ईश्वर दुबे
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Bhilai
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) पर 17 जनवरी को केंद्र सरकार की बैठक में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने बुधवार को एक रैली में कहा कि मैं और मेरी सरकार का कोई प्रतिनिधि इस मीटिंग के लिए दिल्ली नहीं जाएगा। ममता ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को चुनौती देते हुए कहा कि वे केंद्र के निर्देशों पर तृणमूल सरकार गिराकर दिखाएं। पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कोलकाता दौरे पर ममता ने उनसे एनपीआर, सीएए और एनआरसी पर दोबारा विचार करने की मांग की थी।
मुख्यमंत्री ममता ने कहा, ‘‘कोलकाता में केंद्र सरकार के एक नुमाइंदा (राज्यपाल जगदीप धनखड़) हैं। बैठक में नहीं जाने पर वे बंगाल सरकार को बर्खास्त करने की बात भी कह सकते हैं। उन्हें जो करना है करें, मैं इस पर ध्यान नहीं देती। लेकिन मैं बंगाल में नागरिकता कानून (सीएए), एनआरसी और एनपीआर लागू नहीं होने दूंगी।’’
‘कांग्रेस और वाम दल बंगाल में अफवाह फैला रहे’
ममता ने एनपीआर को लेकर कांग्रेस और वाम दलों पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री बोलीं- दोनों दल कह रहे हैं कि बंगाल में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह पूरी तरह से झूठ है। हमने एनपीआर अपडेशन पर पिछले महीने ही रोक लगा दी थी। मैं शुरुआत से ही इसके खिलाफ हूं। लोगों को भरोसा दिलाती हूं कि राज्य में ऐसे कानूनों को लागू नहीं होने दूंगी, जिससे लोगों के अधिकार प्रभावित हों।
सीएए पर कांग्रेस की बैठक में भी शामिल नहीं हुई थीं
तृणमूल सुप्रीमो ने सीएए पर कांग्रेस की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 13 जनवरी को दिल्ली में विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई थी। उन्होंने बंद के दौरान बंगाल में हुई हिंसा के लिए कांग्रेस और वाम दलों को जिम्मेदार ठहराया था। ममता ने कहा था कि बंद के दौरान जैसी हरकतें हुईं, इसी वजह से मैंने कांग्रेस की बैठक में नहीं जाने का फैसला किया।
नई दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) समिट के लिए आठों सदस्य देशों के प्रमुखों को न्योता भेजा जाएगा। इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हम सबको बुलाएंगे। आगे क्या होगा, यह इस समय मेरे लिए बता पाना मुश्किल है। एससीओ समिट इस साल के अंत में भारत में होनी है।
पिछले दो साल से पुलवामा हमला, सर्जिकल स्ट्राइक और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बरकरार है।
4 ऑब्जर्वर और अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों को भी न्योता देंगे
रवीश कुमार ने कहा- यह अब सभी की जानकारी में है कि भारत इस साल होने वाली एससीओ समिट की मेजबानी करेगा। प्रधानमंत्री के स्तर पर इस मुद्दे पर बैठक की जा चुकी है। इस दौरान विभिन्न आर्थिक मसलों को लेकर एससीओ प्रोग्राम पर चर्चा की गई। स्थापित प्रक्रिया के तहत एससीओ के 8 सदस्य देशों, चार ऑब्जर्वर और अन्य अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों को न्योता भेजा जाएगा।
2017 में एससीओ का पूर्णकालिक सदस्य बना भारत
भारत और पाकिस्तान को एससीओ के पूर्णकालिक सदस्यों के तौर पर एससीओ में 2017 में शामिल किया गया था। इसके बाद भारत में होने वाली पहली 8 सदस्यीय उच्चस्तरीय बैठक है। भारत और पाकिस्तान के अलावा एससीओ के सदस्य देशों में चीन, कजाखस्तान, रूस, ताजकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद तनाव बढ़ा
5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को निष्प्रभावी कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ व्यापारिक और राजनयिक रिश्तों को बेहद कमजोर कर दिया था। इसके बाद भारत-पाकिस्तान की जम्मू-कश्मीर सीमा पर तनाव बढ़ गया था। भारतीय सेना ने सीमा पर सैन्य बल भी बढ़ा दिया था।
फिलहाल लखनऊ और नोएडा में कुछ दाण्डिक ताकतों का प्रयोग अब डीएम की जगह पुलिस कमिश्नर करेंगे। वे दंगा, बलवा या शान्ति भंग की मैदानी स्थिति में धारा 144 के लिए डीएम के मोहताज नहीं होंगे। धारा 151, 107, 116, 109, 110 के तहत अपराधियों की जमानत लेंगे।
अधीर रंजन चौधरी पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में कांग्रेस की एक जनसभा में बोल रहे थे। इस दौरान अधीर रंजन ने कहा कि बीजेपी वाले उनका परिचय पाकिस्तानी के तौर पर करवाते हैं, आज मैं कहना चाहता हूं कि हां मैं, पाकिस्तानी हूं।
नागरिकता संशोधन कानू और एनआरसी के मुद्दे पर देशभर में धमासान मचा है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच इसको लेकर जुबानी जंग भी जारी है। अक्सर अपने बयानों से चर्चित रहने वाले लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मैं पाकिस्तानी हूं, जो करना है कर लो।
दरअसल, चौधरी पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में कांग्रेस की एक जनसभा में बोल रहे थे। इस दौरान अधीर रंजन ने कहा कि बीजेपी वाले उनका परिचय पाकिस्तानी के तौर पर करवाते हैं, आज मैं कहना चाहता हूं कि हां मैं, पाकिस्तानी हूं। इसके बाद कांग्रेस सांसद ने मोदी-शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां पर हां को हां बोलना खतरे से खाली नहीं है। दिल्ली में बैठे लोग जो कहेंगे हमें मान लेना होगा, वर्ना हम देशद्रोही बन जाएंगे। ये देश नरेंद्र मोदी, अमित शाह के बाप का नहीं है।
प्रकाश जावड़ेकर ने निर्भया के दोषियों को फांसी के मामले में केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को झकझोरने वाले निर्भया केस के आरोपी आज तक फांसी पर नहीं लटके, इसका एकमात्र कारण दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की लापरवाही है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को हैं और ऐसे में तमाम दलों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकार वार्ता कर आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। सिख दंगों पर आई रिपोर्ट पर कांग्रेस के आड़े हाथों लेते हुए जावड़ेकर ने कहा कि न्यायमूर्ति ढींगरा आयोग ने आज अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने खुलासा किया है कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए कांग्रेस ने कभी कोई नेतृत्व नहीं किया। इस रिपोर्ट में 2-3 बातें सामने आईं हैं। रिपोर्ट में मुख्य निष्कर्ष ये है कि इस नरसंहार की सही जांच हुई ही नहीं। जिसमें करीब 3,000 सिखों को जिंदा जलाया गया, घरों को लूटा गया, जलाया गया और तब के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इसका समर्थन किया था। रिपोर्ट में एक उदाहरण देते हुए कहा है कि सुल्तानपुर में दंगों से संबंधित करीब 500 घटनाएं हुईं। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए, घर जलाए गए, लूटपाट हुई। लेकिन 500 घटनाओं की सिर्फ एक ही एफआईआर हुई और एक एफआईआर की जांच के लिए सिर्फ एक ही कर्मचारी लगाया गया। उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने हिंसा का समर्थन करते हुए कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती ही है।
इसके साथ ही जावड़ेकर ने निर्भया के दोषियों को फांसी के मामले में केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को झकझोरने वाले निर्भया केस के आरोपी आज तक फांसी पर नहीं लटके, इसका एकमात्र कारण दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की लापरवाही है। उच्चतम न्यायालय ने उनकी अपील 2017 में ही खारिज कर दी थी और उन्हें फांसी की सजा दी थी। लेकिन एक प्रक्रिया के तहत तिहाड़ जेल प्रशासन दोषियों को एक नोटिस देता है कि अब आपको कोई दया याचिका या अपील दाख़िल करनी है तो कर लो, अन्यथा फांसी हो जाएगी। संजय राउत के इंदिरा गांधी और डान करीम लाला की मुलाकात वाले बयान पर जावड़ेकर ने कहा कि रोज-रोज ऐसे खुलासे होते रहेंगे। ये अवसरवादी गठबंधन है।
राउत ने हालांकि आज गुरुवार को अपने बयान को वापस ले लिया था। राउत ने कहा, अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि को नुकसान पहुंचा या किसी की भावनाएं आहत हुईं, तो मैं उसे वापस लेता हूं।
मुम्बई। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गैंगस्टर करीम लाला से मुलाकात की शिवसेना नेता संजय राउत की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस को ‘‘मुम्बई के अंडरवर्ल्ड से पैसा मिलता था?’’ भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने यह सवाल भी किया कि क्या (उस समय) यह राज्य में ‘‘राजनीति के अपराधीकरण’’ की शुरुआत थी और क्या कांग्रेस ने मुम्बई में हमला करने वालों का ‘‘ साथ ’’ दिया था। भाजपा नेता ने कांग्रेस नेतृत्व से राउत के बयान पर सफाई मांगते हुए कहा कि उनकी पार्टी ऐसे ‘‘आरोपों’’ पर चुप क्यों है। उन्होंने कहा, ‘‘ संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे में एक बड़ा खुलासा किया। वह मुम्बई क्यों आती थी और क्या कांग्रेस को मुम्बई के अंडरवर्ल्ड से पैसा मिलता था? क्या यह राज्य में राजनीति के अपराधीकरण की शुरुआत थी?’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा कि क्या उन दिनों कांग्रेस को चुनाव जीतने के लिए बाहुबल की जरूरत थी? फडणवीस ने राउत को यह कहते हुए उद्धृत किया कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील और दाऊद इब्राहिम तय करते थे कि ‘‘ पुलिस आयुक्त कौन होगा, साथ ही मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में नियुक्ति भी..।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, शीर्ष नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को इन सवालों के जवाब देने चाहिए। फडणवीस ने कहा, ‘‘ उनकी शीर्ष नेता पर ऐसे आरोप लगने के बाद भी कांग्रेस के नेतागण क्यों चुप है।’’ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता ने पूछा, ‘‘ क्या कांग्रेस ने मुम्बई हमलों का समर्थन किया? कांग्रेस इस पर सफाई क्यों नहीं दे रही?’’
गौरतलब है कि पुणे में लोकमत मीडिया समूह के एक कार्यक्रम के दौरान दिए एक साक्षात्कार में राउत ने दावा किया था, ‘‘ जब (अंडरवर्ल्ड डॉन) हाजी मस्तान मंत्रालय आए थे, तो पूरा सचिवालय उन्हें देखने नीचे आ गया था। इंदिरा गांधी पायधुनी (दक्षिण मुम्बई) में करीम लाला से मिला करती थीं।’’ राउत ने हालांकि आज गुरुवार को अपने बयान को वापस ले लिया था। राउत ने कहा, ‘‘अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी की छवि को नुकसान पहुंचा या किसी की भावनाएं आहत हुईं, तो मैं उसे वापस लेता हूं।’’
शाह ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने कुछ साल पहले जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए थे उन्हें नरेंद्र मोदी ने जेल भेज दिया लेकिन केजरीवाल ने मुकदमा शुरू करने से इनकार कर दिया। शाह ने सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वैशाली जिले में संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में एक रैली में कहा कि सीएए को बिहार में बहुत ही अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। शाह ने बिहार में एक रैली में कहा कि राहुल गांधी और लालू प्रसाद लोगों को गुमराह करना बंद करें, सीएए की वजह से किसी की नागरिकता नहीं छीनी जा रही है। शाह ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने सीएए विरोधी दंगे करवाए, जिसकी वजह से भाजपा को उनके नापाक इरादों के बारे में लोगों को बताने के लिए देशभर में रैलियां करनी पड़ीं।
शाह ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने कुछ साल पहले जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए थे उन्हें नरेंद्र मोदी ने जेल भेज दिया लेकिन केजरीवाल ने मुकदमा शुरू करने से इनकार कर दिया। शाह ने सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि बिहार में अगला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए का मकसद उन लोगों की मदद करना है जिनकी आंखों के सामने उनकी महिलाओं से बलात्कार किया गया, उनकी संपत्तियां छीन ली गई और उनके पूजा स्थलों को अपवित्र किया गया जिसके बाद वह भारत आए। शाह ने कहा कि वह लालू और ममता दीदी से पूछना चाहते हैं कि मटुआ और नामशुद्रों ने उनके साथ क्या गलत किया कि वे इन लोगों को नागरिकता देने का विरोध कर रहे हैं।
अपने बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाले शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को दावा किया पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला से मुंबई में मिलती थीं। राउत ने अपने दावे में कहा कि इंदिरा गांधी करीम लाला से दक्षिणी मुंबई के पायधोनी में मुलाकात करती थीं।
मुंबई में एक मीडिया समूह के कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह दावा किया। इस मामले पर कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि वह राउत के बयान को देखने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया देंगे। मालूम हो कि राउत की पार्टी राज्य में एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार चला रही है।
राउत ने कहा कि साठ से अस्सी के दशक की शुरुआत तक मुंबई के अंडरवर्ल्ड में करीम लाला, मस्तान मिर्जा उर्फ हाजी मस्तान और वर्दराजन मुदालायर तीन डॉन हुआ करते थे। वे तय करते थे कि मुंबई पुलिस का कमिश्नर कौन होगा और कौन राज्य सचिवालय में बैठेगा। जब हाजी मस्तान मंत्रालय आता तो पूरा सचिवालय उसे देखने के लिए काम छोड़कर नीचे चला आता था।
राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा एक समय मुंबई में अंडरवर्ल्ड का राज हुआ करता था, आज यहां अंडरवर्ल्ड जैसा कुछ नहीं है। दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आसपास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे।
बाद में सब देश छोड़कर फरार हो गए। एक समय पत्रकार रहे राउत ने दावा किया कि उन्होंने दाऊद इब्राहिम जैसे कई गैंगस्टरों की फोटों भी ली थी इसके साथ ही एक बार उन्होंने एक गैंगस्टर को फटकार भी लगाई थी।
दाऊद से मुलाकात
इस दौरान राउत ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि मैंने 1993 मुंबई सीरियल धमाके में प्रमुख आरोपी दाऊद इब्राहिम से भी मुलाकात की थी और उसे लताड़ लगाई थी। उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील, शरद शेट्टी तय करते थे कि मुंबई का पुलिस कमिश्नर कौन होगा, कौन मंत्रालय में बैठेगा। इंदिरा गांधी करीम लाला से मुलाकात करती थीं। हमने उस वक्त का अंडरवर्ल्ड देखा है। अब तो बस चिल्लर रह गया है।
श्रीनगर। केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के लिए चलाई जा रही तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों को आम लोगों के बीच पहुंचाने के लिए सरकार के 36 मंत्री केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने जा रहे हैं। केंद्र के 36 मंत्री 18 से 25 जनवरी के बीच जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों का दौरा करेंगे और यहां स्थितियों का जायजा लेंगे। इसके अलावा यह सभी मंत्री राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जाकर लोगों से मुलाकात करेंगे और उन्हें केंद्र की योजनाओं की जानकारी देंगे। जानकारी के अनुसार, केंद्र के मंत्री जम्मू-कश्मीर में लोगों को उन कार्यक्रमों और अभियानों की जानकारी देंगे, जिन्हें केंद्र ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 के अंत के बाद प्रदेश में शुरू किया है। इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में लागू होने वाली तमाम योजनाओं की जानकारी भी आम लोगों तक पहुंचाई जाएगी। केंद्रीय मंत्रियों के इस दौरे को लेकर गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने राज्य सरकार के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम को चि_ी लिखी है।
51 दौरे जम्मू और 8 दौरे कश्मीर में
शुरुआती कार्यक्रम के अनुसार, केंद्रीय मंत्रियों के 51 दौरे जम्मू डिविजन और 8 दौरे कश्मीर में होंगे। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी 19 जनवरी को कटड़ा और रियासी इलाकों में जाएंगी। इसी दिन रेलमंत्री पीयूष गोयल श्रीनगर का दौरा करेंगे। इसके बाद 20 जनवरी को मंत्री जनरल वीके सिंह उधमपुर जाएंगे और 21 जनवरी को किरेन रिजिजू जम्मू के पास सीमांत इलाके सुचेतगढ़ की यात्रा करेंगे। इन सभी के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, रमेश पोखरियाल निशंक, जितेंद्र सिंह समेत कई अन्य नेता भी राज्य के दौरे पर आएंगे।
नई दिल्ली ,दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रमुख नेता भी ताकत झोकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करीब 24 सभाएं करेंगे। दिल्ली के बाहर के नेताओं में सबसे बड़ा नाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का है।
योगी आदित्यनाथ के लगभग 12 सभाएं करने की संभावना है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे। दिल्ली में बिहार, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से आकर बसे मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए भाजपा इन राज्यों के प्रमुख नेताओं को संपर्क से लेकर प्रचार तक में उपयोग कर रही है। इन तीनों राज्यों के कई कार्यकर्ता पहले ही दिल्ली आ चुके हैं। ये कार्यकर्ता दिल्ली के स्थानीय नेतृत्व के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
उत्तर भारत के साथ भाजपा के दक्षिण भारत के कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के नेता भी चुनाव प्रचार में रहेंगे। दिल्ली में इन राज्यों के भी काफी मतदाता हैं। अन्य राज्यों के लगभग 12 प्रमुख नेता भी चुनाव प्रचार व चुनाव संपर्क करेंगे।
दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) के मुफ्त बिजली, पानी व डीटीसी में महिलाओं को मुफ्त यात्रा के बाद बदले माहौल में भाजपा घर-घर संपर्क व विभिन्न राज्यों के नेताओं के जरिये मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है। पिछली बार की करारी हार के बाद पार्टी ज्यादा सतर्क है।
लाहौर,अपने विवादित बयानों के लिए चर्चित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में भारत के आंतरिक मामले पर चर्चा कर एकबार फिर आलोचनाओं को दावत दे दी है। दरअसल, उन्होंने वहां ऐसा दावा किया कि एनपीआर और एनआरसी के मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बीच मतभेद हैं। आपको बता दें कि मणिशंकर सोमवार को पाकिस्तान में एक डिबेट में शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि डिबेट में पाक पीएम इमरान खान के सहयोगी भी मौजूद थे, जिसके बाद बीजेपी मणिशंकर पर हमलावर हो गई है।
पैनल चर्चा के दौरान मणिशंकर ने कहा कि मोदी और शाह दोनों ही भारत में हिंदुत्व का चेहरा हैं। उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी सरकार में एनपीआर को एनआरसी लाने के रास्ते के रूप में देखा जा रहा है। संसद में, गृह मंत्री ने कहा और लिखित में आश्वस्त भी किया कि यह एनआरसी के पहले का कदम है।'
उन्होंने आगे दावा किया, 'इस मुद्दे को लेकर दो लोगों में दरार है जो कि देश में हिंदुत्व का चेहरा हैं। मुझे लगता है कि हमने कई चीजें होते देखी हैं, जो लोग मुझे पसंद करते हैं उन्हें लगेगा कि ये चीजें अंतरराष्ट्रीय रूप से सही नहीं है और मेरे ख्याल से मोदी इसे आसानी से जारी रख सकते हैं। '
'कातिल' बोल भी घिरे मणिशंकर
मणिशंकर अगले ही दिन मंगलवार को दिल्ली के शाहीन बाग पहुंचे थे जहां नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोग एक महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने 'सबका साथ, सबका विकास' के नारे पर चुनाव जीता, लेकिन 'सबका साथ, सबका विनाश' किया।
लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा वह उनके साथ हैं और देखेंगे कि किसका हाथ मजबूत है, हमारा या उस 'कातिल' का। बाद में जब कुछ पत्रकारों ने उनसे पूछा कि वह किसे 'कातिल' कह रहे थे तो वह सवालों को टाल गए। इससे पहले वह नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' और 'चायवाला' शब्द का इस्तेमाल कर चुके हैं।
कोलकाता । पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने दावा किया कि रामायण के दिनों में 'पुष्पक विमान था और महाभारत के अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी। कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा, 'यह 20वीं सदी में नहीं, बल्कि रामायण के दिनों में ही हमारे पास पुष्पक विमान था। उन्होंने कहा, संजय ने महाभारत का पूरा युद्ध घृतराष्ट्र को सुनाया, लेकिन टीवी देखकर नहीं। महाभारत में अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी। महाकाव्य महाभारत में ऐसा प्रसंग है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर दृष्टिबाधित नरेश धृतराष्ट्र को आंखों देखा हाल सुनाया था। इसके लिए संजय के पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी।
बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं राज्यपाल
जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी। वह अकसर अपने बयानों के लिए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ तनातनी को लेकर चर्चा में रहते हैं। पिछले महीने राज्यपाल धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले की आलोचना की थी। उन्होंने ट्वीट किया था, मैं दुखी हूं कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ रैली बुलाई। यह असंवैधानिक है। ऐसे वक्त में मुख्यमंत्री को भड़काऊ काम करने की जगह राज्य की कानून-व्यवस्था को बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए।
नई दिल्ली । दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार भले ही जनता को नि:शुल्क बिजली-पानी दे रही हो, लेकिन वित्तीय वर्ष के अंत में उसके खजाने में फिर भी 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा शेष बच सकते हैं। यानी वह चाहती तो जनता को 5000 करोड़ की सुविधाएं और मुहैया करा सकती थी। दिल्ली सरकार अगस्त 2019 से हर परिवार को 200 यूनिट बिजली नि:शुल्क दे रही है। साथ ही 201 से 401 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले परिवार को बिजली बिल पर 50 फीसदी सब्सिडी मिल रही है। एक जनवरी 2014 से ही हर महीने 20 हजार लीटर पेयजल नि:शुल्क दिया जा रहा है। अगस्त 2019 से पानी के बकाये बिल को भी माफ करने की योजना लायी गई थी, जिससे 13 लाख निवासियों के लाभान्वित होने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली सरकार दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर स्कीम की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दे रही है। मोहल्ला क्लीनिक के माध्यम से लोगों को मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। वहीं, सरकारी स्कूलों में लगभग मुफ्त शिक्षा सुविधाएं भी दी जा रही हैं। आश्चर्यजनक बात है इतनी चीजें मुफ्त देने के बाद भी वित्त वर्ष 2019-20 के दिल्ली सरकार के बजट के मुताबिक इस वर्ष उसका राजस्व अधिशेष 5236 करोड़ रुपये का रहने वाला है। यह एक वर्ष पहले के 4931 करोड़ रुपये के राजस्व अधिशेष के मुकाबले 6.2 फीसदी ज्यादा है। ऐसा भी नहीं है कि इस दौरान सरकार ने जरूरी खर्च में कटौती की है। सरकार ने इस वर्ष परिवहन क्षेत्र के लिए आवंटन में सबसे ज्यादा 38 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसके बाद शिक्षा का स्थान है, जिसमें 35 फीसदी ज्यादा की बढ़ोतरी की गई। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी इस वर्ष आवंटन में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि सामाजिक कार्य एवं पोषण मद में तीन फीसदी की बढ़ोतरी की है। ऊर्जा के क्षेत्र में यूं तो महज दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई, लेकिन तब भी राज्य सरकार हर ग्राहक को हर महीने 200 यूनिट तक बिजली नि:शुल्क दे रही है। पैसे बचाने के बजाय इससे और सुविधाएं जुटायी जा सकती हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में और बेहतर कार्य किया जा सकता है। अंशकालिक शिक्षकों के स्थान पर पूर्णकालिक शिक्षकों की नियुक्ति की जा सकती है। ढांचागत सुविधाएं बढ़ायी जा सकती हैं। इस समय नई दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली को छोड़ दें तो अन्य इलाकों में ढांचागत सुविधाएं उतनी अच्छी नहीं हैं। अविकसित इलाकों में साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान दिया जा सकता है। नि:शुल्क बिजली और पानी की योजना का दायरा बढ़ाया जा सकता है।
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव लड़ेंगे। वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पटपड़गंज विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। आतिशी को पार्टी ने कालका जी से मैदान में उतारा है। इस लिस्ट में 15 विधायकों के टिकट काटे गए हैं।
24 नए उम्मीदवार,15 मौजूदा विधायकों को बदला
आम आदमी पार्टी ने इस बार चुनाव में 24 नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। जहां 15 मौजूदा विधायकों को बदला गया है। वहीं कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद खाली हुई 9 सीटों पर नए उम्मीदवार घोषित किए हैं। वहीं पार्टी ने इस बार आठ महिलाओं को विधानसभा के टिकट दिए है। जबकि पिछली बार पार्टी ने 6 महिलाओं के टिकट दिए थे।
लोकसभा में हारे उम्मीदवारों को उतारा
लोकसभा में हार का सामने करने वाले तीन उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। पूर्वी दिल्ली से गौतम गंभीर के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली आतिशी को पार्टी ने कालाका जी से मैदान में उतारा है। वहीं दक्षिण दिल्ली से चुनाव लड़ने वाले राधव चड्डा को पार्टी ने इस बार रजिंदर नगर से टिकट दिया है। इसके अलावा उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले दिलीप पांडे को तिमारपुर विधनसभा सीटे से उतारा है। वही आप पार्टी के अन्य प्रमुख चेहरों में विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल शाहदरा से चुनाव लड़े रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश से टिकट दिया गया है। चुनाव में मुख्य नजर पुरानी दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर भी है जहां से प्रह्लाद सिंह सावने को उम्मीदवार बनाया गया है। बता दें कि यहां से अलका लांबा विधायक चुनी गई थीं जिन्होंने कुछ महीने पहले कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
ये है सूची
विधानसभा सीट- नाम
नरेला -शरद चौहान
बुराड़ी -संजीव झा
तिमारपुर- दिलीप पांडेय
आदर्श नगर- पवन शर्मा
बादली -अजेश यादव
रिठाला -महेंद्र गोयल
बवाना- जयभगवान उपकार
मुंडका- धर्मपाल लाकड़ा
किराड़ी- ऋतुराज झा
सुल्तानपुर मजरा- मुकेश कुमार अहलावत
नांगलोई -जाट रघुविंदर शौकीन
मंगलोपुरी- राखी बिड़ला
रोहिणी- राजेश बंसीवाला
शालीमारबाग -बंदना कुमारी
शकूर बस्ती -सत्येंद्र जैन
त्रि नगर- जितेंदर तोमर
वजीरपुर -राजेश गुप्ता
मॉडल टाउन -अखिलेशपति त्रिपाठी
सदर बाजार- सोमदत्त
चांदनी चौक -प्रहलाद सिंह
मटियामहल -शोएब इकबाल
बल्लीमारान -इमरान हुसैन
करोल बाग- विशेष रवि
पटेल नगर -राजकुमार आनंद
मोती महल -शिवचरण गोयल
मंडीपुर -गिरीश सोनी
राजौरी गार्डन -धनवती चंदेला
हरिनगर -राजकुमारी ढिल्लों
तिलक नगर -जरनैल सिंह
जनकपुरी -राजेश ऋषि
विकासपुरी -महेंद्र यादव
उत्तम नगर -नरेश बाल्यान
द्वारका -विनय कुमार मिश्रा
मटियाला -गुलाब सिंह यादव
नजफगढ़ -कैलाश गहलोत
बिजवासन -बीएस जून
पालम -भावना गौर
दिल्ली कैंट -वीरेंद्र सिंह कदियान
राजेंद्र नगर -राघव चड्ढा
नई दिल्ली -अरविंद केजरीवाल
जंगपुरा -प्रवीण कुमार
कस्तूरबानगर- मदन लाल
मालवीय नगर- सोमनाथ भारती
आरके पुरम- प्रमिला टोकस
मेहरौली -नरेश यादव
छतरपुर- करतार सिंह तंवर
देवली- प्रकाश जरवाल
अंबेडकर -नगर अजय दत्त
संगम विहार- दिनेश मोहनिया
ग्रेटर कैलाश- सौरभ भारद्वाज
कालकाजी- आतिशि मरलेना
तुगलकाबाद- सहीराम पहलवान
ओखला -अमानतुल्लाह खान
त्रिलोकपुरी- रोहित कुमार मेहरौलिया
कोंडली -कुलदीप कुमार
पटपड़गंज -मनीष सिसोदिया
लक्ष्मी नगर- नितिन त्यागी
विश्वास नगर- दीपक सिंगला
कृष्णा नगर -एसके बग्गा
गांधीनगर -नवीन चौधरी
शाहदरा- रामनिवास गोयल
सीमापुरी- राजेंद्र पाल गौतम
रोहतासनगर सरिता सिंह
सीलमपुर -अब्दुल रहमान
घोंडा- एसडी शर्मा
बाबरपुर -गोपाल राय
गोकलपुर -सुरेंद्र कुमार
मुस्तफाबाग -हाजी यूनुस
करवाल नगर- दुर्गेश पाठक