छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ (17643)

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में गुजरात सरकार के दूसरे प्रदेश भवन ‘‘गर्वी गुजरात’’ का उद्घाटन किया। इस मौके पर देशवासियों को गणेश चतुर्थी की बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इसमें आधुनिक तकनीक के साथ पारिस्थितकी अनुकूल तत्वों का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि ‘गरवी गुजरात’ सदन गुजरात के करोड़ों जनों की भावनाओं, परंपराओं और संस्कृति के अनुकूल सभी की सेवा के लिए तैयार है। मैं आप सभी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मुझे खुशी है कि समय पर प्रोजेक्ट पूरा करने की आदत सरकारी संस्थाओं और सरकारी एजेंसियों में विकसित हो रही है। जब मैं गुजरात में था तो डंके की चोट पर कहता था कि जिसका शिलान्यास मैं करता हूं उसका उद्घाटन भी मैं ही करता हूं।

 
मोदी ने कहा कि नया सदन, गुजरात में निवेश आकर्षित करने के लिए, गुजरात में उद्योगों के लिए, एक अहम सेंटर बने, इसके लिए नई व्यवस्थाएं की गई हैं। मुझे विश्वास है कि इससे गुजरात में निवेश के इच्छुक भारतीयों और विदेशी निवेशकों को और अधिक सुविधा मिलेगी प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सदन भले ही मिनी गुजरात का मॉडल हो, लेकिन ये न्यू इंडिया की उस सोच का भी प्रत्यक्ष प्रमाण है, जिसमें हम अपनी सांस्कृतिक विरासत को, हमारी परंपराओं को आधुनिकता से जोड़कर आगे बढ़ने की बात करते हैं।
मोदी ने कहा कि गणेश चतुर्थी पर आप सबको और विशेषकर गुजरात के निवासियों को अनेक शुभकामनाएं। मुझे खुशी है कि भगवान सिद्धिविनायक के जन्मोत्सव पर पर हम एक और सिद्धी के लिए एकत्रित हुए हैं। गुजरात ने विकास को, परिश्रम को हमेशा महत्व दिया है। विकास के लिए गुजरात की ललक को करीब डेढ़ दशक तक मुख्यमंत्री के नाते मैंने बहुत करीब से देखा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल एवं पूर्व मुख्यमंत्री एवं उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल मौजूद थीं। यह भवन अकबर रोड पर 7000 वर्ग मीटर क्षेत्र में है और पारिस्थितकी अनुकूल है। इस पर 131 करोड़ रूपये की लागत आई है। 

हिन्दुस्तान के हौसलो को और भी अधिक ताकतवर और मजबूत बनाने के लिए अमेरिका निर्मित आठ ‘अपाचे एएच-64ई’ लड़ाकू हेलीकॉप्टर आज वायुसेना में शामिल किए गए। अपाचे हेलिकॉप्टर्स को पठानकोट एयरबेस पर तैनात किया गया। इस दौरान एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ भी पठानकोट में मौजूद रहे। ये वही पठानकोट एयरबेस है जहां पर साल 2016 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमला किया था। लेकिन अब भारत की बढी हुई ताकत देखकर पाकिस्तान यह गलती फिर से नहीं दोहराएगा। एयरबेस पर वायुसेना में शामिल होने से पहले अपाचे हेलीकॉप्टर की विधिवत पूजा हुई और पारम्परिक तौर पर इसे जंगी बेड़े में शामिल किया गया। भारतीय वायुसेना को लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे की फ्लीट मिल चुकी है। इसी के साथ भारतीय सीमाएं और भी ज्यादा सुरक्षित हो गई हैं।  इस लड़ाकू हेलीकॉप्टर का निर्माण अमेरिका के एरिजोना में हुआ है। इस तरह के कुल 22 हेलीकॉप्टर अमेरिका भारत को मुहैया कराने वाला है। दुनिया का सबसे आधुनिक माना जाने वाला बोइंग निर्मित AH-64E अपाचे हेलीकॉप्टर को चीन और पाकिस्तान की सीमा में तैनात किया जाएगा। इस हेलीकॉप्टर को अमेरिकी सेना के सबसे एडवांस हेलीकॉप्टर प्रोग्राम के लिए बनाया गया था, जिसकी मदद से अमेरिका ने इराक में खाड़ी के युद्ध के साथ-साथ अफगानिस्तान में आतंकियों के कैंप पर हमला किया था। हालांकि अमेरिका के साथ-साथ अपाचे हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल इजरायल, इजिप्ट और नीदरलैंड की सेनाएं करती हैं।

वायुसेना ने पठानकोट स्थित अपाचे की स्कॉवड्रन को ग्लैडिएटर नाम दिया है। इस स्कॉवड्रन का मोटो है 'बलिदान वीरस्य भूषणम' यानि बलिदान ही वीरों का आभूषण है।

जंगी जहाज अपाटे में क्या है खास

दुनिया का सबसे आधुनिक और खतरनाक माना जाने वाले AH-64E अपाचे हेलीकॉप्टर में सेंसर लगे हैं, जिनकी मदद से अब वायुसेना रात के अंधेरे में भी अपने दुश्मन की तलाश कर उनका खात्मा आसानी से कर सकेगी। इसमें हाईक्वालिटी नाईट विजन सिस्टम है। जिससे दुश्मन को अंधेरे में भी देखा जा सकेगा। यह हेलीकॉप्टर मिसाइल से लैस है जो एक मिनट में 128 लक्ष्यों पर निशाना लगा सकती है। इसमें खास तौर से लगी कैनन-गन से दुश्मनों को खाख किया जा सकता है क्योंकि यह गन एक साथ 1200 राउंड फायर करती है। 

इस हेलीकॉप्टर की मदद से वायुसेना भारी मात्रा में हथियार एक स्थान से दूसरे स्थान में ले जा सकेगी। अपाचे 293 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकता है तथा एजीएम-114 हेलिफायर मिसाइल से लैस है। इस हेलीकॉप्टर का डिजाइन ऐसा बनाया गया है कि इसे रडार पर पकड़ना मुश्किल होता है। इस हेलीकॉप्टर में लगे थर्मल इमेजिंग सेंसर की मदद से आतंकवादियों का पता आसानी से लगाया जा सकता है और इसीलिए 11 लड़ाकू हेलीकॉप्टर को पाकिस्तान तो 11 को चीन की सीमा पर तैनात किए जाने का बंदोबस्त किया जा रहा है।

अब अपाचे हेलीकॉप्टर की मदद से पाकिस्तान के सबसे करीब स्थित पठानकोट एयरबेस पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा, जहां पर घुसे आतंकवादियों को ढूंढने में 2 दिन लग गए थे। अब हेलीकॉप्टर आसानी से तस्वीरें ले लेगा और सुरक्षाकर्मियों द्वारा मदद पहुंचाने के उपकरण भी इसमें होंगे।  

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के पुत्र अमित जोगी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के मुताबिक जोगी को उनके बिलासपुर स्तित निवास से गिरफ्तार किया गया है। मरवाही के पूर्व विधायक अमित जोगी के खिलाफ गौरेला थाने में इसी साल फरवरी में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में मरवाही विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की प्रत्याशी रहीं समीरा पैकरा ने की शिकायत के मुताबिक अमित जोगी ने शपथपत्र में अपना जन्मस्थान गलत बताया था। जिस पर गौरेला थाने में अमित जोगी के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया।

जिसपर हाई कोर्ट ने 4 दिन पहले ही फैसला दिया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र खत्म हो चुका है। इसलिए अब इस याचिका को खारिज किया जा रहा है। इसके बाद समीरा पैकरा गौरेला थाने गईं और उन्होंने शिकायत दर्ज कराई कि अमित जोगी ने चुनाव के दौरान दिए गए शपथपत्र में अपना जन्म वर्ष 1978 में ग्राम सारबहरा गौरेला में होना बताया है,जबकि उनका जन्म वर्ष 1977 में डगलास नामक स्थान टैक्सास, अमेरिका में हुआ है।

शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों का होगा सम्मान
जांजगीर चांपा। जिले के विकासखंड अकलतरा के अग्रणी समाज सेवा संस्थान वेल विशर फाउंडेशन अकलतरा द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय शिक्षक संगोष्ठी शिक्षा संवाद एवं छत्तीसगढ़ गौरव अवार्ड कार्यक्रम का आयोजन 9 सितंबर को किया जाएगा।
यह कार्यक्र्रम सूरज साहू, श्रीमती अर्चना शर्मा, आदित्य नारायण पाण्डेय एवं वेल विशर फाउंडेशन के कार्यक्रम संयोजन में होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू होंगे। प्रमुख वक्ता पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी होंगे। विशिष्ट अतिथि बिलासपुर सांसद अरुण साव, बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय होंगे। अध्यक्षता नगरपालिका अध्यक्ष खुलन सोनवानी करेंगे।  इसके अलावा वरिष्ठ समाजसेवी योगेश साहू, कृष्ण कुमार यादव, जिपं सदस्य प्रेमचंद जायसी, संदीप यादव, सुशांत सिंह, विनोद शर्मा अतिथि होंगे। कार्यक्रम में ओपी चौधरी मोटिवेशनल स्पीच देंगे। वहीं व्याख्याता महेश राम साहू का नैतिक शिक्षा पर व्याख्यान होगा। वहीं प्राचार्य प्यारेलाल आदिले सहित राज्य भर से आए शिक्षकों के द्वारा नवाचार एवं छत्तीसगढ़ राज्य की शिक्षा पर अपना अपना विचार प्रस्तुत किया जाएगा।

सीएम सचिवालय की उप सचिव ने खेल व युवा कल्याण विभाग रायपुर को भेजा पत्र
मुक्केबाज खिलाड़ी के स्पर्धा में शामिल नहीं होने का मामला
जांजगीर-चांपा। जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग की मेहरबानी से एक मुक्केबाज खिलाड़ी का पूरा साल बर्बाद हो रहा है। जिले के खेल कैलेंडर से बॉक्सिंग को हटा दिया गया है। इसके चलते यहां बाक्सिंग खेल के खिलाड़ी काफी मायूस है। इस आशय की खबर प्रकाशन के बाद मुख्यमंत्री सचिवालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया नेे खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायपुर के सचिव को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है।
आपकों बता दें कि मीडिया ने अपने 23 अगस्त के अंक में इस मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबरों के माध्यम से हमनें बताया था कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के खेल कैलेंडर में बाक्सिंग खेल शामिल है, जबकि इस जिले के खेल कैलेंडर में बाक्सिंग शामिल नहीं है। इस वजह से बाक्सिंग खिलाड़ी चांपा निवासी सिद्धार्थ श्रीवास मायूस है। खास बात यह है कि माली हालत खराब होने के बावजूद सिद्धार्थ खुद के खर्च से जिले की ओर से राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेना चाहता है, लेकिन इसकी अनुमति कोई उसे नहीं दे रहा है। यह खबर प्र्रकाशन होने के बाद बीते 28 अगस्त को मुख्यमंत्री सचिवालय की उप सचिव ने पत्र लिखा है, लेकिन इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
नहीं आया निर्देश
चांपा के बाक्सिंग खिलाड़ी सिद्धार्थ श्रीवास के संबंध में किसी तरह का निर्देश मुख्य कार्यालय रायपुर से नहीं आया है। किसी भी खेल को कैलेंडर में शामिल करने या हटाने का कार्य उच्चाधिकारियों के निर्देश पर होता है।
-हरिलाल पटेल, जिला खेल अधिकारी

दिन भर निर्जला व्रत के बाद भगवान शिव व पार्वती की पूजा की
जांजगीर-चांपा। हमारा देश पर्वो एवं त्योहारों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। इन पर्वो में तीज के पर्व का विशेष महत्व है। इस पर्व में सभी महिलाएं निर्जला व्रत कर पति की दीर्घायु एवं मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए भगवान शिव एवं पार्वती की पूरे भक्ति भाव से पूजा अर्चना करती है। अंचल में आज महिलाओं ने तीज का व्रत रखा।
शिक्षिका श्रीमती कुमुदिनी द्विवेदी ने बताया कि भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरितालिका तीज मनाई जाती है। कहा जाता है कि सबसे पहले गिरिराज हिमालय की पुत्री पार्वती ने इस व्रत को किया था। जिसके फलस्वरूप भगवान शंकर उन्हें पति के रूप में प्राप्त हुए। कुंवारी लड़कियां भी मनोवांछित वर की प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत रखकर माता पार्वती की पूजा करती है। हरियाली तीज के दिन भगवान शंकर ने देवी पार्वती को पति के रूप में स्वीकार करने का वरदान दिया था। पार्वती के कहने पर शिव जी ने आशीर्वाद दिया था, जो भी कुंवारी कन्या इस व्रत को रखेंगे उसके विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। इस दिन निर्जला व्रत कर शिव और माता पार्वती जी की विधिपूर्वक पूजन करने का विधान है। तीज पर्व के 1 दिन पहले से ही विवाहित महिलाएं एवं कन्याएं अपने हाथों में मेहंदी लगाकर इसे मनाती है। भारतीय संस्कृति के महान पर्व हरियाली तीज व्रत के बारे में श्रीमती कुमुदिनी द्विवेदी आगे बताती है कि मान्यता है कि मां पार्वती ने 107 जन्म लिए थे, भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए। अंततः मां पार्वती के कठोर तप और उनके 108वंे जन्म में भगवान ने पार्वती जी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। तभी से ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से मां पार्वती प्रसन्न होकर पतियों को दीर्घायु होने का आशीर्वाद देती है। इसमें पत्नियां निर्जला व्रत रखती है। हाथों में नई चूडि़यां, मेहंदी और पैरों में आलता लगाती है, जो सुहाग का चिन्ह माना जाता है और नए वस्त्र पहनकर मां पार्वती की पूजा अर्चना करती है। सभी सौभाग्यवती स्त्रियां व कुंवारी कन्याएं निराहार रहकर,रात्रि जागरण कर, बालू के शिवलिंग की पूजा कर, सखी सहेलियों सहित शंकर पार्वती की पूजा रात्रि में कर, मनोवांछित फल व सौभाग्य प्राप्त कर सकती हैं। इस पर्व को प्रकृति से जोड़कर भी देखा जाता है, क्योंकि इस दिन महिलाएं सावन के बाद आई नई 16 तरह की पत्तियों को शिव जी को चढ़ा कर समृद्धि व सौभाग्य का वर मांगती है।

कुरदा गांव के कुछ युवकों ने पेश की मानवता की मिशाल
सड़क पर बैठी गाय व बछड़े को कुचलकर भाग रहा था भारी वाहन चालक
जांजगीर-चांपा। अक्सर कई लोग दुर्घटना में घायल होकर सड़क पर मदद की गुहार लगाते रहते हैं लेकिन उसकी मदद करने के बजाय लोग मुंह फेरकर चले जाते हैं। ऐसे में कुरदा गांव के कुछ युवकों ने मानवता की मिशाल पेश की है।ं उन्होंने दुर्घटना में घायल गाय व मवेशियों का न केवल इलाज कराया, बल्कि इसके लिए उन्होंने आपस में चंदा भी किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सड़कों पर चलने वाले बेजुबान मवेशियों की चिंता करते हुए महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा व बारी शुरू की है। योजना के तहत गोठान बनाया जा रहा है। लेकिन सरकार के प्रयास के साथ ही आम लोगों को भी बेजुबान मवेशियों के लिए चिंता करनी चाहिए। शनिवार की शाम जिस तरह की पहल कुरदा गांव के कुछ युवकों ने की वह काबिले तारीफ है। चांपा से लगे ग्राम कुरदा में शनिवार की शाम करीब 6 बजे छुइया तालाब के पास गाय व बछड़ा सड़क पर बैठी थी, तभी एक भारी वाहन उन्हें कुचलते हुए भागने लगा। यह देख गांव के सुखसागर माथुर सहित अन्य लोगों का खून खौल गया और उन्होंने दुर्घटनाकारित वाहन का पीछा कर किसी तरह रोका। इसके बाद वाहन के चालक को घटना स्थल लाया गया। सुखसागर माथुर ने बताया कि उस समय वाहन के चालक ने शराब पी रखी थी। वह नशे में बुरी तरह चूर था। वह बात करने की भी स्थिति में नहीं था। ऐसे में वाहन मालिक का नंबर लेकर सुखसागर माथुर ने उससे मोबाइल पर बात की, तब वाहन मालिक ने इलाज का सारा खर्च वहन करने का भरोसा दिलाया। साथ ही उसने चालक को छोड़ने का आग्रह किया। इधर, दुर्घटना के बाद घायल गाय व बछड़ा दर्द से कराहने लगी। उनका दर्द इन युवकों को देखा नहीं गया और उन्होंने आपस में पहले चंदा किया फिर डॉक्टर बुलवाकर घायल गाय व बछड़े का इलाज कराया। कुरदा गांव के इन युवकों के इस प्रयास की सभी ओर सराहना हो रही है।
संयुक्त प्रयास जरूरी
गाय के नाम पर हमेशा से देश में राजनीति होती रही है लेकिन कभी भी गायों की दशा नहीं बदली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मवेशियों के संरक्षण के लिए जो कदम उठाया है उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। सरकार के इस प्रयास के बाद प्रदेश के लोगों में भी मवेशियों को लेकर जागरूकता जरूरी है। क्योंकि अकेले सरकार के प्र्रयास से ही कोई काम सफल नहीं होगा। जनहित के किसी भी काम को पूरा करने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी है।
नहीं थम रही दुर्घटना
सुखसागर माथुर ने बताया कि चांपा में सड़कों की हालत काफी चिंताजनक है। गौरवपथ और चांपा कुरदा होते हुए कोरबा रोड तक की सड़क चलने लायक नहीं है। इसके लिए धरना प्रदर्शन और आंदोलन भी किया गया था। यहां तक बारिश से पहले एसडीएम और कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए सड़क की बदहाली दूर करने निवेदन किया गया था। लेकिन कभी किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। यही वजह है कि आए दिन इस मार्ग में सड़क दुर्घटना थमने का नाम नहीं ले रही है।

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बलात्कार की पीड़िता 16 वर्षीय एक लड़की ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया कि शनिवार को लड़की ने होटल के कमरे के शौचालय में फांसी लगा ली। वह राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के सदस्यों के सामने पेश होने के बाद वहां ठहरी हुई थी।

 पुलिस के अनुसार कोरबा के एक छोटे से गांव की यह लड़की इस साल जून में बिना किसी को बताए घर से निकल गई और बिलासपुर पहुंच गई। दो महीने बाद पुलिस ने नौ अगस्त को उसे कोरबा के डारी इलाके से मुक्त कराया। अधिकारी के अनुसार घर पहुंचने पर उसने माता-पिता को बताया कि बिलासपुर में जून-जुलाई के दौरान ऑटोरिक्शा ड्राइवर यान खान ने कथित रूप से उससे बलात्कार किया। उसके माता-पिता ने श्यांग थाने में आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।

अधिकारी के मुताबिक शुक्रवार को लड़की इस घटना के सिलसिले में जिला मुख्यालय में एनसीपीसीआर के सदस्यों के सामने पेश होने के लिए अपने पिता के साथ कोरबा आई। आयोग के सदस्यों के सामने पेश होने के बाद वह और उसके पिता कोरबा के एक होटल में ठहरने गए क्योंकि पुलिस उसे आरोपी के ठिकाने का पता लगाने और बलात्कार के कथित स्थल का मुआयना करने के लिए बिलासपुर ले जाना चाहती थी।

पुलिस अधिकारी के अनुसार लेकिन शनिवार सुबह लड़की होटल के कमरे के शौचालय में जाने के बाद बाहर नहीं निकली। अधिकारी ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ा और उन्होंने पाया कि उसने खिड़की के सहारे दुपट्टा से फांसी लगा ली थी। उन्होंने बताया कि लड़की को तुरंत एक अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

अधिकारी के अनुसार घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इस घटना के संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और इस बात की जांच की जा रही है कि उसने यह अतिवादी कदम क्यों उठाया।

छत्तीसगढ़ के महासमुंद के बेलसोंढा के स्कूल में पढ़ने वाली प्रतिभाशाली छात्रा श्रीजल चंद्राकर को चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग देखने का मोका मिलेगा। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बंगलूरू स्थित इसरो सेंटर में इस लैंडिंग को सात सितंबर को देखेंगी। इस दौरान इसरो के ऑडिटोरियम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ वैज्ञानिकों की टीम और देशभर से चुने गए 50 बच्चे और उनके अभिभावक मौजूद रहेंगे। 

 प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग के लिए चुने जाने पर नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली श्रीजल ने कहा, 'मैं अपने स्कूल को इसरो के अंतरिक्ष कार्यक्रम के क्विज के लिए मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद देती हूं।' 22 जुलाई को चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण के बाद इसरो की तरफ से ऑनलाइन क्विज का आयोजन किया गया था। 10 से 25 अगस्त तक हुए इस ऑनलाइन क्विज में छह मिनट में स्पेस साइंस से संबंधित 20 सवालों के जवाब देने थे।

  श्रीजल ने पूरे छत्तीसगढ़ में इस क्विज में टॉप किया है। इसी कारण उन्हें प्रधानमंत्री के साथ लाइव लैंडिंग देखने के लिए चुना गया है। बुधवार को इसरो के दिल्ली कार्यालय से श्रीजल को यह खुशखबरी दी गई। उनके पिता योगेश चंद्राकर महासमुंद में एलआईसी में काम करते हैं जबकि मां ममता चंद्राकर गृहिणी हैं। वह शुरू से ही पढ़ाई में आगे रही हैं। इसके अलावा वह स्केटिंग में नेशनल गेम्स खेल चुकी हैं।

केवीए के प्रधानाचार्य एके चंद्राकर और फिजिक्स के अध्यापक हिमांशु त्रिपाठी ने बताया की केवीए से 217 बच्चों और 25 शिक्षकों ने इस क्विज में भाग लिया था। जिसमें श्रीजल ने पूरे राद्य में टॉप करके महासमुंद का नाम रोशन किया है। क्विज में इसरो की स्थापना कब हुई, चंद्रयान-2 कब लांच हुआ, पीएसएलवी और जीएसएलवी क्या है? जैसे सवाल पूछे गए थे। श्रीजल का कहना है कि वह पीएम से मिलकर पूछेंगी कि वह देश के लिए और क्या-क्या सोचते हैं।

शिवसेना ने परिजनों के साथ मिलकर मचाया काफी हंगामा
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ राज्य प्राइवेट लिमिटेड मड़वा में कार्यरत मजदूर सतीश कुमार खंडेलकर उम्र 32 वर्ष निवासी अमरताल। उसकी ड्यूटी के दौरान संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। ऐसे में शिवसेना जिला प्रमुख के नेतृत्व में मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने काफी मशक्कत की।
आपकों बता दें कि सतीश कुमार खंडेलकर 30 अगस्त को अचानक बेहोश हो गया। तब उसे कंपनी के एंबुलेंस से जिला अस्पताल जांजगीर में भर्ती कराया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले शाम 6 बजे मजदूर की मौत हो गई। प्रबंधन से आए लोग मजदूर की मृत शरीर को हॉस्पिटल में ही छोड़कर चले गए। वहीं मृतक के परिजनों को मामले की सूचना दी गई। इधर, मृत मजदूर के परिजनों ने पूरे मामले की जानकारी शिवसेना प्रमुख ठा ओंकार सिंह गहलौत को दी। शिवसेना जिलाध्यक्ष ठा.ओंकार सिंह गहलौत अन्य पदाधिकारियों के साथ हॉस्पिटल पहुंचे और उन्होंने डॉक्टरों से मामले की जानकारी ली। श्री गहलौत ने प्रबंधन के जिम्मेदार सेफ्टी अधिकारी से बात कर परिजनों को उचित मुआवजा व परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग की। काफी गहम गहमी के बाद प्लांट प्रबंधन व परिजनों के बीच 5 लाख का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात पर सहमति बनी। इस दौरान शिवसेना के पदाधिकारी  ठा.ओंकार सिंह गहलौत (जिलाध्यक्ष), दिलेश्वर विश्वकर्मा (जिला सचिव), शुभम सिंह राजपूत (जि़ला कार्यकारणी),  दिलीप रात्रे, हुसैन नर्मदा भोसले, मनोज, अन्य शिवसैनिक व मजदूर के परिजन तथा पूर्व विधायक मदन डहरिया सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष उपस्थित थे।

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