ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
अंतरराष्ट्रीय संस्था 3GPP (थर्ड जनरेशन पार्टनरशिप प्रोजेक्ट) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित नाविक (नेवीगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन)) यानी भारत के क्षेत्रीय नेविगेशन सिस्टम को मान्यता दे दी है। मतलब कि अब अंतरराष्ट्रीय और देसी मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनियां नाविक का उपयोग कर पाएंगी। ऐसे निर्माता अब नाविक के साथ संगत नेविगेशन उपकरणों का बड़े पैमाने पर उत्पादन कर सकते हैं। कैलिफोर्निया में 16 से 20 सितंबर के बीच हुई एक बैठक के दौरान 3GPP ने नाविक को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा पाते हुए मान्यता दे दी है। अब भारत की टेलीकम्यूनिकेशन स्टैंडर्ड डेवलपमेंट सोसाइटी इन मानकों को राष्ट्रीय मानकों के साथ जोड़ेगी। इसके बाद आपके मोबाइल पर अमेरिकी जीपीएस के बजाय नाविक दिखने लगेगा।
News Creation : Realme X को आज बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। रियलमी एक्स की बिक्री Flipkart और रियलमी के ऑनलाइन स्टोर पर होगी। रियलमी एक्स की अहम खासियतों की बात करें तो इसमें स्नैपड्रैगन 710 प्रोसेसर, पॉप-अप सेल्फी कैमरा, फोन के पिछले हिस्से पर 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा शामिल है।Read
News Creation : मुंबई और पुणे के बीच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए जल्द ही काफी खुशियों भरी यात्रा करने वाले दिन आने वाले हैं। अभी तक किसी को मुंबई से पुणे के बीच में यात्रा करनी होती है तो उसे कम से कम साढ़े तीन घंटे का टाइम लगता है।Read
टेक : भारत में 4G सेवाएं मिलने को अभी करीब एक साल ही हुए हैं लेकिन लोग अब 5G स्पीड के बारे में चर्चा करने लगे हैं। लेकिन अब सवाल है कि भारत में 5G की सेवा कब से शुरू होगी?
भारत में 2016 में 4G सेवा शुरू हुई तो टेलीकॉम कंपनियों ने बहुत ही तेजी के साथ अपना दायरा पूरे देश में फैला दिया। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन सालों में डेटा का उपयोग दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। ऐसे में भारतीय बाजार से टेलीकॉम कंपनियां और मोबाइल बनाने वाली कंपनियां को काभी संभावनाएं नजर आ रही हैं।
एक अंग्रेजी अखबार दिए साक्षात्कार में इंटेल के अध्यक्ष वेंकटा मुर्ती रेंडनचिंतला ने कहा है कि भारत बहुत ही जल्दी 5G में जाने वाला है। इसका कारण उन्होंने बताया है कि भारत में निवेश करने के नियम बहुत ही आसान है जिससे कोई भी बाहरी कंपनी आकर यहां पर काम शुरू कर सकती है। उन्होंने भारत में 5G सेवाएं शुरू होने डेट भी बताई है। उन्होंने कहा है कि 5G सेवाएं देने के लिए एक मुश्किल भी है।
उन्होंने कहा कि 2008 के अंत से 3जी सेवांए एमटीएनएल की ओर से शुरू की गई थीं और इसके बाद वोडाफोन और एअरटेल जैसी कंपनियां मार्केट में अपने प्लान लेकर आईं। लोगों को सुचारु रूप से 3जी सेवाएं मिलना शुरू नहीं हुई थीं कि इससे पहले कंपनियों ने 4जी सेवाएं शुरू कर दीं।
लेकिन 5जी के लिए लोगों की आकाक्षाएं भी अपार हैं। लेकिन भारत में 5जी की सेवाएं एक बहुत बड़े व्यापारिक बदलाव गवाह बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि 2020 तक भारत में 5जी सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
यहाँ क्लिक कर, हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें
नीचे दिए स्टार्स पर हमारी खबर को रेटिंग दें, और कमेंट बॉक्स में कमेंट करना न भूलें.
खबरों के साथ बनें रहे और ये भी पढ़े :
दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (Indian Space Research Organisation, ISRO) के मिशन चंद्रयान-2 की उल्टी गिनती रविवार से शुरू हो जाएगी. इसरो प्रमुख (ISRO chairperson) डॉ. के. सिवन (Dr. K. Sivan) नें शनिवार को बताया कि इस मिशन के 20 घंटे के काउंटडाउन की 14 जुलाई को सुबह 6.51 बजे से शुरू होने की उम्मीद है. यह 15 जुलाई को तड़के 2 बजकर 51 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन सेंटर से लॉन्च होगा. विदेशी मीडिया ने इस मिशन को बेहद चुनौतीपूर्ण बताया है. आइये जानते हैं इस मिशन से जुड़ी खास बातें...
15 मंजिल ऊंचा है चंद्रयान-2
चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) भारत के सबसे ताकतवर जी.एस.एल.वी. मार्क-III (GSLV MK-III) रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा, जिसे बाहुबली नाम दिया गया है. शिवन ने बताया कि इस मिशन की सारी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से जारी हैं, रॉकेट बाहुबली का वजन 640 टन है जो कि अब तक का सबसे ऊंचाई वाला लॉन्चर है. इसकी ऊंचाई 44 मीटर है जो कि 15 मंजिली इमारत के बराबर है. यह रॉकेट चार टन वजनी सेटेलाइट को आसमान में ले जाने में सक्षम है. इसमें तीन चरण वाले इंजन लगे हैं.
अछूता है अब तक चंद्रमा का यह क्षेत्र
जी.एस.एल.वी. मार्क-III अपने साथ 3.8 टन वजनी चंद्रयान-2 स्पेसक्रॉफ्ट ले जाएगा. बाहुबली के निर्माण में 375 करोड़ रुपये की लागत आई है. यह लगभग 16 मिनट की अपनी उड़ान में चंद्रयान-2 को पृथ्वी की 170x40400 मिलोमीटर कक्षा में फेंकेगा. चंद्रयान-2 के 6 या 7 सितंबर को चांद की सतह पर उतरने का अनुमान है. चंद्रयान-2 भारत का अति महत्वाकांक्षी मिशन है. चंद्रयान-2 अपनी तरह का पहला मिशन है जो चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र के उस क्षेत्र के बारे में जानकारी जुटाएगा जो अब तक अछूता है.
चंद्रयान-2 के तीन हिस्से
इस मिशन में चंद्रयान-2 के तीन हिस्से हैं जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पहले भाग लैंडर का नाम विक्रम रखा गया है। इसका वजन 1400 किलो और लंबाई 3.5 मीटर है। इसमें 3 पेलोड (वजन) होंगे। यह चंद्रमा पर उतरकर रोवर स्थापित करेगा। दूसरा भाग ऑर्बिटर होगा जिसका वजन 3500 किलो और लंबाई 2.5 मीटर है। यह अपने साथ 8 पेलोड लेकर जाएगा। यह अपने पेलोड के साथ चंद्रमा का चक्कर लगाएगा। तीसरा भाग रोवर है जिसका वजन 27 किलो होगा। यह सोलर एनर्जी से चलेगा और अपने 6 पहियों की मदद से चांद की सतह पर घूम-घूम कर नमूने जमा करेगा।
विदेशी मीडिया ने बेहद जटिल मिशन बताया
'द वाशिंगटन पोस्ट' ने इस मिशन को बेहद जटिल बताया है। विशेषज्ञों ने कहा है कि यह मिशन चांद की सतह का नक्शा तैयार करने में मददगार होगा। इस मिशन के जरिए वैज्ञानिक चांद पर मैग्नीशियम, एल्युमीनियम, सिलिकॉन, कैल्शियम, टाइटेनियम, आयरन और सोडियम जैसे तत्वों की मौजूदगी का पता लगाएंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके जरिए चंद्रमा के ध्रुवीय क्षेत्र के गड्ढों में बर्फ के रूप में जमा पानी का भी पता लगाने की कोशिश की जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम पर भारत का जोर अपनी युवा आबादी की आकांक्षाओं को दर्शाता है।
चुनौतियां भी कम नहीं
धरती से चांद करीब 3,844 लाख किमी दूर है इसलिए कोई भी संदेश पृथ्वी से चांद पर पहुंचने में कुछ मिनट लगेंगे। यही नहीं सोलर रेडिएशन का भी असर चंद्रयान-2 पर पड़ सकता है। वहां सिग्नल कमजोर हो सकते हैं। करीब 10 साल पहले अक्टूबर 2008 में चंद्रयान-1 लॉन्च हुआ था। इसमें एक ऑर्बिटर और इम्पैक्टर था लेकिन रोवर नहीं था। चंद्रयान-1 चंद्रमा की कक्षा में गया जरूर था लेकिन वह चंद्रमा पर उतरा नहीं था। यह चंद्रमा की कक्षा में 312 दिन रहा। इसने चंद्रमा के कुछ आंकड़े भेजे थे। बता दें कि चंद्रयान-1 के डेटा में ही चंद्रमा पर बर्फ होने के सबूत पाए गए थे।
इस लिंक पर क्लिक करके फेसबुक पेज को लाइक करें
नीचे दिए स्टार्स पर क्लिक कर, हमारी ख़बरों को रेटिंग दें-
टेक डेस्क News Creation OnePlus 7 Mirror Blue: OnePlus ने अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन OnePlus 7 के बारे में नई जानकारी पोस्ट की है। इंफॉर्मेशन के मुताबिक कंपनी OnePlus 7 Mirror Blue edition Amazon India पर बिक्री के लिए लेकर आएगी। जो लोग अस स्पेशल एडिशन को खरीदना चाहते हैं वह 15 जुलाई 2019 से इसे खरीद सकते हैं। कंपनी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से इस बारे में जानकारी दी है। OnePlus ने यह भी जानकारी दी है कि OnePlus 7 का Mirror Blue वेरिएंट प्राइम डे में पेश किया जाएगा।
अमेजन पर लैंडिंग पेज से न्यू Mirror Blue वेरिएंट की स्पेसिफिकेशंस का भी पता चलता है। जानकारी के मुताबिक One Plus 7 Mirror Blue 6जीबी रैम और 128 जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आएगा। इस स्मार्टफोन की कीमत 32,999 रुपये है।
OnePlus 7 Mirror Blue Specifications
चाइनीज बेस्ड स्मार्टफोन कंपनी One Plus ने मई 2019 में One Plus 7 Series को लॉन्च किया था। कंपनी ने इस दौरान One Plus 7 Proऔर One Plus 7 को मार्केट में लॉन्च किया था। One Plus 7 Pro स्मार्टफोन OnePlus 6T का अपग्रेडिड स्मार्टफोन है। कंपनी ने One Plus 7 को दो स्टोरेज और रैम वेरिएंट में लॉन्च किया था। इसके बेस मॉडल में Mirror blue finish के साथ आता है जिसमें 6जीबी रैम और 128जीबी इंटरनल स्टोरेज है। इसका टॉप एंड वेरिएंट 8जीबी रैम और 256जीबी स्टोरेज के साथ आता है।
One Plus 7 की स्पेसिफिकेशंस काफी हद तक One Plus 7 Pro की तरह ही है। हालांकि क्योंकि यह Pro वर्जन के मुकाबले थोड़ा अफोर्डेबल है, इसलिए इसमें Pro वर्जन की तुलना में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। One Plus 7 Pro के मुकाबले One Plus 7 में छोटी डिस्प्ले दी गई है। इसमें 6.2-इंच की AMOLED डिस्प्ले दी गई है, जिसका FHD+ रिजॉल्यूशन है। इसमें OnePlus 7 Pro के जैसे 90Hz की रिफ्रेश रेट वाली Q.H.D.+ डिस्प्ले नहीं दी गई है और ना ही पॉप-अप सेल्फी कैमरा दिया गया है। इसमें पॉप-अप सेल्फी के बजाए One Plus 6T के जैसे वाटरड्रॉप स्टाइल नॉच दी गई है।
इसके अलावा बैक में भी One Plus 6T के जैसे ही ड्यूल कैमरा सेटअप शामिल है, जिसमें 48-मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा सेंसर और 5-मेगापिक्सल का सेकंड्री कैमरा सेंसर दिया गया है। स्मार्टफोन 16-मेगापिक्सल के सेल्फी कैमरा के साथ आता है। One Plus ने इस स्मार्टफोन में 3,700mAh की बैटरी दी है। इसके अलावा One Plus 7 Android 9 Pie बेस्ड Oxygen OS के साथ आता है।
सैमसंग का स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं और कम बजट में तो आपके लिए ये मौका अच्छा है। सैमसंग के M सीरीज के स्मार्टफोन Samsung Galaxy M10 की कीमत में कटौती हुई है। स्मार्टफोन की कीमत में सीमित समय के लिए कटैती की गई है। ऐसे में शानदार ऑफर को अपने हाथ से जान न दें। फोन 1000 रुपये कम में मिल रहा है। भारत में Galaxy M10 को 7,990 रुपये की कीमत के साथ भारत में लॉन्च किया गया था, लेकिन अभी इस फोन को आप अमेजन इंडिया से 6,990 रुपये में खरीद सकते हैं। इस फोन की खासियत की बात करें तो फोन में में डुअल रियर कैमरा दिया गया है। आइये जानते हैं सैमसंग गैलेक्सी एम10 के स्पेसिफिकेशन के बारे में।
Samsung Galaxy M10 के स्पेसिफिकेशन
- Samsung Galaxy M10 एंड्रॉयड 8.1 ओरियो पर आधारित सैमसंग एक्सपीरियंस 9.5 पर रन करता है।
- सैमसंग गैलेक्सी एम10 में 6.22 इंच का एचडी+ (720x1520 पिक्सल) टीएफटी डिस्प्ले दिया गया है जिसका अस्पेक्ट रेशियों 19.5:9 है।
- स्मार्टफोन में ऑक्टा-कोर एक्सीनॉस 7870 प्रोसेसर का दिया गया है। ग्राफिक्स के लिए माली जी71 जीपीयू इंटीग्रेटेड है।
- इस फोन के 2 वैरिएंट हैं, एक 2 जीबी रैम के साथ 16 जीबी स्टोरेज और दूसरा 3 जीबी रैम के साथ 32 जीबी स्टोरेज।
- Samsung के इस स्मार्टफोन में डुअल रियर कैमरा दिया गया है। प्राइमरी सेंसर 13 मेगापिक्सल (एफ/ 1.9 अपर्चर) का है। सेकंडरी सेंसर 5 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड एंगल है।
- सेल्फी के शौकीनों के लिए फोन में 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है।
- सैमसंग गैलेक्सी एम10 डुअल 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, ब्लूटूथ 5, जीपीएस कनेक्टिविटी फीचर दिए गए हैं।
- फोन में 3430 एमएएच की बैटरी दी गई है।
टेक डेस्क: दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung (सैमसंग) ने हाल ही में भारत में अपना Galaxy Tab S5e लॉन्च किया था। अब कंपनी ने एक और टैब Galaxy Tab A 8.0 (2019) लॉन्च कर दिया है। इस टैब की खास बात यह है कि यह 5,100 एमएएच की बैटरी के साथ आता है। इसके अलावा इसमें मैटलिक डिजाइन और 16:10 आसपेक्ट रेश्यो का डिस्प्ले दिया गया है। Samsung ने फिलहाल इस टैब की कीमत के बारे में खुलासा नहीं किया है। इसका मुकाबला हाल ही में लॉन्च हुए Honor Pad 5 से हो सकता है। इस टैब के साथ आपको YouTube Premium और Spotify म्यूजिक स्ट्रीमिंग ऐप्स प्री-इंस्टॉल्ड मिलेंगे।
इस टैब को दो मॉडल के साथ लॉन्च किया गया है। एक मॉडल केवल WiFi के साथ लॉन्च किया गया है जबकि दूसरा मॉडल WiFi+LTE वेरिएंट के साथ आता है जिसमें आप सिम कार्ड भी इंसर्ट कर सकते हैं। दोनों ही वेरिएंट में आपको किड्स होम मोड मिलता है जो चाइल्ड फ्री इंटरफेस प्रोवाइड करता है। इस मोड को आप क्विक पैनल के जरिए इनेबल कर सकते हैं। इसके अलावा इस टैब में आपको फैमिली शेयर फीचर भी दिया गया है जो शेड्यूल, नोट्स, फोटोज और रिमाइंडर्स को शेयर कर सकते हैं। यह टैब आपको मैटालिक डिजाइन में सिल्वर और ब्लैक कलर ऑप्शन में उपलब्ध है।
Samsung ने एक और टैब Galaxy Tab A 8.0 (2019) लॉन्च कर दिया है। इस टैब की खास बात यह है कि यह 5100 एमएएच की बैटरी है
नई दिल्ली, टेक डेस्क। दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung ने हाल ही में भारत में अपना Galaxy Tab S5e लॉन्च किया था। अब कंपनी ने एक और टैब Galaxy Tab A 8.0 (2019) लॉन्च कर दिया है। इस टैब की खास बात यह है कि यह 5,100 एमएएच की बैटरी के साथ आता है। इसके अलावा इसमें मैटलिक डिजाइन और 16:10 आसपेक्ट रेश्यो का डिस्प्ले दिया गया है। Samsung ने फिलहाल इस टैब की कीमत के बारे में खुलासा नहीं किया है। इसका मुकाबला हाल ही में लॉन्च हुए Honor Pad 5 से हो सकता है। इस टैब के साथ आपको YouTube Premium और Spotify म्यूजिक स्ट्रीमिंग ऐप्स प्री-इंस्टॉल्ड मिलेंगे।
Samsung Galaxy Tab A 8.0 (2019) के फीचर्स
इस टैब को दो मॉडल के साथ लॉन्च किया गया है। एक मॉडल केवल WiFi के साथ लॉन्च किया गया है जबकि दूसरा मॉडल WiFi+LTE वेरिएंट के साथ आता है जिसमें आप सिम कार्ड भी इंसर्ट कर सकते हैं। दोनों ही वेरिएंट में आपको किड्स होम मोड मिलता है जो चाइल्ड फ्री इंटरफेस प्रोवाइड करता है। इस मोड को आप क्विक पैनल के जरिए इनेबल कर सकते हैं। इसके अलावा इस टैब में आपको फैमिली शेयर फीचर भी दिया गया है जो शेड्यूल, नोट्स, फोटोज और रिमाइंडर्स को शेयर कर सकते हैं। यह टैब आपको मैटालिक डिजाइन में सिल्वर और ब्लैक कलर ऑप्शन में उपलब्ध है।
टैब के स्पेसिफिकेशन्स की बात करें तो यह एंड्रॉइड 9 पाई ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन करता है। इसमें 8 इंच का टीएफटी डिस्प्ले दिया गया है जिसका रिजोल्यूशन 1280x800 पिक्सल दिया गया है। इसमं एक क्वॉड कोर सिस्टम ऑन चिप प्रोसेसर 2GB RAM और 32GB ऑन बोर्ड मेमोरी के साथ दिया गया है। इसमें ड्यूल स्पीकर्स और स्टीरियोफोनिक ऑडियो एक्सपीरियंस मिलता है। इसके कैमरे फीचर्स की बात करें तो इसमें 8 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 2 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया गया है। टैब को पावर देने के लिए इसमें 5,100 एमएएच की दमदार बैटरी दी गई है।
विश्वभर में फेसबुक और व्हाट्सएप डाउन चल रहे हैं. फेसबुक पूरी तरह बंद नहीं हुआ है, लेकिन कुछ फीचर्स ठीक से काम नहीं कर रहा है. डाउनडिक्टेटर डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक, बुधवार शाम अचानक ही फेसबुक कंपनी के सभी प्लेटफार्मों में परेशानी शुरू हो गई। इस दौरान कुछ उपयोगकर्ताओं के फेसबुक खातों में लॉगिन नहीं हो पाया, तो कुछ फोटा-वीडियो अपलोड नहीं कर पाए. हालांकि, पेज खुल रहा है. भारत में भी इसका असर दिख रहा है. फोटो नहीं दिख रहे हैं. फेसबुक डाउन की खबर यूरोप, अमेरिका, साउथ अमेरिका, जापान और अफ्रीकन देशों से आ रही है. फेसबुक इंक ने भी माना कि कुछ उपयोगकर्ताओं को उसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर मीडिया फाइल इधर से उधर भेजने में परेशानी का सामना करना पड़ा है. फेसबुक इंक की तरफ से कहा गया कि इस समस्या को दूर करने की कोशिश की जा रही है. वाट्सएप पर इधर से उधर भेजे गए मीडिया संदेश सेंड तो हुए, लेकिन दूसरी तरफ डाउनलोड नहीं हो पाए. इंस्टाग्राम में भी ऐसी ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
We’re aware that some people are having trouble uploading or sending images, videos and other files on our apps. We're sorry for the trouble and are working to get things back to normal as quickly as possible. #facebookdown
— Facebook (@facebook) July 3, 2019
एक वेबसाइट के मुताबिक 14000 से ज्यादा इंस्टाग्राम, 7500 फेसबुक और 1600 से ज्यादा वाट्सएप उपयोगकर्ताओं ने इस तरह की परेशानी होने का मामला ट्विटर पर शेयर किया था। इसके लिए वाट्सएप डाउन, फेसबुक डाउन और इंस्टाग्राम डाउन जैसे हैशटैग भी ट्विटर पर दिखाई दिए।
तकनीकी जानकार इसे सैटेलाइट और सर्वर की समस्या बता रहे है, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा. आपको बता दे की फेसबुक, इंस्टाग्राम और वट्सऐप तीनो एक ही सर्वर पर काम करते है, जिसमें तकनीकी ख़ामियाँ आने के कारण तीनो सोशल मीडिया प्लाट्फ़ोर्म ठीक से काम नहीं कर रहें हैं.
बिलकुल ऐसी ही समस्या इसी वर्ष मार्च में भी उपयोगकर्ताओं को आई थी, जब फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप का सर्वर डाउन होने की वजह से लोगो को काफी तकलीफें हुई थी.