण अर्थव्यस्था का आधार स्तंभ बनाना है। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों के गांवों में गोठान का निर्माण वन विभाग के द्वारा किया जाएगा, इसके लिए कैम्पा की राशि का उपयोग किया जाए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा नगरीय क्षेत्रों के लिए भी गौठान निर्माण पर भी जोर दिया, इससे सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने प्रदेश में बनाए जा रहे गोठानों का समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित हो सके इसके लिए जनप्रतिनिधि गौठानों का नियमित निरीक्षण एवं मानिटरिंग करें।
      मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में धान बुआई के बाद मवेशियों को खुला नहीं छोड़ने की छत्तीसगढ़ में परम्परा रही है। उन्होंने रथ यात्रा के बाद ’रोका छेंका’ की छत्तीसगढ़ी परम्परा के अनुरूप निर्णय लेकर तथा जन-सहयोग से इसका प्रभावी क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में पशुओं के लिए ’डे-केयर’ की व्यवस्था है। रात में मालिक अपने पशुओं को घरों में रखेंगे। उन्होंने कहा कि गांवों में पैरादान के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करें और चारागाह विकास के लिए उपयुक्त भूमि का चिन्हांकन कर लें। उन्होंने गौठान व्यवस्था से ग्राम पटेलों को भी जिम्मेदारी सौपने तथा जहां पटेलों के पद रिक्त हैं वहां नियुक्त करने के निर्देेश भी दिए।
       मुख्यमंत्री ने गौठानों के लिए उपयुक्त ऊंचे स्थानों का चयन करने, इसके समीप हरे चारे की व्यवस्था करने के लिए चारागाह भूमि का चिन्हांकन करने भी कहा। उन्होंने गौठान की व्यवस्था से मवेशी चराने का कार्य करने वाले लोगों और स्व सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को जोड़ने के साथ ही रोजगार परक कार्य प्रारंभ करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं को देशी किस्म के कुक्कुट पालन और वर्मी कम्पोस्ट निर्माण से जोड़ा जा सकता है।
    बैठक में बताया गया कि नई सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण निधि नियम में संशोधन कर इसका दायरा बढ़ाया गया है। पहले जहां निर्माण कार्याें पर जोर था, वहीं संशोधन के बाद अब स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, जल संरक्षण, पशु सेवाएं, रोजगार मूलक योजनाएं, कौशल उन्नयन जैसे अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं में भी कार्य किये जा सकेंगे। इनके माध्यम से हितग्राही मूलक एवं सामुदायिक योजनाओं को स्वीकृत किया जाएगा।  
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण प्राधिकरण के तहत नये कार्याे को स्वीकृति प्रदाय करने केे लिए जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया जाएगा। सभी संबंधित जिला कलेक्टर अपने जिलों में जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव प्राप्त कर एवं बैठक लेकर प्राथमिकता आधार पर प्रस्ताव 10 जुलाई तक प्राधिकरण को भेजना सुनिश्चित करेंगे।

मुख्यमंत्री के उप सचिव श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने प्राधिकरण के कार्यों पर आडियो-वीडियो का प्रदर्शन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

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