ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
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Bhilai
दुर्ग। विधायक वोरा के प्रयासों से अमृत मिशन की बकाया राशि से शहर के पद्मनाभपुर एवं पोटिया क्षेत्र में दो नए उद्यान विकसित किए जाएंगे। पोटिया में शिव बजरंग मंदिर के बगल की जगह में 20 लाख की लागत से और पद्मनाभपुर में विवेकानंद सभागार के पीछे स्थित पुराने गार्डन को 18 लाख की राशि से विकसित किया जाएगा। जिसमे पाथवे, झूले, लाइट, ओपन जिम एवं योगा शेड आदि निर्मित किए जाएंगे। विधायक वोरा ने कहा कि शहर में नए उद्यान विकसित करने के साथ साथ पुराने गार्डन के सही रख रखाव की भी आवश्यकता है। पोटिया क्षेत्र में उद्यान विकसित होने से आस पास की कई कालोनी के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी होगी। वहीं विवेकानंद सभागार के पीछे स्थित पुराने गार्डन के पुनर्निर्माण से वहां रौनक लौटेगी । उन्होंने यह भी कहा कि उद्यानों को अच्छी तरह से विकसित करने के लिए अगर अमृत की बकाया राशि कम पड़ेगी तो विधायक एवं सांसद निधि से और राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
गौरतलब है कि अमृत मिशन से उद्यानों के लिए आई राशि से शहर के पद्मनाभपुर एवं जवाहर नगर में दो उद्यानों के निर्माण के बाद भी राशि शेष है जिसका पता लगते ही विधायक वोरा ने उसके सदुपयोग का प्रयास प्रारंभ किया। उनके द्वारा कलेक्टर, निगम आयुक्त एवं अमृत मिशन के केंद्रीय अधिकारियों के बीच समन्वय बनाने से शहर को दो नए उद्यानों की सौगात मिलने जा रही है।
जीवन दीप समिति की कार्यकारणी की बैठक आयोजित
बेमेतरा. जिला चिकित्सालय में मरिजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दिशा में हर संभव प्रयास किये जा रहे है। कलेक्टर महादेव कावरे की अध्यक्षता में जीवन दीप समिति के कार्यकारणी की बैठक आयोजित की गई। गत दिनों कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के संबंध में चर्चा एवं विचार विमर्श किया गया। बैठक के एक अन्य एजेण्डा के मुताबिक जिला चिकित्सालय में पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण मरिजों के सहयोगियों, शासकीय एम्बुलेस एवं 108 एवं 102 मुक्ताजंली वाहन के लिए निर्धारित स्थान नहीं होने के कारण प्रायः अनेकानेक असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। नगर पालिका परिषद द्वारा इस कार्य को कराये जाने हेतु प्रस्ताव जीवन दीप समिति के कार्यकारणी की बैठक में अनुमोदन किया गया। अस्पताल परिसर में गार्डन की व्यवस्था नहीं होने के कारण मरिजों एवं उनके रिश्तेदारों को स्वच्छ एवं सुंदर वातावरण के तहत एक गार्डन की आवश्यकता है। इस हेतु पूर्व में पीडब्लूडी से प्राप्त प्राक्कलन (इस्टीमेट) प्राप्त किया जाकर निर्माण के लिए कार्य आदेश दिया गया था, कतिपय कारणों से इस कार्य का परिणति नहीं हो पाया है। इसे पुनः नगर पालिका परिषद बेमेतरा से प्राक्कलन प्राप्त कर कार्य हेतु प्रस्ताव जीवन दीप समिति की कार्यकारणी की बैठक में अनुमोदन हेतु रखा गया जिसे पारित किया गया।
अस्पताल में जीवन दीप समिति के अंतर्गत सफाई कर्मचारी के पद पर निश्चित मानदेय राशि 6 हजार मासिक दर पर कार्यरत थे। उनके त्यागपत्र के पश्चात कार्य असुविधा को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अटेण्डेट के पद पर चयन प्रक्रिया के पद पर चयनित सूची में एक महिला कर्मचारी को रखने का प्रस्ताव बैठक में पारित किया गया। इसी तरह पार्ट टाइम डाटा एट्री आपरेटर के पद पर निश्चित मानदेय 5500 सौ रूपये प्रतिमाह पर कार्यरत थी। कतिपय कारणों से इनके द्वारा त्यागपत्र देने के कारण कार्य सम्पादन में असुविधा हो रही है। क्योकि जिला चिकित्सालय की समस्त रिपोर्टिंग का आॅनलाइन एट्री एवं रजिस्टर में संधारण इनके द्वारा किया जा रहा था। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बेमेतरा में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जुनियर सेकेट्रियल असिस्टेंट(डाटा ईन्ट्री आपरेटर) के पद की चयन प्रक्रिया प्रश्चात चयनित सूची से प्रथम प्रतिक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) में एक कर्मचारी को इस पद पर पदस्थ करने का प्रस्ताव जीवन दीप की कार्यकारणी की बैठक में अनुमोदित किया गया है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रकाश कुमार सर्वे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.एस.के शर्मा, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डाॅ.एस.के पाॅल, डी.पी.एम. श्रीमती अनुपमा तिवारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी होरी सिंह ठाकुर, कार्यपालन अभियंता लो.नि.वि. एम.आर.जाटव, पी.एच.ई परीक्षित चैधरी, विद्युत विभाग जे.एस.चैधरी, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
भिलाईनगर. महापौर एवं विधायक भिलाई नगर देवेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत विभिन्न घटकों मे सम्मिलित कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं!
जिसके तहत निगम सभागार में महापौर परिषद के सदस्य एवं लोक कर्म प्रभारी नीरज पाल तथा आयुक्त एस.के. सुंदरानी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आने वाले मोर जमीन मोर मकान के पात्र हितग्राहियों को भवन अनुज्ञा एवं ड्राइंग डिजाइन वितरण किया! प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आबादी में स्वीकृत तथा पट्टे में पात्र 76 हितग्राहियों को भवन अनुज्ञा एवं ड्राइंग वितरण के लिए उनके मुखिया को आमंत्रित किया गया था जिन्हें भवन निर्माण की अनुमति प्रदान की गई! 13 वार्डों से बहुतायत मात्रा में हितग्राही उपस्थित हुए थे जिनके चेहरे में अलग ही खुशी छलक रही थी जैसे ही भवन निर्माण की अनुमति के दस्तावेज हितग्राहियों को प्रदान किए गए इनके चेहरे खिल उठे! इन 76 परिवारों के द्वारा लगभग 2.12 करोड़ रुपए से आवास निर्माण किया जाना है! आयुक्त श्री सुंदरानी ने भवन अनुज्ञा एवं ड्राइंग वितरण के पश्चात हितग्राहियों से कहा कि यह बहुत अच्छी बात है कि बड़ी संख्या में आप सभी उपस्थित हैं एवं पात्र की श्रेणी में सम्मिलित है, वितरण का उद्देश्य केवल यह है कि भवन अनुज्ञा एवं ड्राइंग के कारण जो अड़चनें आती थी वह दूर हो जाए, साथ ही भवन अनुज्ञा एवं निर्माण की अनुमति देने के पश्चात आप सभी शीघ्र ही निर्माण कार्य करा सकते हैं जिसे देखने हम सभी आपके द्वार आएंगे, भवन निर्माण कार्य में आज से ही लग जाए और जल्द ही अपना आवास बनाएं! लोक कर्म प्रभारी नीरज पाल ने कहा कि मैं सभी हितग्राहियों को बधाई देता हूं और जल्द ही एक अच्छा आवास तैयार हो इसकी कामना करता हूं!
धोखा : तीन महीने पहले नेटवर्क कंपनी में युवक ने जमा कराए थे रुपए
दोस्त बोला- ग्लेज ट्रेडिंग इंडिया में 21 हजार रुपए गंवाने से था परेशान
रायगढ़. कोतरा रोड रेलवे फाटक के पास शुक्रवार रात एक युवक ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। अगले दिन शनिवार सुबह कोतरा रोड पुलिस सूचना पर पहुंची और शव की शिनाख्त कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन दोस्त का आरोप है कि बिलासपुर स्थित ग्लेज ट्रेडिंग इंडिया कंपनी में नौकरी करने के लिए उसने 21 हजार रुपए दिए थे। ट्रेनिंग के बाद उसे नौकरी नहीं मिली और पैसा भी डूब गया। इससे वह तनाव में रहता था।
देर रात खाना खाने के बाद टहलने के लिए निकला था घर से
जानकारी के मुताबिक, कोतरा रोड थाना पुलिस को शनिवार सुबह करीब 7 बजे सूचना मिली कि एक युवक का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा हुआ है। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शिनाख्त कराई। युवक की पहचान राजीव नगर निवासी यशवंत साहू (20) पिता ज्ञान साहू के रूप में हुई। इस पर पुलिस ने यशवंत के बड़े भाई कमलेश साहू के मोबाइल पर कॉल कर मौत की सूचना दी। । वहीं यशवंत के दोस्त मूलचंद साहू ने बताया कि नौकरी नहीं मिलने और पैसा डूबने से वह तनाव में रहता था। मूलचंद ने आशंका जताई कि यशवंत के सुसाइड करने का कारण यही हो सकता है।
युवक शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे खाना खाने के बाद घर से निकला था। वो हर रात टहलने निकलता था। रात में कई बार अपने दोस्तों के घर सो जाता था, इसलिए परिवार के लोगों ने उसके नहीं लौटने पर चिंता नहीं की। वहीं यशवंत के पिता ज्ञान साहू ने बताया कि उसका ना तो किसी लड़की से प्रेम संबंध था और ना ही उसे घर में कोई परेशानी थी। ग्लेज ट्रेडिंग इंडिया में पैसा डूबने की बात घरवाले भूल चुके थे पर यशवंत परेशान रहता था।
किरोड़ीमलनगर में भी है कंपनी की ब्रांच
बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर उनसे मोटी फीस वसूलने वाली मार्केटिंग कंपनी ग्लेज ट्रेडिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड किरोड़ीमलनगर में है। कंपनी में जॉब के ख्वाब में रकम फंसा चुके कई युवक अब भटक रहे हैं। यहां अलग-अलग जिले से युवा रजिस्ट्रेशन कराते हैं। इन युवाओं को जॉब से पहले ट्रेनिंग के नाम पर लाया जाता है। उनके लिए किरोड़ीमलनगर में ही मकान की व्यवस्था कर दी गई है।
छोटे भाई की 35 दिन पहले पचधारी एनीकट में डूबकर हुई थी मौत
25 अप्रैल को यशवंत के छोटे भाई अर्जुन साहू (17) की मौत हुई थी। वो अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने के नाम से निकला था। युवक घर से नहाकर निकला था। मगर दोस्तों के साथ नहाने के लिए एक बार फिर वह पचधारी एनीकट पहुंच गया। दोस्तों के साथ मस्ती करता हुआ वह गहराई में चला गया। पेट में पानी भर जाने के कारण उसकी मौत हो गई थी। इस तरह 35 दिन के भीतर ज्ञान साहू के घर में दो बेटों की अर्थी निकलने से परिवार में मातम पसरा हुआ है।
मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी
ट्रेन के सामने आकर युवक के मौत होने की जानकारी मिली है। उसने आत्महत्या क्यों की, ये जांच का विषय है। सुसाइड नोट भी नहीं मिली है। युवक के परिजन अगर मार्केटिंग कंपनी में रकम डूबने की बात कह रहे हैं तो इसमें गंभीरता से जांच की जाएगी।
राजेश अग्रवाल, एसपी, रायगढ़
कहां जा रहा केरोसीन : मांग हुई कम, लेकिन फिर भी बढ़ती जा रही केरोसीन की खपत
रायगढ़ के बाद सर्वाधिक कनेक्शन जिले में, केरोसीन आवंटन में सबसे आगे जिला
बिलासपुर. रायगढ़ के बाद सर्वाधिक उज्जवला गैस कनेक्शन बिलासपुर जिले में है लेकिन आवंटन प्रदेश में सबसे ज्यादा है। केरोसीन की खपत घटी तो है लेकिन आवंटन के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अभी भी यहां 6 लाख 36 हजार लीटर केरोसीन का आवंटन आया है। खपत भी लगभग इतनी ही है। केरोसीन के प्रति लोगों की मांग घटी है। ऐसे में सवाल ये है कि केरोसीन जा कहां रहा है।
डीजल वाहनों में केरोसीन के इस्तेमाल की शिकायतें
अगस्त 2016 में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत हुई। अब तक प्रदेश में उज्जवला योजना के तहत 20 लाख 3 हजार 847 परिवार तो बाद इसी से जुड़ी योजना उज्जवला विस्तारित के तहत 6 लाख 18 हजार 944 यानी कुल 26 लाख 68 हजार 601 परिवार को कनेक्शन दिया जा चुका है। उज्जवला कनेक्शन के मामले में रायगढ़ 2 लाख 1हजार 28 के साथ पहले नंबर तो 1 लाख 99 हजार 10 कनेक्शन के साथ बिलासपुर पहले नंबर पर है। आंकड़ों पर गौर करें तो 16 माह में बिलासपुर में 33 हजार लीटर केरोसीन की कटौती हुई लेकिन इसके बावजूद अभी भी राज्य में सबसे ज्यादा आवंटन बिलासपुर का ही है। केरोसीन की मांग शहरी इलाके में कम हो गई है लेकिन आवंटन में बिलासपुर अभी पहले नंबर पर है। इससे सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर केरोसीन खप कहां रहा है? डीजल वाहनों में ईंधन के रूप में केरोसिन का उपयोग किया जा रहा है। इसे लेकर शिकायत मिलने के बावजूद अधिकारी जांच नहीं कर रहे हैं और वहीं ग्रामीण इलाकों में केरोसिन के किल्लत की खबरें आ रही है।
अधिकारी कार्डधारियों की संख्या अधिक होने को कारण बताकर हकीकत दबाने में लगे हैं। पर बात निकलकर आ रही है कि हजारों कार्डधारी तो ऐसे हैं जो उचित मूल्य दुकान से केरोसीन का उठाव ही नहीं कर रहे हैं। प्रभारी खाद्य नियंत्रक दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा 4 लाख 90 हजार 367 राशनकार्ड बिलासपुर जिले में हैं। यहां राशनकार्ड ज्यादा है तो आवंटन भी ज्यादा आएगा। केरोसीन का वितरण नियमानुसार ही किया जा रहा है।
मिलावट की जांच दो माह बाद
बिल्हा मोड़ स्थित श्री बजरंग सर्विस सेंटर में डीजल में केरोसीन मिलावट की शिकायत 26 मार्च को अख्तर हुसैन ने खाद्य नियंत्रक से की। अख्तर की कार डीजल में मिलावट के कारण जगदलपुर जाने के दौरान बंद हो गई। खाद्य विभाग ने मिलावट की शिकायत पर दो माह बाद जांच की, जिसमें कुछ नहीं मिला।
11 माह में 2.26 लाख लीटर खपत बढ़ी
जनवरी 2017 तक 16.71 लाख परिवारों को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए गए। केरोसिन की खपत एक साल में प्रदेश 2 लाख 23 हजार लीटर बढ़ गई। जनवरी 2017 में 94 लाख, 40 हजार लीटर खपत थी जो दिसंबर 2017 में 96 लाख, 63 हजार लीटर हो गई।
जामुल क्षेत्र में फौजी नगर के नाले में मिला महिला का शव, अभी तक नहीं हो की शिनाख्त
हाथ-पैर बांधकर कंबल से लपेटा हुआ था शव, स्थानीय लोगों ने देखा तो पुलिस को दी सूचना
भिलाई. जामुल थाना क्षेत्र के फौजी नगर स्थित एक नाले से पुलिस ने रविवार सुबह महिला का शव बरामद किया है। महिला की किसी धारदार हथियार से गले पर वार कर हत्या की गई है। पहचान छिपाने के लिए भारी चीज से उसका चेहरा भी कुचल दिया गया। स्थानीय लोगों ने नाले में शव पड़ा देखा तो पुलिस को सूचना दी। शव के हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे और उसे कंबल में लपेटा गया था। अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
हत्या के पीछे घरेलू विवाद की जताई गई आशंका
जानकारी के मुताबिक, फौजी नगर निवासी सुखदेव सिंह ने रविवार सुबह करीब 6 बजे डायल-112 में फोन कर नाले में महिला का शव होने की जानकारी दी। इस पर सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर सहित जामुल पुलिस दलबल के साथ मौके पर पहुंची। शव का सिर वाला हिस्सा पानी के बाहर और शरीर का बाकी हिस्सा अंदर डूबा हुआ था। शव का पानी से निकाला गया। जांच में गले में धारदार हथियार से वार के निशान मिले। जामुल पुलिस के मुताबिक महिला विवाहिता है। हत्या के पीछे घरेलू विवाद की आशंका जताई जा रही है। घटना के पूर्व पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ होगा। जिसके बाद तैश में आकर पति ने धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया। फिर महिला की पहचान छुपाने के लिए चेहरे को भी बुरी तरह से कुचल दिया। पुलिस को भी मौके से ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे शव की शिनाख्त करने में मदद मिल सके। हालांकि महिला के कैंप एरिया निवासी होने के बात सामने आ रही है। पुलिस ने बताया कि, शव को हत्यारे ने कंबल व चादर से लपेट दिया था। पुलिस ने हत्यारे तक पहुंचने के लिए स्निफर डॉग से भी मौके का मुआयना कराया लेकिन उस समय ठोस जानकारी नहीं मिली। संभावना है कि सोमवार को इस मामले में ज्यादा जानकारी सामने आ सकती है। हालांकि देर रात तक पुलिस शव की शिनाख्त होने का दावा जरूर कर रही थी।
लोकसभा क्षेत्र में साढ़े सात हजार लोगों को सर्विस और पोस्टल बैलेट हुए थे जारी, 1551 ने मतदान ही नहीं किया
वोटर हुए जागरूक, पर जिन्होंने शपथ ली और दिलाई वे हो गए फेल, स्वीप कार्यक्रम में खुद नहीं हो पाए जागरूक
जांजगीर-चांपा. लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया गया। इसके लिए हर चुनाव से पहले क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। अधिकारियों और कर्मचारियों ने लोगों को मतदान करने की शपथ दिलाई, लेकिन खुद मतदान नहीं किया। जिन्होंने किया भी उनमें से कई ऐसे थे, जिनके वोट निरस्त हो गए। आंकड़े इसी ओर इशारा कर रहे हैं। 7500 लोगों को सर्विस और पोस्टल बैलेट जारी किया गया था, जिसमें से 5494 लोगों ने ही मतदान किया। उसमें भी पढ़े लिखे लोगों के 824 वोट तो रिजेक्ट हो गए।
आजादी के बाद से हुआ अब तक सबसे ज्यादा मतदान
शत प्रतिशत मतदान हो सके इसकी जिम्मेदारी सरकारी तंत्र को दी जाती है। स्वीप कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता आयोजित की गई, गांव गांव में चौपाल लगाकर मतदान का अधिकार और कर्तव्य बताया गया। विभिन्न प्रकार के आयोजन किए गए, चुनाव के दौरान कहीं पर भी प्रशासनिक आयोजन हुए वहां पर मतदान करने के लिए जरूर आह्वान किया गया। स्पेशल टीम बनाई गई प्रेरित करने के लिए नाच गाना से भी प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
सभी सरकारी विभाग द्वारा इसके नाम पर खर्च भी किया गया। इसका असर यह हुआ कि लोग तो जागरूक हो गए। उन्होंने मतदान भी किया यही वजह थी कि आजादी के बाद पहली बार जांजगीर-चांपा लोक सभा में लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ जो 2014 की तुलना में 4 प्रतिशत अधिक था लेकिन वोटिंग को बढ़ाने वाले अफसर और कर्मचारी जानकारी के अभाव में 824 वोट को रिजेक्ट करा बैठे।
महिला बाल विकास विभाग जागरूकता रैली फेल
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जागरूकता के नाम पर औपचारिकता ही निभाई। नवरात्र के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए कलश रैली निकाली। जिसमें आम लोगों की सहभागिता ही नहीं रही। बल्कि रैली में केवल उस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बस ही दिखे। इसके बाद इसी विभाग द्वारा छतरी रैली भी निकालकर दिखावा किया गया। इस विभाग के दोनों कार्यक्रमों में कोई भी लोगों की सहभागिता नहीं रही।
2127 लोगों ने मतदान ही नहीं किया
जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जिले के जवान, आर्मी, सीआरपीएफ आदि के 1 हजार 902 जवानों व उनकी पत्नी को सर्विस वोटर जारी किया था, जबकि 5 हजार 495 अन्य सरकारी अफसरों को पोस्टल बैलेट इशु किया। इनमें से 2 हजार 127 लोगों ने वोट नहीं डाले। 5 हजार 494 लोगों ने वोट डाले जिसमें 4 हजार 670 वोट ही वैध रहे, जबकि अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही से 824 वोट रद्द हाे गए। 29 ने नोटा में वोट दिया।
आरोपी ने सउदी अरब से फोटो किया वायरल, पीड़िता ने दर्ज कराया मामला
आरोपी की मां ने भी लिया उसका पक्ष, पीड़िता गिड़गिड़ाती रही पर उसकी एक न सुनी
कोरबा. उत्तर प्रदेश से कोरबा रिश्तेदारी में आए युवक ने उसी घर की लड़की से पहले प्रेम कर लिया। दोनों नजदीक आए। इस दौरान युवक ने युवती के अश्लील वीडियो और फोटो मोबाइल में कैद कर लिए। इधर युवक सउदी अरब कमाने चला गया और वहीं से ये सारे फोटो-वीडियो वायरल कर दिया। इसके युवती ने युवक और उसकी मां के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
रजगामार चौकी इलाके में स्थित प्रेमनगर सरस्वती चौक में एक एसईसीएल कर्मी रहते हैं। उसके घर एक साल पहले रिश्तेदारी में आने वाला उत्तरप्रदेश के फतेहपुर निवासी शुभम यादव उर्फ शंभू आया था। जिसने एसईसीएल कर्मी की बेटी को पसंद कर लिया। वह 3 माह तक उसके ही घर में रुका हुआ था। इस दौरान युवती और उसमें नजदीकी बढ़ गई। साथ घूमने के दौरान युवक ने युवती की अश्लील फोटो व वीडियो अपने मोबाइल पर ले ली थी।
इधर युवती की कहीं और तय हो गई शादी
रजगामार से लौटने के बाद युवक सऊदी अरब में काम करने चला गया। जहां से वापस आने में उसे लंबा समय लगने की संभावना से युवती के परिजन ने उसके लिए नया रिश्ता खोजना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी होने पर सऊदी अरब से शुभम ने युवती से संपर्क किया। युवती ने परिजन के हिसाब से शादी करने की बात कही।
पहले युवक ने फोटो भेजकर किया ब्लैकमेल
रिश्ता टूटते देख युवक ने पहले युवती के जीजा के मोबाइल पर उसकी अश्लील फोटो भेजकर उससे शादी नहीं कराने करने को कहा। कहीं और शादी करने पर उसे सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी दी। इसकी जानकारी मिलते ही युवती ने युवक व उसकी मां शांति देवी से संपर्क किया। वह उन्हें ऐसा नहीं करने की समझाइश देती रही, लेकिन न तो युवक माना और न ही उसकी मां।
युवक और उसकी मां दोनों नहीं माने
बल्कि युवक ने युवती की अश्लील फोटो वाट्सएप ग्रुप पर वायरल कर दी। सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद युवती ने दोबारा युवक की मां से उसे मना करने को कहा, लेकिन उल्टे युवक की मां ने युवती को अपमानित करते हुए उसे धमकी दी। जिसके बाद पीड़ित युवती ने रजगामार चौकी में रिपोर्ट लिखाई। जहां पुलिस ने आरोपी शुभम यादव व उसकी मां शांति देवी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपी चालक को गिरफ्तार किया, महिला के यहां आरोपी करता था ड्राइवरी
दो साल की लगातार प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने पति को दी जानकारी तो खुला मामला
बिलासपुर. एक युवक ने नहाते वक्त महिला का पहले तो वीडियो बना लिया। फिर उसे दिखाकर ब्लैकमेल करने लगा और करीब दो सालों तक दुष्कर्म किया। रोज-रोज की प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने जब यह बात अपने पति को बताई तो सारा मामला सामने आया। पति और महिला की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी युवक इसी महिला के यहां ड्राइवरी करता था।
पति की गैरमौजूदगी में रहता था घर में, बाथरूम में नहाते हुए वीडियो बनाया
जानकारी के मुताबिक, सरकंडा निवासी एक महिला के यहां रवि कौशिक ड्राइवरी का काम करता था। जिसके चलते उसका घर में भी आना-जाना था। महिला के पति की गैरमौजूदगी में भी आरोपी रवि घर में रहता था। आरोप है कि करीब दो साल पहले रवि ने महिला का बाथरूम में नहाते समय वीडियो बना लिया। फिर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म करता रहा। वीडियो वायरल होने की धमकी से महिला डरकर चुप हो गई।
हालांकि बार-बार की धमकी और दुष्कर्म के लिए दबाव डालने से महिला तंग आ गई। इसके बाद उसने सारी जानकारी अपने पति को दी। लोकलाज के भय से पति-पत्नी ने मामला भी सिटी कोतवाली में दर्ज कराया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी रवि कौशिक को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
सिटी कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा मार्केट स्थित दुकानें आईं चपेट में, आग की लपटें तीसरी मंजिल तक पहुंची
दमकल की 12 गाड़ियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू, शार्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा
दुर्ग. प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर आग लगने का सिलसिला जारी है। अब दुर्ग जिले की सिटी कोतवाली क्षेत्र स्थित दुकानें रविवार सुबह आग की चपेट में आ गईं। ग्राउंड फ्लोर पर स्थित आर्टिफिशियल ज्वैलरी शोरूम में लगी आग तीसरे तल पर स्थित सुपर बाजार तक पहुंच गई। सूचना मिलने पर दमकल की 12 गाड़ियां मौके पर पहुंची और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग से लाखों रुपए के नुकसान का अनुमान है।
आग की विकरालता देख बीएसपी से भी बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां
जानकारी के मुताबिक, इंदिरा मार्केट में जलाराम आर्टिफिशियल ज्वैलरी के नाम से शोरूम है। ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इस शोरूम में सुबह करीब 6 बजे धुआं निकलता देख किसी ने पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर में पुलिस और फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं और आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। शोरूम में ज्वैलनशील कॉस्मेटिक होने के चलते आग तेजी से बढ़ी और बगल में स्थित विजय सुपर बाजार को भी चपेट में ले लिया।
धीरे-धीरे आग ऊपर की ओर बढ़ती गई और उसने इमारत के तीनों फ्लोर अपनी चपेट में ले लिए। आग इतनी विकराल थी कि उसकी लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। इमारत में लगे डेकोरेटिव शीशे भी पिघल-पिघल कर गिरने लगे। लगने के बाद मौके पर काफी भीड़ इकठ्ठा हो गई। पुलिस को भी लोगों को संभालने में परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद भिलाई स्टील प्लांट से भी दमकलों को रवाना किया गया।
फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब तक ज्वैलरी शोरूम में रखा सारा सामान जलकर खाक हो चुका था। हालांकि अभी तक विजय सुपर बाजार में हुए नुकसान का पता नहीं लग सका है। बताया जा रहा है कि ज्वैलरी शोरूम में शार्टसर्किट के चलते आग लगी और फिर फैलती चली गई। शोरूम और सुपर बाजार के मालिकों के बारे में भी अभी जानकारी नहीं मिल सकी है।
10 जून के बाद लगेगी लेट फीस, 18 जून आवेदन की अंतिम तिथि
छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे इस बार साढ़े छह लाख छात्र
बिलासपुर. 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में फेल हुए छात्रों को फिर परीक्षा का अवसर मिलेगा। इस बार फिर क्रेडिट योजना के माध्यम से छात्र परीक्षा दे सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) पूरक के साथ इनकी परीक्षा भी आयोजित करेगा। दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन 27 मई से 10 जून तक कर सकते हैं। किसी कारण बस यदि छात्र इस तिथि में आवेदन नहीं कर पाते हैं तो ऐसे छात्रों को अधिक यानी लेट फीस चुकानी पड़ेगी। 11 से 18 जून तक ऐसे छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
5 जुलाई को होगी परीक्षा, पौने दो लाख छात्र हो सकेंगे शामिल
अधिकारियों का कहना है कि 10वीं और 12वीं की मुख्य परीक्षा में फेल छात्र क्रेडिट योजना की मदद से फिर परीक्षा दे सकेंगे। इसमें वे चाहे कितने विषय में फेल हों, इस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। यह एक तरह की अवसर परीक्षा है। 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा में इस बार साढ़े छह लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें से करीब पौने दो लाख छात्र ऐसे हें, जिन्हें पूरक मिला है या फिर फेल हो गए हैं। पूरक के साथ ही 5 जुलाई से क्रेडिट योजना की अवसर परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। अफसरों ने बताया कि क्रेडिट योजना के तहत परीक्षा देने वाले छात्रों की अंकसूची पर अवसर का उल्लेख किया जाएगा।
ओपन स्कूल की अवसर परीक्षा भी अगस्त में
ओपन स्कूल दसवीं-बारहवीं की अवसर परीक्षा अगस्त में आयोजित की जाएगी। ओपन स्कूल मुख्य परीक्षा के नतीजे 30 मई तक आने की संभावना है। रिजल्ट आने के बाद फिर अवसर परीक्षा के लिए प्रक्रिया शुरू होगी। ओपन स्कूल की मुख्य परीक्षा में इस बार 1.45 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। अफसरों का कहना है कि ओपन स्कूल की अवसर परीक्षा में ना सिर्फ ओपन स्कूल के छात्र, बल्कि माशिमं और सीबीएसई समेत अन्य बोर्ड से फेल हुए छात्र भी शामिल हो सकते हैं।
बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में कोस्टापारा गांव में पुलिस मुखबिरी के संदेह में हत्या
शादी समारोह से बुलाकर थाने से एक किमी दूर दिया वारदात को अंजाम
बीजापुर. छत्तीसगढ़ में झीरम कांड की बरसी पर शनिवार को नक्सलियों ने एक कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या कर दी। कार्यकर्ता देर रात शादी में शामिल होने के लिए बीजापुर जिले के भैरमगढ़ के कोस्टापारा गया था। नक्सलियों ने मुखबिरी के संदेह में थाने से करीब एक किमी दूर धारदार हथियार से उनका गला काटकर हत्या कर दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
धारदार हथियार से नक्सलियों ने काट दिया गला
जानकारी के मुताबिक, भैरमगढ़ निवासी कांग्रेसी कार्यकर्ता सहदेव शनिवार को एक शादी में शामिल होने के लिए कोस्टापारा गांव गए हुए थे। यहां पर नक्सलियों ने सहदेव को बुलावा भेजा। इस पर सहदेव उनसे मिलने के लिए चला गया।
थाने से करीब एक किमी दूर हुई इस मुलाकात के दौरान नक्सलियों ने सहदेव पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाया। इसके बाद धारदार हथियार से उसका गला रेत दिया और शव गांव के बाहर फेंककर चले गए।
झीरम कांड : नक्सलियों के सबसे बड़े हमले में मारे गए कांग्रेस के कई बड़े नेता
बस्तर की झीरम घाटी में 25 मई 2013 को नक्सलियों ने कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर दिया था। इसमें कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार सहित 35 नेताओं और कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।
12 करोड़ की लागत से बना 100 बिस्तर का अस्पताल, लेकिन प्रसव कराने की सुविधा ही नहीं
बिलासपुर. जिला अस्पताल का मातृ-शिशु अस्पताल। 100 बिस्तरों के इस अस्पताल में सभी संसाधन मौजूद हैं। इसके बाद भी यहां पदस्थ डॉक्टर ऐसे केस लेने से बच रहे हैं जो जरा भी संवेदनशील हैं। खासकर जिन महिलाओं का पहली बार प्रसव होना है उन्हें तो डॉक्टर तुरंत रेफर कर दे रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे बल्कि यह खुलासा महतारी एक्सप्रेस के रिकॉर्ड से हुआ है।
ऑपरेशन थियेटर डेढ़ महीने से बंद, विशेषज्ञ भी नहीं मिलते
मातृ-शिशु अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार 21 मई तक जो 33 केस रेफर किए गए उनमें 12 ऐसी गर्भवती महिलाएं हैं जिनका पहला बच्चा होने वाला था। इन आंकड़ों को देखकर तो लगता है कि मातृ-शिशु अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर और स्टाफ किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने तैयार नहीं है। दूसरी बड़ी बात यह कि मातृ-शिशु अस्पताल का ऑपरेशन थियेटर भी पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय से बंद है। इसके अलावा समय पर विशेषज्ञ डॉक्टर मौजूद नहीं रहते हैं।
इसलिए प्रसव के दौरान जरा भी हालत बिगड़ी तो गर्भवती महिला को स्टाफ रेफर कर दे रहे हैं। बेहोश करने वाले डॉक्टर भी नहीं रहते। जिस उद्देश्य से अस्पताल शुरू किया गया था, वह पूरा नहीं हो पा रहा है। यह रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। लोगों का कहना है कि जब यहां के डॉक्टर व स्टाफ प्रसव कराने से डर रहे हैं तो फिर यह अस्पताल स्थापित ही क्यों किया गया है। हम गरीबों को सरकारी अस्पतलों में इलाज नहीं मिलता है। पैसा ही होता तो इन अस्पतालों के चक्कर क्यों काटते।
ऐसे पांच कारण जिसकी वजह से किया जा रहा रेफर
गर्भ के अंदर ही बच्चे के पेट में पानी भर जाना।
प्रसव समय से पहले रक्तस्त्राव होने लगना।
खून की ज्यादा कमी पाया जाना।
सिकलिंग पीड़ित होना।
मां या बच्चे की जान को खतरा होना।
केस-1 : बगैर कारण बताए कर दिया सिम्स रेफर
उमा 20 वर्ष मातृ-शिशु अस्पताल में भर्ती थीं। इनका पहला बच्चा होना था इसलिए परिजनों ने यहां भर्ती करा दिया था। लेकिन मातृ -शिशु अस्पताल के डॉक्टरों ने 2 मई को उमा को सिम्स के लिए रेफर कर दिया। क्यों रेफर किया जा रहा है इसका भी कोई स्पष्ट कारण रेफर करने के काॅगजों में नहीं लिखा था।
केस-2 : जैसे ही प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो किया रेफर
खुलमनी उम्र 20 वर्ष। पहली बार प्रसव होना था। मातृ-शिशु अस्पताल में भर्ती थीं। लेकिन यह क्या जैसे ही प्रसव पीड़ा शुरू हुई यहां के डॉक्टरों ने जोखिम उठाना उचित नहीं समझा। प्रसव पीड़ा शुरू होते ही खुलमनी के रेफर के कागजात बना दिए गए। 2 मई को उन्हें महतारी एक्सप्रेस से सिम्स भेज दिया गया।
केस-3 : कारण पूछा तो कहा बस यहां से ले जाओ
करीमू को पहली बार प्रसव होना था। इसलिए मातृ-शिशु अस्पताल में भर्ती किया गया था। 24 वर्ष की करीमू को 7 मई की दोपहर प्रसव पीड़ा प्रारंभ हुई तो उन्हें तुरंत यहां से सिम्स के लिए भेज दिया। परिजनों ने कारण पूछा तो यहां के डॉक्टरों ने कोई कारण नहीं बताया। बस इतना कहा कि सिम्स ले जाओ।
12 करोड़ के अस्पताल में सभी सुविधाएं, बस इलाज नहीं
100 बिस्तर वाले मातृ-शिशु अस्पताल का शुभारंभ करने लगभग एक वर्ष पहले तात्कालिक मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह स्वयं आए थे। 12 करोड़ रुपए की लागत से बने इस चार मंजिला अस्पताल में महिलाओं व बच्चों का इलाज ही किया जाता है। संसाधनों की बात करें तो यहां ऑपरेशन थिएटर, लेबर वार्ड, गायनिक वार्ड, सोनोग्राफी जांच सहित सभी सुविधाएं मौजूद हैं। बस डॉक्टर इलाज करने को तैयार नहीं है।
ज्यादा जोखिम पर रेफर कर रहे हैं
ज्यादा जोखिम का केस रहता है तो कई बार रेफर कर देते हैं। पर पहले प्रसव के ज्यादा मामले रेफर किए जा रहे हैं यह गंभीर मामला है। इसका पता लगवाता हूं कि ऐसा क्यों किया जा रहा है।
डाॅ. मनोज जायसवाल, आरएमओ, जिला अस्पताल
पड़ोस में ही वृद्धा अपने बेटी और दामाद के साथ रहती थी
रायगढ़. पुसौर थाना क्षेत्र में एक अधेड़ बेटे ने वृद्धा की हत्या कर दी। सारा विवाद जमीन को लेकर था। इसी के चलते मां अपने बेटे को छोड़ पड़ोस में रहने वाले बेटी और दामाद के साथ रहती थी। खास बात यह है कि जिस बेटे ने हत्या की, उसे वृद्धा ने गोद लिया था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। वहीं आरोपी फरार बताया जा रहा है।
बेटी-दामाद घर लौटे तो खून से लथपथ पड़ी थी वृद्धा
जानकारी के मुताबिक, शंकरपाली निवासी सोनमति महंत (75) पति रेशम लाल महंत और उसके पुत्र कुलकित महंत (59) के बीच काफी दिनों से जमीन विवाद चल रहा था। 20 मई की शाम भी सोनमति महंत और कुलकित के बीच जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ। विवाद इस कदर बढ़ गया कि आरोपी ने अपनी मां की सिर में टांगी मारकर हत्या कर दी। पुलिस की आरंभिक जांच में पता चला है कि रेशम लाल महंत, कुलकित को गोदनामा में लेकर पालन पोषण किया था।
कुलकित अपने पिता की काफी जमीन पहले ही बेच चुका था। इस वजह से अपने माता-पिता के बीच से लड़ाई करता था। सोनमति अपनी नतनीन लता महंत और दामाद के साथ रहती थी। घर के बाजू में कुलकित दास महंत अपने परिवार के साथ रहता था। सोमवार शाम करीब 5 बजे दामाद अच्छे दास अपनी पत्नी लता के साथ बाइक पर ग्राम बघनपुर रिश्तेदारी में गया था। जब रात साढ़े 8 बजे घर वापस आये तब देखा कि कमरे अंदर सोनमती खून से लथपथ होकर जमीन पर पड़ी थी।