ईश्वर दुबे
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News Creation : बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू भारतीय सिनेमा की उन हीरोइनों में से हैं, जिन्होंने कई फिल्मों को अकेले के दम पर यादगार बनाया है. तापसी पन्नू को बॉलीवु़ड की नई क्वीन कहा जाए तो कोई गलत नहीं होगा। दरअसल तापसी ने भी शुरुआती दिनों में अपने काम के दाम पर मुश्किल के दौर को पार किया है और इस मुकाम को हासिल किया है. साथ ही आज वो अपनी बेबाक जवाब के लिए भी फैंस की पसंद बनी हुई हैं.
News creation : हाल ही में रिलीज हुई कंगना रनौत और राजकुमार राव की फिल्म जजमेंटल है क्या विवादों में घिर गई है. हंग्री की रहने वाली फाइन आर्ट फोटोग्राफर फ्लोरा बोर्सी ने कंगना पर उनके आर्ट को चुराने का आरोप लगाया है.Read
News Creation : कन्नड़ एक्टर यश स्टारर फिल्म ‘केजीएफ चैप्टर 1’ ने पर्दे पर शानदार कमाई की थी. अब फिल्म का दूसरा पार्ट ‘केजीएफ 2’ जल्द ही रिलीज किया जाएगा. ‘केजीएफ 2’ का पहला पोस्टर जारी होने के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस फिल्म में अधीरा का किरदार संजय दत्त निभाएंगे.Read
News Creation : बॉलिवुड स्टार राहुल बोस हाल ही में उस वक्त चर्चा में आए जब उन्होंने ट्विटर पर दो केलों के दाम को लेकर आश्चर्य जाहिर किया था।Read
News Creation (कटाक्ष) : रजत जैसे ही घर पहुंचे घर के सन्नाटे और नूपुर के क्लांत चेहरे ने उनकी आशंकाओं को सही ठहराया घर कुछ कुछ अस्त व्यस्त सा था नूपुर की तरह
उन्होंने बैग रखते हुए सीधे प्रश्न दागा-"कहाँ हैं साहबजादे?”Read
मुंबई : ऐक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा के पैरंट्स चाहते हैं कि वे किसी सुशील लड़के को डेट करें और लेकिन उनका कहना है कि ऐसा बंदा बॉलिवुड में मिलना मुश्किल है.Read
Entertainment News Creation : सुपर स्टार प्रभास बाहुबली के बाद एक बार फिर परदे पर तहलका मचाने के लिए तैयार हैं. बाहुबली फिल्म से दुनिया भर में प्रसिद्द हुए प्रभास इस बार फिर एक एक्शन पैक्ड फिल्म साहो में नज़र आयेंगे. बता दें कि फिल्म में उनके साथ श्रद्धा कपूर भी हैं. फिल्म 15 अगस्त को रिलीज होनी थी लेकिन उसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया है. फिल्म अब सितम्बर में सिनेमा घरों में आएगी.

आइये अब फिल्म से जुडी कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं
अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस फिल्म का बजट 300 करोड़ बताया गया है. वहीँ फिल्म निर्माताओं नें आबूधाबी में स्पेशल सीन्स की शूटिंग में ही 90 करोड़ खर्च किये है. ये एक्शन सीन बाहुबली की किसी भी सीन की लगत से काफी अधिक है. वहीँ प्रशंसक इस फिल्म को देखनें के लिए बेचैन हैं.
इस फिल्म में प्रभास एक नहीं बल्कि दो-दो खलनायकों का सामना करते नज़र आयेंगे. इस फिल्म में नील नितिन मुकेश और मंदीरा बेदी का सामना करेंगे. वहीँ श्रद्धा कपूर के साथ कई रोमांटिक सीन भी होंगे.
इस फिल्म में जचकी श्रोफ, चंकी पाण्डेय और महेश मांजरेकर भी अहम् भूमिकाओं में नज़र आयेंगे.
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News Creation (मनोरंजन) : बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन की फिल्म सुपर 30 बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई कर रही है. दर्शकों का प्यार फिल्म को मिल रहा है. बढ़ते दिनों के साथ सुपर 30 की कमाई और बढ़ रही है. और उम्मीद है की बहुत जल्द फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो जाए. पिछले 4 दिनों में फिल्म नें लगभग 54 करोड़ की कमाई कर ली है, फिल्म निर्माता और निर्देशक शेखर कपूर नें भी फिल्म की काफी तारीफ़ की है. असल में शेखर कपूर नें हाल ही में ट्विट कर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया में ज़ाहिर की. इनके अलावा और भी स्टार्स और फिल्मों से जुडी हस्तिय ऋतिक रोशन की सुपर 30 की काफी तारफ की है. शेखर कपूर नें ट्विट कर लिखा कि “सिनेमा हॉल में फिल्म देखते हुए मैं सोच रहा था कि कहीं कोई मेरे आंसूओं को न देख ले, क्योकि फिल्म देखते हुए मैं रो रहा था. सुपर 30 एक अच्छी कहानी होनें के साथ साथ एक अलग किस्म की कहानी है. ऋतिक रोशन की परफॉरमेंस नें मुझे इमोशनल कर दिया.”
Watching Hindi cinema in the theatres is a cathartic experience for me. I sit quietly in the theatre hoping no one notices my tears flowing. #super30 did that to me. It’s such a good story (and true) and a completely different @iHrithik Roshan’s performance overwhelmed me.
— Shekhar Kapur (@shekharkapur) July 15, 2019

सुपर 30
खबरों में आई रिपोर्ट्स के अनुसार सुपर 30 की स्पेशल स्क्रीनिंग में उनके घर के सदस्य भी उनकी एक्टिंग देख कर रो दिए थे. रिपोर्ट के अनुसार उनकी माँ और उनकी नानी फिल्म देखते हुए रो दिए थे. सुपर 30 में ऋतिक बिहार के एक शिक्षक आनंद कुमार का किरदार निभाते नज़र आये, जिन्होनें बड़े संघर्ष के बाद सुपर 30 के नाम से एक कोचिंग इंस्टिट्यूट बनाया है. ये आनंद कुमार की ज़िन्दगी पर बनीं एक बायोपिक है.
खास बात ये है कि फिल्म को बिहार की सरकार नें दर्शकों के लिए टैक्स फ्री कर दिया है.
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Entertainmeint News Creation : अपनी नैतिक जिम्मेदारियों को लेकर आज भी फिल्म इंडस्ट्री के चंद मशहूर और धनाड्य सितारे कुछ विज्ञापनों से परहेज़ करतें है. आइये आज देखतें हैं आखिर वो कौन कौन बॉलीवुड सितारे हैं, जिन्होनें अपने आदर्शों के लिए बड़े बड़े विज्ञापनों के ऑफर्स ठुकरा दिए.
मनोरंजन News Creation : वैसे तो अभिनेत्री कटरीना कैफ करोडो दिलों पर राज करती ही हैं, मगर इन दिनों वे Instagram में अपनी फोटो और उनपर आये कमेंट्स के लिए काफी सुर्खियाँ बटोर रहीं हैं.
मनोरंजन News Creation : आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘आर्टिकल 15’ (Article 15) ने अपने रिलीज के तीसरे सप्ताह में शनिवार तक 55.83 करोड़ रुपए कमा लिया हैं. यानी फिल्म का 16वें दिन का कलेक्श लगभग 60 करोड़ हो गया है. हालांकि फिल्म के पहले दिन से अब-तक की कमाई देखें तो बहुत शानदार नहीं रही है, लेकिन स्टोरी के मामले में फिल्म और आयुष्मान की एक्टिंग लोगों को काफी पसंद आ रही है.
आयुष्मान के सामने लेकिन अब रितिक रोशन भी आ गए हैं. रितिक की फिल्म ‘सुपर 30’ भी इसी शुक्रवार यानी 12 जुलाई को रिलीज हुई है. रिलीज से बाद से फिल्म अच्छा कलेक्शन भी कर रही है. सुपर 30 ने तीन दिन में 30 करोड़ रुपए कमा लिए हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि ‘आर्टिकल 15’ को इससे नुकसान हो सकता है.
#Article15 jumps again... Inches closer to ₹ 60 cr... [Week 3] Fri 1.25 cr, Sat 2.15 cr. Total: ₹ 55.83 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) July 14, 2019
इससे पहले फिल्म की कमाई के बारे में बताते हुए ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्वीट कर लिखा था, 'आर्टिकल 15 के तीसरे सप्ताह की शुरुआत सधी हुई है. फिल्म ने शुक्रवार को कुल 1.25 करोड़ रुपए का व्यापार किया. अब तक इसकी कुल कमाई 53.68 करोड़ रुपए हो गई है.
#Article15 begins Week 3 on a steady note... [Week 3] Fri 1.25 cr. Total: ₹ 53.68 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) July 13, 2019

अब अगर बात करें कबीर सिंह की ..
बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कबीर सिंह (Kabir Singh)' के क्रेज के कम होने का कोई संकेत दिखाई नहीं दे रहा है. 'उरी (URI)' और 'भारत (Bharat)' के साल की सबसे बड़ी बॉलीवुड फिल्म बनने के बाद इस फिल्म ने घरेलू बाजार में 250 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, "'सुपर 30 (Super 30)' के रिलीज होने के बावजूद 'कबीर सिंह (Kabir Singh)' पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा (खासकर मल्टीप्लेक्स में). (चौथा सप्ताह) शुक्रवार को इसने 2.54 करोड़ की कमाई की, यानी अब तक कुल 255.89 करोड़. यह आंकड़ा सिर्फ भारत में रिलीज हुई फिल्म का है"
#KabirSingh shows big gains on [fourth] Sat... Will maintain the pace on [fourth] Sun... [Week 4] Fri 2.54 cr, Sat 3.75 cr. Total: ₹ 255.89 cr. India biz.
— taran adarsh (@taran_adarsh) July 14, 2019
21 जून को फिल्म के रिलीज होने के बाद से इसकी आलोचना कई लोगों ने की, खासकर महिलाओं ने, लोगों का यह कहना था कि यह 'पुरुषों में नशे' को बढ़ावा दे रहा है. हालांकि इन सबका फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. शुरू से ही यह फिल्म विजेता रही है. पहले जब इसने भारत में 100 करोड़ की कमाई पार की तो यह शाहिद की इतनी कमाई करने वाली पहली फिल्म बन गई. साल 2013 में आई फिल्म 'आर..राजकुमार' के बाद यह शाहिद (Shahid Kapoor) की पहली सोलो सुपरहिट फिल्म है, जिसमें शाहिद ने एक सेल्फ डिस्ट्रक्टिव बॉयफ्रेंड का किरदार को निभाया है.
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Entertainment News Creation : 'सुपर 30' फ़िल्म की टैगलाइन में ही इस फ़िल्म का पूरा सारांश है, जो कुछ इस प्रकार है, ‘अब राजा का बेटा राजा नहीं बनेगा, राजा वो बनेगा जो हकदार होगा.’ शिक्षा पर सभी का समान अधिकार हो फिर चाहे वह बड़े बाप का बेटा हो या फिर गरीब का. फ़िल्म से जुड़ा यही संदेश इस फ़िल्म को खास बना देता है.

यह कहानी है बिहार के चर्चित आनंद कुमार की जो आई.आई.टी. का सपना देखने वाले गरीब तबके के होनहार बच्चों के सपनों को पूरा करने में उनकी मदद कर रहे हैं.
फिल्म की कहानी
फ़िल्म की कहानी की शुरुआत फ्लैशबैक में आनंद कुमार (रितिक रोशन) के संघर्ष से शुरू होती थी.
आनंद गणित में गोल्ड मेडलिस्ट है. बड़े से बड़े गणित के प्रश्नों का वह हल निकाल सकता है. अभावों में रहने के बावजूद उसकी इसी काबिलियत की वजह से उसे केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से दाखिले के लिए बुलावा आ जाता है लेकिन एक बार फिर उसके आगे गरीबी रोड़ा बनकर आ जाती है. पिता का साया भी छिन जाता है.
काबिल आनंद कुमार परिवार और अपना पेट पालने के लिए पापड़ बेचने के लिए मजबूर हो जाता है. इसी बीच लल्लन कुमार (आदित्य) की मुलाकात आनंद से होती है. वो आनंद की प्रतिभा से वाकिफ है. अपनी कोचिंग सेन्टर से जोड़ लेता है. कुछ समय में ही आनंद वहां का प्रीमियम टीचर बन जाता है. हर स्टूडेंट आनंद सर से पढ़ना चाहता है.
आनंद की ज़िंदगी भी पटरी पर आ जाती है. सभी तरफ से पैसों की बारिश हो रही है लेकिन इसी बीच आनंद कुमार को महसूस होता है कि वह सम्पन्न परिवार के लड़कों को और आगे बढ़ा रहा है और गुरु द्रोणाचार्य की तरह गरीब बच्चों का एकलव्य की तरह अंगूठा काट रहा है. उसकी सोच बदल जाती है और उन बच्चों को आईआइटियन्स बनाने में जुट जाता है जो अभावग्रस्त है. जिनके पास पैसे नहीं है महंगे कोचिंग के लिए.
आनंद कुमार के लिए यह सफर आसान नहीं होगा. भ्रष्ट शिक्षा मंत्री और उसके पावर से उसका मुकाबला है जिसे आनंद कुमार और गरीब बच्चों की जान लेने से भी गुरेज़ नहीं है. भ्रष्ट मंत्री के साथ-साथ गरीबी और भूख से भी उसकी जंग है. यह फ़िल्म की आगे की कहानी है. कुलमिलाकर हाथ आगे बढ़ाकर सूरज को हथेली में पकड़ लेने की प्रेरणादायी कहानी है. फ़िल्म की कहानी रियल है लेकिन उसका ट्रीटमेंट थोड़ा फिल्मी हो गया है.
बावजूद इसके अंडरडॉग्स के जिद और संघर्ष के जुनून की वजह से यह फ़िल्म बांधे रखती है. फ़िल्म शिक्षा माफिया के अलावा सरसरी तौर पर ही सही लेकिन दृश्य और संवाद के ज़रिये दूसरे अहम मुद्दों को भी छूती है.कोटा डॉक्टर यह संवाद हमने अब तक रील और रियल लाइफ दोनों में बहुत सुना है लेकिन इस फ़िल्म में डोनेशन वाला डॉक्टर कहकर उच्च तबके पर भी सवालिया निशान लगाया गया है.हमारे पुराण भी जातीय और सामाजिक भेद के हिमायती है. फ़िल्म का एक संवाद ये भी है.
अभिनय, संगीत और किरदारों की अदायगी
अभिनय की बात करें तो रितिक की मेहनत किरदार को लेकर दिखती है. परदे पर पहली पर वह इस अंदाज में दिखे हैं.ऐसे में शुरुआती दृश्य में उनका लहजा और ज़रूरत से ज़्यादा लुक थोड़ा अखरता है, लेकिन फ़िल्म जैसे-जैसे आगे बढ़ती है. सबकुछ सहज हो जाता है. पंकज त्रिपाठी एक बार फिर उम्दा रहे हैं. उनका और आदित्य श्रीवास्तव का दृश्य बेहतरीन बन पड़ा है. पिता के रूप में वीरेंद्र सक्सेना का अभिनय दिल छूता है. मृणाल ठाकुर और अमित साध को कम ही स्पेस मिला है, लेकिन वह उपस्थिति दर्शाने में कामयाब होते हैं.बच्चों का काम भी सराहनीय है. फ़िल्म के संवाद अच्छे बन पड़े हैं.
संगीत में मामला औसत वाला रह गया है. कुलमिलाकर असल नायक की यह प्रेरणादायी कहानी पर्दे पर देखी जानी चाहिए.
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विशेष लेख News Creation बच्चे जब जन्म लेते हैं, कोरे कागज़ की तरह होते हैं और जैसे-जैसे उनका विकास होता जाता है, वे वो सारी चीजें सीखते जाते हैं, जिन्हें देखते, सुनते और महसूस करते हैं।
हर परिवार बच्चे को विशेष पोषण देना चाहता है, एक समय ऐसा भी आता है जब अपने बच्चे की परवरिश ही जीवन का मकसद बन जाता है. सारे जतन के बाद भी अगर लगे कि बच्चे के सर्वांगीण विकास में कमी लग रही है, तो ऐसे में दुखी होने अथवा परिजनों, परिवेश पर दोषारोपण करने के बजाए परिस्थितियों में संतुलन का प्रयास करें।
हर समय बच्चे के साथ रह पाना सम्भव नहीं है इसलिए जब वो आपसे दूर जाए तो कोशिश कीजिए वह आपका फोन नम्बर घर का पता जनता हो किसी बाहरी व्यक्ति से बच्चे के मेलजोल पर नजऱ रखनी चाहिए. उसमे जाती, धर्म, ऊंच-नीच, अमीरी-गरीबी जैसी भावनाओं का बीजारोपण करना उसके सम्पूर्ण विकास को बाधित करेगा, किन्तु शुरू से ही अच्छे-बुरे का ज्ञान कराना आवश्यक है।
कई बार बहुत प्रभावशाली अथवा एकदम निकट सम्बन्धी भी बच्चों को बुरी बातें, बुरे व्यवहार सीखाते हैं. या बुरी हरकतें करते हैं। इस तरह की घटनाओं को नजरअंदाज न करें. एक तो उन्हें बहुत समय तक किसी के भी साथ अकेले न रहने दें, यदि कभी रखना भी पड़े उससे उस व्यक्ति के बारे में सामान्य तरह की बातें करें बच्चे को डांटने, डराने-धमकाने या खुद रोने से बचें अभिभावक बच्चों के लिए सर्वशक्तिमान होते हैं. उनका रोना बच्चों को कमजोर कर देता है।
यदि कोई बच्चों के साथ कुछ भी असामान्य व्यवहार करता है, उसे और उससे सम्बंधित किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति से सीधी बातें करें. बात बिगड़े उससे पहले ही सम्हालने की आदत रखें, बच्चे बहुत मासूम होते हैं उन्हें बड़ों की बड़ी-बड़ी बातें समझ नही आतीं, उनसे उनके उम्र के हिसाब से ही व्यवहार करें. उनपर अपने सपनो की गठरी न लादें याद रखिए, जो काम आप नहीं कर पाए उसे बच्चे पर न थोपें उसे वही करने दें जो वह आसानी से आनन्दपूर्वक कर सकता है।
अधिकांश घरों में बच्चों के लालन पालन की सम्पूर्ण जिम्मेदारी माँ पर होती है। माँ बच्चों के बीच काफी हद तक आपसी समझ भी होती है, लेकिन जब वही बच्चे बड़ी कक्षा में पढ़ते हैं और कुछ खास तरह की शिक्षा की मांग करते हैं तब पिता द्वारा धनोपार्जन, पारिवारिक प्रतिष्ठा इत्यादि के नाम पर अपनी पसंद लाद दी जाती है।
प्रायः देखा जाता है इन परिस्थितियों में माँ खास कर गृहणी के विचारों को कोई महत्व नहीं दिया जाता. अपने बच्चों को एक स्वतंत्र व्यक्ति समझे न कि अपने खानदान का प्रतीक चिन्ह उसे वही करने दें जो वह करना चाहता है।
लेख- नीता झा
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मुंबई सोशल मीडिया में फिल्म अभिनेत्री और जावेद अख्तर की पत्नी शबाना आज़मी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. उनके आलोचकों को शबाना आज़मी नें सोशल मीडिया में ही करारा जवाब दिया है. असल में शबाना नें इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान जन समूह को संबोधित करते हुए कहा था कि “इस देश में अगर कोई व्यक्ति सरकार की आलोचना करे तो उसे देश द्रोही या राष्ट्र विरोधी कह दिया जाता है, जो सरासर गलत है” ये बात उन्होनें 6 जुलाई को जनसभा संबोधित करते हुए कहीं थीं. बता दें की शबाना आज़मी साहित्य और अभिनय के साथ साथ सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक बयानों के लिए अक्सर सुर्ख़ियों में रहती हैं.
इसी बात को शबाना नें ट्वीट कर एक नए मुद्दे को जन्म दे दिया, उनके इस ट्वीट पर लोगों में उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया था, जिसका जव्वाब शबाना नें ट्विटर पर ही लोगों को दिया, शबाना नें ट्वीट कर जवाब दिया कि "मेरी एक टिप्पणी को लेकर इतना हंगामा? मुझे नहीं पता था कि मैं दक्षिणपंथियों की नजरों में इतना महत्व रखती हूं.” शबाना आगे लिखतीं हैं, “दीपा मेहता की फिल्म वाटर में मुझे सर मुंडवाना पड़ा था, जिसके लिए मुस्लिम चरमपंथियों नें मेरे खिलाफ फतवा जारी कर दिया था, जिसपर जावेद अख्तर नें उनको जवाब देते हुए ‘चुप रहो’ कहा था”
Id like to remind pple that my father @AzmiKaifi RETURNED his Padmashri when Congress was at the Centre in protest against a UP minister who had said that those asking for Urdu to get 2nd language status shud b paraded on a donkey with their faces blackened.
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) July 9, 2019
इसके बाद उन्होनें दूसरा ट्वीट कर लिखतीं हैं कि “मैं लोगों को याद दिलाना चाहती हूं कि कांग्रेस के केंद्रीय सत्ता में रहते मेरे पिता कैफी आज़मी ने विरोध में अपना पद्मश्री सम्मान लौटा दिया था, जब यू.पी. के एक नेता ने कहा था कि उर्दू को दूसरी भाषा का दर्जा दिलाने की मांग करने वालों का मुंह काला करके गधे पर घुमाना चाहिए”
So much uproar over my 1 remark?Didnt realise I was so important in d eyes of d right wing ?Muslim fundos also passed fatwa against me 4shaving my head for @IamDeepaMehta film ‘Water’2which @Javedakhtarjadu response on record was SHUT UP.All fundos r mirror images of each other
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) July 9, 2019
बता दें कि शनिवार को शबाना आज़मी नें किसी राजनैतिक पार्टी का नाम लिए बिना इशारों में तंज कसते हुए बताया कि “लोगों को देश हित के लिए अपने मन की बात कहनें से डरना नहीं चाहिए” उन्हों नें आगे कहा “अगर हम कमियों में ध्यान नहीं देंगे तो हालत कैसे सुधरेंगे?”
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